Metal Detector क्या हे? Metal Detector का उपयोग कहाँ होता है?

दोस्तों जानिए Metal Detector क्या हे? कैसे ये धातु का पता लगा लेता है? ये कितने प्रकार का होता है ,यह कितना विश्वसनीय है तथा इसका उपयोग कहा किया जाता है? दोस्तों मेटल डिटेक्टर आपने नाम तो काफी सुना होगा लेकिन कभी आपने सोचा है

की यह काम कैसे करता है? क्या हर बार यह अपने काम में 100% सफल होता है? क्या कोई मेटल डेटेक्टरो को bypass कर सकता है? तथा एक साधारण से डिटेक्टर की इंडिया में कितनी कीमत है ? ये सारी जानकारी में आप तक इस लेख के माध्यम से पहुंचने का प्रयाश करूँगा।

Metal Detector क्या हे? Metal Detector का उपयोग कहाँ होता है?
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Metal Detector क्या हे? (What is Metal Detector)

Metal Detector क्या हे.मेटल डिटेक्टर जिसे धातु संसूचक के नाम से भी जाना जाता है.विद्युत चुम्बकीय आकर्षण के सिध्दान्त पर चलता है. इसके अनुसार मेटल डिटेक्टर के तार की कुंडलियों में ऐसी धारा का प्रवाह होता है,जिसकी दिशा विद्युत परिपथ के संपर्क में आते ही बदल जाती है.इस प्रक्रिया में एक विद्युत दोलन का इस्तेमाल भी किया जाता है जो उर्जा संचालन में मेटल डिटेक्टर का सहयोग करता है.

यह धारा के साथ मिलकर मेटल डिटेक्टर में चुम्बकीय आकर्षण तेजी से पैदा करता है और धातु संकेत को चुम्बकीय शक्ति से खोज निकालने में अधिकारीयों की मदद करता है.

मेटल डिटेक्टर के भी अनेक प्रकार होते है.यह मेटल डिटेक्टर,काम और कौन इसका प्रयोग करेगा जैसी चीज़ों को ध्यान में रखकर बनाया जाता हैं. मेटल डिटेक्टर इच्छा अनुसार दो आकारों में आता है,यह काम की गंभीरता पर निर्भर करता है.जिसके कारण ग्राहकों को अपना मनपसंद मेटल डिटेक्टर चुनने में आसानी होती है.

डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (Door frame metal detector) 

डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर शीघ्र व सरलता पूर्वक किसी की तलाशी लेने के लिए बना है.किसी भी प्रतिष्ठित सिनेमा घर या एयरपोर्ट में अधिकारियों के पास यह सुरक्षा का साधन जरूर होता है.

क्योंकि यह मिनटों में धातु संकेत पकड़ने के काबिल है.यह एक छोटे उपयोगी यंत्र के समान होता है जिसे बिना कठिनाई के दिन भर पकड़ा जा सकता है.इसे सेना के खतरनाक कामों मै इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.

हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (Hand held metal detector) 

हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर सेना के विभिन्न मिशनों में उनकी सहायता करने के लिए बना है.यह सैनिकों को बिना संकट में दालें –लैंड माइंस,बम,विस्फोटक,आदि ढूँढ निकालता है.इसे ज्यादातर सैनिक या पुलिस अधिकारी इस्तेमाल करते हैं.

मेटल डिटेक्टर- कीमत भारत में (Metal detector price in india) 

शुरुआती कीमत 1,000 से 7,000 के बीच में हो सकती है जो मेटल डिरेक्टर और उसके काम पर निर्भर करती है.डोर फ्रैम मेटल डिटेक्टर की कीमत हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर से काफी हद तक कम होती है.क्योंकि इसका प्रयोग सरल क्रियाओं के लिए होता है.

जबकि हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर किसी जगह की पूर्ण सुरक्षा को ध्यान में रखकर खरीदा जाता है जिसके कारण उसका दाम भी बढ़ जाता है.अगर आपका मनपसंद मेटल डिटेक्टर अग्रिम प्रोद्योगिकी की श्रेणी में आता है तो बाकायदा उसकी कीमत विनिर्माण लागत के आसपास होगी.

Metal Detector क्या हे.अर्थशास्त्र की निती को ध्यान में रखते हुए,ऐसे मेटल डिटेक्टर का थोक भाव में मिलना केवल मुश्किल ही नही तकरीबन नामुमकिन है क्योंकि ये विशेष प्रवृत्ति के होते है.मेटल डिटेक्टर आयत के तौर पर भी मंगाया जा सकता है.

यह मूल्यवान व अत्यधिक दक्षता के साथ बनाए जाते हैं.इसकी एक खासियत यह है की यह पुरातत्व अनुसंधान में बिना किसी त्रुटि के 100% सटीक परिणाम देता है.

पुरातत्व वेत्ता ज्यादातर आयत से मिली मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल करते है चुकी इसकी सटीकता विश्व प्रसिद्ध व मान्य है. 

मेटल डिटेक्टर मशीन की विशेषताएं (Features of Metal Detector Machine)

उन्नीसवीं शताब्दी में मेटल डिटेक्टर की क्षमता सीमित थी.व वह जरूरत से ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल करते थे.आज के जमाने में मेटल डिटेक्टर धातु का खोज उसके रेडियो आवृत्ति से भी किया जा सकता है.

इतना ही नही, मेटल डिटेक्टर की दक्षता के कारण,उसका अब बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है.यह हर छोटे से छोटे या बड़े से बड़े शहर में मौजूद है और सभी बड़े व्यापारियों की पहली पसंद भी है.

मेटल डिटेक्टर कहाँ खरीदा जा सकता है (Where can I buy a metal detector)  

मेटल डिटेक्टर, थोक भाव में, किसी भी करीबी अग्रिम प्रोद्योगिकी के माल रखने वाले दुकानदार के पास उपलब्ध होगा.या फिर अगर आप घर बैठे इस उपकरण को खरीदना चाहते है तो ऑनलाइन भी लेन-देन का लाभ उठा सकते है.

मेटल डिटेक्टर का इतिहास (History of Metal Detector) 

Metal Detector क्या हे.सालों की मेहनत के बाद सन् 1937 में मेटल डिटेक्टर की खोज जेरहार्ड फिशर द्वारा की गई थी.जिन्हें आज विश्व भर में प्रसिद्ध उन के इस निर्माण के कारण मिली है. विश्व युद्ध 1 के दौरान अनगिनत सैनिकों की भयंकर मौतों को देखकर, सरकार कांप उठीं थी,और बम व विस्फोटक को बिना दुश्मनों को आगाह किए ढूंढ निकालने का उपाय ढूंढ रही थी.

विश्व युद्ध 2 के चरण पर सरकार वैज्ञानिकों पर दवाब बनाने लगी और उपाय की मांग करने लगी.सैनिकों की दुर्दशा और सरकार की लाचारी को देखते हुए जेरहार्ड फिशर ने मेटल डिटेक्टर का निर्माण किया जिसे पेटेंट करने के बाद विश्व भर में बेचा गया.

फिलहाल विश्व स्तर पर उत्पादन और बिक्री न सिर्फ सरकार के कार्य के लिए हो रहा है.बल्कि निजी व्यवसाय के लिए भी हो रहा है.

किसी भी महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था में निजी व्यवसाय व सरकार का समानांतर योगदान होने के कारण, दोनों को सुरक्षा के मामले में बराबरी का हक दिया गया है.

हालांकि सरकार के पास अन्य विकल्प भी है क्योंकि सरकार सबसे शक्तिशाली व प्राथमिक संगठन है.संघर्ष युद्ध के दौरान सैनिकों ने मेटल डिटेक्टर को सतर्कता बनाए रखने और बिना उत्पात मचाए जंग जितने में इस्तेमाल किया था.जंग के अलावा मेटल डिटेक्टर,

  • चिकित्सा क्षेत्र में,
  • पुरातत्व में,
  • भवन निर्माण में भी इस्तेमाल किया जाता है.

इसका एक कारण यह भी है की मेटल डिटेक्टर हमेशा सटीक परिणाम देता है और किसी अनहोनी से व्यक्ति को बचने में सहायता करता है.

किस प्रकार के धातुओं को खोज निकालने में मेटल डिटेक्टर सक्षम है (What type of metal detector is capable of detecting metals) ?

लोहा– मेटल डिटेक्टर का चुम्बकीय आकर्षण लोहे से निकलते संकेत को बिना कठिनाई पकड़ लेता है.लोहे की खासियत यह है की यह कम प्रभावशाली मेटल डिटेक्टर में भी आसानी से पकड़ा जाता है.जिसके कारण लोहे से बनें गन, बम, आदि मेटल डिटेक्टर की चपेट में आ जाते है.

निकल– निकल लोहे समान बिना कठिनाई पकड़ में आ जाता है.कयोंकि वह लोहे से काफी हद तक मिलता-जुलता है और उसकी अनेक विशेषताएँ लोहे के जैसी है.

अन्य धातु (Other metals) :

कोबाल्ट (Cobalt).
तांबा (Copper).
पीतल (Brass).
एल्यूमीनियम (Aluminium).

मेटल डिटेक्टर और धातु का विद्युत चालन से संबंध (Metal detector and metal to electrical

conduction) :
धातु जैसे –

  • लोहा,
  • एल्यूमीनियम,
  • निकल, आदि विद्युत सुचालन में मददगार होते है.

जिसके कारण चुम्बकीय आकर्षण धातु के संपर्क में आते ही बढ़ जाता है.धातु के अलावा पानी भी विद्युत चालक है परंतु मेटल डिटेक्टर उसके संपर्क में आने के बावजूद नहीं बजता.क्योंकि पानी विद्युत से बनने वाले चुम्बक की ओर आकर्षित नहीं होता है.

विद्युत चुम्बकीय आकर्षण के इस वैज्ञानिक सिद्धांत की वजह से मेटल डिटेक्टर सिर्फ धातु पदार्थों को खोज निकालने में सफल हो पाता है. 

Metal Detector का उपयोग (Use of Metal Detector)

मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल सिर्फ समुद्र तट पर सिक्के खोजने के लिए नहीं किया जाता है। इसके अन्य कई उपयोग है।

1) सुरक्षा में

2) वैज्ञानिक अनुसंधान

3) बहुमूल्य धातुओं की खोज (सोना)

आप मेटल डिटेक्टर को हवाई अड्डों पर चलने वाले स्कैनर में देख सकते हैं (लोगों को हवाई जहाज पर या अन्य सुरक्षित स्थानों जैसे जेलों और अस्पतालों में बंदूकें और चाकू ले जाने से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है) और कई प्रकार के वैज्ञानिक अनुसंधान में।

सुरक्षा में प्रयोग होने वाले डिटेक्टर मुख्यतः दो प्रकार के होते है ।

1) Handheld detector २) walk throw gates 

मेटल डिटेक्टर क्या हमें इसकी जरूरत है (Metal detector do we need it) 

मेटल डिटेक्टर खरीदने के दो मुख्य कारण है जो हमने काफी विचार कर लिखा है:

1. सुरक्षा- प्राथमिक कर्तव्य(Safety – Primary Duty) : 

व्यक्ति की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता होती है.और अपने समाज को सुरक्षित रखना उसका धर्म है.इस कर्तव्य को ध्यान में रखते हुए हम आपको एक मेटल डिटेक्टर लेने की सलाह देते है.

खास तौर पर अगर आप किसी व्यस्त स्थान में कारोबार करते है.इससे आप सिर्फ अपनी ही नहीं बल्कि अपने ग्राहकों की, राहगीरों की व अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा संरक्षित करते है.धर्म पालन करने से व अपने कर्तव्य को पूरा करने से आप जन सेवा के भागीदारी बनते है.

2. देश सेवा व सैन्य सुरक्षा(Country Service and Military Security) : 

सीमा पर हमारे जवानों की सुरक्षा के लिए मेटल डिटेक्टर ऐसा एकमात्र साधन है.जो जमीन की परत के नीचे से भी बम जैसे घाटक विस्फोटक सूंघ निकालता है.

अवैध आतंकी गतिविधियों को पहचानने और रोकने में सफल होता है.यह सरकारी कार्यक्रम में, कार्यालयों में, एयरपोर्ट व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों में किसी भी अगोचर बाधा को तालने में मदद करता है और सफल भी होता है.

FAQ- मेटल डिटेक्टर पर अक्सर पूछे जाने सवाल जवाब :-

मेटल डिटेक्टर कितनी गहराई तक काम कर सकता है?

सामान्यतया, मेटल डिटेक्टर लगभग 20-50cm (8-20in) की अधिकतम गहराई पर काम करते हैं।

मेटल डिटेक्टर का आविष्कार किसने किया?

पोर्टेबल मेटल डिटेक्टरों का आविष्कार जर्मन में जन्मे इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ने किया था

मेटल डिटेक्टर की कीमत भारत में कितनी हो सकती है ।

इन उपकरण की शुरुआती कीमत 1,000 से 7,000 के बीच में हो सकती है जो मेटल डिरेक्टर और उसके काम पर निर्भर करती है।

इन उपकरण की शुरुआती कीमत 1,000 से 7,000 के बीच में हो सकती है जो मेटल डिरेक्टर और उसके काम पर निर्भर करती है।

कोबाल्ट (Cobalt).
तांबा (Copper).
पीतल (Brass).
एल्यूमीनियम (Aluminum).
लोहा (iron)
निकिल

Conclusion  

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Metal Detector क्या हे? Metal Detector का उपयोग कहाँ होता है? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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