ईपीएफ(EPF) क्या है EPF का फुल फॉर्म क्या होता है? पूरी जानकारी

दोस्तों नमस्कार, आमतौर पर नौकरी करने वाले लोगों को पता होता है कि ईपीएफ(EPF) क्या है क्योंकि सरकारी संस्था और प्राइवेट सेक्टर दोनों में काम करने वाले कर्मचारियों को PF की सुविधा दी जाती है परन्तु उन्हें PF से जुड़ी सभी जानकारियां नही होती है आज हम आपको PF क्या है पूरी जानकारी हिंदी में देने वाले है क्योंकि PF से जुड़ी कई सारी बातों के बारे में बहुत सारे लोगों को पता नही होता और जिन लोगों ने अपने जीवन में हाल ही में नौकरी की शरुवात की है उन्हें PF के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।

PF ki jankari hindi में किसी भी कंपनी में कर्मचारियों के लिए पीएफ स्किम बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि यह न केवल आपकी सेविंग करने का अच्छा तरीका है बल्कि इस पर अच्छी ब्याज दर, टैक्स छूट इत्यादि जैसी तमाम खूबियां इसे खास बनाती हैं।

वैसे तो पीएफ मुख्य रूप से रिटारमेंट और नौकरी छोड़ने के समय दिया जाता है परंतु अगर आप चाहें तो इसे पहले भी अपना PF चैक कर सकते है और PF निकलवा सकते है इसके लिए आपको कुछ टर्म और कंडीशन को फॉलो करना पड़ता है। तो चलिए विस्तार से जानते है कि PF क्या होता है ?

ईपीएफ(EPF) क्या है EPF का फुल फॉर्म क्या होता है? पूरी जानकारी
TEJWIKI.IN

 EPF और PF क्या है

जो लोग नौकरी करते है वह EPF और PF दोनों शब्द से वाकिफ़ होते है क्योंकि जब आप PF स्किम के बारे में बात करते है तो EPF और PF दोनों का अर्थ समान होता है क्योकि कुछ लोग इसे EPF बोलते है तो कुछ लोगों इसे PF के नाम से जानते है

PF full form यानी पूरा नाम Provident Fund है जबकि EPF का पूरा नाम Employee Provident Fund और हिंदी में कर्मचारी भविष्य निधि के नाम से जाना जाता है जो रिटारमेंट और नौकरी छोड़ने के समय दिया जाता है

PF एक सरकारी योजना है जिसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानि EPFO (Employee Provident Fund Organization) द्वारा चलने वाला शासकीय संगठन है जिसकी स्थापना 1952 मे हुई और इसकी अध्यक्षता भारत के केंद्रीय श्रम मंत्री करतें हैं

अगर किसी कंपनी में 20 से अधिक कर्मचारी काम करते है तो उसका पंजीकरण कर्मचारी भविष्य निधि संगठन(EPFO) में होना अनिवार्य है जिसके तहत कर्मचारियों को दी जाने वाली तनख्वाह का कुछ भाग काटा जाता है जो रिटारमेंट और नौकरी छोड़ने के समय दिया जाता है

क्या है EPF

ईपीएफ एक निवेश योजना है जो हर नौकरीपेश कर्मचारी के लिए अनिवार्य है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सभी ईपीएफ खातधारकों के अंशदान का रखरखाव करता है। ईपीएफ सरकारी और गैर सरकारी सभी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है। नियमों के मुताबिक जिस कंपनी में 20 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं उसका पंजीकरण कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में होना अनिवार्य है। ईपीएफ पर जो भी अंशदान कटता है वह सिर्फ और सिर्फ कर्मचारी के लिए होता है इस पर सिर्फ कर्मचारी का ही अधिकार होता है।

PF कितने प्रतिशत जमा होता है

अगर आप ऐसी कंपनी में काम करते है जो आपको पीएफ की सुविधा प्रदान करती है तो आपके मन में यह सवाल आना लाज़मी है कि आपका पीएफ कितने प्रतिशत जमा किया जाता है और कंपनी की तरफ़ से कितना जमा किया जाता है।

तो हम आपको बता दे की आपकी तनख्वाह से 12 प्रतिशत राशि काटी जाती है जिसे EPF के रूप में आपके खाते में जमा किया जाता है जबकि कंपनी की तरफ से भी 12 प्रतिशत की राशि जमा की जाती है जिसमें से 3.67% कर्मचारी के EPF(Employee Provident Fund) और 8.33% EPS(Employee Pension Scheme) में जमा किया जाता है जो आपके रिटारमेंट के बाद आपको किस्तो में दिया जाता है।

कुल मिलाकर आपकी तनख्वाह से काटी गयी राशि दोगुना हो जाती है क्योंकि 12 प्रतिशत आपकी तनख्वाह से जमा किया जाता है और 12 प्रतिशत कंपनी की तरफ से जमा किया जाता है जो कुल मिलाकर 24 प्रतिशत होती है।

यहाँ पर आपको यह जानकर ख़ुसी होगी की PF के रूप में काटी गई राशि पर आपको किसी तरह का कोई कर(Tax) नही देना पड़ता है जिसका आपको पूरा लाभ प्राप्त होता है।

बल्कि आपके पीएफ पर सरकार द्वारा ब्याज़ भी दिया जाता है जो किसी भी स्किम की तुलना में अधिक होता है आमतौर पर आपको पीएफ की जमा राशि पर 8 प्रतिशत से अधिक ब्याज़ मिलता है।

EPF बैलेंस देखने के लिए UAN रजिस्ट्रेशन कैसे करें

आपके भविष्य निधि खाते यानि PF में कितनी रकम जमा है, इसकी जानकारी के लिए EPFO की वेबसाइट पर लॉग इन करके पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपके पास UAN यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर होना जरूरी है।  ईपीएफ(EPF) क्या है EPFO ने 2014 में UAN शुरू किया था ताकि इसके जरिए आप अपने खाते की ऑनलाइन जानकारी ले सकें। इस नंबर के जरिए साइट पर रजिस्टर हों, खाते की पासबुक देखें और चाहें तो इसे डाउनलोड भी कर लें। ईपीएफ(EPF) क्या है यह भी चेक कर सकते हैं कि आपकी ओर से कितना कंट्रीब्यूशन किया गया।

नियोक्ताओं (Employers) के लिए ईपीएफ पंजीकरण की पात्रता (Eligibility)

निम्नलिखित नियोक्ताओं और प्रतिष्ठानों (Installations) को ईपीएफ योजना के लिए अनिवार्य रूप से साइन अप करना होता है।

  • प्रारंभ में 20 से अधिक लोगों को रोजगार देने वाला कोई भी कारखाना
    इसके अलावा कोई भी स्थापना जो केंद्र सरकार निर्दिष्ट (Specified) करती है जो 20 से अधिक लोगों को रोजगार देती है
  • इसके अलावा कोई भी स्थापना जो केंद्र सरकार निर्दिष्ट (Specified) करती है भले ही उसके पास दो महीने का नोटिस देने के बाद भी 20 से कम कर्मचारी हों
  • इसके अलावा कोई भी प्रतिष्ठान जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता निर्णय लेते हैं उन्हें ईपीएफ के लिए पंजीकरण करना चाहिए | और जिनके आवेदन को केंद्रीय पीएफ आयुक्त (Central pf commissioner) मंजूरी देता है
  • इसके अलावा कोई भी प्रतिष्ठान 20 से कम लोगों को रोजगार देता है जो स्वेच्छा से योजना के लिए साइन अप करते हैं

PF के फ़ायदे क्या है – Benefits of PF

PF एक ऐसी स्किम है जो किसी भी कर्मचारी के लिए सेविंग करने का एक बहतरीन तरीका है जिसमे आपको कई तरह के फ़ायदे मिलते है जो इस प्रकार है।

Free Insurance

EDLI यानी Employee Deposit Linked Insurance स्किम के तहत आपके पीएफ अकाउंट खुलते ही आपको 6 लाख़ रूपये तक का इंश्‍योरेंस मिल जाता है।

Tax free

पीएफ खाते में जमा राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है और पैसे निकलवाने पर भी आपको किसी तरह का कोई टैक्स नही देना पड़ता।

UNA Number

अब आप UNA number की सहायता से नौकरी बदलने की दशा में अपने सभी PF account को लिंक कर सकते है जिसे आप अपने पीएफ के रूप में जमा पैसे को आसानी से ट्रांसफर कर सकते है।

Employee Pension Scheme

कंपनी की तरफ से हर कर्मचारी के खातों में 12 प्रतिशत की राशि जमा की जाती है जिसमें से 3.67% कर्मचारी के EPF(Employee Provident Fund) और 8.33% EPS(Employee Pension Scheme) में जमा किया जाता है जो आपके रिटारमेंट के बाद आपको किस्तो में दिया जाता है।

Best Saving Option

पीएफ सेविंग करने का एक बेहतरीन तरीका भी है क्योंकि इस जमा पूंजी पर आपको किसी तरह का कोई टैक्स नही देना पड़ता बल्कि सरकार द्वारा आपको इस पर ब्याज़ भी दिया जाता है जो 8% से अधिक होता है। इसलिए पीएफ के जरिये आप लम्बे समय तक जमा पूंजी जोड़ सकते है।

Easy to get Money

नये नियमो के अनुसार अब पीएफ के पैसे निकलवाना बहुत आसान हो चूका है अब आप ख़ास परिस्थितियों और अपनी आर्थिक जरूरतों के आधार पर 90 प्रतिशत पीएफ का पैसा निकलवा सकते है।

PF बैलेंस कैसे चैक करें

अब आप समझ चुके होंगे की आपका पीएफ कितना कटता है और कितना जमा होता है लेकिन अब बात आती है कि हम अपना पीएफ बैलेंस कैसे चैक करें क्योकि यह सवाल अक़्सर लोगों द्वारा सर्च किया जाता है इसलिए पीएफ बैलेंस चैक करने के लिए आप निम्निलिखित तरीको का इस्तेमाल कर सकते है।

-मिस कॉल द्वारा पीएफ बैलेंस चैक कर सकते है

-SMS द्वारा पीएफ बैलेंस चैक कर सकते है

-Mobile App द्वारा पीएफ बैलेंस चैक कर सकते है

-UNA नंबर और EPF Passbook डाउनलोड करके पीएफ बैलेंस चैक कर सकते है

आप ऊपर बताये गये तरीको का इस्तेमाल करके अपना पीएफ बैलेंस चैक कर सकते है इस तरह अगर आप चाहे तो अपना PF निकलवा भी सकते है बस आपको कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के नियमो का पालन करना है उसके बाद आप आसानी से अपना PF निकल सकते है।

पीएफ का पैसा कब निकाल सकते हैं

अगर आप अपने पीएफ का पैसा निकालना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कुछ शर्तों का पालन करना होगा। पीएफ निकालने के लिए जरूरी शर्तों के बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं। यदि आपने नौकरी छोड़ दी है और आप 2 महीने से बेरोजगार हैं तो आप पीएफ का पैसा निकाल सकते हैं।

अगर आप नौकरी के दौरान पीएफ का पैसा निकालना चाहते हैं तो ये तभी संभव है जब आपने अपनी नौकरी के 5 साल पूर कर लिए हैं। इसमें भी आप पीएफ की राशि का अधिकतम 90 प्रतिशत ही निकाल सकते हैं। नौकरी के दौरान पीएफ का पैसा निकालने के लिए आपको उसका कारण बताना होगा। नौकरी के दौरान आप घर खरीदने और शादी के लिए पीएफ का पैसा निकालने सकते हैं।

पीएफ निकासी नियम 2021 (EPF Withdrawal Rules in Hindi)

ईपीएफओ द्वारा पीएफ खाते से पैसे निकालनें से सम्बंधित अपनें नियमों में संशोधन किया है | इन संशोधनों का उद्देश्य उन ग्राहकों को अपने पीएफ फंड की आसान पहुंच प्रदान करना है, जो वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। नए नियमों के अनुसार, पीएफ खाताधारक अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते के 3 महीने के बराबर या अपने पीएफ या ईपीएफ खाते में शुद्ध शेष राशि का 75% जो भी कम होगा, उसके बराबर पैसा निकाल सकते हैं।

इसे नॉन-रिफंडेबल डिपॉजिट के रूप में लिया जाएगा। पैसे निकालनें के लिए अब कर्मचारी ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है, और आवेदन के 3 कार्य दिवस के अन्दर धनराशि उनके सम्बंधित खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी, जबकि ऑफ़लाइन आवेदन के दौरान पेमेंट मिलनें में 20 दिनों का समय लग सकता है | पीएफ खाते से पैसे निकालनें के नये नियम इस प्रकार है –

  • मेडिकल इमरजेंसी, घर खरीदने या निर्माण, और उच्च शिक्षा जैसी आपात स्थिति के मामले में ईपीएफ खातों से आंशिक निकासी की अनुमति है।
  • ईपीएफओ सेवानिवृत्ति से 1 वर्ष पहले ईपीएफ कोष में जमा धन का 90 प्रतिशत निकाल सकते है, परन्तु उनकी आयु 54 वर्ष से कम नही होनी चाहिए।
  • नए नियम के अनुसार, ईपीएफओ ​​1 महीने की बेरोजगारी के बाद EPF कॉर्पस का 75% निकालने की अनुमति देता है और शेष 25% नया रोजगार प्राप्त करने के बाद नए ईपीएफ खाते में स्थानांतरित किया जा सकता है।
  • कुछ शर्तों के अंतर्गत ईपीएफ कॉर्पस निकासी टैक्स फ्री है | लेकिन कर छूट का लाभ तभी प्राप्त होता है, जब कोई कर्मचारी लगातार 5 वर्षों तक ईपीएफ खाते में योगदान देता है। यदि खाते में लगातार 5 वर्षों तक योगदान में विराम होनें की स्थिति मेंसंपूर्ण ईपीएफ राशि को उस वित्तीय वर्ष के लिए कर योग्य आय माना जाएगा।
  • ईपीएफ कोष से समयपूर्व निकासी पर टैक्स काटा जाता है, यदि धनराशि 50,000 रुपये से कम है, ईपीएफ(EPF) क्या है तो टीडीएस लागू नहीं होता है। यदि कोई कर्मचारी आवेदन के साथ पैन प्रदान करता है, तो लागू टीडीएस दर 10% है। अन्यथा यह 30% से अधिक कर है। फॉर्म 15एच/15जी एक डिक्लेरेशन फॉर्म है, जिसमें कहा गया है कि किसी व्यक्ति की कुल आय कर योग्य नहीं है और इस प्रकार, टीडीएस से बचा जा सकता है।
  • किसी कर्मचारी को अब ईपीएफ से पैसे निकालनें के लिए नियोक्ता से स्वीकृति लेने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह सीधे ईपीएफओ से किया जा सकता है, बशर्ते कर्मचारी का यूएएन और आधार लिंक होना चाहिए और नियोक्ता ने इसे मंजूरी दे दी हो।
  • ईपीएफ निकासी की स्थिति की जाँच अब ऑनलाइन की जा सकती है।

ईपीएफ़ के लिए अंशदान (EPF Contribution Details)

एक एम्प्लोई प्रोविडेंट फण्ड निम्न अंशदानो से निर्मित होता है.

  • नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के अंशदान से.
  • एक फिक्स ब्याज दर, जो पहले से तय किया हुआ होता है.
  • मासिक आधार पर.
  • यह एम्प्लोई के बेसिक पे और DA के योगफल पर निर्भर करता है.
  • जिस तरह की योजना होती है, फण्ड उसी के अनुरूप हो जाता है.
  • तात्कालिक समय में ये अंशदान 12% का है किन्तु कुछ संस्थाओं के लिए 10% का है.

जिस संस्था में कर्मचारियों की संख्या 20 से कम है.

  • जो कंपनी बीआईएफ़आर के रूप में पहचान की गयी हो.
  • जिस कंपनी की सालाना हानि उनके कुल लागत से अधिक हो.
  • जुट, बीडी, ईंट आदि की कंपनियों में.
  • संस्थाओं ने इसके लिए वेज सीमा फिलहाल 65,00 रू रखा है.

ईपीएफ़ के लिए ब्याज दर (EPF Interest Rate)

तत्कालीन समय में पीएफ़ का ब्याज दर 8.65% है. ईपीएफ(EPF) क्या है

  • ईपीएफ़ में जमा किये पैसे पर कर्मचारी को पूरी तरह टैक्स मुक्त ब्याज प्राप्त होता है. जमा हुए
  • पैसे पर तय ब्याज दर के अनुसार ब्याज जमा हो जाता है.
  • सरकार द्वारा चलाये जा रहे अन्य लोक कल्याण योजनाओं की ही तरह इस योजना का ब्याज दर भी प्रति वर्ष तय होता है.
  • प्रति वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च के बीच एक तयशुदा ब्याज दर लागू हुई रहती है.
  • यदि किसी वजह से ईपीएफ़ अकाउंट बंद हो जाता है, तो ब्याज प्राप्त नहीं हो सकेगा.
  • एम्प्लायर के हिस्से से जमा किये गये ईपीएफ़ अंशदान पर ब्याज नहीं प्राप्त नहीं हो सकता है.

EPF और PPF में योगदान

एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड सैलरी पाने वाले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक फायदा देने वाली स्कीम है. ईपीएफ(EPF) क्या है ईपीएफ में हर महीने कर्मचारी की बेसिक सैलरी से 12 फीसदी पैसा काटकर ईपीएफ अकाउंट डाल दिया जाता है. कंपनी भी 12 फीसदी पैसा उस कर्मचारी के ईपीएफ अकाउंट में डालती है. पीपीएफ में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की राशि प्रति साल जमा किया जा सकता है.

साथ ही पीपीएफ अकाउंटहोल्डर को इनकम टैक्स एक्ट (Income Tax Act) के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है. ईपीएफ(EPF) क्या है मैच्योरिटी पीरियड की बात करें तो पीपीएफ की अवधि 15 साल की है, लेकिन आप इसको बढ़वा भी सकते हैं. एक बार आवेदन करने पर आप इसको 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.

ऑनलाइन कैसे ट्रान्सफर करें (EPF Transfer Online Process)

  • ऑनलाइन ईपीएफ़ फण्ड ट्रान्सफर के लिए सबसे पहले कर्मचारी को ईपीएफ़ के ऑनलाइन पोर्टल पर जाना होता है. इसका ऑनलाइन पोर्टल है : epfindia.gov.in
  • पहले ये पता कर लें कि आपके नए और पुराने नियोक्ता ने अपना डिजिटल सिग्नेचर इस वेबसाइट पर दर्ज कराया है या नहीं. यदि दर्ज नहीं कराया है, तो ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं हो पायेगा.
  • यहाँ पर ऑनलाइन ट्रान्सफर क्लेम पोर्टल के विकल्प का चयन करें.
  • इसके बाद ऑनलाइन ट्रान्सफर के लिए योग्यताओं के विषय में जानें. ये बातें FaQ में दी हुई होती हैं.
  • यदि आप इस साईट से रजिस्टर्ड हैं तो लॉग इन करें. यदि नहीं है यो नए सिरे से साइन अप करें.
  • इसके बाद ईपीएफ़ फण्ड ट्रान्सफर का फॉर्म भरें. इस फॉर्म का नाम है : ऑनलाइन ट्रान्सफर क्लेम एप्लीकेशन, जो आपको ‘क्लेम’ विकल्प के अन्दर प्राप्त होगा.
  • इसके बाद फॉर्म 13 के सभी भागों को ध्यान से भरें. इसके बाद पिन प्राप्त करके डीक्लियरेशन एक्सेप्ट करें.
  • अब रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आये हुए पिन को डाल कर फॉर्म ऑनलाइन ईपीएफ़ ट्रान्सफर के लिए सबमिट कर दें.
  • इसके बाद एक प्रिंट लेकर अपने एम्प्लायर से अटेस्टेड करा लें. एक बार एम्प्लायर द्वारा अटेस्टेड और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो जाने पर आपका फण्ड ट्रान्सफर हो जाएगा.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

क्या ईपीएफ योगदान कर कटौती के लिए पात्र हैं?

हाँ। आईटी अधिनियम, 1961 की 80 सी कटौती, योगदान को काटने की अनुमति देती है।

क्या मैं अपना ईपीएफ योगदान बढ़ा सकता हूं?

हाँ, आप ईपीएफ योगदान बढ़ा सकते हैं। कर्मचारी अपने मूल वेतन का 100% तक योगदान कर सकते हैं और इसे स्वैच्छिक भविष्य निधि या पीपीएफ कहा जाता है।

जब कर्मचारी अपना योगदान बढ़ाते हैं तो क्या नियोक्ता को भी अधिक राशि का योगदान देना चाहिए?

नहीं, भले ही कर्मचारी स्वैच्छिक भविष्य निधि के लिए जाने का विकल्प चुनता है, नियोक्ता का योगदान वही बना रहेगा और कर्मचारी के बराबर योगदान बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है।

क्या ईपीएफ निकासी के लिए नियोक्ता की अनुमति आवश्यक है?

नहीं, हाल के संशोधनों के अनुसार, कर्मचारी को ईपीएफ निकासी के लिए नियोक्ता की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।

क्या ईपीएफ से समय से पहले ईपीएफ निकासी की जा सकती है?

हां, कुछ स्थितियों में, कर्मचारी सहायक दस्तावेजों के साथ समय से पहले ईपीएफ निकासी कर सकता है।

इन्हें भी पढ़ें:-

Conclusion

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख ईपीएफ(EPF) क्या है EPF का फुल फॉर्म क्या होता है? पूरी जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

hi.wikipedia.org/wiki

ईपीएफ(EPF) क्या है EPF का फुल फॉर्म क्या होता है? पूरी जानकारी

Join our Facebook Group

   Join Whatsapp Group

Leave a Comment