UPSC क्या होता है? यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?

दोस्तों इस आर्टिकल में UPSC क्या होता है? यूपीएससी की तैयारी कैसे करें? अधिकारी नियुक्ति के बाद सैलरी, यूपीएससी का इतिहास, यूपीएससी में सदस्यों का चयन आदि विषयों पर पूर्ण विस्तार से व्याख्या की गई है। सभी जानकारियां प्राप्त करने हेतु इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

UPSC का पूरा नाम Union Public Service Commission (संघ लोक सेवा आयोग) है। आजादी के तत्पश्चात 26 अक्टूबर 1950 ईस्वी को लोक सेवा आयोग के नाम में संशोधन कर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) रखा गया। इस संशोधन का संबंध संविधान के Article 315 से है। संघ लोक सेवा आयोग का भी कार्य ग्रेड A तथा B के अधिकारियों का चयन करना है। UPSC केंद्र और राज्य के स्तर पर कुल 24 सेवाओं की परीक्षा आयोजित करती है जिसमें IAS सबसे प्रमुख है। इसे भारत की सर्वोच्च परीक्षा की दर्जा दी गई है।

दोस्तों आज के समय में हर युवक का एक ही सपना होता है एक प्रतिष्ठित नौकरी पाना। परंतु बढ़ती हुई जनसंख्या के मामलों ने इस पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। Competition level इतनी वृद्धि हुई है कि नौकरी मिलना दुर्लभ हैं। आप सभी के मन में एक प्रश्न जरूर उठता होगा कि देश के बड़े- बड़े अफसरों जैसे (IAS,IPS) की नियुक्ति कैसे होती है। दोस्तों आज हम इससे संबंधित सभी जानकारियां देंगे। इस मुकाम को हासिल करने के लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा पास करना होता है जो सबसे कठिन एवं देश के सबसे सम्माननीय परीक्षा है।

 

UPSC क्या होता है? यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
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UPSC क्या होता है? (What is UPSC)

 

संघ लोक सेवा आयोग भारत सरकार के लिए प्रमुख भर्ती एजेंसी है। UPSC अखिल भारतीय सेवाओं, केंद्रीय सेवाओं और संवर्गों के साथ-साथ भारत संघ के सशस्त्र बलों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती के लिए जिम्मेदार है।

कुछ सेवाएं जिनके लिए यूपीएससी उम्मीदवारों की भर्ती करता है, वे हैं भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय राजस्व सेवा आदि।

कृपया ध्यान दें कि UPSC CSE full form in hindi, संघ लोक सेवा आयोग सिविल सर्विसेज एग्जाम (परीक्षा) है।

 

UPSC अर्थ (UPSC meaning)

 

UPSC का फुल फॉर्म संघ लोक सेवा आयोग है। यूपीएससी परीक्षा का अर्थ समझने के लिए, उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा पृष्ठ पर जा सकते हैं।

UPSC भारत के केंद्र और राज्य सरकार के तहत 24 सेवाओं के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित करता है।

यूपीएससी को भारतीय संविधान द्वारा अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवा समूह ए और बी में नियुक्तियां करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों से इनपुट के साथ इन भर्ती के लिए परीक्षण पद्धतियों को विकसित और अद्यतन करने के लिए अनिवार्य किया गया है।

इसके अलावा, यूपीएससी से कर्मियों के पदोन्नति और स्थानांतरण से संबंधित मामलों के साथ-साथ सिविल क्षमता में सेवारत एक सिविल सेवक से जुड़े किसी भी अनुशासनात्मक मामलों पर भी परामर्श किया जाता है।

आयोग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यूपीएससी के संपर्क विवरण इस प्रकार हैं:

डाक का पता: संघ लोक सेवा आयोग, धौलपुर हाउस, शाहजहां रोड, नई दिल्ली – 110069
सुविधा काउंटर: 011-23098543/23385271/23381125/23098591
ईमेल: feedback-upsc@gov.in

संघ लोक सेवा आयोग के काम के घंटे केंद्र सरकार के सभी कार्य दिवसों में सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक हैं।

हालांकि यूपीएससी के पास विभिन्न परीक्षाओं के लिए कार्यशील हेल्पलाइन हैं, जब भी कोई विशेष आवेदन प्रक्रिया चल रही होती है, तो उम्मीदवारों को उनसे संपर्क न करने की सलाह दी जाती है, जब तक कि प्रक्रिया के बारे में उनके प्रश्नों के उत्तर ऑनलाइन उपलब्ध न हों।

 

 

UPSC द्वारा आयोजित परीक्षाएं (Exams conducted by UPSC)

 

  • सिविल सर्विस एग्जाम (CSE).
  • इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन (ESE).
  • कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDS).
  • नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA).
  • नौसेना एकेडमी (NA).

CSE परीक्षा के अंतर्गत UPSC के अंदर कुल 24 पद होते हैं। UPSC क्या होता है जैसेे- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), संयुक्त चिकित्सा सेवा (CMS), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) इत्यादि। इनमें सभी ग्रेड A तथा B के अधिकारी हैं जिसका चयन संघ लोक सेवा आयोग द्वारा किया गया है।

 

UPSC का क्या कार्य है ? (What is the function of UPSC)

 

यूपीएससी के कार्य का संबंध संविधान के अनुच्छेद 320 से है। Article 320 के तहत सिविल सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया से संबंधित सभी देख-रेख आयोग के पास होता है। इस Article के अनुसार संघ लोक सेवा आयोग के कार्य निम्नलिखित है।

  1. अधिकारियों के नियुक्ति के लिए परीक्षा का आयोजन करना।
  2. साक्षात्कार में उत्तीर्ण विद्यार्थीयों का सिलेक्शन करना।
  3. आमेलन द्वारा अधिकारियों की नियुक्ति करना।
  4. लोक सेवा में विभिन्न पदों के लिए अनुशासन से संबंधित कार्य।
  5. किसी भी मामलों में सरकार को सही निर्णय लेने में परामर्श देना।
  6. सरकार के अधीन में होकर विभिन्न पदों के लिए अधिकारियों का बहाल करना और उनमें त्रुटि होने पर संशोधन करना।
  7. राज्य लोक सेवा के अधिकारियों को संघ लोक सेवा से अधिकारी के रूप में भर्ती करना।
  8. विभागीय पदोन्नति समितियों का आयोजन करना।
  9. भारत के राष्ट्रपति द्वारा निर्दिष्ट कोई अन्य मामला सुलझाना।

 

UPSC के लिए योग्यता(Eligibility for upsc exam)

 

शैक्षणिक योग्यता(education):

  1. जो विद्यार्थी अपनी स्नातक की परीक्षा किन्ही एक संकाय (विज्ञान, कला या कॉमर्स) से पूरा कर चुका हो, वह यूपीएससी के लिए योग्य माना जाता है। साथ ही स्नातक की परीक्षा में 50% अंक अनिवार्य है।
  2. ग्रेजुएशन के अंतिम वर्षों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी भी यूपीएससी के प्रीलिम्स में बैठ सकते हैं। हां यह जरूरी बन जाता है कि मेंस की परीक्षा में ग्रेजुएशन का प्रमाण देना होता है।

 

उम्र सीमा(UPSC Exam age limit):

 

  1. सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम 32 वर्ष है। यह विद्यार्थी अधिकतम 6 प्रयास कर सकते हैं।
  2. SS/ST वर्ग के विद्यार्थीयों के लिए न्यूनतम उम्र 21 तथा अधिकतम 37 वर्ष है। इन्हें उम्र के मामलों में 5 वर्ष का छूट दिया जाता है और साथ में असीमित प्रयास की सुविधा।
  3. OBC वर्ग के विद्यार्थियों को 3 वर्ष का छूट दिया जाता है। अर्थात इनकी अधिकतम उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए। ऐसे वर्ग के विद्यार्थी कुल 9 प्रयास कर सकते हैं।
वर्ग उम्र सीमा छूट कुल प्रयास
सामान्य वर्ग(GEN) 21-32 कोई छूट नहीं 6
अन्य पिछड़ा जाति(OBC) 21-35 3 वर्ष 9
अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) 21-37 असीमित

 

UPSC एग्जाम का सिलेबस(UPSC exam syllabus)

 

प्रारंभिक परीक्षा पेपर-1(GAT): वर्तमान देश की घटनाएं, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन का इतिहास, भारत एवं विश्व का भूगोल, आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था, राज व्यवस्था और शासन, पर्यावरण से संबंधित जानकारी

प्रारंभिक परीक्षा पेपर-2(CSAT): comprehension, पारंपरिक और संचार कौशल, तार्किक विश्लेषण, सामान्य ज्ञान एवं मानसिक क्षमता, निर्णय लेने की शक्ति तथा समस्या का समाधान, गणित (दसवीं स्तरीय)

 

मुख्य परीक्षा(mains): भारत की प्राचीन विरासत एवं संस्कृति, विश्व एवं सामाजिक इतिहास तथा भूगोल, संविधान, राजतंत्र, न्याय एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध, टेक्नोलॉजी, आर्थिक विकास, विभिनता एवं आपदा प्रबंधन, आचार नीति, अखंडता एवं जैव विविधता।

 

UPSC में भर्ती की प्रक्रिया (UPSC recruitment process)

 

UPSC की परीक्षा तीन चरण में होती है। Prelims, Mains और Interview. आइए सबसे पहले प्रीलिम्स के परीक्षा प्रक्रिया को समझते हैं।

 

पेपर प्रश्नों की कुल संख्या कुल अंक समय
सामान्य अध्ययन I (GAT) 100 200 2 घंटे
सामान्य अध्ययन II (CSAT) 80 200 2 घंटे

Prelims की परीक्षा में कुल 2 पेपर होते हैं जिनका प्राप्तांक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाता है। हां लेकिन यह जरूरी है कि मेंस की परीक्षा में बैठने के लिए prelims में कम से कम 33% अंक अनिवार्य है। इसमें नकारात्मक अंक की प्रक्रिया अपनाई जाती है। अभ्यर्थियों द्वारा गलत उत्तर देने पर उनके प्राप्तांक में से 1/3 अंक काट लिए जाते हैं।

 

Mains परीक्षा की प्रक्रिया:

 

Prelims की परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थी को मेंस की परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाता है। इसमें कुल 9 पेपर होते हैं जो लिखित प्रश्न पत्र के आधार पर आते हैं। इनमें 2 भाषा के लिए प्रश्न पत्र होते हैं। मेंस की परीक्षा की अवधि लगभग एक सप्ताह तक का होता है। विद्यार्थी को साक्षात्कार तक पहुंचने के लिए मेंस की परीक्षा में 25% अंक लाना अनिवार्य है।

 

साक्षात्कार (Interview):

 

Personal Interview यूपीएससी का अंतिम चरण होता है। मेंस की परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। मेंस की परीक्षा कोई 1750 अंक तथा साक्षात्कार की परीक्षा 275 अंक का होता है। इस प्रकार मेरिट लिस्ट के लिए कुल 2025 अंको की परीक्षा ली जाती है। इसमें विद्यार्थी के व्यक्तित्व, गुण, लक्षण, भाषा की शैली और विचारों को देखा जाता है। साथ ही साथ कुछ सामान्य ज्ञान और वर्तमान जनित घटनाओं से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

 

UPSC की तैयारी कैसे करें? (How to prepare for UPSC)

 

UPSC जैसे बृहद एग्जाम को पास करना एक बहुत ही कठिन विषय है। परीक्षार्थियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ने के कारण तथा सीटों की संख्या कम होने के कारण इसमें प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है। बहुत से विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो काफी मेहनत के बावजूद भी सिलेक्ट नहीं हो पाते। उन्हें और सफलता की राह देखनी पड़ती है। इसलिए हमें आरंभ से ही मेहनत करना चाहिए। इसके लिए कुछ Daily activities है, जिसको छात्रों को ध्यान में रखना होगा।

1.सही कोचिंग संस्थानों का चयन: वैसे देखा जाए तो कुछ ऐसे भी विद्यार्थी मिलते हैं, जो बिना कोचिंग की मदद से यूपीएससी तक का सफर पूरा कर लेते हैं। परंतु कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो संपूर्ण रुप से कोचिंग संस्थानों पर निर्भर रहते हैं। ऐसे विद्यार्थियों के लिए बड़े-बड़े शहरों में यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई अच्छे कोचिंग संस्थान है, जहां तैयारी कर परीक्षार्थी सपने को साकार कर सकते हैं।

 

2.समाचार पत्र पढ़ना: अपनी ज्ञान को विकसित करने का यह एक बेहतरीन तरीका है। समाचार पत्र पढ़ने से देश विदेश में घटित होने वाली तत्कालिक घटनाओं का पता चलता है जिसका उपयोग साक्षात्कार की परीक्षा में होती है। UPSC क्या होता है संभव हो तो अंग्रेजी तथा हिंदी दोनों माध्यम में समाचार पत्र पढ़ें। इससे आपका ज्ञान और साथ ही साथ अंग्रेजी बोलने एवं समझने की कला का प्रदर्शन होता है।

3.नेटवर्क का सही उपयोग: आज के युग में हम घर बैठे भी मोबाइल फोन के माध्यम से किसी भी परीक्षा को पास कर सकते हैं। अतः यूपीसी के विद्यार्थियों के लिए यह एक अच्छा अवसर है कि घर रह के भी अपने कार्यों के साथ-साथ पढ़ाई को भी अच्छे ढंग से कर सकते हैं। मोबाइल फोन के माध्यम से विगत प्रश्न पत्र, न्यूज़ और सामान्य ज्ञान से संबंधित चीजों का अध्ययन करते रहे जिससे परीक्षा में काफी मदद मिलेगी।

4. प्रतिदिन मॉक टेस्ट देना: मॉक टेस्ट देने के अनेक फायदे होते हैं। इससे प्रतिदिन हमारी उत्तर में कुछ न कुछ बदलाव आता है, हमें प्रत्येक माह अपना टेस्ट एक बार खुद लेना चाहिए जिससे पता चले कि हमारी तैयारी किस लेवल की है और उसके अनुसार हमें आगे का प्लान तैयार करना चाहिए। अपनी सेल्फ स्टडी और कोचिंग से कुछ अतिरिक्त समय बचा कर दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करनी चाहिए जिससे ज्ञान में बढ़ोतरी होगी एवं प्रतिदिन हो रहे बदलाव का पता चलेगा।

5.previous year प्रश्न पत्र हल करें: विगत वर्षों के प्रश्न पत्र हल करना जरूरी है इन प्रश्नों से हमें अंदाजा लगता है कि किस तरह के प्रश्न हमसे पूछे जा सकते हैं और बराबर अभ्यास करने से उत्तर लिखने का सही तरीका पता चलता है और इस प्रकार हम अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं।

 

6. पढ़ने प्लान तैयार करें: हमें अपनी तैयारी को सप्ताहिक, मासिक एवं वार्षिक besis पर तैयार करना होगा। IAS जैसी कठिन परीक्षा को पास करने के लिए हमें एक सही routine का निर्धारण उसे follow करना होगा।

7.NCERT किताबों का चयन: यूपीएससी परीक्षाओं के अभ्यास हेतु NCERT सिलेबस को समझना एवं जानना बेहद आवश्यक है। इसके आधार पर हम अपने को exam के लिए prepare कर सकते हैं। सभी प्रश्न NCERT पुस्तक से पूछे जाते हैं इसलिए हमें कक्षा 6 से 12वीं तक के सभी आर्ट्स विषयों का संपूर्ण अध्ययन करना होगा जो exam crack करने में कार्यकारी होगा।

 

UPSC और IAS के बीच क्या अंतर होता है? (What is the difference between UPSC and IAS)

 

UPSC हर साल सिविल सेवा परीक्षा (CSE) आयोजित करता है। चूंकि सीएसई उम्मीदवारों को आईएएस में भी भर्ती करता है, इसे अक्सर आईएएस परीक्षा कहा जाता है। IAS का फुल फॉर्म जानने के लिए और IAS अधिकारी बनने का तरीका जानने के लिए, लिंक किए गए लेख को देखें।

 

UPSC CSE में तीन चरण होते हैं:

 

  1. सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा: सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा, परीक्षा का पहला स्तर है। इसमें दो पेपर होते हैं जिनमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं।
    • GS पेपर – यूपीएससी प्रीलिम्स के बारे में लिंक किए गए लेख में गहराई से जानें।
    •  CSAT पेपर या GS पेपर -2 –
  2. सिविल सेवा मुख्य परीक्षा: नीचे दिए गए लिंक से यूपीएससी मेन्स में पूछे गए संबंधित जीएस पेपर के बारे में जानें:
    • यूपीएससी मेन्स GS 1
    • यूपीएससी मेन्स GS 2
    • यूपीएससी मेन्स GS 3
    • यूपीएससी मेन्स GS 4
  3. सिविल सेवा साक्षात्कार: यूपीएससी साक्षात्कार, परीक्षा का अंतिम स्तर है। केवल वे उम्मीदवार जो यूपीएससी द्वारा निर्धारित कट-ऑफ को पार करते हुए मुख्य परीक्षा को पास करने में सफल रहे हैं, उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।

इसके बाद यूपीएससी मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण में उम्मीदवारों के अंकों की गणना करते हुए अंतिम मेरिट सूची तैयार करता है। फिर उम्मीदवारों को उनकी प्राथमिकताओं, योग्यता सूची के साथ-साथ उम्मीदवार की श्रेणी और प्रत्येक श्रेणी में रिक्तियों के आधार पर सेवाएं आवंटित की जाती हैं।

व्यापक UPSC Syllabus in Hindi को विस्तार से जानें और नवीनतम यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पाठ्यक्रम पीडीएफ दी गई लिंक से डाउनलोड करें।

 

UPSC का भारत पर प्रभाव (Impact of UPSC on India)

 

अगर हम भारत पर UPSC के प्रभावो की विवेचना करें इसके द्वारा किए गए सभी कार्य सकारात्मक दृष्टि से सही नजर आता है। जब तक हमारे देश में संघ लोक सेवा आयोग नहीं था तब तक यहां की कानून व्यवस्था, शासन की प्रक्रिया काफ़ी निचले स्तर की थी। UPSC क्या होता है हमारी अर्थव्यवस्था (GDP)में काफी बढ़ोतरी हुई है। एक शब्द में कहा जाए तो यूपीएससी भारत के सर्वोच्च अधिकारी को नियुक्त करने वाली संस्था है जिसके प्रभावो का वर्णन शब्दों में करना संभव नहीं है।

 

FAQ;- UPSC पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

यूपीएससी परीक्षा का क्या अर्थ है?

 

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल सिविल सेवा परीक्षा (CSE) नामक एक परीक्षा आयोजित करता है। इस परीक्षा को आमतौर पर यूपीएससी परीक्षा या आईएएस परीक्षा के रूप में जाना जाता है। उम्मीदवारों को वेबसाइट http://www.upsconline.nic.in का उपयोग करके यूपीएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करना आवश्यक है।

एमपीएससी और यूपीएससी का क्या मतलब है?

 

यूपीएससी संघ लोक सेवा आयोग का संक्षिप्त रूप है जो राष्ट्रीय स्तर पर उम्मीदवारों को अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के लिए ग्रेड ए और बी में अधिकारियों के रूप में भर्ती करता है। एमपीएससी महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग का संक्षिप्त रूप है जो राज्य स्तर पर अधिकारियों के रूप में उम्मीदवारों की भर्ती करता है। ग्रेड ए और बी में महाराष्ट्र राज्य सेवाओं के लिए। एमपीएससी एक लोक सेवा आयोग परीक्षा है।

क्या IAS अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान वेतन मिलता है?

 

आईएएस अधिकारियों को विशेष वेतन अग्रिम पर 7वें सीपीसी की सिफारिशों के अनुसार प्रशिक्षण के दौरान वेतन मिलता है। एक आईएएस अधिकारी एलबीएसएनएए (LBSNAA) में स्टाइपेंड के रूप में प्रति माह 45000 रुपये का हकदार है, जिसमें से 38500 रुपये इन-हैंड कंपोनेंट है। भोजन, आवासीय सुविधाओं और परिवहन के लिए 10000 रुपये की कटौती की जाती है।

IAS का सर्वोच्च पद कौन सा है?

 

एक आईएएस अधिकारी किसी राज्य के मुख्य सचिव बनने की ख्वाहिश तब रख सकता है जब वे राज्य कैडर में तैनात हों, जबकि केंद्रीय कैडर के आईएएस अधिकारी भारत सरकार के मुख्य सचिव बनने की ख्वाहिश रख सकते हैं। भारत सरकार के मुख्य सचिव को भी प्रदर्शन के आधार पर राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों में से चुना जाता है। लिंक किए गए लेख में यूपीएससी पदों के बारे में और जानें ।

हमें UPSC 2022 की तैयारी कब से शुरू करनी चाहिए?

 

यूपीएससी 2022 के उम्मीदवारों को गहन विषयों पर जाने से पहले करंट अफेयर्स और एनसीईआरटी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पिछले तैयारी स्तरों के आधार पर, उम्मीदवार मॉक टेस्ट के लिए उपस्थित हो सकते हैं और यूपीएससी 2022 में सफलता प्राप्त करने के लिए क्षेत्रों की शीघ्रता से पहचान करने के लिए एक परीक्षण श्रृंखला की सदस्यता ले सकते हैं।

 

Conclusion

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख UPSC क्या होता है? यूपीएससी की तैयारी कैसे करें? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

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