AC क्या होता है? एयर कंडीशनर कैसे कार्य करता है? जानकारी

दोस्तों AC क्या होता है? एयर कंडीशनर कैसे कार्य करता है? जानकारी :- इस गर्मी के सीजन में आप भी चाहते हैं कि मैं कैसे अच्छा और सस्ता AC (Air Conditioner) खरीदूँ, किस कंपनी का AC खरीदूं या फिर AC से जुड़े अन्य सवाल आपके मन में जरुर होंगे. जिनका जवाब हमने इस लेख के माध्यम से देने की कोशिस की है.

आज के इस लेख में हम आपको Air Conditioner क्या है, AC का फुल फॉर्म क्या है, AC काम कैसे करता है, AC के प्रकार, AC के फायदे व नुकसान क्या हैं तथा कौन सा AC खरीदें की पूरी जानकारी (Air Conditioner Ki Puri Jankari Hindi Me) प्रदान करने वाले हैं.

अगर आप अपने लिए एक सबसे अच्छा AC खरीदना चाहते हैं और AC के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं AC क्या होता है विस्तार से.

 

AC क्या होता है? एयर कंडीशनर कैसे कार्य करता है? जानकारी
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AC क्या होता है? (What is AC)

 

एयर कंडीशनर यानि AC गर्मी के मौसम में हमारे घर को या ऑफिस को ठंडा रखता है या जिस भी जगह आपने AC लगाया है उस जगह को ठंडा रखता है। जिस जगह पर AC लगा होता है वो वहां की गर्म हवा को सोखता है और उसे अपने अंदर लगे Refrigerant और Coils से प्रोसेस करता हुआ ठंडी हवा को बाहर निकालता है। जिससे की उस जगह की गर्म हवा ठंडी हवा में बदल जाती है और उस जगह का तापमान (Temperature) कम हो जाता है।

 

यह गर्म तापमान को दूर कर आपको ठंडक का एहसास कराता है वो भी बिना किसी आवाज के, इसी वजह से अब हर जगह AC का चलन ज्यादा हो गया है।

  • AC Full Form in English – Air Conditioner
  • AC Full Form In Hindi – वातानुकूलक

 

 

एयर कंडीशनर (AC) की परिभाषा (Definition of Air Conditioner (AC))

 

एयर कंडीशनिंग तापमान (Temperature) को नियंत्रित करने के लिए एक सिस्टम या प्रक्रिया है जो कभी-कभी घर में हवा की नमी और शुद्धता आदि को नियंत्रित रखती है।

Air Conditioner कैसे कार्य करता है? (How does the Air Conditioner work)

 

AC यानि एयर कंडीशनर मशीन के मुख्य रूप से 3 भाग होते है

 

  • Compressor
  • Condenser
  • Evaporator

Compressor और Condenser ये एयर कंडीशनर के रूम के बाहर इनस्टॉल होते है जबकि Evaporator एयर कंडीशनर रूम के अंदर इनस्टॉल होते है। Air Conditioner का मुख्य कार्य रूम के अंदर की हवा को ठंडा करना होता है। जब आप AC को On करते है और कोई तापमान (Temperature) सेट करते है तो AC में लगा Thermostat वातावरण के तापमान और जो Temperature आपने सेट किया है उसका Difference निकालता है। और उसी के हिसाब से AC को Automatically काम करता रहता है।

गर्म हवा AC में लगी हुई ग्रिल के पाइप से निकलकर Refrigerant से गुजरती है जो कि इसकी गर्मी को अवशोषित (Absorbed) कर लेती है और Evaporator Coils सिर्फ इसकी गर्मी ही नहीं सोखता बल्कि नमी को भी बाहर निकाल देता है।

अब ये गर्म Refrigerant Gas, Compressor से होकर निकलती है जहाँ इसको कंप्रेस किया जाता है और जिससे इसका टेम्परेचर और ज्यादा बढ़ जाता है फिर ये हॉट गैस कंडेंसर में जाती है जहाँ ये ठंडी होकर लिक्विड में बदल जाती है।

जिसके बाद Cool Liquid अब Expansion Valve से होकर गुजरता है जहाँ से इसका Flow Control करते हुए इसको फिर से Evaporator में भेजा जाता है और बाहर निकाल दिया जाता है।

यही प्रोसेस बार-बार चलती रहती है जब तक की हमारे द्वारा सेट किये हुए टेम्परेचर तक ना आ जाये, AC तब तक ये प्रोसेस जारी रखता है जब तक कमरे की पूरी गर्म हवा ठंडी ना हो जाये।

 

एयर कंडीशनर के प्रकार (Types of AC in Hindi)

 

AC मुख्यतः तीन प्रकार की होती है –

 

#1 – Window AC (विंडो एयर कंडीशनर)

 

विंडो एयर कंडीशनर यानी Window AC इसके नाम से आपको अंदाजा लग गया होगा।इस प्रकार की  AC को किसी भी कमरे की खिड़की में लगा सकते हैं. यह AC आधी कमरे में ओर आधी खिड़की के बाहर होती है. यदि आपके कमरे में खिड़की नही है तो आप इसे नही लगा सकते. Window AC कीमत Split AC के लगभग ही होती हैं. बड़े बिल्डिंग में अक्सर Window AC का ही इस्तेमाल होता है.

 

#2 – Split AC (स्प्लिट एयर कंडीशनर)

 

Split AC एयर कंडीशनर का एक बहुत ही लोकप्रिय प्रकार है. अधिकतर ऑफिस, दुकानों, घरों में Split AC का ही इस्तेमाल किया जाता है. Split AC के दो भाग होते हैं पहला भाग कमरे के अन्दर होता है जो हमें दिखाई देता है और दुसरे भाग कमरे के बाहर या छत पर लगा होता है. यह दोनों भाग एक पाइप लाइन के द्वारा एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं. इसके जरिये बाहर की हवा कमरे में ठंडी होकर आती है.

 

#3 – Inverter AC (इन्वर्टर एयर कंडीशनर)

 

Inverter AC का मतलब आपको यह लगता है कि यह एयर कंडीशनर इनवर्टर से चलता है परंतु ऐसा नहीं है आपको जानकारी के लिए बता दे कि यह है इनवर्टर टेक्नोलॉजी पर काम करता है.

जैसे मान लीजिए आपने अपना एयर कंडीशनर 20° डिग्री सेल्सियस तापमान पर सेट कर दिया , अब आपके कमरे का तापमान धीरे-धीरे ठंडा हो करके 20° डिग्री या 19° डिग्री पर आ चुका होगा तब यह Ac बंद हो जाएगा. परंतु यह बिल्कुल बंद नहीं होता इसका कंप्रेसर लगातार काम करता रहता है यानी यह ऑटोमेटिक काम करता रहेगा.

 

जब आपके कमरे का तापमान बढ़ जाएगा तो AC कंप्रेसर और अधिक काम करने लगेगा और तापमान कम होने पर AC धीरे काम करने लगेगा इससे बिजली की खपत बहुत ही कम होगी और आपको कम बिजली बिल चुकाना पड़ेगा.

 

हमारी राय में Inverter AC सबसे बेस्ट एयर कंडीशनर है, क्योंकि इससे आपका बिजली का बिल भी कम आयेगा और आप पूरे दिन अपने कमरे को ठंडा कर सकते हैं.

 

AC का बिल कितना आता है? (How much does the AC bill come)

 

  • 5 Star AC एक घंटे में 0.8 Units बनती है।
  • 3 Star AC एक घंटे में 0.96 Units बनती है।
  • 2 Star AC एक घंटे में 1.02 Units बनती है।

जैसे 5 Star AC एक दिन में 8 घंटे चलती है तो वह एक दिन में 6.4 Units Burn करती है, और Month में 192 Units Burn करती है।

 

कौन सा AC कम बिजली उपयोग करता है? (Which AC uses less power)

 

अगर आपको पता करना है कि कौन सी AC कम बिजली में चल सकती है तो आपको एसी में स्टार रेटिंग की स्लीप जो प्रोडक्ट पर लगी होती हैं उसे Check करना है.

आपको 3 स्टार से ऊपर ही Air Conditioner खरीदना चाहिए अधिकतम यह 5 स्टार रेटिंग होती है. पर यह थोड़ी महंगी हो सकती हैं. यदि आप कीमत की वजह से कम स्टार रेटिंग की एयर कंडीशनर खरीदेंगे तो आपका महीने का बिल काफी हद तक ज्यादा आएगा.

 

 

AC से होने वाले लाभ (Benefits of AC)

 

  • एयर कंडीशनर आपको बिना किसी शोर-शराबे के बिना किसी आवाज के ठंडक प्रदान करती है, इससे आप बिना माइंड डिस्टर्ब किये गर्मी से राहत पा सकते है।
  • AC के इस्तेमाल से आपको अच्छी क्वालिटी की ठंडी हवा मिलती है।
  • इससे आपको बिल्कुल ताजा ऑक्सीजन मिलती है।
  • Air Conditioner होने की वजह से आपको काम करने में आरामदायक लगता है।

 

AC से होने वाले हानि (Damage caused by AC)

 

एयर कंडीशनर के अगर फायदे है, तो कुछ नुकसान भी होते है तो आइये जानते है AC Ke Nuksan क्या होते है:

  • एयर कंडीशनर के उपयोग से मोटापा बढ़ता है ठंडी जगह पर हमारे शरीर की एनर्जी खर्च नहीं होती है, जिससे शरीर की चर्बी बढ़ती है।
  • AC से निकलते ही यदि आप नार्मल टेम्परेचर या गर्म जगह पर जाते है तो आपको बुखार भी आ सकता है।
  • Air Conditioner में लगातार ज्यादा समय तक बैठे रहने से आपको थकान भी हो सकती है।
  • इसका टेम्परेचर कम ज्यादा करने से आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट भी महसूस हो सकती है।
  • Air Conditioner से त्वचा पर भी नुकसान होता है इससे त्वचा की नमी कम हो जाती है तथा त्वचा रुखी हो जाती है।

 

FAQ-AC वातानुकूलक के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

एसी कितने पर चलाना चाहिए?

वैसे तो एसी Humidity के हिसाब से चलाया जाता है, अगर हवा में Humidity अधिक है तो आपको एसी 24 डिग्री के आसपास चलाना चाहिए।

एयर कंडीशनर कितने प्रकार के होते हैं?

एयर कंडीशनर को हम तीन भागों में बाट सकते हैं। Split AC, विंडो एसी और पोर्टेबल एसी।

एसी ठंडा क्यों नहीं करता?

यदि आपका एयर कंडीशनर ठंडा नहीं कर रहा है, तो उसके कंप्रेसर में खराबी हो सकती है। यदि एसी का कंप्रेसर खराब हो जाता है, तो वह ठंडा करने की प्रक्रिया को बंद कर देता है।

कूलिंग के लिए एसी का तापमान कैसे सेट करें?

इसके लिए ऊर्जा मंत्रालय ने यह रेकमंड किया है कि एसी की डिफ़ॉल्ट सेटिंग 24 डिग्री सेल्सियस पर रखनी चाहिए ताकि एनर्जी को बचाई जा सके।

एसी कौन सी गैस से चलता है?

एयर कंडीशनर के अंदर Freon गैस को भरा जाता है।

1 टन का एसी कितने वाट का होता है?

 

1 Ton मतलब 12000 BTU होता है। जब हम BTU को watt में बदलते है तो 12000 BTU लगभग 3516 watts के बराबर होता है। यानिकि 1 Ton=3516 watt.

एसी कितने किलो वाट का होता है?

5 स्टार रेटिंग: 1 टन = 1125 KWH/Units
1.5 टन = 1150 KWH/Units
3 स्टार रेटिंग: 1 टन = 1160 KWH/Units
1.5 टन = 1610 KWH/Units.

इनवर्टर एसी कितने वाट की होती है?

1 Ton इनवर्टर एसी लगभग 1200 watt का होता है।

एसी 1 घंटे में कितनी बिजली खाता है?

5 स्टार रेटिंग: 1 टन = 1125 KWH/Units
1.5 टन = 1150 KWH/Units
3 स्टार रेटिंग: 1 टन = 1160 KWH/Units
1.5 टन = 1610 KWH/Units.

1 महीने में एसी का बिल कितना आता है?

यदि आप 12 घंटे AC चलाते हैं तो वह लगभग 18 यूनिट बिजली की खपत करता है। आप 18 यूनिट को अपने क्षेत्र की बिजली की दरों से गुणा करके तय कर सकते हैं।

एसी का न्यूनतम तापमान 16 क्यों होता है?

ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफिशिएंसी के अनुसार यदि AC को 16 से 18 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखते है, तो इसके शारारिक दुष्प्रभाव शुरू होने लगते हैं।

एसी का टेंपरेचर कितना रखना चाहिए?

इसके लिए ऊर्जा मंत्रालय ने यह रेकमंड किया है कि एसी की डिफ़ॉल्ट सेटिंग 24 डिग्री सेल्सियस पर रखनी चाहिए ताकि एनर्जी को बचाई जा सके।

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों AC क्या होता है? एयर कंडीशनर कैसे कार्य करता है? जानकारी  जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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