Graphic Design क्या है? Graphic Designer कैसे बने? पूरी जानकारी

दोस्तों, आज हम बात करेंगे की  Graphic Design क्या है? यह एक कौशल (Skills) हैं जिसके आधार पर हम किसी दृश्य सामग्री की संरचना में परिवर्तन करते हैं। यह अपनी आवश्यकता अनुसार उसकी संरचना में परिवर्तन करने की कला हैं। ग्राफिक डिजाइन क्या होता हैं? (Graphic Design Kya Hota Hai) ग्राफिक डिजाइन की सहायता से हम किसी वस्तु के आकार उसके स्थान एवं उसकी संरचना में परिवर्तन कर सकते हैं।

यह हमें एक उत्तम व्यवसाय प्रदान करने का कार्य करता हैं। जिसकी सहायता से हम घर बैठे या फिर नौकरी कर अच्छा खासा वेतन प्राप्त कर सकते हैं। यह आधुनिक तकनीकी के क्षेत्र में सर्वोत्तम मांग हैं। प्रत्येक डिजिटल कंपनी या IT के क्षेत्र से जुड़ी कंपनिया एवं Advertisement से जुड़े क्षेत्रों में इस कौशल का उपयोग अधिक मात्रा मे किया जाता हैं।

Graphic Design क्या है? Graphic Designer कैसे बने? पूरी जानकारी
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Graphic Design क्या है? (What is Graphic Design)

ग्राफ़िक डिजाईन को Communication Design भी कहा जाता है. वैसे इसका नाम और काम दोनों बहुत है पर इसमें Ideas की planning, Projecting, Visual, Clarity in Graphics, Textual Content और Color Combination का होना एक Graphic Design है. जिस form का use करके हम इसे बनाते है वो भौतिक या आभासी दोनों हो सकता है.

दुसरे शब्दों में, Graphic Design क्या है? 

Graphic Design, Images, Words, Size ( Circle, Rectangle, hexagon, Triangle, etc.) और Colors Combination का use करके किसी Messages को ब्यक्त करने का एक माध्यम है जिसे Graphic Designing कहा जाता है.

Graphic Design अपने आप में एक बहुत ही बड़ी प्रतिष्ठित काम है जिसके लिए आपके पास Creative Ideas का होना बहुत ही जरुरी है. और शायद इसीलिए कहा भी जाता है कि Creativity, Graphic डिजाइन की पहली जरुरत है. इसके अलवा Industry के Trades की अच्छी जानकारी का होना लाजमी है.

ग्राफ़िक डिजाईन के बहुत से function होते है और सबका अलग-अलग नाम भी होता है. निचे कुछ चुनिन्दा नाम दिया गया है. जिसका use Graphic Design के अंतर्गत ज्यादा होता है. जैसे; साइनिज, Identity Corporate, packaging, Printed Content, Online Banner, Album, Film And Television, Greeting Card आदि.

ग्राफिक डिजाइन के तत्व और सिद्धांत कौन से हैं? (What are the elements and principles of graphic design)

ग्राफिक डिजाइन के तत्वों और सिद्धांतों में रेखा, रंग, आकार, स्थान, बनावट, टाइपोग्राफी, स्केल, प्रभुत्व और जोर, और संतुलन शामिल हैं। साथ में, वे एक संदेश देने वाली दृष्टि से आकर्षक रचना बनाने का काम करते हैं।

1. रेखा:

रेखाएँ लगभग हर डिज़ाइन में मौजूद होती हैं, चाहे वे सीधी, घुमावदार, पतली, मोटी, धराशायी, लंबी या छोटी हों। रेखाएँ किन्हीं दो बिंदुओं को जोड़ती हैं। वे जगह को विभाजित करने के साथ-साथ दर्शकों के ध्यान को एक विशिष्ट दिशा में निर्देशित करने के लिए उपयोगी होते हैं।

2. रंग:

रंग शायद एक डिजाइन का सबसे महत्वपूर्ण और स्पष्ट तत्व है। यह तुरंत प्रभाव पैदा कर सकता है, और यह हर किसी के द्वारा देखा जाता है, यहां तक ​​​​कि बिना डिज़ाइन बैकग्राउंड वाले भी। रंगों का उपयोग बैकग्राउंड में या अन्य एलिमेंट जैसे रेखाओं, आकृतियों या टाइपोग्राफी में किया जा सकता है। रंग भावनाओं और मनोदशाओं का निर्माण करते हैं। उदाहरण के लिए, लाल जुनून का प्रतिनिधित्व कर सकता है और हरा प्रकृति का प्रतिनिधित्व कर सकता है।

3. आकृति:

आकृति (Shape), जिसे रूप के रूप में भी जाना जाता है, रेखाओं का संयोजन है। आकृतियाँ वृत्त, वर्ग, आयत, त्रिभुज या अन्य अमूर्त रूप हो सकती हैं। अधिकांश डिज़ाइनों में कम से कम एक आकार शामिल होता है। रंग के समान, आकृतियों के अलग-अलग संघ होते हैं। एक वृत्त का उपयोग एकता का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जा सकता है, जबकि एक वर्ग संरचना का प्रतिनिधित्व कर सकता है। किसी आकृति का रंग, शैली, बैकग्राउंड और बनावट सभी दर्शक की धारणा को प्रभावित कर सकते हैं।

4. जगह:

सफेद या नकारात्मक स्थान डिजाइन में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मानव आंख के लिए पठनीयता को बढ़ाता है। अच्छे डिजाइन अन्य तत्वों को सांस लेने के लिए जगह देने के लिए जगह का उपयोग करेंगे।

5. टेक्सचर:

सिंगल-कलर बैकग्राउंड की जगह, बनावट अधिक सामान्यतः उपयोग की जा रही है। टेक्सचर में कागज, पत्थर, कंक्रीट, ईंट और कपड़े शामिल हो सकते हैं। वे सूक्ष्म या स्पष्ट हो सकते हैं और संयम से या उदारतापूर्वक उपयोग किए जा सकते हैं। त्रि-आयामी स्वरूप बनाने के लिए बनावट सहायक हो सकती है।

6. टाइपोग्राफी:

टेक्स्ट के साथ काम करते समय, ग्राफिक डिजाइनरों को टेक्स्ट कैसा दिखता है और यह क्या कहता है, के बीच संबंधों पर विचार करने की जरूरत है। टाइपोग्राफी पाठ को सुपाठ्य और आकर्षक तरीके से व्यवस्थित करने की कला है। विभिन्न प्रकार के विकल्पों के माध्यम से विभिन्न मनोदशाओं या भावनाओं को व्यक्त किया जा सकता है। अच्छी टाइपोग्राफी को एक मजबूत दृश्य पदानुक्रम बनाना चाहिए, संतुलन प्रदान करना चाहिए और सही स्वर सेट करना चाहिए।

7. स्केल:

वस्तुओं, आकृतियों और अन्य एलिमेंट का स्‍केल और आकार किसी डिज़ाइन के कुछ हिस्सों को अधिक गतिशील बना सकता है। दृश्य पदानुक्रम बनाने के लिए स्केल का उपयोग किया जा सकता है। स्केल का उपयोग करके, ग्राफिक डिजाइनर फोकल पॉइंट बना सकते हैं और महत्वपूर्ण क्षेत्रों को हाइलाइट कर सकते हैं।

8. प्रभुत्व और जोर:

प्रभुत्व और जोर एक डिजाइन में केंद्र बिंदु बनाते हैं। यह डिज़ाइन प्रवाह में मदद करता है और दर्शकों को डिज़ाइन के अन्य भागों में मार्गदर्शन कर सकता है।

9. संतुलन:

ग्राफिक डिजाइनरों को यह विचार करने की जरूरत है कि डिजाइन एलिमेंट को कैसे वितरित किया जाता है। संतुलित डिज़ाइन स्थिरता प्रदान करते हैं, जबकि असंतुलित डिज़ाइन गतिशील हो सकते हैं। आकार, रंग, बनावट, रेखाओं और अन्य तत्वों के माध्यम से संतुलन प्राप्त किया जाता है।

10. हार्मोनी:

हार्मोनी ग्राफिक डिजाइन के मुख्य लक्ष्यों में से एक है। एक अच्छे डिजाइन में, प्रत्येक एलिमेंट को एक साथ काम करने और एक दूसरे के पूरक होने की आवश्यकता होती है। हालांकि, अगर सब कुछ समान है, तो डिजाइन नीरस हो सकता है। डिजाइनों को सद्भाव और कंट्रास्ट के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की जरूरत है।

Graphic Designer कैसे बने? (How to become a Graphic Designer)

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार के इंस्टिट्यूट उपलब्ध है. जहाँ ग्राफ़िक डिजाइनिंग सम्बंधित कोर्स सरलता कर सकते है. डिज़ाइनर बनने के लिए किसी Famous इंस्टिट्यूट से कोर्स करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. क्योंकि, वहाँ प्लेसमेंट की संभावना अधिक होती है.

भारत में सबसे अधिक ग्राफ़िक डिजाइनिंग के इंस्टिट्यूट और कॉलेज उपलब्ध है. जो अलग-अलग प्रकार के डिजाइनिंग में डिप्लोमा courses प्रदान करते है. Graphic Design क्या है? इसलिए, फीस और ट्रेनिंग Facility के अनुरूप ही कॉलेज पसंद करे.

कुछ आवश्यक पॉइंट जो ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने में मदद करता है.

ग्राफिक डिजाइन सिद्धांतों को समझें
ग्राफिक डिजाइन कोर्स में दाखिला लें
प्रमुख ग्राफिक डिज़ाइन टूल सीखें
अपने ग्राफिक डिजाइन कौशल को विकसित करने के लिए अपनी Skills पर काम करें
अपने ग्राफिक डिजाइन कार्य को प्रदर्शित करने के लिए एक पोर्टफोलियो विकसित करें

Graphic Designing के लिए योग्यता (Qualification for Graphic Designing)

वैसे Students जिन्होंने किसी भी स्ट्रीम (Science / Commerce / Arts) से 10+2 पास किया है. वे स्नातक स्तर पर ग्राफिक डिजाइन कोर्स कर सकते हैं.

हालांकि, अधिकांश लोकप्रिय कॉलेज / इंस्टिट्यूट / यूनिवर्सिटी उम्मीदवारों को अपनी प्रवेश प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति तभी देते हैं. जब उन्होंने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की हो.

लेकिन पीजी स्तर पर ग्राफिक डिजाइन कोर्स करने के लिए, Students के पास डिजाइन में स्नातक की डिग्री अनिवार्य है.

अर्थात, class 12 के बाद Graphic Designing का कोर्स किया जा सकता है. PG या ग्रेजुएशन लेवल पर डिग्री प्राप्त करने के लिए Graduate होना अनिवार्य है.

Graphic Designer के लिए आवश्यक स्किल्स (Skills Required for a Graphic Designer)

ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए, Students के पास निम्नलिखित Skills होना आवश्यक है.

Creativity Knowledge of Software
Knowledge of Programming Languages Time Management
Visualisation Good Communication Skills
Ability to Work in a Team Ability to work with detail
Skill in visual design Good interpersonal skills
Ability to work long hour Ability to Work in Strict Deadlines
Knowledge of Typography Knowledge of Colour theory

ग्राफिक डिजाइनर के लिए महत्वपूर्ण गुण कौन से हैं? (What are the important qualities for a graphic designer)

ग्राफिक डिजाइनर के लिए महत्वपूर्ण गुण:

Analytical skills: ग्राफ़िक डिजाइनर अपने कंन्‍ज़ूमर्स के दृष्टिकोण से अपने काम को देखने के लिए सक्षम होना चाहिए। वे डिज़ाइन कैसे डेवलप करते हैं, ताकि वह वैसा ही हो जैसा कि कंन्‍ज़ूमर्स चाहते हैं।
Artistic ability: ग्राफिक डिजाइनर उन डिज़ाइनों को बनाने में सक्षम होना चाहिए जो क्लासिक और दिलचस्प हैं और क्लाइंट और कंन्‍ज़ूमर्स के लिए आकर्षक हैं। वे डिजाइन आइडियाज के इलस्ट्रेशन को या तो हाथ से स्केचिंग या कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करके बनाते हैं।
Communication skills: ग्राफिक डिजाइनरों को क्‍लाइंट, कंन्‍ज़ूमर्स और अन्य डिजाइनरों के साथ कम्‍युनिकेशन करते आना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके डिज़ाइन डिसाइर्ड मैसेज को सटीक रूप से प्रतिबिंबित करते हैं और इनफॉर्मेशन को प्रभावी रूप से व्यक्त करते हैं।
Computer skills: अधिकांश ग्राफिक डिजाइनर अपने डिजाइन तैयार करने के लिए विशेष ग्राफिक डिजाइन सॉफ़्टवेयर का उपयोग करते हैं।
Creativity: ग्राफिक डिजाइनर, कंन्‍ज़ूमर्स को विचारों को कम्‍यूनिकेट के नए तरीकों के बारे में सोचने में सक्षम होना चाहिए। वे युनिक डिजाइन डेवलप करते हैं जो अपने क्‍लाइंट की ओर से एक निश्चित मैसेज पहुँचाते हैं।
Time-management skills: ग्राफिक डिजाइनर अक्सर एक ही समय में कई प्रोजेक्‍ट पर काम करते हैं, प्रत्येक काम की अलग डेडलाइन होती हैं और उन्‍हे समय पर अपना काम पूरा करना होता हैं।

Graphic Design Syllabus

ग्राफ़िक डिजाईन कोर्स के अंतर्गत निम्न प्रकार के टॉपिक का अध्ययन किया जाता है.

Introduction to Graphic Designing Shaping, Design & Illustration
Typography Graphic Designing Softwares & Tools
Image Layout & Effects Photoshop
Corel Draw Illustrator
InDesign HTML/ Javascript
Adobe Dreamweaver Adobe Flash
Adobe Audition Computer Fundamentals
Art & Visual Perception Vector Graphics for Designers

Graphic Designing कोर्स 

India में Graphic Design का कोर्स Diploma और Degree दोनों लेवल पर है. Graphic Design Institutes लम्बे समय से Candidates को Training देते आ रहे है. अगर especially India में Graphics Training Institutes की बात करे, तो यह बहुत ही अच्छे और Affordable price पर Graphic Design in Hindi Training provide करते है.

एक Professional Graphic Designer बनने में यह Course एक अच्छा योगदान निभाता है. जिसके लिए वैचारिक knowledge और skill की बहुत आवश्यकता होती है.

Graphic Design, Communication Design का एक Important हिस्सा है. जिसके विषय में प्रत्येक students को यह पता होना चाहिए. एक अच्छा Graphic Designer बनने के लिए उन्हें किन-किन पहलुयो पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

निचे हम कुछ विशेष पहलुयो पर प्रकाश दाल रहे है जिससे आपका concept clear हो जायेगा.

  • Typography,
  • Typing Design,
  • Photography,
  • Packaging,
  • Print Designer,
  • साइनेज Design
  • Identity system etc.

Quality For Graphic Designing

Graphic Designer Kaise Bane के लिए Observation दृष्टिकोण का होना बहुत आवश्यक है ताकि अपने डिजाईन को देख कर ये समझ सके की आपका क्लाइंट क्या चाहता है.

Artistic Ability, डिज़ाइनरो को अपने डिजाईन बनाने में सक्षम होना चाहिए ताकि वो क्लाइंट के सामने क्लासिक और यूनिक डिजाईन प्रेजेंट कर सके. अपने Ideas को sketching या Computer program के माध्यम से डिजाईन तैयार कर सके.

Communication Skills, Consumers, Client और दुसरे डिज़ाइनरो के साथ अच्छा Communicate कर सके Graphic Design क्या है? और सुनिश्चित कर सके की उसके द्वारा बनाये गए डिजाईन Massage सटीकता से प्रतिबिंबित करता है.

Computer Skills, अधिकांशतः Designing का कार्य Computer के द्वारा ही तैयार किया जाता है. इसलिए, आवश्यक है की आपको Computer Knowledge हो.

And Most Important Creativity, हमें अपने क्रिएटिव आइडियाज को ही डिजाईन का रूप देना होता है. इसलिए, यह सबसे जरुरी है की हमें consumers के विचारो को एक नए तरीके से सोचने में सक्षम होना चाहिए तभी हम क्लाइंट्स को अपने तरफ मोड़ सकते है.

Graphic Designing Colleges

पर्ल एकेडमी, दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद
आईआईटी, मुम्बई
सिम्बोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, पुणे
एरिना एनिमेशन, बंगलोर
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स, मोदीनगर
आईआईटी, गोहाटी
माया एकेडमी, पुणे
आर्च कॉलेज ऑफ डिज़ाइन, जयपुर

Graphic Designing Course का फीस

आमतौर पर, फीस आपके द्वारा चुने गए संस्थान और कोर्स की अवधि पर निर्भर करता है. चाहे वह Short Time Course हो या Long Time Course हो. संस्थान से संस्थान में फीस संरचना भिन्न-भिन्न होती है.

Famous इंस्टिट्यूट या कॉलेज में Graphic Design Course का न्यूनतम Fee 40,000 और maximum fees 2,50,000 के लगभग होता है.

Graphic Designing में करियर (Career in Graphic Designing)

Bachelor in Fine Arts, Post Graduate In Design, Graduate Diploma In Design, Visual Communication Design, Printing And Media Engineering आदि से अपना Graphic Design in Hindi कोर्स पूरा करने के बाद आप Designing के फील्ड में एक बेहतरीन करियर बना सकते है.

इस Globalization के मौजूदा दौर में करियर के संभावनाए बहुत है. कई ऐसे छोटे-बड़े संस्थान है जो अपने लिए visual Brand ready करवाते है. आप उन संस्थानों के साथ जुड़ कर आसानी से काम कर सकते है.

Graphic Designers की Websites, Magazines, Books, Posters, Banners, computers Games, Product Packaging, Communication, Online Design, Corporate, Identity आदि जैसे जगहों पर अच्छे salary package के साथ काम कर सकते है जो आपके करियर को एक नइ उचाई देगा.

Graphic Design में करियर की विभिन्न संभावनाएं (Various career prospects in Graphic Design) 

अक्सर लोग ग्राफिक डिजाइन को एक ही फील्ड के रूप में देखते है। लेकिन वास्तव में इस एक ही क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की जॉब्स है। हालाँकि कुछ ग्राफिक डिजाइनर कई प्रकार के प्रोजेक्ट पर काम करते हैं, लेकिन अन्य एक विशेष प्रकार के ग्राफिक डिजाइन के विशेषज्ञ होते हैं।

निचे हमने कुछ मुख्य प्रकार की Graphic Design Jobs के बारे में बताया हुआ है, जो निम्न प्रकार है: –

1. Logo Designer

इस व्यवसाय के माध्यम से हम अनेकों कंपनियों, दुकानों, वेबसाइट आदि क्षेत्रों के Brand से संबंधित उनकी Identity निर्माण का कार्य करते हैं। इसके माध्यम से हम किसी व्यवसाय की Identity का निर्माण करते हैं।

2. Marketing Designer

यह किसी क्षेत्र से संबंधित वस्तुओं का प्रचार-प्रसार करने का माध्यम हैं। इसके माध्यम से Graphic Design का उपयोग वस्तु की बिक्री बढ़ाने या Brand को प्रसिद्ध करने के लिए किया जाता हैं।

3. Video and Film Designer

यह एक ऐसा व्यवसाय हैं जिसमें किसी चलती दृश्य सामग्री (Video) के Background, रंग, आकार या उसमें किसी भी अन्य प्रकार की सामग्री को जोड़ने आदि का कार्य करता हैं। यह Graphic Design से संबंधित एक उत्तम व्यवसाय का क्षेत्र हैं, जिसमे अपने कौशलों एवं अनुभवों का उपयोग किसी गतिशील दृश्य सामग्री को Audio और Visual रूप में परिवर्तन करने हेतु किया जाता हैं।

4. Creative Art Designer

यह व्यवसाय पूर्ण रूप से अपनी रुचि पर निर्भर करता हैं। इसकी सहायता से व्यक्ति अपने कौशलों के आधार पर किसी दृश्य सामग्री का उपयोग कर उसको अपने द्वारा निर्धारित मूल्य पर बेचते हैं।

5. Packaging Designer

इस Graphic Design के माध्यम से वस्तु के निर्यात में सुरक्षा प्रदान करने हेतु लेबल का निर्माण करा जाता हैं। इस प्रकार के व्यवसाय में कार्य करने हेतु ग्राफिक डिजाइनर्स को CAD Software की आवश्यकता पड़ती हैं। जिसकी सहायता से वह अपनी आवश्यकता अनुसार दृश्य की संरचना में परिवर्तन करते हैं।

6. Web Designer

यह व्यवसाय ग्राफिक डिजाइनर्स को घर बैठे अपने कौशलों का उपयोग करने की अनुमति देता हैं। इसकी सहायता से वह विभिन्न प्रकार की Websites के पेज, लोगो एवं उसकी संरचना में परिवर्तन करने का कार्य करते हैं।

7. Multimedia Designer

इस व्यवसाय का अधिक उपयोग फ़िल्म इंडस्ट्री और Advertisement से जुड़े क्षेत्रों के लिए किया जाता हैं। इसमे Animations की सहायता से दृश्य सामग्री की संरचना में बदलाव कर उसे आकर्षित बनाने का कार्य किया जाता हैं।

8. Advertising Designer

यह डिज़ाइनर अपनी कला का उपयोग किसी कंपनी से जुड़े उत्पाद वस्तुओं का प्रचार-प्रसार करने उन्हें बेचने एवं लोगों का उस वस्तु की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए करते हैं। Graphic Design क्या है? यह Graphic Design में सबसे अधिक आय का स्रोत प्रदान करने वाला मुख्य साधन हैं। इस व्यवसाय की मांग भी Market में अत्यधिक मात्रा में हैं।

FAQ- ग़्राफिक डिजाइनिंग से जुड़े कुछ सामान्य सवाल-जवाब 

सवाल: एक ग्राफिक डिजाइनर का क्या काम होता हैं?

जवाब: ग्राफिक डिजाइनर की भूमिका एक कंपनी में विजुएल कंसेप्ट्स को बनाने को लेकर होती है. इसका मुख्य उद्देश्य फर्म की आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. जैसे; एडवर्टाइमिंग मैगजीन, वाउचर तैयार करना तथा एप्स, वेबसाइट के लिए लेआउट तैयार करना होता है.

सवाल: ग्राफिक डिजाइनिंग की मार्केट में कितनी डिमांड है?

जवाब: मार्केटिंग फील्ड में पैसा बढ़ चुका है. इसलिए, एक स्किल्ड डिजाइनर की मांग भी दिन पे दिन  बढ़ती जा रही है. चुंकि ग्राफिक डिजाइनर मोबाइल & वेब तकनीक से जुड़ा है. ये काफी अच्छा पैकेज पर काम कर रहे हैं. ग्राफिक डिजाइनिंग से जुड़े कुछ मुख्य काम इस प्रकार है:

  • Flash Animator
  • Layout Designer
  • UI Designer
  • Web Designer
  • Graphic Designer
  • DTP Operator

सवाल: क्या मुझे ग्राफिक डिजाइनिंग सीखने के लिए ड्रॉइंग में बेहतर होने की आवश्यकता है?

जवाब: इस डिजिटल युग में बतौर ग्राफिक डिजाइनर अधिकतर विजुएल कंसेप्ट्स को ड्रॉ करने के लिए Handmade Design की आवश्यकता नहीं पड़ती. आप किसी मशीन जैसे कम्प्यूटर पर ही ग्राफिक विजुएल्स को बनाते हैं.

इसके अलावा कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स & सेवाओं को प्रमोट करने के लिए जिस प्रकार की ग्राफिक्स की जरूरत होती हैं. वह ग्राफिक डिजाइनर को सौंप देती हैं. इसलिए, ड्रॉइंग का बेसिक ज्ञान होना हमेशा फायदेंमंद और जरुरत का सौदा है.

सवाल: ग्राफिक डिजाइनिंग की फील्ड में जॉब कैसे मिलती है?

जवाब: ग्राफिक डिजाइनिंग के कोर्स को कर लेने के बाद यदि आप इस फील्ड में नौकरी पाना चाहते हैं तो आपको अन्य जॉब्स की तरह किसी ऑर्गनाइजेशन में इंटरव्यू देन पड़ेगा. साथ ही इंटरव्यू में चयन हो सके इसके लिए पहले से ही ग्राफिक डिजाइनिंग की पैक्टिस करना अकलमंदी होगी.

और अपना पोर्टॅफोलियो बनाकर रखें. इससे कंपनी को आपका कार्य समझते हुए नौकरी का अच्छा पैकेज देने में सुविधा रहती हैं.

सवाल: क्या बिना जॉब ग्राफिक डिजाइनिंग से पैसा कमाया जा सकता हैं?

जवाब: जी हां. आप बतौर फ्रीलांसर जॉब करके बिना नौकरी करें खूब पैसा कमा सकते हैं. यदि आप बॉस फ्री लाइफ जीना चाहते है और अपने मन मुताबिक आवश्यकता पड़ने पर छुट्टी पाना चाहते हैं. तो आप फ्रीलांसिंग कर सकते हैं.

कई सारी फ्रीलांसिंग जॉब मार्केटप्लैसेस जैसे Fiverr, Upwork मौजूद है. जहां आप अपनी प्रोफाइल बनाकर लोगों के लिए उपलब्ध रह सकते हैं. यहां पर आप प्रति प्रोजेक्ट रेट अनुसार क्लाइंट्स को चार्ज कर सकते हैं. अनुभव और पहचान के आधार पर दामों में वृद्धि संभव होती है.

सवाल: क्या बिना डिग्री भी ग्राफ्क डिजाइनिंग कोर्स किया जा सकता हैं?

जवाब: ग्राफिक डिजाइनिंग में करियर बनाना चाहते हैं तो आपको ग्राफिक डिजाइनिंग में डिग्री कोर्स करना एक बेहतरीन तरीका है. लेकिन, आप बतौर फ्रीलांसर काम करना चाहते है तो आप ऑनलाइन सीखकर काम की शुरुआत कर सकते हैं.

Conclusion

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Graphic Design क्या है? Graphic Designer कैसे बने? पूरी जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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