कम्प्यूटर में future कैसे बनाये? कंप्यूटर की विशेषताएं समझाइये?

दोस्तों कम्प्यूटर में future कैसे बनाये? कंप्यूटर की विशेषताएं समझाइये? :- कंप्यूटर की विशेषताएं Characteristics of Computer कंप्यूटर को विशेष उपकरण बनाने का साधन हैं। हम अपने दैनिक जीवन में कोई न कोई कैल्कुलशन्स करते हैं और इसके लिए हम जोड़, घटाना, गुणा, भाग आदि मैथेमेटिकल ऑपरेशन्स का उपयोग करते हैं। सिंपल कैल्कुलशन्स तो हम आसानी से कर लेते हैं परंतु वहीं यदि कैल्कुलशन्स जटिल हो जाए तो उसे हल करने में हमें बहुत समय लग जाता है।

इन्हीं कैल्कुलशन्स को तेज़ी से करने के लिए मनुष्य ने एक मशीन का निर्माण किया और इसी मशीन को कहा जाता है – कंप्यूटर। Computer एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो बड़ी तेजी और सटीकता के साथ डेटा को स्टोर तथा प्रोसेस करती है। यह यूजर द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन के आधार पर डेटा को ग्रहण करके, उसे प्रोसेस करके यूजर को रिजल्ट प्रदान करती है।

कंप्यूटर किसी भी डेटा को मानव की तुलना में लाख गुना तेज़ी के साथ एक्सेस और प्रोसेस कर सकता है। इसी के साथ हम कंप्यूटर का उपयोग जिस रूप एवं जिस व्यवसाय या क्षेत्र में चाहें आसानी से कर सकते हैं। तो दोस्तों चलिए अब आसान शब्दों में जानते हैं कि कंप्यूटर की विशेषताएं क्या हैं?

 

कम्प्यूटर में future कैसे बनाये? कंप्यूटर की विशेषताएं समझाइये?
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कंप्यूटर की विशेषताएं समझाइये ? (Explain the features of computer)

 

Computer की विशेषताएं कई सारी है, जिनमें कुछ प्रमुख विशेषताएं (Characteristics) इस प्रकार है:

1. High Speed (उच्च गति)

एक मनुष्य किसी जटिल कैलकुलेशन को करने में अगर एक घन्टे का समय लेता है, तो Computer उसी कैलकुलेशन को कुछ ही Second में पूर्ण कर सकता है। वो इसलिए क्युकी Computer एक बेहद Super-fast Machine है और ये इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। Computer की Speed को MIPS (Million of Instructions per Second) में मापा जाता है।

एक Computer में प्रति Second लाखों निर्देशों (Instructions) को निष्पादित करने की क्षमता होती है। इसका मतलब ये हुआ कि एक सामान्य गणितीय कैलकुलेशन को Computer कुछ ही Microsecond और Nanosecond में पूर्ण कर सकता है। तो Computer किसी भी टास्क को बहुत तेज परफॉर्म करता है जो इसकी एक मुख्य विशेषता भी है।

 

2. Accuracy (सटीकता)

Computer की दूसरी सबसे बड़ी विशेषता Accuracy है। इसके द्वारा की जाने वाली प्रत्येक कैलकुलेशन 100% Correct होती है। मनुष्य किसी भी कार्य को पूर्ण सटीकता से नही कर सकता उससे कुछ न कुछ गलतियां हो ही जाती है। इसके विपरीत Computer द्वारा निष्पादित किये गए कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि (error) नही पायी जाती। अगर कभी परिणाम में कोई त्रुटि पायी भी जाती है, तो उसका कारण यूजर के द्वारा फीड किया गया गलत इनपुट है।

 

3. Storage Capacity (भंडारण क्षमता)

Computer में उच्च भंडारण क्षमता होती है, जिसके कारण ये बड़ी मात्रा में विभिन्न प्रकार के data को store कर सकते है। कम्प्यूटर में future आमतौर पर कम्प्यूटरों में डेटा संग्रहित करने के लिये SSD (Solid-state drive) और Hard Drive का उपयोग किया जाता है। इन्हें सेकंडरी स्टोरेज डिवाइस कहते है। ये डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करती है जिसे जरूरत पड़ने पर आसानी से पुनर्प्राप्त (retrieve) किया जा सकता है।

एक Computer की Storage Capacity को Kilobytes (KB), Megabytes (MB), Gigabytes (GB), और Terabytes (TB) में मापा जाता है। आज एक Desktop Drive का स्टोरेज स्पेस अधिकतम 4TB तक होता है। तो जरा सोचिए अगर Computer डेटा संग्रहित करने में सक्षम नही होते तो क्या हम इनसे कैलकुलेशन के अलावा अन्य कोई कार्य करवा पाते।

 

4. Reliability (विश्वसनीयता)

 

Computer एक भरोसेमंद मशीन है, जिस पर लंबे समय तक विश्वास किया जा सकता है। यही कारण है कि आज बड़े-बड़े संगठन, संस्थान और कंपनियां अपने कार्यो के लिए Computer पर निर्भर है। इस पर भरोसे का मुख्य कारण ये है कि Computer अपने कार्यो को लगातार बिना किसी विफलता या त्रुटि के करता है। अर्थात प्रदर्शित किए जाने वाले आउटपुट की गुणवत्ता लगातार बनी रहती है। इसी कारण कंप्यूटर को Reliable Machine कहा जाता है।

 

5. Versatility (विविधता)

हम सभी जानते है, कि Computer विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकता है। इसलिए इसे Versatile Machine कहा जाता है। कम्प्यूटर में future अर्थात Computer का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों से सम्बंधित समस्याओं को हल करने के लिए किया जा सकता है। उनका उपयोग स्कूलों, अस्पतालों, व्यवसायों, सरकारी संगठनों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट और घरों में अलग-अलग उद्देश्यों के लिए जाता है। वे न केवल विज्ञान और इंजीनियरिंग से सम्बंधित जटिल गणितिय समस्याओं को हल कर सकते है, बल्कि अगले ही पल इन्हें मनोरंजन के लिये उपयोग किया जा सकता है। जिसे वे उसी सटीकता से करते है।

 

6. Diligence (कर्मठता या निरन्तरता)

हम मनुष्य किसी भी कार्य को लंबे समय तक नही कर सकते क्योंकि हमें कुछ समय बाद थकान और एकाग्रता की कमी महसूस होने लगती है। इसलिए बीच-बीच मे Break लेना हमारे लिये जरूरी हो जाता है। चूंकि Computer एक Machine है, इसलिए थकावट या बोरियत से इसका कोई लेना-देना नही होता जिस कारण ये दिन के 24 hours समान स्पीड और सटिकता के साथ कार्य कर सकता है। कम्प्यूटर में future यही कारण है, कि आज मनुष्य कई कार्यो के लिए Computer पर निर्भर है।

 

7. Automation (स्वचालन)

Computer एक स्वचालित मशीन है, जो दिए गए कार्य को स्वचालित रूप से करने में सक्षम होते है। एक बार जब यूजर निर्देशों को Computer में फीड कर देता है, उसके बाद आउटपुट प्रदर्शित करने तक की प्रक्रिया Automatic है जिसमें मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता नही होती है। इसका अर्थ ये हुआ कि Computer किसी कार्य के संचालन के लिये पूरी तरह से उपयोगकर्ता पर निर्भर नही होता है।

 

8. Multitasking (बहु-कार्यण)

ये Computer की एक बहुत बड़ी विशेषता है कि वे एक समय मे कई कार्य कर सकते है, इस प्रक्रिया को Multitasking कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर देखे तो आप Internet surfing करते-करते Music play कर सकते है या Computer पर कई दूसरे एप्लीकेशन को एक समय मे संचालित किया जा सकता है। हालांकि Computer एक समय मे सिर्फ एक ही प्रोसेस को निष्पादित कर सकता है, परंतु ये कार्यो को तेजी से बदल सकता है। जिसके कारण हम कई एप्लीकेशन को एक समय मे उपयोग कर पाते है।

 

9. Remembrance Power (स्मरण शक्ति)

हम सभी जानते है कि Computer बड़ी मात्रा में विभिन्न प्रकार के डेटा को स्टोर कर सकते है। इसके अलावा इनकी एक खास विशेषता ये है कि Computer उस डेटा को कई सालों तक तक सुरक्षित संग्रहित करके रख सकते है। जिसे जरुरत पड़ने पर कभी भी पुनर्प्राप्त (recalled) किया जा सकता है। Remembrance power के कारण ही आप स्टोर डेटा को कभी भी वापस पा सकते है।

 

10. Quick Decision (त्वरित निर्णय)

उपयोगकर्ता द्वारा दिये गए निर्देशों पर Computer तुंरत निर्णय लेता है। उदाहरण के लिये जब आप Flash Drive को Computer में मौजूद USB port पर लगाते है, तो तुरंत ही आपको मॉनिटर स्क्रीन पर पॉप-अप दिखाई देने लगता है। निर्णय लेने में ये इतना तेज है कि जैसे ही उपयोगकर्ता द्वारा इसे कमांड दी जाती है, ये कुछ ही Nanosecond के भीतर उस पर प्रतिक्रिया दे सकता है।

 

11. Efficiency (कार्य-कुशलता)

Computer की कार्यकुशलता समय के साथ कम नही होती है। वे प्रत्येक टास्क को उसी efficiency के साथ कर सकते है। यहां तक कि अगर उन्हें लाखों निर्देशों को निष्पादित करने को दिया जाए, तो भी वे उन सभी को उसी स्पीड और कुशलता के साथ निष्पादित करने में सक्षम है। ये सब Computer Processor (CPU) के कारण सम्भव हो पाता है, जो किसी भी प्रोसेस को निष्पादित करने में कोई भेदभाव नही करता है।

 

12. Secrecy (गोपनीयता)

यदि आप अपने डेटा को दूसरों की पहुँच से दूर रखना चाहते है, तो Computer आपको उस डेटा को गुप्त रखने या छुपाने में मदद करता है। जिसमे आप Password की मदद से अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते है। इसके अलावा Anti-malware Protection का उपयोग कर सकते है, जो विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर वायरस से आपके डेटा को सुरक्षित रखता है।

 

कम्प्यूटर का प्रमुख उपयोग (main use of computer)

 

कम्प्यूटर की विशेषताएँ व सीमाएँ जानने के बाद अब देखते है कि इसका हमारे जीवन में कहाँ-कहाँ उपयोग होता है और हमारा काम आसान बनाता है।

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं –

 

1. डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing)

बड़ी मात्रा में विशाल सांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।जनगणना, सांख्यिकीय विश्लेषण, परीक्षाओं के परिणाम आदि में इसका प्रयोग किया जा रहा है।

 

2. सूचनाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Information) 

भण्डारण की विभिन्न पद्धतियों के विकास और कम स्थान घेरने के कारण ये सूचनाओं के आदान-प्रदान के बेहतर माध्यम साबित हो रहे हैं।

 

3. वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research)

विज्ञान के जटिल रहस्यों को सुलझाने में कम्प्युटर की सहायता ली जा रही है।

कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी किया जाता है।

 

4. रेलवे और वायुयान आरक्षण (Railway and Airlines Reservation)


कम्प्युटर के द्वारा किसी भी स्थान से अन्य स्थानों के रेलवे और वायुयान के टिकट लिए जा सकते हैं तथा इसमें गलती की संभावना भी नगण्य है।

 

5. बैंकिंग (Banking) 

कम्प्युटर की सहायता से बैंकिंग क्षेत्र में क्रांति ला दी है। कम्प्यूटर में future एटीएम तथा ऑनलाइन बैंकिंग, चेक के भुगतान, रुपया गिनना तथा पासबुक इंट्री में कम्प्युटर का उपयोग किया जा रहा है।

 

6. चिकित्सा (Medicine) 

शरीर के अंदर के रोगों का पता लगाने, उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्युटर का विस्तृत प्रयोग हो रहा है।

सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे तथा विभिन्न जाँच में कम्प्युटर का प्रयोग हो रहा है।

 

7. रक्षा (Defence)

रक्षा अनुसंधान, वायुयान नियन्त्रण, मिसाइल, रडार आदि में कम्प्युटर का उपयोग किया जा रहा है।

 

8. संचार (Communication)

वर्तमान संचार व्यवस्था कम्प्युटर के प्रयोग के बिना संभव नहीं है। टेलीफोन और इंटरनेट ने संचार क्रांति को जन्म दिया है।

9. मनोरंजन (Entertainment)

सिनेमा,टेलीविजन के कार्यक्रम, वीडियो गेम में कम्प्युटर का प्रयोग कर प्रभावी मनोरंजन प्रस्तुत किया जा रहा है।

इनके अलावा शिक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, उद्योग व व्यापार, प्रकाशन, डिजिटल पुस्तकालय आदि में भी कम्प्युटर का अनुप्रयोग होता है।

कम्प्युटर के अनुप्रयोग से समय की बचत, त्रुटि रहित कार्य, कार्य की गुणवत्ता, कागज की बचत की जा सकती है।

लेकिन बेरोजगारी का बढ़ना इसका एक नकारात्मक प्रभाव है। क्योंकि कम्प्युटर द्वारा सैकड़ों लोगों का कार्य किया जा सकता है जिससे लोगों की जीविका पर प्रभाव पड़ता है।

 

कम्प्यूटर में future कैसे बनाये? (How to make future in computer)

 

कम्प्यूटर फील्ड बहुत वृह्द है. यहां पर कई प्रकार के स्पेशलाइज्ड क्षेत्र विकसित हो चुके है. जिन्हे उपक्षेत्रों में भी बांट दिया गया है. कम्प्यूटर में future इसलिए, करियर के लिहाज से कम्प्यूटर क्षेत्र हरा-भरा हैबस, सही ढ़ंग से कोई खेती करने वाला होना चाहिएआपकी सुविधा के लिए कुछ लोकप्रिय (सभी नहीं) कम्प्यूटर जॉब्स के बारे में बता रहा हूँ. जिन्हे आप कम्प्यूटर सब्जेक्ट्स तथा इससे संबंधित विषयों की पढ़ाई करके प्राप्त कर सकते है.

 

#1 Computer Programmer

 

  • आप जिस कम्प्यूटर को चला रहे है उसके कोड जो व्यक्ति लिखता है उसे कम्प्यूटर प्रोग्रामर कहते है. यहीं व्यक्ति कम्प्यूटर में मौजूद सभी प्रकार के फंक्शंस के कोड लिखता है. और हमारे लिए कायों को आसान बनाता है.
  • एक कम्प्यूटर प्रोग्रामर विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं का जानकार होता है और इन सभी भाषाओं में कोडिंग करने की योग्यता रखता है. लेकिन, कुछ प्रोग्रामर्स केवल किसी भाषा विशेष पर ही ज्यादा जोर देते है. और उसी भाषा में कोडिंग करते है.
  • प्रोग्रामर ही डिजाइनर्स तथा एम्प्लोयर के सपनों को हकिकत में बदलते है. और उन्हे वास्तविकता में बदलने का कार्य करते है. साथ में पहले से तैयार प्रोग्राम्स, सॉफ्टवेयर्स की टेस्टिंग, एरर चैंकिंग भी करते हैं.

 

#2 Hardware Engineer

 

  • आप जानते हैं कि कम्प्यूटर अकेली मशीन है. इसे काम करने के लिए बहुत सारे अन्य पार्ट्स की जरूरत पड़ती है. इन अलग-अलग डिवाइसों को बनाने, टेस्ट करने तथा इनका नई जरुरतों के अनुसार विश्लेषण का काम हार्डवेयर इंजिनियर करता है.
  • कम्प्यूटर सिस्टम में कौनसा पार्ट कहां लगेगा, उसका डिजाइन कैसा होना चाहिए, यूजर्स की सहुलियत का ख्याल जैसे जरूरी काम भी यहीं पेशेवर व्यक्ति करता है.
  • सॉफ्टवेयर में बदलाव होने पर हार्डवेयर की अनुकूलता (Hardware Compatibility) जांचकर उसे अपडेट करने का काम भी हार्डवेयर इंजिनियर का होता है. आपके कम्प्यूटर में जो रैम लगी है, मदरबोर्ड लगा हुआ है, केबिनेट का डिजाइन ये सभी कार्य हार्डवेयर इंजिनियर ही संभालता है.
  • अगर, आपका मन नई चीजों को बनाने और उनके साथ खेलना पसंद है तो आप इस करियर में हाथ आजमा सकते है.

 

#3 Software Developer

 

  • इसकी तुलना आप कम्प्यूटर प्रोग्रामर से भी कर सकते है. लेकिन, इनके बीच एक महिन अंतर होता है. जिसे समझना जरूरी होता है. तभी आप इन दोनों करियर्स के बारे में ठीक ढंग से समझ पाएंगे.
  • एक कम्प्यूटर प्रोग्रामर मुख्य रूप से कम्प्यूटर हार्डवेयर के ऊपर चलने वाले प्रोग्राम्स को बनाता है. जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, यूटिलिटी प्रोग्राम्स आदि.
  • और एक सॉफ्टवेयर डवलरपर आम यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए कम्प्यूटर प्रोग्राम्स विकसित करता है. जैसे; एम एस ऑफिस, टेली, वाट्सएप, ब्राउजर आदि.

 

#4 Web Developer

 

  • आप इस आर्टिकल को एक वेबसाइट पर पढ़ रहे है. जिसे वेब डवलपर नें विकसित किया है. इनका मुख्य काम वेबसाइट्स निर्माण करना होता है.
  • साथ में एक वेबसाइट को लाइव रहने के लिए आवश्यक जरूरी तकनीकि काम जैसे होस्टिंग, सेक्युरिटी आदि भी संभालने की जिम्मेदारी वेब डवलपर की होती है.
  • यह वेब डिजाइनरों के साथ मिलकर काम करता है. और छोटे बिजनेसेस में तो एक ही ऑफिस शेयर करते है.

 

#5 Web Designer

 

  • एक वेब डिजाइनर का काम वेबसाइट का डिजाइन, कलर, बटन सेटिंग, थीम डिजाइन, यूजर्स के लिए आसान नेविगेशन आदि डिजाइन करना होता है.
  • यह सभी डिजाइन्स ग्राफिक टूल्स के माध्यम से तैयार करता है. जिन्हे बाद में फ्रंट एण्ड प्रोग्रामिंग भाषाओं के द्वारा वास्तविक रूप दिया जाता है.
  • इस डिजाइन को एक वेब डवलपर वेबसाइट में जोड़ देता है. और इस तरह एक वेबसाइट बनती है. बहुत जगहों पर यह काम अकेला व्यक्ति ही देखता है. जिसे Full Stack Developer कहा जाता है.
  • एक Full Stack Developer के पास वेब डिजाइनिंग तथा वेब डवलपिंग दोनों स्किल्स होती है.

 

#6 Data Scientist

 

इन्हे डेटा खोदक भी कहा जाता है. क्योंकि, इनका काम विभिन्न प्रकार का डेटा खोदना होता है और उसे डेटा का विश्लेषण करके अर्थपूर्ण हल निकालना होता हैडेटा साइंटिस्ट्स मुख्य रूप से बड़े-बड़े बिजनेसेस के साथ काम करते है. क्योंकि, यहीं पर डेटा इकट्ठा होता है. इस डेटा को विभिन्न श्रेणीयों में बांटना, उसका विश्लेषण करके कोई खास पैटर्न ढूँढ़ना, फिर किसी समस्या का हल खोजना जैसे महत्वपूर्ण काम डेटा खोदक करता है.

 

#7 Network Administrator

 

ऑफिसों में एक साथ सैंकड़ों कम्प्यूटरों पर काम होता है. जो कंपनी, संस्थान, सरकारी विभाग, युनिवर्सिटी आदि संबंधित नेटवर्क से जुड़े रहते हैइन नेटवर्क का डिजाइन, इन्हे संभालना, टेक्निकल समस्याओं का निवारण जैसे काम एक नेटवर्क एडमिनिस्ट्रैटर करता है.

 

#8 Game Developer

 

आपके पसंदीदा गेम को बनाने वाला ही गेम डवलपर होता है. इसके नाम से ही पता चल जाता है कि इसका काम गेम से संबंधित होता है. कम्प्यूटर में future अब यह गेम डवलपिंग कम्प्यूटर तथा मोबाइल दोनों के लिए हो सकता है.यह गेम किसी विशेष समस्या को हल करने से लेकर सामान्य मनोरंजन गेम भी हो सकते है. वेबसाइट्स पर यूजर्स को एंगेज करने के उद्देश्य से भी वेब-आधारित गेम्स भी बनाए जाते है. जो वेब सर्वर्स पर चलते है. यूजर्स को इन्हे अपने डिवाइसों में इंस्टॉल करने की जरुरत भी नही रहती है.

 

#9 Computer Teacher

 

आप सिर्फ काम करने के लिए ही कम्प्यूटर नहीं सिखते है. बल्कि दूसरों को सिखाकर भी लिविंग कमा सकते है. यानि टीचिंग में भी आप करियर बना सकते हैकम्प्यूटर सिखाने के लिए आपको कम्प्यूटर के साथ एजुकेशन डिग्री भी साथ में लेनी पड़ती है. जिसे आप डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं.

 

#10 Computer Operator

 

कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम सिर्फ कम्प्यूटर को ऑपरेट करना होता है. और इसका वास्तविक काम कार्य की जगह और पॉजिशन पर निर्भर करता हैउदाहरण के लिए एक होटल रिसेप्शन पर कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम रूम बुकिंग, रूम्स की स्थिति, बिल देना आदि काम अपडेट करना होता है. इसी तरह कॉल सेंटर में कॉल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर को मैनेज करना तथा कस्टमरर्स के साथ बातचीत करना होता है.आप बेसिक कम्प्यूटर कोर्स के जरिए ही कम्प्यूटर ऑपरेटर का जॉब प्राप्त कर सकते है. इसके लिए किसी अतिरिक्त स्किल्स की ज्यादा मांग नहीं रहती है.

 

#11 Data Entry Operator

 

डेटा एंट्री ऑपरेटर का काम कुछ-कुछ कम्प्यूटर ऑपरेटर से मेल खाता है. इसका काम कम्प्यूटर प्रोगाम में एंट्रीज प्रविष्टि करना होता है. जिसके बदले में उसे तनख्वा मिलती हैइन्हे पर एंट्री के हिसाब से भी काम मिलता है जिसे ऑनलाइन घर बैठे-बैठे किया जा सकता है. इस काम की प्रकृति पार्ट टाइम होती है. इसलिए, आप पढ़ाई के दौरान खर्चा निकालने के लिए इस काम को ट्राई कर सकते है.

 

#12 Computer Typist

 

मैं (यानि जी पी गौतम याद दिलादूं कहीं भूल जाएं) हमेशा कहता हूँ जिस तरह पढ़ाई के साथ लिखना आना जरूरी है ठीक उसी तरह कम्प्यूटर सीखने के साथ टच टाइपिंग आना भी बहुत ही जरुरी स्किल है. इस बात का जिक्र मैंने अपने टच टाइपिंग कोर्स में भी किया हैलेकिन, इस तरफ ना तो सिखाने वाले ही ध्यान देते है और स्टुडेंट्स को तो इस बात की क्या फिक्र?लेकिन, क्या आप जानते है कम्प्यूटर ऑपरेटर से ज्यादा एक टच टाइपिस्ट की वैल्यू होती है. आपको हैरानी हो सकती है. पर यहीं सच हैआप किसी भी कोर्ट में चले जाइए वहां पर आपको एक टाइपिस्ट की वैल्यू का अंदाजा लग जाएगा. जब आपको प्रति शब्द कीमत चुकानी पड़ेगी.भारतीयो अदालतों में टाइपिस्ट का पद भी होता है. इसलिए, आप इस साधारण सी स्किल जिसे नदरअंदाज कर दिया जाता है, से सरकारी नौकरी भी लग सकते है.

 

#13 Blogging

 

  • इंटरनेट से पैसा कमाने का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला और भरोसेमंद एवं विश्वसनीय तरीका है – ब्लॉगिंग.
  • आपको खुद का ब्लॉग़ बनाना है और अपनी रुची, योग्यता के अनुसार कंटेट तैयार करके प्रकाशित करना है. अगर, आपका कंटेट दमदार हुआ और पाठकों को पसंद आता है तो आप ट्रैफिक बढ़ाकर इसे फुल टाइम बिजनेस में बदल सकते है.
  • ब्लॉगिंग के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप हमारी ब्लॉगिंग से संबंधित गाइड को जरूर पढ़े. यहां ब्लॉगिंग से जुड़े हुए सभी सवालों के जवाब दिए गए है.

 

#14 Vlogging

 

  • ब्लॉगिंग से जुड़ा हुआ दूसरा फिल्ड है विलॉगिंग जिसे यूट्युबिंग भी कहा जाता है. यानि आप यूट्यूब पर चैनल बनाकर अपना ज्ञान लोगों को बांटते है.
  • और इस ज्ञान को मोनेटाइज करके पैसा कमाते है. जिस तरह ब्लॉग़िंग से पैसा कमाया जाता है ठीक इसी प्रकार विलॉगिंग से भी पैसा कमाया जा सकता है.
  • विलॉगिंग के बारे में ज्यादा जानकारी आप विलॉगिंग गाइड से लें सकते है.

 

#15 Graphic Designer

 

  • यदि आपको पैंटिंग करने का शौक है तो आप इस करियर में हाथ आजाम सकते है. गेम, वेबसाइट, आइकन्स ना जाने कितने क्षेत्रों में ग्राफिक्स की जरूरत पड़ती है.
  • एक क्रेटिव ग्राफिक डिजाइनर अपने ग्राफिक्स के द्वारा कृत्रिम दुनिया को वास्तविक जैसा बनाने का काम करता है. गेम्स में आपको जो दुनिया दिखाई जाती है वह इन ग्राफिक्स डिजाइनरों द्वारा ही निर्मित की जाती है.
  • आप 12वीं करने के बाद इस फिल्ड में एडमिशन लेकर तैयार हो सकते है.  
  • इन सभी जॉब्स के लिए आपको बेसिक कम्प्यूटर कोर्स से लेकर एडवांस कम्प्यूटर कोर्सेस जैसे BCA, PGDCA, B.Tech, M.Tech और सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्सेस करने पड़ते है.
  • कम्प्यूटर कोर्सेस के बारे में ज्यादा जानने के लिए आप नीचे दी गई लिंक पर जाकर विस्तार से जानकारी लें सकते है.

 

FAQ’s:-कंप्यूटर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

1. कंप्यूटर की सीमायें कौन कौन सी होती है ?

कंप्यूटर की अनेको सीमाये होती है जो आपको इस लेख में बताई गयी है ।

 

2. कंप्यूटर की विशेषताए लिखिए ?

कंप्यूटर की अनेको विशेषताएं है और इस लेख में आपको कंप्यूटर की विशेताओ के बारे में ही बताया गया है ।

 

3. कंप्यूटर के पितामह कहे जाते है ?

चार्ल्स बेबेज

 

4. निर्देशों के समूह को क्या कहते है ?

प्रोग्राम

 

5. बेसिक कंप्यूटर भाषा किस पीढ़ी में आई ?

तृतीय पीढ़ी में

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों कम्प्यूटर में future कैसे बनाये? कंप्यूटर की विशेषताएं समझाइये ? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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