Domain Name क्या होता है? इसके कार्य और प्रकार जानकारी

दोस्तों Domain Name क्या होता है? :- जब भी आप कोई website search किये होंगे तब आपका सामना जरुर Domain Name से हुआ होगा. आप के मन में ये बात जरुर आई होगी की आकिर कोई website और Domain Name का क्या रिश्ता है।

तो में आप लोगों को ये बात दूँ की Domain Name की मदद से हम Internet में website को खोज सकते हैं. हम कह सकते हैं की ये एक friendly naming system जिससे हम किसी Web Pages और Web Servers का पता दे सकते हैं.

मुझे मालूम है की आप लोगों को भी डोमेन क्या है, के बारे में कुछ जानकारी अवस्य होगी इसीलिए मैंने सोचा की क्यूँ न आज में आप लोगों को Domain Name के बारे में पूरी जानकारी दे दूँ ताकि आप लोगों में और कोई संका न हो।

तो देरी किस बात की चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की आकिर ये डोमेन नाम किसे कहते हैं और कैसे काम करता है इसकी पूरी जानकारी हिंदी में.

 

Domain Name क्या होता है? इसके कार्य और प्रकार जानकारी
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Domain Name क्या होता है ? (What is Domain Name)

 

डोमेन नाम वेबसाइट के नाम को कहते है, जैसे कि Mrgyani.com, allgk.in, Amazon.com इत्यादि। डोमेन नाम को परिभाषित करे तो यह वेबसाइट में विजिट करने का पता होता है जिसे हम अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के वेब ब्राउज़र में यूआरएल या सर्च बॉक्स में टाइप कर उस वेबसाइट तक पहुंच सकते है।

इंटरनेट से जुड़े सभी कंप्यूटर की एक पहचान संख्या होती है जिसे IP एड्रेस या इंटरनेट प्रोटोकॉल कहा जाता है। जो अव्यवस्थित नंबर्स 192.158. 1.38 जैसे होते है। जिन्हे याद रखना आसान नहीं होता। कुछ साल पहले तक वेबसाइट के अंदर जाने के लिए आईपी एड्रेस(IP address) का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन हर वेबसाइट की आईपी ऐड्रेस को याद रख पाना मुश्किल था। इसलिए डोमेन नाम को लोगो की सहूलियत के लिए बनाया गया ताकि आसानी से उस वेबसाइट पते पर पहुंचा जा सके।

 

 

डोमेन नाम और होस्टिंग के मदद से किसी भी वेबसाइट को तैयार किया जाता है, इसमें दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। डोमेन नाम वेबसाइट के आईपी एड्रेस से जुड़ा रहता है, इसलिए किसी भी वेबसाइट को खोलने के लिए DNS द्वारा डोमेन नाम और आईपी ऐड्रेस का इस्तेमाल किया जाता हैं, डोमेन नेम और आईपी ऐड्रेस(IP Address) के कार्य एक समान हैं।

 

Domain Name का इतिहास (Domain Name History)

 

आज से कुछ सालों पहले तक जब डोमेन नेम नहीं हुआ करता था तब लोग आईपी एड्रेस के माध्यम से वेबसाइट पर जाया करते थे लेकिन जैसे-जैसे वेबसाइट की संख्या बढ़ती गई, लोगों को हर वेबसाइट की आईपी ऐड्रेस याद करने में मुश्किल होने लगी इसलिए डोमेन नेम सिस्टम को बनाया गया।

1983 में Paul Mockapetris नाम के वैज्ञानिक ने डोमेन नेम सिस्टम का निर्माण किया, DNS के आने के बाद उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट एक्सेस करने में बहुत आसानी होने लगी, जहां वो पहले लंबे-लंबे आईपी ऐड्रेस को याद करके वेबसाइट पर जाया करते थे, अब केवल एक नाम लिखकर सीधा वेबसाइट के अंदर चला जाया करते हैं।

डोमेन नेम सिस्टम बनने के बाद इंटरनेट को एक नई ताकत मिली जिसके कारण उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी और इंटरनेट का जोरों शोरों से उपयोग होने लगा, आज पूरी दुनिया में 366 million से भी ज्यादा डोमेन नेम खरीदें जा चुके हैं।

 

Domain नाम कार्य कैसे करता है ? (How do domain names work)

 

DNS जिसका पूरा नाम Domain Name System है। DNS में सभी डोमेन की जानकारी होती है। यह लोगो द्वारा पढ़ने लायक डोमेन को मशीन भाषा / IP एड्रेस में अनुवाद कर सर्वर तक रिक्वेस्ट पहुंचने का कार्य करता है।

तो जब भी हम वेब ब्राउज़र के यूआरएल सर्च बॉक्स में डोमेन टाइप करके एंटर करते है तो इसका रिक्वेस्ट सबसे पहले DNS सर्वर में जाता है, जंहा इसे आगे name servers तक पहुंचाया जाता है। उसके बाद सर्वर में स्टोर्ड वेबसाइट लोकेशन तक पहुँचता है। जिसके परिणाम स्वरुप वेबसाइट हमरे ब्राउज़र में खुल जाता है।

 

डोमेन नाम कितने प्रकार के है ? (How many types of domain names are there)

 

इंटरने में ब्राउज़िंग करते वक्त आपने अक्सर अलग अलग तरह के वेबसाइट में विजिट किया होगा। और ध्यान दिया होगा की अलग अलग वेबसाइट के नाम के अंत में डॉट कॉम के जगह में। डॉट इन , डॉट gov आदि होते है। डोमेन के अंत में डॉट के बाद लगने वाले नाम को डोमेन एक्सटेंशन कहते है। और ये अलग अलग नामो के होते है। तो आइये जाने डोमेन एक्सटेंशन के प्रकारो को।

 

1. Generic Top Level Domain (gTLD)

 

जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन इसमें डोमेन एक्सटेंशन तीन या तीन से अधिक अक्षरों का होता है। TLD को डोमेन प्रकारो में सबसे ऊँचे दर्जे का माना जाता है और इसका सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। gTLD नाम 100 से भी ज्यादा है , जिनमे सबसे प्रमुख है डॉट कॉम , डॉट नेट और डॉट ऑर्ग। gTLD के भी दो प्रकार होते है। sTLD और uTLD .

 

Sponsored Top Level Domain – sTLD

 

इसे किसी निश्चित समुदाय या संस्था को दर्शाने के लिए बनाया गया है। जो यह दर्शाती है की यह समुदाय किस तरह का है। जैसे डॉट gov को सरकारी संस्थाओ के वेबसाइट में इस्तेमाल किया जाता है। और डॉट edu को शैक्षणिक संस्थाओ में उपयोग क्या जाता है।

 

Unsponsored Top Level Domains (uTLD)

 

uTLD इस शब्द का इस्तेमाल काम ही किया जाता है क्योकि लोग इसे प्रचिलित भाषा में टॉप लेवल डोमेन भी कहते है। uTLD में वे सभी डोमेन आते है जो स्पोंसरेड़ नहीं है और इसमें डॉट कॉम , डॉट नेट और डॉट ऑर्ग जैसे ऊँचे लेवल के नाम भी शामिल है।

 

2. Country Code Top Level Domain – ccTLD

 

डोमन नाम के अंत के कसी कंट्री का कोड हो तो वह ccTLD कहकता है। जिसे डॉट इन , डॉट uk , डॉट pk आदि। इसका इस्तेमाल उन वेबसाइट में होता है जिनका कंटेंट केवल उसी देश के ऑडियंस को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है।

 

Sub Domain क्या होता हैं? (What is Sub Domain)

 

Domain Name से ही सब डोमेन नेम बनाया जाता है। एक ही डोमेन नेम का इस्तेमाल करके कई सारे वेबसाइट बनाना सब डोमेन कहलाता हैं। जैसे कि Google.com एक वेबसाइट है और drive.google.com उसका सब डोमेन नेम हैं। एक डोमेन नेम खरीद कर आप कई सारे भिन्न-भिन्न सब डोमेन बना सकते हैं।

 

उदाहरण के तौर पर गूगल के Sub domain देखिए

 

  • video.google.com
  • groups.google.com
  • docs.google.com
  • translate.google.com
  • images.google.com
  • mail.google.com
  • news.google.com
  • Drive.google.com
  • Analitics.google.com

 

Domain Name और URL में अंतर क्या है ? (What is the difference between Domain Name and URL)

 

वेबसाइट के नाम को डोमेन कहते है जबकि URL उस वेबसाइट के वेब पेजेस का पूरा पता होता है। हालाँकि URL में डोमेन नाम भी शामिल होता है। क्योकि URL के माध्यम से ही वेबसाइट के किसी भी पेज का तक जाया जा सकता है। लेकिन डोमेन नाम की मदद से आप सीधे वेबसाइट में जाते हैं।

डोमेन नाम किसी को भी बताया जा सकता है। क्योंकि यह छोटा होता है इसलिए यह जल्दी याद हो जाता है। वहीं URL बड़ा और लम्बा होता है इसे याद रख पाना बहुत मुश्किल होता हैं। अगर वेबसाइट के किसी पेज को शेयर करना है तो हम उस पेज का URL शेयर करेंगे।

 

किस तरह का डोमेन खरीदें (what kind of domain to buy)

 

एक अच्छा वेबसाइट बनाने के लिए आपको एक बेहतरीन डोमेन नेम खरीदना होगा ताकि वेबसाइट जल्द से जल्द गूगल पर रैंक कर सके और वेबसाइट का SEO भी मजबूत रहे। डोमेन नाम छोटा और सरल रखें ताकि किसी को भी नाम आसानी से याद हो सके।

और जिस प्रकार का कंटेंट वेबसाइट पर डालना चाहते हैं उसी से मिलता जुलता डोमेन नेम खरीदें। एक अच्छे और भरोसेमंद डोमेन रजिस्ट्रारवेबसाइट से ही डोमेन नेम खरीदें। और .com या .in जैसे टॉप लेवल डोमेन नेम चुनें। अगर आप पूरी दुनिया को अपना वेबसाइट दिखाना चाहते हैं तो आप .world डोमेन भी चुन सकते है।

 

The Best Domain Registrars

 

आपने यह तो जान लिया की एक वेबसाइट बनाने के लिए डोमेन नाम की आवश्यकता होती हैं। अगर आप एक वेबसाइट बनाना चाहते हैं, तो आपको एक डोमेन नाम खरीदना होगा। इसलिए हमनें चुनिंदा Domain Registrars की लिस्ट तैयार की हैं। जिनके माध्यम से आप एक सर्वश्रेष्ठ डोमेन नाम कम कीमत में खरीद सकते हैं।

 

List of Domain Provider

 

  • GoDaddy.com
  • Hostinger.com
  • Bigrock.in
  • Namecheap.com
  • Bluehost.in
  • Hioxindia.com
  • Domains.google
  • Hostgator.com

 

Domain Name की आवश्यकता क्यों होती है? (Why is domain name required)

 

ऊपर हमने Domain Name के बारे में बहुत कुछ बताया है। जैसे; Domain Name क्या है, Domain Name कैसे काम करता है, इसके प्रकार और भी बहुत कुछ। इतना पढ़ने के बाद आपको ये तो पता चल ही गया होगा कि Domain Name की क्या आवश्यकता थी। Domain Name क्यो बनाया गया। फिर भी आपके जानकारी के लिए बता दूं कि Computer Network से जुड़े प्रत्येक Device का अपना एक Address होता है। जिसे IP Address कहते हैं। इसकी सहायता से Network में Device की पहचान होती है और Data का Transfer होता है।

Server भी Computer Network से जुड़ा एक Device है। इसलिए इसका भी IP Address होता है। जिसकी सहायता से इसे Network में पहचान सकते हैं और इससे Communication बना पाते हैं। चूंकि Server का इस्तेमाल Website को Host या Store करने के लिए होता है। अब Website को देखने के लिए IP Address का उपयोग होता था। लेकिन आपको पता ही होगा कि इसे याद रख पाना मुश्किल है। इसलिए Domain Name System और Domain Name को बनाया गया। अब किसी Website को Domain Name के जरिए देख सकते हैं। जिसे याद रखना आसान है।

अब अगर आप कोई Website या Blog बनाने की सोच रहे हैं। तब आपको Domain Name की आवश्यकता होगी। ताकि आपके Visitors आपके Website या Blog तक आसानी से पहुंच सके।

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों Domain Name क्या होता है? इसके कार्य और प्रकार जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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