Hard Disk Partition क्या होता है, और कैसे करते हैं? जानकारी

दोस्तों, Hard Disk Partition क्या होता है, और कैसे करते हैं? जानकारी :-अगर आप कंप्यूटर यूजर है तो आपने Hard Disk के बारे में तो सुना ही होंगा इसी Hard डिस्क से रिलेटेड एक और चीज़ सामने आती है जिसे हम Disk Partition जैसे C ड्राइव D ड्राइव ये कंप्यूटर से रिलेटेड काफी बेसिक चीज़ है.. तो अगर आप कंप्यूटर के बारे में सीखने में दिलचस्पी रखते हैं तो इनके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए… आज की इस पोस्ट में हम इसी बारे में बार करेंगे की आखिर ये Disk partition क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं और साथ ही साथ हम यह भी जानेंगे की Hard Disk में एक नया partition कैसे बनाते हैं तो बिना समय गवाए आइये जानते है इसके बारे में।

 

Hard Disk Partition क्या होता है, और कैसे करते हैं? जानकारी
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Hard Disk Partition क्या होता है? (What is Hard Disk Partition)

 

अपने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क को तीन भागों में बांटने को Hard Disk Partition कहा जाता है वैसे आप इसे अपनी मर्जी के अनुसार चार भागों मैं भी बांट सकते हैं और सभी भागों को अलग-अलग नाम भी दिया जा सकता है जब हम अपने लैपटॉप में ऑपरेटिंग सिस्टम यानी के विंडो इंस्टॉल करते हैं तो उसमें केवल सी ड्राइव ही पाई जाती है हार्ड डिस्क का इस्तेमाल हम अपने लैपटॉप में डाटा स्टोर करने के लिए करते हैं जिसे हम अपनी इच्छा के अनुसार अलग-अलग पार्टीशन में रखते हैं। सी ड्राइव में केवल ऑपरेटिंग सिस्टम और कमांड के लिए होती है डी और ई ड्राइव में हम अपनी मर्जी के हिसाब से अलग अलग डाटा सेव कर सकते हैं।

 

 

Computer या Laptop में हार्ड डिस्क पार्टीशन 

 

अगर आपका ऑपरेटिंग सिस्टम यानी विंडो कभी करप्ट हो जाता है तो आप उसको दोबारा इंस्टॉल करते हैं तब हमारा डी और ई ड्राइव का डाटा सेव रहता है उसे कुछ नहीं हो पाता। जब हम ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा इनस्टॉल करते हैं तो हमे सी ड्राइव को दोबारा फॉर्मेट करना पड़ेगा और अगर हम ड्राइव के पार्टीशन नहीं करते तो हमारा सारा डाटा भी सी ड्राइव को फॉर्मेट करते समय डिलीट हो जाता इसलिए हम हार्ड डिस्क को तीन जगह डिवाइड कर देते हैं। ताकि डी और ई-ड्राइव का डाटा सेव रहे।

 

Hard Disk Partition कैसे करते हैं? (How to do Hard Disk Partition)

 

हम आपको Hard Disk Partition कैसे होते हैं यह बता रहे हैं और आपको यह भी बताएंगे कि आप अपनी मर्जी के अनुसार चार या पांच भागों में भी हार्ड डिस्क को बांट सकते हैं इसके लिए आपको इससे संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा।

  • इसके लिए सबसे पहले आपको माई कंप्यूटर पर जाकर राइट क्लिक करना होगा इसके बाद मेनयू ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • जैसे ही मेनयू ऑप्शन पर क्लिक करोगे आपके सामने कई सारे ऑप्शन खुल कर आएंगे।
  • लेकिन आपको कंप्यूटर मैनेजर पर क्लिक करना होगा।
  • अब मैंन्यू में आकर मैंनेज के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • इसके बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर कंप्यूटर मैनेजमेंट की विंडो खुल कर आएगी।
  • कंप्यूटर मैनेजमेंट की विंडो खुलने के बाद विंडो में लेफ्ट साइड पर डिस्क मैनेजमेंट पर क्लिक करना होगा।
  • इसके बाद आपको न्यू ड्राइव पर क्लिक करना होगा।
  • अब राइट साइड में शो हो रही ड्राइव में से उस ड्राइव पर राइट क्लिक करना होगा इसको आप श्रिंक करने के बाद एक नया पार्टीशन बनाना चाहते हो राइट क्लिक करके अब मैन्यू में श्रिंक वॉल्यूम पर क्लिक करना होगा।
  • Shrink वाल्यूम पर क्लिक करके आपकी स्क्रीन पर एक नई पॉपअप विंडो ओपन होकर आएगी।
  • इसके बाद एंटर द अमाउंट ऑफ स्पेस यू वांट टू श्रिंक के सामने अपने नया पार्टीशन का वॉल्यूम लिखना होगा। साइज एमबी या  जीबी में लिखना होगा।
  • Shrink बटन पर क्लिक करने के बाद आपकी स्क्रीन पर एक नया ड्राइव बनकर तैयार हो जाएगा जो ब्लैक कलर का एक इंडिकेटर होगा यह वो खाली जगह कहलाती है जहां पर आपको नया पार्टीशन बनाना है। इस प्रकार आपको यहां पर पार्टीशन बनाना होगा।
  • जो खाली जगह आपको दिखाई दे रही है उस पर राइट क्लिक करना होगा और मीनू मैं न्यू सैम्पल वॉल्यूम पर क्लिक करना होगा।
  • हम आपके स्क्रीन पर एक नई विंडो खुल कर आएगी इसमें नेक्स्ट पर क्लिक करना होगा और आखिर में फिनिश पर क्लिक करना होगा अब आपका नया पार्टीशन बनकर तैयार है आप इसे यूज कर सकते हैं।

 

Hard Disk में partition बनाने से लाभ

 

Hard disk के partition बनाने के कई अलग-अलग फायदे है कुछ इस तरह –

  • अलग-अलग तरह के डाटा को अलग-अलग जगह पर Organise किया जा सकता है।
  • एक computer में एक से ज्यादा Operating Systems इनस्टॉल किये जा सकते हैं।
  • Data एक्सेस करने में होने वाली असुबिधा को घटाया जा सकता है।
  • Data अलग-अलग organise होने की बजह से मैनेज करने में कोई दिक्कत नहीं आती है।
  • Operating System इनस्टॉल करते समय डाटा loss होने का खतरा कम हो जाता है।
  • Software का partition अलग होने की नजह से Files के Mix होने से होने वाली त्रुटियों को कम किया जा सकता है।

 

Hard disk के ज्यादा partition बनाने से हानि

 

जैसा की आपने देखा की Hard disk के partition करने के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकशान भी है जैसे –
  • जब भी आप एक Hard disk के एक से ज्यादा partition बनाते हैं तो आपकी Hard disk का कुछ स्पेस दोनों partition की अलग-अलग System Volume Information फाइल बनाने में चला जाता है।
  • एक partition से दुसरे partition में डाटा मूव या कॉपी करने में ज्यादा टाइम लगता है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की आपको Hard disk के partition नहीं बनाने चाहिए, में तो आपको यही Recommend करूँगा की आपको कम से कम दो partition तो रखने ही चाहिए जिनमे से एक Operating System के लिया और दूसरा आपके Data के लिए।

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Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Hard Disk Partition क्या होता है, और कैसे करते हैं? जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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