HTML क्या है? (What is HTML) एचटीएमएल का उपयोग कैसे करें?

दोस्तों HTML क्या है? (What is HTML) Internet पर उपलब्ध सारा डेटा वेब डॉक्युमेंट्स के रूप में उपलब्ध है. इन डॉक्युमेंट्स को कम्प्यूटर सर्वर पर सेव कर दिया जाता है. जहाँ से URL के जरिए इन्हे कोई भी एक्सेस कर सकता है. क्या आपने कभी सोचा है ये वेब डॉक्युमेंट कैसे बनाते है? किस भाषा में लिखा जाता है, कौन वेब डॉक्युमेंट्स को लिखता है?

यदि आपके पास कोई जवाब नहीं है तो कोई बात. क्योंकि इसका जवाब हम आपको दे रहे हैं. वेब डॉक्युमेंट्स को HTML Language में लिखा जाता है. जो एक मार्कअप लैंगुएज है. यह वेब डॉक्युमेंट्स का आधार होती है.

अब सवाल आता है यह HTML क्या होती है – What is HTML in Hindi? कितना आसान सुनाई पढता है. एक साधारण सवाल है. हाँ साधारण, लेकिन एक उपयोगी प्रश्न जो प्रत्येक HTML सीखने वाले को जानना जरूरी है. क्योंकि यह तो बुनियाद है. हम जिस भाषा में कार्य कर रहे है या चाहते है उसके बारे में तो हमें पता होना ही चाहिए. आइए, जानते है कि HTML क्या है?

HTML क्या है? (What is HTML) एचटीएमएल का उपयोग कैसे करें?
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HTML क्या है? (What is HTML)

चलिए अब जान लेते है के HTML क्या होता है? Hypertext Markup Language को हम छोटे नाम से कहते हैं HTML. HTML एक computer की भाषा है जिसका इस्तेमाल website बनाने में किया जाता है. और उसे रंग रूप देने के लिए CSS का इस्तिमाल होता है।

ये भाषा computer की अन्य भाषा जैसे C, C++, JAVA आदि के मुकाबले बहुत ही सरल है, इसका इस्तेमाल करना कोई भी व्यक्ति आसानी से और बहुत कम समय में सिख सकता है.

HTML की मदद से website बन जाने के बाद उस website को दुनिया का कोई भी व्यक्ति internet के जरिये देख सकता है. HTML की खोज Physicist Tim Berners-Lee ने सन 1980 में Geneva में किया था. HTML एक platform-independent language है जिसका इस्तेमाल किसी भी platform में किया जा सकता है जैसे Windows, Linux, Macintosh इत्यादि.

HTML का परिचय (Introduction to HTML) 

HTML का Full Form “Hypertext Markup Language” होता है। यह एक standard markup language है जिसका इस्तेमाल Web-page या Website-create करने के लिए किया जाता है। HTML में Website या Web-page Design करने के लिए बहुत सारे Tags Available होते हैं जिसकी मदद से हम Web-Page Design कर सकते हैं। चलिए अब समझते हैं की Hypertext markup language का मतलब क्या होता है?

Hypertext का मतलब होता है की “एक Text के अन्दर दूसरा Text”। किसी भी Text में लिंक Available रहता है उसे Hypertext कहा जाता है। आपने बहुत सारे Web-pages में देखा होगा की कुछ लिंक Available रहते हैं जिस पर Click करने के बाद हम किसी दुसरे Page पर चले जाते हैं उस Text को Hyper text कहा जाता है।

Markup Language एक Language होता है जिसका इस्तेमाल Web-pages में Text को Interactive बनाने के लिए किया जाता है। इसमें पहले से ही Tag Define रहते हैं और सभी Tag का अलग-अलग काम होता है और साथ ही साथ सभी Tag का Area Fix किया हुआ रहता है की कौन-सा Tag कितना दूर तक काम करेगा।

HTML का इतिहास (History of HTML) 

आइए अब हम HTML की दुनिया में थोड़ा पीछे चलते है और इसके इतिहास को जानने कि एक कोशिश करते है. HTML का विकास 90 के दशक में हुआ था और अभी भी जारी है. क्योंकि HTML एक लगातार विकास करने वाली भाषा है. इसके अब तक कई संस्करण आ चुके है. यह भाषा माननीय Sir Tim Berners Lee के दिमाग की उपज है. सबसे पहले इन्होने ही HTML का उपयोग किया था.

वर्तमान समय में HTML के विकास का जिम्मा एक संस्था “World Wide Web Consortium (W3C)” के पास है. यह संस्था ही अब HTML का ख्याल रखती है. आइए जानते है अब तक आए HTML के संस्करणों के बारे में.

HTML 

यह संस्करण SGML –Standard Generalized Markup Language का रूप था. HTML प्राथमिक संस्करण है.

इसके द्वारा टेक्स्ट को Structure किया जा सकता था. इसके लिए कुछ Tags का निर्माण किया गया था और इस संस्करण का कोई नाम नही था इसे सिर्फ HTML कहा गया. लेकिन HTML के अगले संस्करणो के नाम थे. इसलिए सुविधा के लिए इस संस्करण को HTML 1.0 भी कहा जाता है.

जो HTML Tags इस समय उपयोग में लिये जाते थे, कुछ Tags आज भी मौजूद है. जो हम HTML पर कार्य करते समय काम में लेते है.

HTML 2.0 

HTML के प्राथमिक संस्करण के बाद एक समूह IETF – Internet Engineering Task Force द्वारा HTML के अगले संस्करण का नामकरण किया गया. यह HTML 2.0 संस्करण कहलाया जिसे 1995 में प्रकाशित किया गया था.

इस संस्करण में कुछ नयी विशेषताएँ जोड़ी गई जिसमें ‘Image Tag‘ सबसे महत्वपूर्ण था. लेकिन अभी Internet ज्यादा लोकप्रिय नही हुआ था.

HTML 3.0 

इस समय तक HTML और इंटरनेट अपनी छाप छोड चुके थे और दोनो लोकप्रिय होने लगे थे. अब पहल से ज्यादा लोग इससे जुड चुके थे. अधिक से अधिक लोग HTML सीखना चाहते थे और Internet से जुडना भी चाहते थे.

इसलिए HTML के अधिक उपयोग के कारण इसमे कुछ उलझने पैदा हो गई थी. जो Standard इसमें तय किया था लोग उसमें परिवर्तन करने लगे थे. जिससे इसकी एकरूपता समाप्त होने लगी थी. इसलिए HTML का अगला संस्करण तैयार किया गया जो HTML 3.0 था. लेकिन इसे कभी भी प्रकाशित नही किया गया.

HTML 3.2 

HTML 1.0 के प्रकाशन और HTML 3.0 की सिफारिश तक एक संगठन का उद्भव हो चुका था, जो HTML भाषा के लिए कार्य करने के लिए बना है. इसे W3C – World Wide Web Consortium के नाम से जाना जाता है.

W3C के द्वारा 1997 में HTML 3.0 की सिफारिशों के साथ HTML का अगला संस्करण HTML 3.2 का प्रकाशन किया गया. इसमें HTML के दोनों संस्करणों से ज्यादा विशेषता थी.

HTML 3.2 के द्वारा अब HTML Document को और अधिक तरीके से बनाया जा सकता था. इस संस्करण में कई नये ‘Attribute’ को जोडा गया जो डॉक्युमेंट के structure से ज्यादा उसकि ‘style’ के लिए थे. लेकिन, इस समय तक HTML को पढ़ने वाले यानि ‘ Browsers ‘ बहुत धीमें थे. ये अभी भी HTML 3.2 के सभी विशेषताओं को सपोर्ट नही करते थे. 

HTML 4.0 

अब Internet काफि लोकप्रिय हो चुका था. अधिक से अधिक लोग HTML सीखना चाहते थे. और जो पहले से ही इससे जुड़े थे. वे HTML से ज्यादा चाहने लगे. इसलिए इस रिक्त स्थान को भरने करने के लिए HTML का अगला संस्करण HTML 4.0 का प्रकाशन किया गया.

और अब तक ‘Style Sheet’ भी अपना स्थान बनाने लगी थी. इसलिए इस संस्करण में कुछ और विशेषताएं जैसे; frame, script, stylesheet आदि को जोडा गया. और इसे पढने वाले ब्राउजर भी अब कुछ एडवांस हो चुके थे. तथा HTML के अधिकतर विशेषताओं को पढ सकते थे. यह HTML के इतिहास में एक बड़ा बदलाव था.

HTML 4.01 

HTML का अगला संस्करण HTML 4.01 था जो HTML 4.0 का संशोधित संस्करण है. इसे W3C द्वारा 1999 में प्रकाशित किया गया था. आज लगभग वेबसाइट इसी संस्करण में बनी हुई है.

HTML 5 

HTML का सबसे नवीनतम संस्करण HTML 5 है. इसमे HTML 4.01 कि विशेषताओं के अलावा XML कि विशेषताओं को भी जोडा गया है. यह संस्करण धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रहा है. और काफि लोकप्रिय हो चुका है.

HTML का क्या उपयोग होता है? (What is HTML used for) 

HTML का इस्तेमाल कर webpage बनाना बहुत ही आसन है, इसके लिए आपको चाहिए दो चीज़- पहला है एक साधारण text editor जैसे की Notepad जिसमे html का code लिखा जाता हैं और दूसरा चाहिए एक browser जैसे Internet Explorer, Google Chrome, Mozilla Firefox आदि जिसमे आपके website को पहचान मिलती है और जिसे internet user देख सकते हैं।

HTML छोटे छोटे code की series से बना होता है जिसको हम notepad में लिखते हैं, इन छोटे codes को tags कहते हैं. HTML tags browser को बताता है की उस tag के अन्दर लिखे गए elements को website में कैसे और कहाँ दिखाया जाये.

HTML ऐसे बहुत सारे tag प्रदान करता है जो graphics, font size और colours के इस्तेमाल से आपके website को एक आकर्षक रूप देता है HTML code को लिख लेने के बाद आपके document को save करना होता है, उसको save करने के लिए html file के नाम के साथ .htm या फिर .html लिखना जरुरी है तभी वो आपके html document को आपके browser में दिखायेगा वरना नहीं.

Save कर लेने के बाद आपको अपना html document देखने के लिए browser को खोलना होगा. वो browser आपके html file को read करेगा और आपके सही तरीके से लिखे हुए code को translate कर सही रूप से आपके website को दिखायेगा जैसा आपने code लिखते वक़्त सोचा होगा।

आपका web browser html tags को website में नहीं दिखता बल्कि आपके document को सही तरह से दिखने के लिए उन tags का इस्तेमाल करता है.

HTML की विशेषताएं (Features of HTML) 

जैसा की आप सभी तो जानते ही है की Technology दिन पर दिन बदलती रहती है। Technology की इसी Requirement को पूरा करने के लिए बहुत से Improvement के साथ Html 5 Launch किया गया। आइये जानते है इसके फीचर्स के बारे में:-

Clear Syntax:– Html के Syntax Clear होते है, जिसे की Modify भी किया जा सकता है।

Graphics:– Html 5 में Graphics का काफी Use किया गया है। जहाँ SVG (Scalable Vector Graphics) या Canvas का उपयोग कर Vector Graphics बना सकते हैं।

Geo Location:– Html 4 में Website Visit करने वाले Visitors की Geo Location को पता करना कठिन होता है, लेकिन जब से Html 5 Launch हुआ है, इसमें Geo Location को Add किया गया है।

New Format:- Html 5 में कुछ New Format Add किए गये है जैसे Date, Time, Calendar, Etc.

Effective Presentation:- Html के साथ Effective Presentation बना सकते है क्योंकि इसमें बहुत सारे Formatting Tag है।

Link Adding:- Html Programmer को Web pages पर Html Anchor Tag द्वारा Link Add करने की सुविधा देता है, इसलिए यह Browsing में Users के Interest को बढ़ा देता है।

Add Video Or Sound:- Html Programmer को Web page पर Graphic, Video और Sound Add करने के लिए सुविधा देता है, जो इसे और ज्यादा Interesting बनाता है।

HTML tags कैसा होता है? (What are HTML tags)

What is HTML in Hindi में आप सब ने जान ही लिया होगा. चलिए उसके कुछ basic tags के बारे में जान लेते हैं. HTML tag अन्य text से पूरा अलग होता है जिसके मदद से html code लिखा जाता है. HTML tags keywords होता है जिसे हम बंद brackets के अन्दर रखते हैं जैसे <html>. tags के मदद से हम अपने website को नए नए रूप दे सकते हैं, उसमे हम images, tables, colors आदि चीज़ का इस्तेमाल कर webpage बना सकते हैं.

अलग-अलग tags अलग-अलग तरीके का कार्य करते हैं. जब आप अपना html पेज browser के जरिये देखते हैं तो उसमे ये सभी tags दिखाई नहीं पड़ते सिर्फ उनके प्रभाव ही नज़र आते हैं. HTML में हजारों tags होते हैं जिनका इस्तेमाल हम website बनाने के लिए करते हैं।

चलिए मै उनमे से ही कुछ विशेष tags के बारे में आपको बताउंगी जिनका प्रयोग website बनाने के लिए बहुत जरुरी है. HTML में coding लिखना शुरू करने से पहले comment लिखा जाता है जिससे की author को पता चलता है की वो html page किस चीज़ के लिए बनाया गया है.

comment लिखना अनिवार्य नहीं है ये आपके ऊपर निर्भर करता है की आप अपने html document के लिए comment लिखना चाहते हैं या नहीं. HTML में comment <!”….”> इसके अन्दर लिखा जाता है, ये comment आपको web browser में दिखाई नहीं देगा.

Comment लिखने के बाद जो सबसे जरुरी tag होता है वो है header tag जिससे हमे html document की जानकारी मिलती है. comment tag को छोड़ कर बाकि जितने भी html tags होते हैं सभी का start tag और end tag होता है. जैसे

<head>…………………</head>

अगर आप एक start tag को लिखने के बाद उसका end tag नहीं लिखेंगे तो उस tag का असर आपके browser में नहीं दिखेगा, इसलिए end tag लिखना अनिवार्य है. HTML tags का keyword case-insensitive है इसका मतलब है की आप tag का नाम बड़े अक्षर(capital letter) या छोटे अक्षर (small letter) में लिख सकते हैं ये पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है की आप अपने tag को कैसे लिखना चाहेंगे. head tag के बिच में मैंने जो बिंदु की मात्रा दी है उसका मतलब है की आप उसके जगह कोई text लिख सकते हैं.

header tag के अन्दर title tag लिखा जाता है जो हमारे html पेज के title को दर्शाता है जैसे,

<title>This is my first web page</title>

जब हम अपने html page को browser में देखेंगे तो हमें यही text, browser के सबसे ऊपर title bar में बाये तरफ दिखाई देगा.

title tag के बाद body tag लिखा जाता है. इस tag के अन्दर webpage को आकर्षक बनाने के लिए जितने भी tags होते हैं उनका प्रयोग किया जा सकता है. जैसे,

<body bgcolor=”yellow” text=”blue”>
Hello! How are you?
</body>

यहाँ bgcolor का मतलब है background color जहाँ आपके webpage के background का रंग पिला दिखेगा और मैंने जो ये text लिखा है उसका रंग नीला दिखेगा. इसी तरह आप बहुत सारे tags का इस्तेमाल <body> tag के अन्दर कर अपने webpage को सुन्दर बना सकते हैं.

आपका html document हमेसा इसी रूप में होना चाहिए.

<html>
<head>
<title>———————</title>
</head>
<body>
<h1>——</h1> – इसे केहते हैं heading tag जो छोटे अक्षरों में दीखता है.
<p>——–</p> -इसे केहते है paragraph tag जहाँ आप paragraph लिख सकते हैं.
<b>——–</b> – इसे केहते हैं bold tag जो आपके लिखे हुए text को bold करदेगा.
</body>
</html>

ऐसे ही और भी बहुत से tag हैं जो आप body tag के अन्दर लिख सकते हैं, सभी tags के बारे में बता पाना यहाँ संभव नहीं इसलिए मैंने सिर्फ basic tag के बारे में बताया है.

Conclusion 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख HTML क्या है? (What is HTML) एचटीएमएल का उपयोग कैसे करें? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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