सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है? पूरी जानकारी

दोस्तों सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है? पूरी जानकारी :-हमारे भारत देश में किसी भी तरह का संगीन अपराध होता है और उसका सही अपराधी नहीं पकड़े जाते हैं, तब सीआईडी और सीबीआई जैसे जांच एजेंसी को जांच के लिए हायर किया जाता है. पुलिस विभाग का ही एक हिस्सा सीआईडी और सीबीआई है. लेकिन दोनों का कार्यक्षेत्र अलग-अलग है. यह दोनों ही भारत देश की प्रमुख जांच एजेंसी है.

किसी भी तरह के क्राइम का सही अपराधी पकड़ने के लिए सीआईडी और सीबीआई जांच एजेंसी का स्थापना किया गया. सीबीआई का फुल फॉर्म CENTRAL BUREAU OF INVESTIGATION होता है. जिसको हिंदी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो या केंद्रीय जांच एजेंसी कहा जाता है. सीआईडी का फुल फॉर्म Crime Investigation Department होता है. जिसे हिंदी में अपराध जांच विभाग या राज्य स्तरीय जांच एजेंसी के नाम से जानते हैं.

यह दोनों ही जांच एजेंसी है और भारत की प्रमुख जांच एजेंसी है. लेकिन सीआईडी और सीबीआई दोनों जांच एजेंसी अलग-अलग स्तर पर कार्य करती है. इस लेख में सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे.

 

सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है? पूरी जानकारी
TEJWIKI.IN

 

सीबीआई क्या होता है ? (What is cbi)

 

सीबीआई (CBI) की फुल फॉर्म होती है Central Bureau of Investigation जिसको हिंदी में ‘केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो‘ भी कहते हैं। सीबीआई को भारत सरकार की प्रमुख जांच एजेंसी भी माना जाता हैं। सीबीआई की स्थापना 1941 में भारत सरकार के द्वारा विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के रूप में हुई थी। सीबीआई का हेडक्वार्टर भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित हैं। सीबीआई सीधा सेंट्रल यानि के केंद्र सरकार के अंतर्गत कार्य करती हैं। सीबीआई सीधा केंद्र सरकार को रिपोर्ट करती हैं। राज्य सरकार कभी भी सीबीआई की कार्यवाही में बिलकुल भी दखल अंदाजी नहीं करती हैं। सीबीआई एक बहुत ही पावरफुल एजेंसी हैं इस एजेंसी को उच्च प्रकार की जांच में सीबीआई को जाँच करने के लिए कहा जाता हैं। यह एजेंसी राष्ट्रिय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले क्राइम या फिर घोटाले जैसी चीजों पर भी जांच करती हैं।

 

 

सीबीआई भारत में कही भी किसी भी राज्य में जाकर अपनी जांच पड़ताल कर सकती हैं। जब पुलिस या फिर कोई एजेंसी किसी मामले की जांच करने में असमर्थ हो जाती है या फिर वह किसी भी मामले की जांच करने में असफल हो जाते हैं तब ही सीबीआई को उस मामले को सौंपा जाता हैं और जब एक बार सीबीआई को कोई भी केस सौंपा जाता हैं उसके बाद कोई भी उसकी जांच में दखल अंदाजी नहीं कर सकता हैं फिर सीबीआई उस मामले को निवारण करके ही मानती हैं। सीबीआई Department of Personnel and Training के अंतर्गत कार्य करती हैं। सीबीआई को बहुत से भागों में विभाजित किया गया हैं जो की कुछ इस प्रकार हैं।

1. एंटी करप्शन डिविजन
2. इकोनॉमिक ऑफेंस डिविजन
3. स्पेशल क्राइम डिविजन
4. पॉलिसी एंड कोआर्डिनेशन डिविजन
5. एडमिनिस्ट्रेशन डिवीजन
6. सेंट्रल फॉरेंसिक एंड साइंस लेबोरेटरी

 

तो दोस्तों अगर आप भी सीबीआई में भर्ती होना चाहते हैं तो उसके लियए आपको भी यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में भाग लेना होगा तब जाकर आप भी सीबीआई में भर्ती हो सकते हो। सीबीआई में बहुत से उच्च पद हैं जो कुछ इस प्रकार हैं। जैसे की –

  • Director 
  • Special Director 
  • Additional Director 
  • Joint Director
  • Deputy Inspector-General of Police
  • Senior Superintendent of Police 
  • Superintendent of Police
  • Additional Superintendent of Police
  • Deputy Superintendent of Police 
  • Deputy Adviser (Equivalent to the rank of DSP)
  • Administration Officer 

 

सीआईडी क्या होता हैं? (What is CID)

 

सीआईडी की फुल फॉर्म होती हैं CID – ( Crime Investigation Department).यह विभाग एक प्रकार से पुलिस वालों का ही विभाग होता हैं। परन्तु जिस प्रकार पुलिस वाले हमेशा अपनी यूनिफार्म पहनकर कार्य करते हैं और Crime Investigation Department के अफसर हमेशा ही बिना यूनिफार्म यानि के घर के कपड़ों में कार्य करते हैं। Crime Investigation Department बिना यूनिफार्म के कार्य इसलिए करते हैं क्योंकि यह एक प्रकार से ख़ुफ़िया तरीके से कार्य करते हैं। Crime Investigation Department राज्य स्तर पर कार्य करते हैं। क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट की स्थापना 1902में ब्रिटिश सरकार के द्वारा की गयी थी। सीआईडी हमेशा ही राज्य स्तर के मामलों पर जांच करती हैं। सीआईडी राज्य की सरकार और हाई कोर्ट के आर्डर पर ही जांच पड़ताल करती हैं।

इसकी यानि के सीआईडी की स्थापना इसलिए की गयी हैं ताकि यह एजेंसी स्वतंत्र रूप से किसी भी मामले की जांच पड़ताल कर सकें। सीआईडी जैसी एजेंसी अधिकतर किसी के खून हो जाने पर या फिर किसी के अपहरण हो जाने जैसे मामलों की जांच करती हैं। जैसा की हमने आपको बताया है की यह एजेंसी बिना यूनिफार्म के कार्य करती है तो सीआईडी के अफसर केवल कुछ खास मौकों पर ही अपनी यूनिफार्म को पहनती हैं। CID में भी बहुत से पद मौजूद होते हैं जैसे की –

 

  • Sub-Inspector
  • Constable
  • Inspector
  • Supritendent of Police
  • Inspector General of Police
  • Deputy Supritendent of Police
  • Additional Director General of Police
  • Deputy Inspector General

सीआईडी में भर्ती होने के लिए आपको केवल या तो पुलिस की भर्ती में ज्वाइन होना होगा और फिर आगे की कुछ प्रक्रिया के दौरान भी आप सीआईडी में भर्ती हो सकते हो।

 

 

सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है? (What is the difference between CID and CBI)

 

सीबीआई (CBI) सीआईडी (CID)
1.सीबीआई की फुल फॉर्म होती हैं – Central Bureau of Investigation 1. सीआईडी की फुल फॉर्म होती हैं – Crime Investigation Department
2. सीबीआई केंद्र सरकार के आर्डर पर किसी भी मामले की जांच पड़ताल करता हैं। 2. सीआईडी राज्य सरकार और हाई कोर्ट के आर्डर पर किसी भी मामले की जांच पड़ताल करता हैं।
3. सीबीआई राष्ट्रिय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के घोटालों, धोखाधड़ी, हत्या, संस्थागत घोटालों जैसे मामलों की जांच करती हैं। 3.सीआईडी राज्य स्तर पर हुए मर्डर, अपहरण,चोरी,दंगे जैसे मामलों पर जांच पड़ताल करती हैं।
4.सीबीआई देश की किसी भी राज्य में जाकर अपनी जाँच पड़ताल कर सकती हैं। 4. सीआईडी केवल अपने राज्य में ही जांच पड़ताल कर सकती हैं।
5.सीबीआई की स्थापना 1941 में भारत सरकार के द्वारा विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के रूप में हुई थी। 5. क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट की स्थापना 1902 में ब्रिटिश सरकार के द्वारा की गयी थी।

 

सीबीआई और सीआईडी में क्या समानता है? (What is the similarity between CBI and CID)

 

सीबीआई और सीआईडी दोनों ही क्राइम डिपार्टमेंट की इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो एजेंसी है. दोनों का काम क्राइम से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करना होता है. दोनों ही एजेंसी गुप्त रूप से संगीन अपराधों का सबूत और अपराधी को पकड़कर उनकी सजा दिलवाने का कार्य करती हैं.

दोनों ही जांच एजेंसी पुलिस विभाग का ही एक हिस्सा है. सीबीआई और सीआईडी दोनों जांच एजेंसी जब भी किसी क्राइम का जांच करती हैं तो उसका सबूत हाई कोर्ट को ही सकते हैं.

दोनों ही जांच एजेंसी सिविल ड्रेस में गुप्त तरीके से पूरी इमानदारी से और क्राइम के तह तक जाकर जांच करती है और सबूत इकट्ठा करती हैं. इसीलिए भारत देश में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और ट्रस्टेड इन्वेस्टिगेशन एजेंसी सीबीआई और सीआईडी को माना जाता है.

क्योंकि जो कार्य पुलिस विभाग के अधिकारी और पुलिस से नहीं हो पातेे है वह सीबीआई और सीआईडी के हर एक ऑफिसर तन मन और जिम्‍मेदारी से अपने कार्य को पूर्ण करते हैं.

 

FAQ-सीआईडी और सीबीआई के बारे अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

सीआईडी की स्थापना कब हुई थी ?

सीआईडी की स्थापना 1902 में पुलिस आयोग की सिफारिश पर ब्रिटिश आयोग द्वारा की गई थी।

 

सीबीआई का क्या काम होता है ?

सीबीआई का काम देश और विदेश स्तर पर होने वाले अपराधों जैसे घोटाले, भ्रष्टाचार और ह्त्या के मामलों और राष्ट्रीय हितों से संबंधित जाँच भारत सरकार की और से करती है।

 

CBI की स्थापना कब की गई थी ?

CBI की स्थापना 1941 में विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के रूप में हुई थी।

 

CID को जाँच के आदेश कहाँ से मिलते हैं ?

CID को आपराधिक मामलों की जाँच के आदेश राज्य सरकार और हाई कोर्ट द्वारा दिए जाते हैं।

 

सीआईडी में कैसे शामिल हुआ जा सकता है ?

सीआईडी में शामिल होने के लिए नागरिक को राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली पुलिस परीक्षा पास करने के बाद अपराध विज्ञान की परीक्षा पास करनी होती है।

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों सीआईडी और सीबीआई में क्या अंतर है? पूरी जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

Leave a Comment