अदरक के लाभ – हानि व उपयोग की संपूर्ण जानकारी हिंदी में

दोस्तों अदरक के लाभ – हानि :-सालों से हर भारतीय रसोई में अदरक को इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। वजह है इसका खास स्वाद, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भोजन में स्वाद लाने के साथ ही अदरक कई औषधीय गुणों से भी समृद्ध है। यही वजह है कि अदरक को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

इस लेख में हम आपको अदरक के औषधीय गुण के साथ ही अदरक के फायदे विस्तार से बताएंगे, ताकि आप अदरक खाने के फायदे और बेहतर तरीके से समझ पाएं। वहीं, इससे पहले यह जान लेना भी जरूरी है कि अदरक का उपयोग केवल घरेलू उपचार के तौर पर किया जा सकता है। इसे बताई जाने वाली समस्याओं का इलाज न समझा जाए। किसी भी बीमारी का इलाज डॉक्टरी सलाह पर ही निर्भर करता है।

 

अदरक के लाभ - हानि व उपयोग की संपूर्ण जानकारी हिंदी में
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अदरक का उपयोग प्राचीन काल से (Ginger has been used since ancient times)

 

ऐतिहासिक अभिलेखों से भी पहले से भारत और चीन में अदरक को एक मसाले और औषधि के रूप में उपजाया और इस्तेमाल किया जाता था। दोनों देशों के शुरुआती चिकित्सा ग्रंथों में ताजे और सुखाए गए, दोनों रूपों में इस मसाले के औषधीय इस्तेमाल का विस्तार से वर्णन है।

चौथी शताब्दी ईसापूर्व के चीनी ग्रंथों में अदरक को पेट की समस्याओं, मतली, दस्त, हैजा, दांतदर्द, रक्तस्राव और गठिया के उपचार के लिए एक औषधि के रूप में बताया गया है। चीन के जड़ी-बूटी विशेषज्ञ इस बूटी का इस्तेमाल सर्दी-खांसी सहित तमाम श्वास संबंधी बीमारियों के उपचार में भी करते हैं। पांचवीं सदी में चीनी नाविक लंबी समुद्री यात्राओं में स्कर्वी के इलाज के लिए अदरक में मौजूद विटामिन सी तत्वों का इस्तेमाल करते थे।

भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना गया है। यहां तक कि उसे अपने आप में औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है। अदरक के लाभ – हानि आयुर्वेदिक चिकित्सक इसको एक शक्तिशाली पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पाचक अग्नि को भड़काता है और भूख बढ़ाती है। इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं। आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द, मतली और गति के कारण होने वाली परेशानी के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।

आइए  अदरक के फायदों पर नजर डालते हैं:

 

 

अदरक के 10 मुख्य लाभ क्या है ? (What are the 10 main benefits of ginger)

 

1.अदरक कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम

 

  1. आधुनिक शोधों में अदरक को विभिन्न प्रकार के कैंसर में एक लाभदायक औषधि के रूप में देखा जा रहा है और इसके कुछ आशाजनक नतीजे सामने आए हैं।
  2. मिशिगन यूनिवर्सिटी कांप्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के एक अध्ययन में पाया गया कि अदरक ने न सिर्फ ओवरी कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया, बल्कि उन्हें कीमोथैरेपी से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने से भी रोका जो कि ओवरी के कैंसर में एक आम समस्या होती है। अदरक के लाभ – हानि
  3. इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने ओवरी कैंसर कोशिकाओं पर अदरक पाउडर और पानी का एक लेप लगाया। हर परीक्षण में पाया गया कि अदरक के मिश्रण के संपर्क में आने पर कैंसर की कोशिकाएं नष्ट हो गईं। हर कोशिका ने या तो आत्महत्या कर ली, जिसे एपोप्टोसिस कहा जाता है या उन्होंने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, जिसे ऑटोफेगी कहा जाता है।
  4. अदरक को स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोन कैंसर के इलाज में भी बहुत लाभदायक पाया गया है।
  5. जर्नल ऑफ बायोमेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित शोध में पता चला कि अदरक के पौधे के रसायनों ने स्वस्थ स्तन कोशिकाओं पर असर डाले बिना स्तन कैंसर की कोशिकाओं के प्रसार को रोक दिया। यह गुण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पारंपरिक विधियों में ऐसा नहीं होता। हालांकि बहुत से ट्यूमर कीमोथैरैपी से ठीक हो जाते हैं, मगर स्तन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना ज्यादा मुश्किल होता है। वे अक्सर बच जाती हैं और उपचार के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेती हैं।
  6. अदरक के इस्तेमाल के दूसरे फायदे ये हैं कि उसे कैप्सूल के रूप में दिया जाना आसान है, इसके बहुत कम दुष्प्रभाव होते हैं और यह पारंपरिक दवाओं का सस्ता विकल्प है।
  7. आधुनिक विज्ञान प्रमाणित करता है कि अदरक कोलोन में सूजन को भी कम कर सकता है जिससे कोलोन कैंसर को रोकने में मदद मिलती है। मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 30 मरीजों के एक समूह को 28 दिनों में दो ग्राम अदरक की जड़ के सप्लीमेंट या प्लेसबो दिए। 28 दिनों के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन मरीजों ने अदरक की जड़ का सेवन किया था, उनमें कोलोन की सूजन के चिह्नों में काफी कमी पाई गई। इससे यह कोलोन कैंसर के रिस्क वाले लोगों में एक कारगर प्राकृतिक बचाव विधि हो सकती है।
  8. कई और तरह के कैंसर, जैसे गुदा कैंसर, लिवर कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, मेलानोमा और पैंक्रियाज के कैंसर को रोकने में अदरक के तत्वों की क्षमता पर भी अध्ययन किए गए हैं। यह एक दिलचस्प बात है कि एक कैंसर रोधी दवा बीटा-एलिमेन अदरक से बनाई जाती है।

 

2.अदरक मधुमेह में लाभकारी तत्व

 

  1. मधुमेह के मामले में अध्ययनों ने अदरक को इसके बचाव और उपचार दोनों में असरकारी माना है।
  2. ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में अदरक को टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए असरदार पाया गया। अदरक के लाभ – हानि अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर (हाई सुगर लेवल) को काबू में करने में मदद मिल सकती है।
  3. अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक मधुमेह से होने वाली जटिलताओं से बचाव करती है। अदरक मधुमेह पीड़ित के लिवर, किडनी और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सुरक्षित कर सकती है। साथ ही वह इस बीमारी के एक आम दुष्प्रभाव मोतियाबिंद का खतरा भी कम करती है।

 

3.अदरक हृदय के लिए फायदेमंद 

 

  1. अदरक सालों से हृदय रोगों के उपचार में इस्तेमाल होती रही है। चीनी चिकित्सा में कहा जाता है कि अदरक के उपचारात्मक गुण हृदय को मजबूत बनाते हैं। हृदय रोगों से बचाव और उसके उपचार में अक्सर अदरक के तेल का प्रयोग किया जाता था।
  2. आधुनिक अध्ययन दर्शाते हैं कि इस जड़ी-बूटी के तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अवरुद्ध आर्टरियों तथा रक्त के थक्कों से बचाव करने का काम करते हैं। ये सारी चीजें हृदयाघात (हार्ट अटैक) और स्ट्रोक के जोखिम को कम करती हैं।

 

4.अदरक लाभदायक पेट के लिए

 

  1. अदरक को हजारों सालों से प्राचीन सभ्यताओं द्वारा एक पाचक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके वात को दूर करने वाले तत्व पेट की गैस को दूर करके पेट फूलने और उदर वायु की समस्या से बचाव करते हैं। साथ ही पेट में मरोड़ को ठीक करने वाले इसके तत्व मांसपेशियों को आराम पहुंचाते हुए अजीर्णता में राहत पहुंचाते हैं।
  2. भोजन से पहले नमक छिड़क कर अदरक के टुकड़े खाने से लार बढ़ता है, जो पाचन में मदद करता है और पेट की समस्याओं से बचाव करता है। भारी भोजन के बाद अदरक की चाय पीने से भी पेट फूलने और उदर वायु को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपको पेट की समस्याएं ज्यादा परेशान कर रही हैं, तो आप फूड प्वायजनिंग के लक्षणों को दूर करने के लिए भी अदरक का सेवन कर सकते हैं।
  3. स्थायी अपच (डिस्पेप्सिया) के उपचार, बच्चों में पेट दर्द से राहत और बैक्टीरिया जनित दस्त के उपचार में अक्सर अदरक लेने की सलाह दी जाती है।

 

5.अदरक मोशन सिकनेस को कम करती है

 

  1. अलग-अलग तरह की मतली और उल्टी को ठीक करने में अदरक बहुत मददगार होती है। गर्भवती स्त्रियों में मॉर्निंग सिकनेस, सफर पर रहने वाले लोगों में मोशन सिकनेस और कीमोथैरेपी के मरीजों में भी मितली की समस्या में यह राहत देती है। कीमोथैरेपी के दौरान वमन रोकने वाली दवाएं दिए जाने के बावजूद 70 फीसदी मरीजों को मितली की परेशानी होती है। वयस्क कैंसर रोगियों पर किए गए एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि रोजाना कीमो से पहले आधा से एक ग्राम अदरक की डोज दिए जाने पर अध्ययन में हिस्सा लेने वाले 91 फीसदी मरीजों में तेज मितली की गंभीरता काफी हद तक कम हुई।
  2. अदरक चक्कर आने के साथ आने वाली मितली को भी कम करने में मदद करती है। इस संबंध में हुए शोध से पता चलता है कि इस मसाले के उपचारात्मक रसायन, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में काम करते हुए उबकाई के असर को कम करते हैं।

 

6.अदरक जोड़ों के दर्द और आर्थराइ‍टिस में राहत देती है

 

  1. अदरक में जिंजरोल नामक एक बहुत असरदार पदार्थ होता है जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। एक अध्ययन के मुताबिक, अदरक गंभीर और स्थायी इंफ्लामेटरी रोगों के लिए एक असरकारी उपचार है।
  2. कई और वैज्ञानिक अध्ययन भी जोड़ों के दर्द में अदरक के असर की पुष्टि करते हैं। गठिया के शुरुआती चरणों में यह खास तौर पर असरकारी होता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित बहुत से मरीजों ने नियमित तौर पर अदरक के सेवन से दर्द कम होने और बेहतर गतिशीलता का अनुभव किया।
  3. हांग कांग में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि अदरक और संतरे के तेल से मालिश करने पर घुटने की समस्याओं वाले मरीजों में थोड़ी देर के लिए होने वाली अकड़न और दर्द में राहत मिलती है।
  4. अदरक कसरत से होने वाले सूजन और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है। अदरक के लाभ – हानि जार्जिया यूनिवर्सिटी द्वारा करवाए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लगातार 11 दिन तक 34 और 40 वाटंलियरों के दो समूहों को कच्ची और पकाई हुई अदरक खिलाई। अध्ययन के नतीजों से यह निष्कर्ष निकाला गया कि अदरक के सप्लीमेंट्स का रोजाना इस्तेमाल, कसरत से होने वाले मांसपेशियों के दर्द में 25 फीसदी तक राहत देती है।

 

7.अदरक माइग्रेन और मासिक धर्म की पीड़ा को कम करती है

 

  1. शोध से पता चलता है कि अदरक माइग्रेन (सिरदर्द) में राहत दे सकती है। ईरान में किए गए और फाइटोथैरेपी रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि माइग्रेन के लक्षणों के उपचार में अदरक पाउडर माइग्रेन की आम दवा सुमाट्रिप्टन जितना ही असरदार है।
  2. क्लीनिकल ट्रायल में तीव्र लक्षणों वाले 100 माइग्रेन पीड़ितों में से कुछ को सुमाट्रिप्टन दिया गया और बाकियों को अदरक पाउडर। शोध में पाया गया कि दोनों की प्रभावक्षमता एक जैसी थी और अदरक पाउडर के दुष्प्रभाव सुमाट्रिप्टन के मुकाबले बहुत कम थे। इससे यह पता चलता है कि यह माइग्रेन का अधिक सुरक्षित उपचार है।
  3. माइग्रेन का हमला शुरू होते ही अदरक की चाय पीने से प्रोस्टेग्लैंडिन दब जाते हैं और असहनीय दर्द में राहत मिलती है। इससे माइग्रेन से जुड़ी उबकाई और चक्कर की समस्याएं भी नहीं होतीं।
  4. अदरक डिस्मेनोरिया (पीड़ादायक मासिक धर्म) से जुड़े दर्द को भी काफी कम करने में मददगार है। ईरान में किए गए एक शोध में 70 महिला विद्यार्थियों को दो समूहों में बांटा गया। एक समूह को अदरक के कैप्सूल और दूसरे को एक प्लेसबो दिया गया। दोनों को उनके मासिक चक्र के पहले तीन दिनों तक ये चीजें दी गईं। शोधकर्ताओं ने पाया कि अदरक के कैप्सूल लेने वाली 82.85 फीसदी महिलाओं ने दर्द के लक्षणों में सुधार बताया जबकि प्लेसबो से सिर्फ 47.05 फीसदी महिलाओं को ही राहत मिली।
  5. बहुत सी संस्कृतियों में जलन के उपचार के लिए त्वचा पर ताजे अदरक का रस भी डालने की परंपरा है और अदरक का तेल जोड़ों तथा पीठ के दर्द में काफी असरकारी पाया गया है।

 

8.अदरक श्वास की समस्याओं और दमा के उपचार में असरकारी

 

  1. श्वास संबंधी समस्याओं के उपचार में अदरक के तत्वों के सकारात्मक नतीजे दिखे हैं। शोध से पता चलता है कि दमा से पीड़ित मरीजों के उपचार में इसका प्रयोग आशाजनक रहा है। दमा एक स्थायी बीमारी है जिसमें फेफड़ों की ऑक्सीजन वाहिकाओं के स्नायुओं में सूजन आ जाती है और वे विभिन्न पदार्थों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं, जिससे दौरे पड़ते हैं।
  2. हाल में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि अदरक दो तरीके से दमा के उपचार में लाभदायक होता है। पहला हवा के मार्ग की मांसपेशियों को संकुचित करने वाले एंजाइम को अवरुद्ध करते हुए और दूसरे हवा के मार्ग को आराम पहुंचाने वाले दूसरे एंजाइम को सक्रिय करते हुए।
  3. अदरक अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, सूजन रोधी (एंटी-इंफ्लामेटरी) और दर्दनिवारक तत्वों के कारण असरकारी होती है। इसके गुण नॉन स्टेरायडल एंटी इंफ्लामेटरी दवाओं के समान होते हैं मगर इसके नकारात्मक दुष्प्रभाव नहीं होते। जबकि दमा की बीमारी के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के चिंताजनक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए अदरक जैसे वैकल्पिक, सुरक्षित उपचार का मिलना इस रोग के उपचार में एक आशाजनक खोज है।

 

9.अदरक और शहद लाभदायक  – सर्दी-खांसी में 

 

  1. अदरक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है जिससे यह सर्दी-खांसी तथा फ्लू का जाना-माना उपचार है। ऊपरी श्वास मार्ग के संक्रमण में आराम पहुंचाने के कारण यह खांसी, खराब गले और ब्रोंकाइटिस में भी काफी असरकारी होती है।
  2. अदरक सर्दी के समय उत्तेजित होने वाले दुखदायी साइनस सहित शरीर के सूक्ष्म संचरण माध्यमों को भी साफ करती है। अदरक के लाभ – हानि सर्दी-खांसी और फ्लू में नींबू तथा शहद के साथ अदरक की चाय पीना बहुत लोकप्रिय नुस्खा है जो पूर्व और पश्चिम दोनों में कई पीढ़ियों से हमें सौंपा जाता रहा है।
  3. अदरक में गर्मी लाने वाले गुण भी होते हैं, इसलिए यह सर्दियों में शरीर को गरम कर सकती है और सबसे अहम बात यह है कि यह सेहत के लिए हितकारी पसीने को बढ़ा सकती है। शरीर को विषमुक्त करने और सर्दी-जुकाम के लक्षणों में लाभदायक इस तरह का पसीना बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से भी लड़ने में मददगार साबित होती है।
  4. सबसे अच्छी बात यह है कि अदरक में सक्रिय पदार्थ होते हैं, जो आसानी से शरीर द्वारा सोख लिए जाते हैं इसलिए आपको उसका फायदा उठाने के लिए उसे ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती।

 

10.अदरक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है?

 

  1. दुनिया में हुए बहुत से अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिपिड पेरोक्सिडेशन और डीएनए क्षति को रोकती है।
  2. एंटीऑक्सीडेंट बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे फ्री रेडिकल्स के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे उम्र के साथ आने वाली तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, आर्थराइटिस, अल्जाइमर्स और बाकी रोगों से बचाव में मदद मिलती है।
  3. हालांकि सभी मसालों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, अदरक उनमें ज्यादा प्रभावशाली है। इसमें अपनी 25 अलग-अलग एंटीऑक्सीडेंट विशेषताएं हैं। इसके कारण यह शरीर के अलग-अलग हिस्सों में तमाम तरह के फ्री रेडिकल्स से लड़ने में बहुत असरदार है।

 

 

अदरक खाने से लाभ (Benefits of eating ginger)

 

  1. ठंड लगने की संभावना कम करता है
  2. पाचन सुधारता है
  3. खून साफ करने में मददगार

 

ध्यान देने योग्य बातें

 

  • दो साल से कम उम्र के बच्चों को अदरक नहीं दी जानी चाहिए।
  • आम तौर पर, वयस्कों को एक दिन में 4 ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेनी चाहिए। इसमें खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक शामिल है।
  • गर्भवती स्त्रियों को 1 ग्राम रोजाना से अधिक नहीं लेना चाहिए।
  • आप अदरक की चाय बनाने के लिए सूखे या ताजे अदरक की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे रोजाना दो से तीन बार पी सकते हैं।
  • अत्यधिक सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना प्रभावित क्षेत्र पर कुछ बार अदरक के तेल से मालिश कर सकते हैं।
  • अदरक के कैप्सूल दूसरे रूपों से बेहतर लाभ देते हैं।
  • अदरक खून पतला करने वाली दवाओं सहित बाकी दवाओं के साथ परस्पर प्रभाव कर सकती है।
  • किसी विशेष समस्या के लिए अदरक की खुराक की जानकारी और संभावित दुष्प्रभावों के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।

 

“गुड़ और अदरक से लाभ (Benefits of jaggery and ginger)

 

चाय की यह स्वास्थ्यकर रेसिपी आपको ताजगी और स्फूर्ति से भर देगी। साथ ही इसमें कैफीन के दुष्प्रभाव नहीं होते।

  • एक पतीले में साढ़े चार कप पानी उबालें। पानी के उबलने पर 2 इंच अदरक के टुकड़े को 20-25 तुलसी पत्तों के साथ कूट लें।
  • इस पेस्ट को सूखी धनिया के बीजों (वैकल्पिक) के साथ उबलते पानी में डाल दें।
  • 2-3 मिनट तक उबलने दें।
  • चाय को कप में छान लें और स्वाद के लिए 1 चम्मच नीबू का रस और गुड़ मिलाएं। गरम-गरम पिएं।

 

अदरक त्वचा और बालों के लिए बहुत लाभदायक (Ginger is very beneficial for skin and hair)

 

अदरक के फायदे सेहत के लिए कई सारी है जिसकी जानकारी आप प्राप्त कर चुके हैं। अब आपको बता दें कि अदरक के गुण सुंदरता के लिए भी हैं। सुंदरता के फायदे लोगों के सामने हैं लेकिन फिर भी देख नहीं पाते हैं। आज हम आपको अदरक के लाभ त्वचा के लिए की भी जानकारी लेकर आए हैं। अदरक के फायदे त्वचा के लिए की जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।

1. मुंहासों से राहत

 

अदरक के फायदे इसके एंटीसेप्टिक गुण के कारण नज़रअंदाज नहीं किए जा सकते हैं। अदरक को त्वचा पर लगाने से मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। इसके अलावा यह त्वचा को साफ करने में मदद करता है।

2. सेहतमंद त्वचा

 

आपको पहले भी बताया गया है कि अदरक के लाभ इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण बढ़ जाते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल से बचाव करने में मदद करते हैं। अदरक विटामिन से भी भरपूर है जो त्वचा में नमी बनाए रखता है।

3. मजबूत बाल

 

यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी की अदरक का पेस्ट बालों की जडों में लगाने से खून का बहाव अच्छे से होता है जिससे बालों को सेहतमंद तरीके से बढ़ने में मदद मिलती है। अदरक के लाभ – हानि अदरक के फायदे इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स के कारण हैं जो बालों की जडों को मजबूत करते हैं और साथ ही बालों का झड़ना भी कम करते हैं।

अदरक का उपयोग कैसे किया जाता है ? (How is ginger used)

 

निम्न बिंदुओं के माध्यम से अदरक का उपयोग करने का तरीका आसानी से समझा जा सकता है।

  • सब्जी में तड़का लगाने के लिए अदरक का उपयोग किया जा सकता है।
  • अदरक का अचार बनाकर इसे अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। यह स्वादिष्ट भी लगेगा और इससे अदरक के फायदे भी हासिल होंगे।
  • इसके अलावा, अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं।
  • वहीं, अदरक के पाउडर का भी सेवन किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, अदरक को लंबा और पतला काट कर, फिर इस पर नमक-मिर्च और अपनी पसंद का मसाला लगाकर धूप में सुखा लें। फिर इसे आप कभी भी खा सकते हैं।

मात्रा  सामान्य रूप से दिन में 100 एमजी से लेकर दो ग्राम तक अदरक का सेवन किया जा सकता है ।

 

लेख के अगले भाग में अब हम आपको अदरक का तेल बनाने की विधि समझाएंगे।

 

अदरक का तेल बनाने की विधि (Ginger Oil Recipe)

 

नीचे जानिए अदरक का तेल बनाने का आसान तरीका –

सामग्री

  • एक कप कसा हुआ अदरक
  • 200 मिली जैतून का तेल

बनाने का तरीका

  • एक बर्तन में जैतून का तेल लें और उसमें कसा हुआ अदरक डाल दें।
  • अब तेल से भरे इस बर्तन को गैस पर चढ़ा कर अच्छे से गर्म करें।
  • जब पकाते हुए तेल करीब आधा बचा रह जाए, तो उसे गैस से उतार लें और छानकर किसी बर्तन में अलग कर लें।
  • ठंडा हो जाने पर अदरक का तेल किसी बोतल में भरकर रख सकते हैं।

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नीचे जानिए सोंठ बनाने की विधि के बारे में।

 

सोंठ बनाने की विधि (Dry ginger recipe)

 

सोंठ बनाने के तरीके को निम्न प्रकार से आसानी से समझा जा सकता है।

सामग्री

  • 100 ग्राम अदरक
  • चूने का पानी (आवश्यकतानुसार)
  • नींबू के रस का पानी (आवश्यकतानुसार)

बनाने का तरीका

  • सबसे पहले अदरक की ऊपरी परत को चाकू से छील लें।
  • अब इसे करीब 24 घंटे के लिए पानी से भरे बर्तन में डालकर छोड़ दें।
  • समय पूरा होने के बाद अदरक को पानी से निकालकर, नींबू का रस मिले पानी से अच्छे से धोएं।
  • अब इसे चूने के पानी में डुबोकर छोड़ दें।
  • इसे चूने के पानी में तब तक भीगने दें, जब तक अदरक पर चूने की सफेद परत न आ जाएं।
  • अब इसे चूने के पानी से निकाल कर धूप में सूखने के लिए छोड़ दें।
  • अच्छी तरह सूख जाने के बाद टाट से रगड़कर इस पर बचे हुए छिलके को भी अलग कर दें। अदरक के लाभ – हानि
  • अब सोंठ इस्तेमाल के लिए तैयार है, जिसे उपयोग कर सोंठ के फायदे हासिल किए जा सकते हैं।

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लेख के अगले भाग में अब हम आपको अदरक की चाय बनाने की विधि बताएंगे।

 

अदरक की चाय बनाने की विधि (Ginger Tea Recipe)

 

अदरक की चाय बनाने का आसान तरीका कुछ इस प्रकार है –

सामग्री

  • दो कप पानी
  • एक चम्मच कूटा हुआ अदरक
  • दो चम्मच चीनी
  • दो इलायची
  • दो चम्मच चाय पत्ती
  • एक कप दूध

बनाने का तरीका

  • टी पैन में पानी डालकर उसे गैस पर चढ़ा दें।
  • जब पानी थोड़ा गर्म हो जाए, तो उसमें अदरक और चीनी डाल दें।
  • जब पानी में उबाल आने लगे, तो उसमें इलायची को कूटकर डाल दें और दूध मिला दें।
  • थोड़ी देर तक इसे अच्छी तरह पकाएं।
  • अच्छी तरह पक जाने के बाद आप तैयार चाय को छानकर कप में निकाल लें।

 

अदरक से हानि (Harm from ginger)

 

अधिक सेवन के कारण अदरक के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं।

  • अदरक में ब्लड शुगर कम करने का गुण होता है, इसलिए डायबिटीज की दवा लेने वालों में इसका अधिक सेवन अदरक के नुकसान के तौर पर लो ब्लड शुगर का कारण बन सकता है। अदरक के लाभ – हानि
  • विशेषज्ञों के मुताबिक अदरक खून को पतला करने का भी काम कर सकता है। इस कारण कुछ महिलाओं को इसके अधिक सेवन से मासिक धर्म में अधिक रक्त स्त्राव की समस्या हो सकती है।
  • यह ब्लड प्रेशर को कम करने का काम कर सकता है, इसलिए ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवा लेने वाले लोगों को इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।
  • वैसे तो यह त्वचा के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ विशेष खाद्य से एलर्जी की समस्या वाले लोगों में अदरक के नुकसान के तौर पर कुछ एलर्जिक प्रभाव देखे जा सकते हैं।

 

 

FAQs- अदरक के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

1. अदरक के फायदे क्या हैं?

 

अदरक के फायदे कई सारे हैं जैसे कि अदरक को दवाई की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। मिलती होने पर अदरक खाना फायदेमंद होता है। अदरक खाने के मांसपेशियों में दर्द कम होने में मदद मिलती है। अदरक में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो गठिया के दर्द में आराम देने में मदद करते हैं।

 

2. अदरक खाने से क्या होता है?

 

अदरक खाने से ठंड कम लगती है इसलिए सर्दी में दूध, चाय में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। पाचन शक्ति में सुधार होने में मदद मिलती है। खून साफ होता है। दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है जैसे कि गठिया में।

 

3. एक दिन में कितनी मात्रा में अदरक का सेवन करना चाहिए?

 

डॉक्टर के द्वारा दिन में 3-4 ग्राम अदरक खाने की सलाह दी जाती है। गर्भवति महिलाओं को 1 ग्राम से अधिक अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए। दो साल से कम उम्र बच्चों को अदरक का सेवन नहीं करवाना चाहिए।

 

4. अदरक के नुकसान क्या हैं?

 

अधिक मात्रा में अदरक का सेवन करने से खून का बहाव बढ़ जाता है, पेट में परेशानी बढ़ सकती हैं, दस्त हो सकते हैं, मुंह, गले और पेट में जलन हो सकती है।

 

5. अदरक में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

 

अदरक में कई सारे विटामिन पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और बी कॉम्प्लेक्स। इसके साथ ही मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन. जिंक, कैल्शियम और बीटा-कैरोटीन भी पाए जाते हैं।

 

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों अदरक के लाभ – हानि व उपयोग की संपूर्ण जानकारी हिंदी में  जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
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