Image स्कैनर क्या होता है? स्कैनर कितने प्रकार के होते है

दोस्तों Image स्कैनर क्या होता है? स्कैनर कितने प्रकार के होते है :- आपने इस डिजिटल जगत में इमेज स्कैनर के बारे में बहुत सुने होंगे.या फिर आप जानना चाहते है की इमेज स्कैनर क्या है? तोह यह आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद रहनेवाला है.क्यों की इस पोस्ट में आपको image scanner के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करनेका पूरी प्रयास करेंगे.ऐसे आप सभीके मन में इमेज स्कैनर के नाम सुनते ही ख्याल आता होगा scanning machine के बारे में.

जैसे बड़े बड़े office/hospital में security checking point में scanning machine का इस्तेमाल किया जाता है body को scan करने के लिए.और अगर हमारे शारीर में metals होंगे तोह यह detect करके alert करता है.लेकिन आगर हम scanner के बात करे इसके बहुत सरे प्रकार है और आज हम इस पोस्ट में image scanner के बारे में जानेंगे.

 

Image स्कैनर क्या होता है? स्कैनर कितने प्रकार के होते है
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Image स्कैनर क्या होता है? (What is Image Scanner)

 

Image scanner एक ऐसा digital device होता है जिसका इस्तमाल images, pictures, printed text और objects को Scan करने के लिए किया जाता है और फिर उसे Digital Image में convert किया जाता है.

Image scanners का इस्तमाल बहुत सारे variety के domestic और industrial applications जैसे की design, reverse engineering, orthotics, gaming और testing में किया जाता है.

Flatbed Scanner का इस्तमाल सबसे ज्यादा offices और घरों में किया जाता है, इसे Xerox machine के नाम से भी जाना जाता है. आजकल के modern image scanner descendant (वंशज) हैं पहले ज़माने के fax input devices और telegraphy equipment के. इन Image Scanner के इस्तमाल से हम Scanning के साथ साथ, photocopies निकालना इत्यादि भी कर सकते हैं.

 

 

Image Scanner का इतिहास (History of Image Scanner)

 

सबसे पहला scanner को Computer के साथ इस्तमाल करने के लिए develop किया गया था. यह एक drum scanner था. इसे सन 1957 में US National Bureau of Standards के team ने बनाया था.

उस team का नेतृत्व कर रहे थे Russell A. Kirsch, जो की America की पहली internally programmable (stored-program) computer को बनाने में काम कर रहे थे, Standards Eastern Automatic Computer (SEAC) के साथ, जिससे वो enable कर सकें Kirsch’s group of experiment को जहाँ की algorithms का इस्तमाल कर launch किया जा सकता है image processing और pattern recognition जैसे कई नयी technology को.

 

Image Scanner कितने प्रकार के होते है ?(How many types of Image Scanner are there)

 

वैसे तो बहुत सारे types के scanners मेह्जुद हैं, लेकिन यहाँ हम कुछ important Scanner के बारे में जानेंगे.

 

1. Drum Scanners

 

ये Image को scan करते हैं photomultiplier tubes (PMT) के माध्यम से. यहाँ reflective originals को accumulate किया जाता है एक acrylic cylinder या drum के मदद से, ये rotate करते हैं जब object को pass किया जाता है scanning के लिए precision optics के सामने.

ये optics फिर transmit करते हैं image information को PMT में. Color के लिए, a drum scanner इस्तमाल करता है तीन PMTs का जिससे वो read कर सकते हैं red, blue और green.

 

2. Flatbed Scanners

 

इसमें एक glass pane और एक moving optical array होता है charge-coupled device (CCD) scanning के लिए. Flatbeds में तीन arrays of sensors भी होते हैं red, green और blue filters के साथ.

Images जिसे की scan किया जाये उन्हें place किया जाता है flat ही pane के ऊपर और एक dense cover का इस्तमाल किया जाता है ambient lights को दूर रखने के लिए.

फिर sensor arrays और light source को move किया जाता है full image area को read करने के लिए. वहीँ transparent images, और special accessories का इस्तमाल किया जाता है उन्हें illuminate करने के लिए upper side से.

 

3. Film Scanners

 

Slide और negative film strips को रखा जाता है एक carrier में एक film scanner के भीतर. यहाँ carrier को move किया जाता है एक motor के मदद से जिसमें एक lens और एक CCD sensor का भी इस्तमाल किया जाता है.

 

4. Hand Scanners

 

Handheld devices को ऊपर से pull किया जाता है image surface के across जिससे large images को scan किया जा सकें.

 

5. 3D Scanners

 

ये scanners depend करते हैं reference markers के placements के ऊपर, जिनका इस्तमाल होता है element के position को space में align करने के लिए.

 

6. Desktop Digital Camera Scanners

 

यह एक all-in-one printer होता है एक desktop digital camera scanner के साथ. यहाँ scanner offer करता है high-speed image scanning जैसे features.

 

7. Smartphone Scanner

 

Apps को भी download किया जा सकता है कई smartphone devices में, जिससे उनको documents को scan करने के लिए इस्तमाल किया जाता है digital camera exposures के इस्तमाल से और इससे आखिर में आप उन scanned images का output ले सकते हैं JPEG और PDF formats में.

 

CT Scan क्या होता है? (What is CT Scan)

 

CT scan का Full Form होता है Computerized tomography. इसे CAT (computerized axial tomography) भी कहा जाता है. ये असल में एक X-ray procedure होता है जिसमें की किसी हिस्से की बहुत सारे X-ray images को succession में लिया जाता है.

इन images से फिर एक cross sectional view दिखाई पड़ता है internal organs के. इसलिए जो चीज़ X-Ray में नहीं हो सकती है उसे CT Scan में किया जा सकता है वो भी आसानी से.

 

CT Scan का कहाँ उपयोग किया जाता है? (Where is CT Scan used)

 

एक CT scan के इस्तमाल से body के पुरे internal structures को analyze किया जा सकता है. इनका मुख्य इस्तमाल traumatic injuries, जैसे की एक blood clot या एक skull fracture, tumours या फिर एक infection को detect करने के लिए किया जाता है.

इसके माध्यम से शरीर के अन्धरुनी अंग जैसे की liver, gallbladder, pancreas, spleen, aorta, kidneys, uterus, और ovaries को देखा जा सकता है.

 

CT Scan की Price कितनी है? (What is the cost of CT Scan)

 

CT Scan की price बहुत से parameters के ऊपर निर्भर करती है. चलिए उनके विषय में जानते हैं : –

1. Scan होने वाला जगह / body part

2. Contrast या Non-Contrast, आप कौन से प्रकार का करवाना चाहते हैं.

3. Slices (16/32/64 slices), आप कितनी slices में करना चाहते हैं.

4. उस radiologist का Experience कितना है.

5. Commercial aspects (जैसे की center का, affiliations इत्यादि) कैसे हैं.

वैसे एक regular basis में brain CT की कीमत approximately Rs 1300/- तक होती हैं और एक whole body scan या एक Angio CT की कीमत approximately Rs 18000/- तक हो सकती है.

जहाँ ज्यादातर private hospitals और diagnostic centres एक CT scan के लिए करीब Rs.3000 से 5000 charge करते हैं, वहीँ government-run facilities में इनकी कीमत कम होती है जो की करीब Rs. 500 से 1000 तक होती है. कुछ hospitals में तो ये बिलकुल ही मुफ्त होते हैं.

 

स्कैनर कैसे कार्य करता है? (How does the scanner work)

 

स्कैनर को USB Cable के द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाता है. आधुनिक स्कैनर Wireless भी हैं जिन्हें ब्लूटूथ के द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट करते हैं.

स्कैनर के कार्य करने के लिए पहले कंप्यूटर में एक स्कैनर का सॉफ्टवेयर Install करना पड़ता है. Image स्कैनर क्या होता इसके बाद स्कैनर में हार्ड कॉपी को रखा जाता है. जिसे स्कैनर स्कैन करता है और कंप्यूटर में स्टोर करता हैं.

कंप्यूटर में स्टोर डॉक्यूमेंट को यूजर अपने मुताबिक Editing कर सकता है

 

 

स्कैन कैसे करे (How to scan)

 

जब एक document को Scanner के भीतर रखा जाता है, तब image सबसे पहले scanned होता है और फिर उस scanned data को process करने के लिए उसे एक computer system में भेजा जाता है.

Scanners read कर सकते हैं red-green-blue color को color array से और वहीँ colors की depth को measure किया जाता है उनके array characteristics के basis पर. Image resolution को measure किया जाता है pixels per inch में.

 

CT Scan कितनी बार किया जा सकता है?

 

अगर आप CT Scan की बात कर रहे हैं तब यह आपके Doctors के ऊपर निर्भर करता है की वो आपका scanning कितनी बार करना चाहते हैं.

 

CT Scan के क्या क्या जोखिम होते है? (What are the risks of CT Scan)

 

CT Scan एक तरह के Test है ,जिसमे कोई प्रकार के बीमारी के बारे में पता चलता है.लेकिन इसके भी कुछ दुप्रभाब हो सकता है जिसके बारे में निचे आपके साथ साँझा किया है.

  • ऐसे देखा जाये तोह CT Scan में जोखिम बहुत कम रहता है.लेकिन CT Scan में आप X-Ray के तुलना में अधिक रेडिएशन के संपर्क में आते है.और रेडिएशन के कारन से कैंसर का खतरा बहुत कम होता है अगर एक ही बार आपने CT Scan करवाते है.Image स्कैनर क्या होता और आगर अपने कोई बार X-Ray/CT Scan करवाते है तोह कैंसर के लिए आपके शारीर के ऊपर जोखिम बढ़ भी सकता है.CT Scan करवाने वाले बच्चो में कैंसर का खतरा बढ़ सेकता है खास करके उनके पेट और छाती पर.
  • कुछ लोगो को Contrust dye से allergy भी हो सकता है.क्यों की जादातर contrust  में ayodin होता है.और अगर पहले से आपको आयोडीन से allergy है तोह इसके बारे में पहले doctor को बताये.और अगर आपको आयोडीन से allergy है तोह उसके लिए पहले आपको एलर्जी के दावा दिया जाता है.
  • कोई महिला को अगर लगता है की वोह गर्भबती है तोह इसके बारे में test करवाने से पहले doctor को इस बारे में जरुर बताये.

 

Scanner का उपयोग क्या है? (What is the use of Scanner)

 

स्कैनर का उपयोग निम्नलिखित है -:

  • स्कूल या कॉलेज में प्रोजेक्ट बनाने के लिए कई स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करना होता है। स्कैनर से उन्हें स्कैन करके कंप्यूटर में स्टोर किया जाता है।
  • स्कैनर से आप किसी भी पोस्टर या दस्तावेज को जितनी चाहे उतनी फोटोकॉपी एक क्लिक में प्राप्त कर सकते है।
  • यह digital archiving के लिए भी इस्तेमाल होता है। Digital Archiving एक प्रक्रिया है जो किसी भी hard copy को digital format में बदल कर कंप्यूटर में save करता है।
  • स्कैनर के जरिए आप अपने दोस्तो, रिश्तेदारों या परिवार के सदस्यो को इंटरनेट द्वारा स्कैन की गई फोटो आसानी से शेयर कर सकते है।

 

Scanner से लाभ (Benefits of Scanner)

 

स्कैनर के फायदे निम्नलिखित है -:

  • Scanner से आप अपने सभी जरूरी दस्तावेजों की digital copy कंप्यूटर में save करके रख सकते है जिससे अगर कभी दस्तावेज चोरी हो जाए तो आपके पास सुरक्षित रहे।
  • इसका उपयोग करना काफी आसान होता है। इसमें कुछ ही क्लिक करने से document स्कैन हो जाते है और इसके लिए कोई advanced सेटअप करने की जरूरत नहीं होती ।
  • स्कैनर को wireless या bluetooth से भी कनेक्ट करके इस्तेमाल कर सकते है। इसके साथ ही आप अपने स्मार्टफोन से भी उपयोग कर सकते है।
  • यह आपके कार्य में लगने वाली समय की बचत और productivity लेवल भी बढ़ाता है।
  • यह environment friendly होता है क्योंकि स्कैनर में दस्तावेज़ digital form की रूप में होते है जिससे पेपर की बचत होती है।

 

Scanner से हानि (Damage from Scanner)

 

स्कैनर के नुकसान निम्नलिखित है -:

  • स्कैनर में document या image quality वास्तविक से थोड़ी अलग दिखती है। यह स्कैनर के लेंस और सेंसर पर निर्भर करता है।
  • बड़ी कंपनियां कीमती और बड़े स्कैनर रखते है जिससे उनके सभी कार्य हो सके लेकिन इन स्कैनर की maintenance में भी काफी खर्चे लगता है।
  • स्कैनर में डॉक्यूमेंट या इमेज की scanning में काफी समय लगता है और यदि इमेज ज्यादा हुआ तो समय और भी अधिक लगता है।
  • स्कैनर में lamps स्कैनिंग के समय बहुत जरूरी है और अगर lamps सही कार्य नहीं करे तो image में बहुत तरह की गड़बड़ी होने लगती है। इस lamp को बदलने के लिए आपको सर्विस शॉप में जाना पड़ता है।

 

FAQ-Scanner के बारे अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

MICR कौन सा डिवाइस है?

MICR (Magnetic Character Recognition) एक इनपुट डिवाइस है.

 

स्कैनर का अविष्कार किसने किया था?

स्कैनर का अविष्कार सन 1957 में Russel A. Kirsch ने की थी.

 

स्कैनर और प्रिंटर में क्या अंतर है?

प्रिंटर के द्वारा कंप्यूटर में सेव सॉफ्ट कॉपी को हार्ड कॉपी में बदलते हैं जबकि स्कैनर के द्वारा हार्ड कॉपी को सॉफ्ट कॉपी में बदलकर कंप्यूटर में सेव किया जाता है.

 

पहला फ्लैटबैड स्कैनर का अविष्कार किसने किया?

1975 में Ray Kurzaweli ने पहले फ्लैटबैड स्कैनर की खोज की.

 

स्कैनर कौन सा डिवाइस है?

स्कैनर कंप्यूटर का एक Input Device है.

 

स्कैनर का कार्य क्या है?

स्कैनर Hard Copy को Scan करके Soft Copy में Convert करके कंप्यूटर में स्टोर करता है.

 

स्कैन कैसे करते हैं?

जिस भी Document को स्कैन करना होता है उसे स्कैनर के अन्दर रखा जाता है. स्कैनर पहले Document को स्कैन कर लेते हैं और फिर Scan Document को Process करने के लिए कंप्यूटर सिस्टम में स्टोर किया जाता है.

 

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों Image स्कैनर क्या होता है? स्कैनर कितने प्रकार के होते है जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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