दोस्तों Airtel का मालिक कौन है? :- आज हम आपको भारत के नंबर 1 टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी एयरटेल के मालिक के बारे में बताने वाले है साथ ही हम आप को ये भी बताएंगे कि ये किस देश की कंपनी है आज कल हम सब इंटरनेट का भरपूर यूज करते है और ये सिर्फ जिओ कंपनी के वजह से ही मुमकिन हो पाया है टेलीकॉम मार्केट में जिओ के आ जाने के बाद टेलीकॉम सर्विस की दुनिया में एक क्रांति सी दौड़ गई है.
लेकिन जिओ से पहले भी हम दूसरी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के द्वारा दिए जाने वाले सर्विस का ही इस्तेमाल करते थे. जिओ से पहले जो कंपनी पूरे टेलीकॉम इंडस्ट्री पर राज करती थी व उस समय की सबसे बड़ी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी एयरटेल थी जिसके टक्कर का कोई नहीं था.
लेकिन क्या आपको पता है? टेलीकॉम सर्विस मिलने के शुरुआती दिनों से आज तक टेलीकॉम इंडस्ट्री पर राज कर रही एयरटेल के मालिक के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है इसलिए अगर आप भी एक एयरटेल सिम यूजर है और एयरटेल के मालिक का नाम कुछ नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल को पढ़ने पर आप को इसके मालिक के बारे में अच्छी जानकारी मिल जायेगी.

Airtel का मालिक कौन है? (Who is the owner of Airtel)
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि Airtel के मालिक Sunil Bharti Mittal हैं जिन्होंने 7 जुलाई 1995 को अपनी कंपनी स्थापना की थी। इन्हें आप एयरटेल के संस्थापक भी मान सकते हैं। इन्होने अपनी कंपनी की शुरुआत सबसे पहले दिल्ली से की थी। कुछ ही समय में एयरटेल भारत की पहली ऐसी कंपनी बनी जिसके ग्राहकों की संख्या 20 लाख पार कर गयी थी।
सुनील भारती मित्तल आज दूरसंचार की दुनिया का जाना माना नाम है। अगर आपको लगता है कि ये मध्यम वर्गीय परिवार से आते थे तो आपको बता दे कि इनके पिता राजनेता थे। पंजाबी अग्रवाल परिवार में जन्में सुनील के पिता सत पाल मित्तल राज्य सभा के जाने माने सांसद थे। इन्होने अपने पिता की राजनीतिक विरासत छोड़ उद्योग के क्षेत्र में खुद को स्थापित करने का ख्वाब देखा था। बहुत ही कम उम्र में मित्तल ने अपने पिता से 20 हजार रुपये कर्ज लेकर खुद का काम शुरू किया और देखते ही देखते एक बड़े कॉरपोरेट के रूप में मशहूर हो गए।
ऐसा नहीं है कि सुनील मित्तल ने सिर्फ दूरसंचार का बिजनेस किया था। इससे पहले 1980 के दशक में इन्होने देश विदेश जाकर कई और छेत्र में बिजनेस करने का प्रयास किया था लेकिन सबसे ज्यादा कामयाबी इन्हें दूरसंचार के बिजनेस में ही मिली थी। आज एयरटेल की कामयाबी की बजह से सुनील मित्तल का नाम दुनिया के बिलियनर में शामिल हो गया है।
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Airtel कंपनी की स्थापना कब हुई? (When was the Airtel company established)
भारत के टेलीकॉम इंडस्ट्री पर राज करने वाली कंपनी एयरटेल की स्थापना 7 July 1995 में सुनील भारती मित्तल द्वारा हुआ था. सुनील भारती मित्तल ने अपनी कंपनी की शुरुआत भारत के दिल्ली शहर से की थी. सुनील भारती मित्तल के मेहनत और लगन के कारण ही एयरटेल कंपनी ने 1 साल के अंदर ही 20 लाख से अधिक लोगों को अपने यूजर बना लिया.
किस देश की कंपनी है Airtel (Which country’s company is Airtel)
आप में से अधिकतर लोगो को पता होगा कि airtel कहां की कंपनी है और जिन लोगो को नहीं पता तो उन्हें बता दे एयरटेल भारत की कंपनी है। जिसका मालिकाना हक सुनील भारती मित्तल के पास है। इस कंपनी का मुख्यालय नई दिल्ली इंडिया में स्थित है।
कंपनी की मुख्य सेवाएं भारत में ही प्रदान की जाती है लेकिन आपको बता दे कि इस कंपनी का कारोबार देश के बाहर 18 देशों में फैला है। जिसमें अफ्रीका के देश शामिल हैं कंपनी फिलहाल मोबाइल टेलीकॉम के अलावा फिक्सड लाइन, ब्रॉडबैंड, सैटेलाइट टीवी, डिजिटल टीवी, आईपीटीवी जैसे कारोबार कर रही है।
तो अब आप जान गए होंगे कि Airtel का मालिक कौन है Airtel किस देश की कंपनी है एयरटेल ने भारत में टाटा टेलीसर्विसेज, एमटीएन और टेलीनॉर का अधिग्रहण किया था। इसके अलावा दुनिया में वो छह कंपनियों का अधिग्रहण कर चुकी है। एयरटेल देश की ग्राहकों की संख्या के अनुसार अभी दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी है। Jio पहले स्थान पर और Vodafone Idea तीसरे स्थान पर है।
Airtel कंपनी की शुरुआत कैसे हुई? (How did the Airtel company start)
एयरटेल कंपनी की शुरुआत सुनील कुमार मित्तल जी ने 7 जुलाई 1995 में किया था शुरुआत में तो यह कंपनी केवल दिल्ली के लोगों को ही अपनी सर्विस देती थी.
लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ उनकी franchise पूरे भारत में फैल गई और देखते देखते केवल भारत में ही नहीं दूसरे देशों में भी इनकी सर्विस पहुंचने लगी July 2004 के आसपास एयरटेल कंपनी ने हैलो टोन सर्विस देना भी शुरू कर दिया.
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Airtel के बनने की कहानी (Story of Airtel’s formation)
1992 में भारत सरकार ने पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। सुनील ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के सेल्युलर लाइसेंस हासिल किए।
1995 में सुनील मित्तल ने सेल्युलर सेवाओं की पेशकश के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड की स्थापना की और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया। देखते ही देखते उनके 20 हजार, फिर 20 लाख और फिर 20 करोड़ यूजर्स हो गए।
1999 में भारती एंटरप्राइज ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सेल्युलर ऑपरेश बढ़ाने के लिए जेटी होल्डिंग्स का अधिग्रहण किया। 2000 में भारती ने चेन्नई में स्काईसेल कम्युनिकेशन्स का अधिग्रहण किया। इसके बाद 2001 में स्पाइस सेल कोलकाता का अधिग्रहण किया। इसके बाद कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हुई।
2008 में एयरटेल ने भारत में 6 करोड़ कस्टमर्स का आंकड़ा पार किया। उस वक्त एयरटेल का वैल्यूएशन 40 बिलियन डॉलर पहुंच गया था। इससे भारती एयरटेल दुनिया की टॉप टेलीकॉम कंपनी बन गई।
Conclusion