GSM और CDMA क्या है? दोनों में अंतर क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में

 

दोस्तों, इस लेख में पढ़ेंगे GSM और CDMA क्या है? Kaise Kam Karta Hai? Mobile Network Kya Hai? नेटवर्क के बारे में हर प्रकार की जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलने वाली है. अगर आप इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को last तक जरुर पढ़िए. हम आपको इसके बारे में सभी देने की कोशिश करेंगे. इसमें कोई शक नही है की mobile phone आज हमारे लिए एक वरदान की तरह है. इसके द्वारा हम अनेकों कार्य को आसानी से कर सकते हैं. आज हम दुनियाँ के किसी कोने से दुसरे कोने तक आसानी से बात कर लेते हैं. ये सब मोबाइल का अविष्कार होने के बाद ही सम्भव हुआ है.

क्या आप सभी सोचते हो की एक छोटे से phone से हम किसी से हवा में बात कैसे कर पाते है? यह कैसे काम करता है. अगर आप इसके बारे में जानने की कोशिश करेंगे तो फिर आपको पता चलेगा की mobile phone किसी network से जुड़ कर हमें एक दुसरे से कम्यूनिकेट करवा पाते हैं.

आज हम इस पोस्ट में जानने वाले हैं की GSM क्या है? मोबाइल नेटवर्क्स क्या है? यह कैसे काम करता है? हम इन्ही सवालों के जवाब जानने वाले हैं. तो चलिए ज्यादा देरी नही करते हुए इसके बारे में हम विस्तार से जानते हैं. 

GSM और CDMA क्या है? दोनों में अंतर क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में
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GSM क्या है (What is GSM in Hindi)

GSM का full form हैं Global System for Mobiles. ये एक worlwide standard की digital celluar telephony है. GSM को Europeans ने बनाया था, इसे एक published standard का दर्जा सन 1982 में ETSI के द्वारा दिया गया. और बाद में इसे दुनिएभर के देशों में इस्तमाल में लाया गया.

GSM technology को सबसे पहले Finland में सन 1991 में शुरू किया गया. आज 690 से भी ज्यादा mobile networks GSM service 213 देशों में प्रदान कर रहे हैं. जिसके मतलब है की लगभग 82.4% global mobile connection सिर्फ GSM ही है. GSM World का कहना है की आज दुनियाभर में लगभग 2 billion GSM mobile users मेह्जुद हैं. अगर हम विभिन्न देशों के आंकड़ों के बारे में बात करें तो इस लिस्ट में सबसे पहला नाम China का आता हैं जहाँ 370 million users GSM मोबाइल phone का इस्तमाल करते हैं, उसके बाद Russia जहाँ 145 Million, और तीसरे स्थान में India आता हैं जहाँ 83 million लोग इसका इस्तमाल करते हैं.

GSM Technology की विशेषताएं (Features of GSM Technology)

अगर हम GSM technolgy के features की बात करें तो इसके बहुत से विसेश्तायें है जिन्हें मैंने निचे mention कर दिया है ताकि आपको समझने में आसानी हो.

  • GSM Phone एक digital cellular technolgy है जिसका इस्तमाल Mobile Voice और data services को transmit या भेजने के लिए होता है.
  • GSM में narrow band Time Division Multiple Access (TDMA) technique का इस्तमाल होता है signals को transmit करने के लिए.
  • एक circuit-switched का इस्तमाल होता है जो की सभी 200kHz channel को 8 25kHz time slots में बाँट देता है.
  • मुख्यतः GSM network पूरी दुनिया में 900MHz और 1800MHz के mobile communication bands में operate होता है.
  • GSM Network के मुख्य रूप से तीन हिस्से होते हैं: The Switching System(SS), the Base Station System (BSS) और the Operation and Support System (OSS).
  • Switching System (SS) ही responsible होता है call processing और subscriber related function को कार्यकारी करने के लिए.
  • सभी radio सम्बंधित function BSS द्वारा perform किया जाता है, और इसमें मुख्यतः दो चीज़ें होती है Base Station Controller (BSCs) और Base Transceiver Stations (BTSs).
  • इसकी Operation और Support System का काम है की ये एक network overview प्रदान करते हैं और सभी maintenance operations को support करते हैं.

CDMA क्या है (What is CDMA in Hindi)

CDMA का full form है Code Division Multiple Access. ये एक digital cellular technology है जो की spread spectrum technique का इस्तमाल करता है. दुसरे technology कैसे GSM जो की TDMA का इस्तमाल करता है, उनके विपरीत CDMA में कोई भी एक specific frequency user को assign नहीं होती. बल्कि सभी channel full available spectrum का इस्तमाल करते हैं.

यहाँ security को बहुत ध्यान दिया जाता है. सभी individual conversation को encode किया जाता है pseudo-random digital sequence के मदद से. दुसरे digital cellular technology के मुकाबले ये बेहतर data और voice communication provide करती है, और एक समय में एक साथ ज्यादा से ज्यादा users जुड सकते हैं. ये एक common platform है जहाँ 3G technologies को बनाया गया है.

CDMA एक military technology है जिसे सबसे पहली बार दुसरे विस्व युद्ध के दोरान अंग्रेजों के द्वारा Germans के विरुद्ध इस्तमाल में लाया गया था. इसका इस्तमाल transmission को जाम करने के लिए होता था GSM और CDMA क्या है? जिससे की वो सठिक signal नहीं भेज सकते. Qualcomm नाम की एक company ने CDMA technology के लिए communication chip design की थी. और जब ये information public हुई तब Qualcomm ने इसपर अपना Patent दायर किया और सबसे पहली company बन गयी इसे commercialize करने वाली.

CDMA Technology की विशेषताएं (Features of CDMA Technology)

अगर हम CDMA technolgy के features की बात करें तो इसके बहुत से विसेश्तायें है जिन्हें मैंने निचे mention कर दिया है ताकि आपको समझने में आसानी हो.

  • CDMA एक ऐसी प्रकार की multiplexing है जो enable करती है बहुत से signals को एक single transmission को occupy करने के लिए. ये मेह्जुदा bandwidth को संपूर्ण रूप से इस्तमाल करने की क्ष्य्मता बढाता है.
  • ये एक ऐसी प्रकार की technique है जिसे spread spectrum technique भी कहा जाता है जो की बहुत सारे users को एक साथ समान time और frequency में एक fixed space, band में occupy करने के लिए allow करती है.
  • Individual conversation को encode किया जाता है Pseudo- random digital sequence की मदद से.
  • ये technology का इस्तमाल Ultra-high-frequency(UHF) cellular telephone system में होता है, जहां band की रेंज 800MHz से 1.9GHz तक होता है.
  • ये technology दुसरे technology जैसे Time Division Multiple Access and Frequency Division Multiple Access से काफी अलग है. यहाँ User को पूरा Bandwidth, पुरे समय का access है.
  • CDMA का basic principle है की अलग अलग CDMA Codes का इस्तमाल होता है different users को distinguish करने के लिए.
  • यहाँ जो technique का इस्तमाल होता है वो है Direct Sequence Spread Spectrum Modulation (DS-CDMA), Frequency Hoping or Mixed CDMA detection (JDCDMA).
  • यहाँ जब signal generate होता है तो उसे पुरे bandwidth के ऊपर extend होता है. एक कोड जिसे Spreading Code भी कहा जाता है उसका इस्तमाल करके ये काम किया जाता है.
  • Code के Group का इस्तमाल कर जो की एक दुसरे से Orthogonal होते हैं, ये मुमकिन है की हम एक signal जिसका की एक constant कोड हो, दुसरे Orthogonal Codes के भीतर उसे पहचाना जा सकता है.

Difference Between GSM and CDMA in Hindi

Technology

  • CDMA Spread Spectrum technology के ऊपर आधारित है जो की मेह्जुदा bandwidth का पूरा इस्तमाल करता है. ये हरेक user को पुरे frequency spectrum में transfer होने के लिए allow करता है.
  • वहीँ GSM wedge spectrum के ऊपर आधारित है जिसे की Carrier भी कहते हैं. ये carrier को बहुत सारे time slots में divide किया जाता है और हर user एक different time slot दिया जाता है, और जब तक वो
    ongoing call ख़त्म नहीं हो जाता कोई दूसरा subscriber उसे इस्तमाल नहीं कर सकता.
  • GSM दोनों techniques TDMA और FDMA का इस्तमाल करता है user और cell separation के लिए. TDMA multi-user access प्रदान करता है channel को different time slices में divide करके वहीँ FDMA multi-user access प्रदान करता है used frequencies को separate करके.

Security

  • CDMA technology में ज्यादा security प्राण की जाती है GSM की तुलना में क्यूंकि encryption CDMA में inbuilt होती है.
  • सभी users को unique code प्रदान की जाती है और सभी conversation को encode किया जाता है ज्यादा security level के साथ CDMA users के लिए.
  • GSM की तुलना में CDMA में signal को trace करना इतना आसान नहीं है क्यूंकि वो narrow bandwidth में concentrate होकर रहती है.
  • इसीलिए GSM की तुलना में CDMA phone calls बहुत ही ज्यादा secure हैं.

SIM Cards

  • एक GSM के phone में एक specialized card चाहिए जिसे की SIM (Subscriber Identity Module) भी कहा जाता है. ये SIM carrier specific होते हैं और इन्हें एक phone से दुसरे में बदला जा सकता है बिना किसी data के loss हुए.
  • CDMA device में SIM cards की जरुरत नहीं है बल्कि वो ESNs (Electronic Serial Numbers) पर निर्भर करते हैं.
  • CDMA phone में अगर आपको phone को activate करना है तब user को अपने Carrier को call करना पड़ेगा अथवा online system का इस्तमाल करना पड़ेगा ‘ESN’ change के लिए. यहाँ SIM card के न होने के कारण device swapping बहुत ही कठिन है.

Flexibility

  • GSM ज्यादा flexible हैं CDMA की तुलना में. यहाँ SIM card को आसानी से एक मोबाइल से दुसरे मोबाइल में बदला जा सकता है. वहीँ CDMA तभी काम करेगा अगर ESN database में registered हो तब.
  • अगर CDMA phone बंद हो गया तब आपको नया phone खरीदना होगा, वहीँ GSM में ऐसा करने की कोई जरुरत नहीं है.

Spectrum Frequencies

  • CDMA Network CDMA 850MHz और 1900MHz के frequency spectrum में काम करता है.
  • GSM Network GSM 850MHz और 1900MHz के frequency spectrum में काम करता है.

Radiation Exposure

  • GSM phones में ज्यादा radiation होती है क्यूंकि वो continuous wave pulses emit करते रहते हैं, जिस कारण इन radiations को कम करने की जरुरत है.
  • CDMA phones ज्यादा radiation emit नहीं करती. अगर तुलना की जाये तो GSM phones 28 times ज्यादा emit करती है CDMA phones की तुलना में. इसी कारण GSM Phones ज्यादा Biological reactive होती है CDMA की तुलना में.

Global Reach

  • GSM पुरे दुनिए में 80% से भी ज्यादा mobile networks में इस्तमाल की जाती हैं वहीँ CDMA कहीं गिने चुने जगहों में ही इस्तमाल में लायी जाती हैं.
  • दोनों ही technologies को 3G Standard phones में इस्तमाल किया जाता है, लेकिन 3G GSM Speed ज्यादा FAST हैं 3G CDMA Speed की तुलना में.

CDMA बनाम GSM का मतलब आपके लिए क्या है (What CDMA vs. GSM Means to You) 

एक उपभोक्ता के रूप में अंतिम call की गुणवत्ता आपके कैरियर द्वारा अपने नेटवर्क का निर्माण करने के तरीके से बिल्कुल निर्धारित नहीं है, कुछ अच्छे और कुछ बुरे CDMA और GSM नेटवर्क हो सकते हैं, लेकिन उन तकनीकों के बीच कई अंतर हैं जिनसे एक उपभोक्ता के रूप में अवगत होना महत्वपूर्ण है।

अगर आप अपने फोन को Swipe करना चाहते हैं, तो एक GSM नेटवर्क आपके लिए काफी बेहतर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि GSM कैरियर अपने ग्राहक की जानकारी एक Sim कार्ड पर डालते हैं, जिसे आसानी से निकाला और दूसरे फोन में डाला जा सकता है। GSM और CDMA क्या जबकि, CDMA के साथ, कुछ देशों में कैरियर अपने ग्राहकों को वरिफाइ करने के लिए एक नेटवर्क-आधारित ‘white list’ का उपयोग करते हैं। इसका मतलब है कि आपको आगे बढ़ने और फोन बदलने से पहले आपको अपने कैरियर की अनुमति की आवश्यकता होगी।

3G CDMA नेटवर्क आमतौर पर एक ही समय में Voice Call करने और डेटा ट्रांसमिट करने में असमर्थ होते हैं, जबकि 3G GSM में इन दो डेटा प्रकारों को एक साथ ट्रांसमिट करने की क्षमता होती है। यह मुट्ठी भर जानकारी निश्चित रूप से आपको सवाल पूछने पर मजबूर करेगी कि अगर GSM पहले आया था और उपभोक्ताओं के लिए बहुत सारे बेहतर विकल्प हैं, तो कैरियर CDMA के साथ क्यों गए हैं। GSM और CDMA क्या है? इसका उत्तर यह है कि, मोबाइल नेटवर्क के विकास में, जब कैरियर एनालॉग से Digital टेक्नोलॉजीज पर Switch करना शुरू करते थे, तो CDMA सबसे अच्छी उपलब्ध टेक्नोलॉजी थी। हालाँकि, GSM टेक्नोलॉजीज ने जल्द ही GSM को पीछे छोड दिया और फिर उन्हें उखाड़ फेंकना शुरू कर दिया, लेकिन उस समय तक बहुत सारे कैरियर के इंफ्रास्ट्रक्चर पहले ही स्थापित और चालू हो चुके थे।

हालांकि CDMA से GSM में Switch करना संभव है, कई Operator उन क्षेत्रों में पैसा लगाने के बजाय 4G और LTE सेवाओं को विकसित करने और बनाने का विकल्प चुन रहे हैं जो अब उनके कई ग्राहकों के लिए अप्रचलित हैं।

Conclusion

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख GSM और CDMA क्या है? दोनों में अंतर क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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