सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है? HDD और SSD  में अंतर पूरी जानकारी 

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे Solid-State Drive (SSD) एक storage device होता है जो की data को एक flash memory में स्टोर करता है। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है? आप SSD को एक बड़ा version समझ सकते हैं “Flash Drive” का जिसका इस्तेमाल  हम अपने कम्प्यूटर और laptop में करते हैं।बात करे SSD क्या होता है तो SSD का पूरा नाम Solid State Drive होता है।

जिस तरह कंप्यूटर में HDD का इस्तेमाल डेटा को स्टोर करने के लिए लगाया गया होता है, ठीक इसी प्रकार से हम SSD का भी इस्तेमाल डेटा को स्टोर करने के लिए करते है। लेकिन आप को बता दे कि SSD HDD के मुकाबले काफी तेजी से काम करता है। SSD का इतना तेज होने का एक मुख्य कारण है कि SSD में चिप लगा होता है जो कि इसमें कोई भी ड्राइव धूमता नही है औरइसी कारण इसकी स्पीड काफी तेज होती है वही पर HDD में चिप नही होता है जिसके कारण उसमे ड्राइव घूमता है यही कारण है कि इसकी स्पीड SSD से काफी स्लो होती है।

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SSD क्या है? 

SSD का मतलब “Solid State Drive” होता है। यह एक प्रकार की सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है, जो HDD के समान ही बड़ी मात्रा में डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करके रख सकती है। परन्तु SSD में HDD की तरह कोई भी मैकेनिकल पार्ट्स नही लगे होते जबकि इनमें डेटा को स्टोर करने के लिये अर्धचालक चिप (Semiconductor Chips) का उपयोग किया जाता है।

कहने का तात्पर्य है कि इनमें HDDs की तरह डेटा को Read/Write करने के लिये कोई भी Spinning Disks और Mechanical Arm इत्यादि नही होते है।चूंकि Solid-State Drive में डेटा को स्टोर और प्राप्त करने के लिये एक प्रकार की Flash Memory (NAND Chip) का उपयोग होता है। इसी कारण SSDs पारंपरिक हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में अधिक फास्ट होती है

साथ ही कम पावर का उपयोग करती है।यदि HDD कंप्यूटर को Boot-Up करने में 40 Seconds का समय लेती है, तो यही काम SSD मात्र 10 Seconds में कर सकती है। हालांकि इसकी कीमत एक HDD की तुलना में बहुत अधिक होती है। यही कारण है कि आज भी अधिकांश कंप्यूटरों में स्टोरेज डिवाइस के रूप में हार्ड डिस्क का उपयोग होता है।

SSD का फुल फॉर्म क्या है?

SSD का फुल फॉर्म सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive) होता है।

SSD का इतिहास 

पहली Solid State Drive को Sandisk Corporation के द्वारा 1991 में बनाया गया था. इस SSD की Storage Capacity 20 MB की थी लेकिन यह एक Flash SSD नहीं थी. इसके बाद 1995 में M – System के द्वारा पहला Flash SSD का निर्माण किया गया था. आज के समय में मार्केटि में बहुत ही Advance SSD उपलब्ध हैं जिनकी स्टोरेज क्षमता 30 TB तक की भी है.

SSD के पार्ट्स

  1. Device Driver : इसे एक विशेष ऑपरेटिंग सिस्टम और फाइल सिस्टम के तहत Processor को चलाने के लिए OEM द्वारा बनाया गया है।
  2. SSD Controller : इसे Processor के रूप में भी जाना जाता है। इसमें ऐसे Electronics शामिल होते है जो Flash Memory Components को SSD इनपुट आउटपुट Interface से जोड़ते हैं।
  3. Buffer/Cache Components : यह High Speed RAM है जिसका इस्तेमाल Speed Matching और Data Throughput बढ़ाने के लिए किया जाता है।

SSD के प्रकार 

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Types of SSD in Hindi

SSD के कई टाइप्स होते हैं जिन्हें उनकी कनेक्टिविटी और स्पीड के हिसाब से बाटा गया है जो कुछ इस प्रकार है। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है?

1) SATA SSD:

इस तरह की SSD दिखने में एक लैपटॉप Hard Drive की तरह ही होती है जो सिंपल SATA कनेक्टर को सपोर्ट करती है बिलकुल वैसे ही जैसे की Hard Disk। यह SSD का सबसे सिंपल फॉर्म फैक्टर है जिसे आप देखकर ही पहचान सकते हैं। सबसे पहले मार्केट में इसी तरह की SSDs आई थी और अभी भी चलती है। इस तरह की SSD को आजकल चलने वाले किसी भी PC में इस्तेमाल किया जा सकता है।

2) mSATA SSD:

mSATA यानी micro SATA SSD नार्मल SATA SSD से connectivity और form factor दोनों में अलग होती हैं यह नार्मल SSD से साइज़ में काफी छोटी और दिखने में काफी अलग होती है यह एक तरह से सामान्य RAM स्टिक की तरह दिखाई देती है और इसकी कनेक्टिविटी की बात करें तो इसे हर PC में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इसको इस्तेमाल करने के लिए आपके PC mSATA पोर्ट का होना बहुत जरूरी है इस तरह की SSDs लैपटॉप में इस्तेमाल की जाती है।

3) M.2 SSD:

इस तरह की SSDs दिखने में तो mSATA की तरह ही होती हैं लेकिन यह इसका अपडेटेड वर्शन है जो mSATA से फ़ास्ट तो है ही लेकिन छोटी होने के बावजूद भी यह दोनों तरह की कनेक्टिविटी को सपोर्ट करती है यानी इसे आप नार्मल SATA केबल से भी कनेक्ट कर सकते हैं और mSATA से भी mSATA एक PCI-E एक्सप्रेस पोर्ट की तरह ही होता है लेकिन यह थोडा छोटा और specially इस तरह की SSDs को कनेक्ट करने में ही काम में लिए जाता है।

4) SSHD:

SSHD को पूरी तरह से SSD नहीं कहा जा सकता क्यूंकि यह Solid State Drive और Hard Disk दोनों को मिलाकर बनाई जाती है इसमें कुछ मेमोरी SSD की होती है और कुछ Hard Disk की यानी यह Hard Disk और SSD दोनों के बीच की चीज़ होती है इसे आजकल के Laptops में इस्तेमाल किया जाता है।

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SSD कैसे काम करती है?

How SSD Works in Hindi

जैसा की आप जानते ही हैं की Hard Disk में एक मैग्नेटिक disk होती है जिसके घुमने की बजह से Hard Disk में data ट्रान्सफर और एक्‍सेस हो पता है। लेकिन SSD में ऐसा नहीं होता इसमें सारा काम सेमीकंडक्टर के द्वारा होता है इसमें कई सारी cheaps लगी होती हैं बिलकुल RAM की तरह और क्यूंकि सेमीकंडक्टर मैगनेट से ज्यादा अच्छे से आपस में कम्यूनिकेट कर लेते हैं इसीलिए यह इतनी फ़ास्ट होती है।

SSD की Price

Crucial BX500 240GB 3D NAND SATA 2.5-inch SSD (CT240BX500SSD1) ₹2,985
Samsung 870 EVO 500GB SATA 2.5″ Internal Solid State Drive (SSD) (MZ-77E500) ₹7,051
Kingston Q500 240GB SATA3 2.5 SSD (SQ50037/240G) ₹3,041
Western Digital WD SN550 500GB NVMe Internal SSD – 2400MB/s R, 1750MB/s W, (WDS500G2B0C, Blue) ₹5,244

 

SSD के विशेषताएं

अब चलिए SSD के Features के बारे में जानते हैं.

Fast Speed

सच में SSDs बहुत ही ज़्यादा Fast होते हैं। इसमें आपको बेहतर throughput और instantaneous access times प्राप्त होता है, जिससे तेज़ी से boot ups, जल्द file transfers होता है।

Ultra-Light Weight

ये बहुत हल्के होते हैं क्यूँकि इसमें केवल Flash Chip होते हैं जो की काफ़ी हल्के होते हैं।

बहुत ज़्यादा Durabile होता है

Solid state drives में एक non-mechanical design होता है NAND flash का जो की mount होता है circuit boards पर। वहीं इसमें shock resistant up to 1500g तक होता है।

Silent होता है

जब ये काम कर रहा होता है तब भी ये काफ़ी चुप चाप से काम कर रहा होता है। इसलिए आपको काफ़ी भी disturbance देखने को नहीं मिलता है।

Low Power Consumption

SSDs काफ़ी कम Power का इस्तमाल करती है। इसलिए जिस भी डिवाइस में इनका इस्तमाल होता है उसकी बैटरी काफ़ी देरी तक चलती है।

Cool Running

SSDs एक प्रकार के energy-efficient storage होते हैं और ये न के बराबर गर्मी पैदा करते हैं। इसलिए काफ़ी ठंड रहते हैं काफ़ी वक्त तक कार्य करने के बाद भी।

बेहतर Cost-Efficiency पायी जाती है. माना कि ये थोड़े क़ीमती होते हैं, लेकिन जब इनका इस्तमाल एक लम्बे समय तक किया जाता है तब आपको पता चलेगा की ये कितने ज़्यादा खिफ़ायती होते हैं।

SSD के उपयोग

Solid State Drive एक प्रकार का सेकेंडरी स्टोरेज है इसलिए इसका उपयोग Personal Data जैसे फोटो, वीडियो, संगीत और फाइल को स्टोर करने के लिए किया जाता है। एक कंप्यूटर में SSD, Operating System और Framework को भी स्टोर करता है जो सिस्टम को Boot करने और Operate करने की अनुमति देते हैं।

SSD पर आप उसी डेटा को स्टोर कर सकते हैं जो आप HDD पर कर सकते हैं लेकिन डाटा स्टोर करने के तरीके अलग-अलग होते हैं।

बड़ी मात्रा में डाटा के साथ काम करने वाली कंपनियां अक्सर SSD पर भरोसा करती है। क्योंकि इसमें डाटा को Access करने की गति और File Transfer की गति अधिक होती है। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है?

Enterprises Server को अपने Client के PC को ठीक से सेवा देने के लिए तेजी से पढ़ने और लिखने के लिए SSD की आवश्यकता होती है।

HDD Vs SSD में क्या अंतर है (HDD vs SSD which is Better)

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तो अब आपको HDD and SSD में शायद सब कुछ पता चल गया होगा। लेकिन अब हम पको बताएंगे की HDD और SSD के difference जिससे आपको अपने कंप्यूटर के लिए कोनसा storage device अच्छा है और कोनसा आपके लिए सही होगा चुनने में मदद मिलेगी। तो चलिए जानते है difference –

Attribute SSD (Solid State Drive) HDD (Hard Disk Drive)
Power Draw / Battery Life ये कम power का इस्तमाल करती है अगर averages की बात करें तो लगभग 2 से 3 watts जिसके चलते 30+ minute की battery boost मिलती हैं ये SSD की तुलना में बहुत ही ज्यादा power का इस्तमाल करता है. अगर averages की बात करें तो लगभग 6 से 7 watts इसलिए ये ज्यादा battery का इस्तमाल करता है
Cost ये बहुत ही ज्यादा Expensive होता है ये SSD की तुलना में काफी सस्ता होता है.
Capacity ये ज्यादातर इसके कीमत के वजह से ज्यादा capacity वाली storage नहीं बनायीं जाती ये बहुत ही ज्यादा capacity वाली बनायीं जाती हैं और इस्तमाल में भी आता है.
Operating System Boot Time इसकी average bootup time 10-13 seconds की होती है इसकी average bootup time 30-40 seconds की होती है
Noise इसमें को moving part न होने के कारण इसमें sound ज्यादा पैदा नहीं होती इसमें moving parts होती है और इसके साथ इसमें clicks और spinning की भी sounds आती रहती हैं.
Vibration इसमें को moving part न होने के कारण इसमें vibration ज्यादा पैदा नहीं होती इसमें platters की spinning होती है जिसके चलते इसमें vibration पैदा होना आम सी बात है
Heat Produced ये ज्यादा power की demand नहीं करती इसमें कोई moving parts भी नहीं है इसके चलते ये बहुत ही कम heat पैदा करती है ये SSD की तुलना में ज्यादा heat पैदा करती है क्यूंकि इसमें moving parts होती है जो की लगातार घूम रही होती हैं.
Failure Rate इसमें Mean time between failure rate of 2.0 million hours इसमें Mean time between failure rate of 1.5 million hours
File Copy/Write Speed इसमें Copy करने की speed Generally 200 MB/s से 550 MB/s तक की होती है इसमें Copy करने की speed Generally 50 MB/s से 120 MB/s तक की होती है
Encryption इसमें drive में Full Disk Encryption (FDE) होती हैं इसमें drive में Full Disk Encryption (FDE) होती हैं
File Opening Speed ये HDD की तुलना में 30% faster खुलता है ये SSD की तुलना में काफी slow होता है
Magnetism Affected SSD किसी भी प्रकार की magnetism effect से safe होता है वहीँ HDD पर Magnets का काफी असर पड़ता है इससे data पूरी तरह से erase भी हो सकती है

 

कंप्यूटर में SSD लगाये या HDD – कौन है बेहतर

 

अगर आपको लेख को पढने के बाद अभी भी Confusion बना हैं कि आपको HDD लेनी चलिए या SSD तो उसका समाधान भी हमने बताया हैं अगर आप अपने कंप्यूटर की Performance और Speed High चाहिए और स्टोरेज ज्यादा नहीं चाहिए तो आपके लिए SSD बेहतर विकल्प है और साथ में ही SSD में आपका Data भी सुरक्षित रहता है.सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है?

लेकिन अगर आपको Storage बहुत अधिक चाहिए और Speed भी ठीक – ठाक चाहिए तो हार्ड डिस्क ड्राइव आपके लिए बेहतर है. हार्ड डिस्क ड्राइव कम खर्च में अधिक स्टोरेज प्रदान करवाती है. हमारी माने तो अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में 1TB HDD (हार्ड डिस्क ड्राइव) और 120GB या 256GB SSD एक साथ लगवा सकते है. जिससे आपके कंप्यूटर की बहुत अधिक स्पीड बढ़ जाएगी.

SSD के लाभ

  • हार्ड ड्राइव का जीवन काल SSD की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत कम होता है क्योंकि SSD में Moving Parts नहीं लगे होते हैं। यह हार्ड ड्राइव की तुलना में अधिक विश्वसनीय और Shock Resistance होते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप अपना लैपटॉप गिरा देते है और उसमें Solid State Drive लगा हुआ है तो आपकी स्क्रीन शायद Solid State Drive से पहले टूट जाएगी।
  • SSD स्टोरेज में औसत System Boot-up गति 10-13 सेकंड है जबकि HDD स्टोरेज वाले सिस्टम के लिए Boot-up समय 30-40 सेकंड है। जो कम से कम 3 गुना धीमा है।
  • Solid State Drive में पढ़ने और लिखने की गति कई अधिक होती है जिसका मतलब यह है कि डेटा का अपलोड और डाउनलोड बहुत तेजी से होता है। यह कम से कम 200 MB प्रति सेकेंड की दर से Read और Write करती है। SSD के Access Speed 35 से 100 Microsecond है जो HDD का 100 गुना है।
  • SSD की फाइल खोलने की गति HDD की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत तेज होती है।
  • HDD SSD की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक बिजली खींचते हैं। जो बैटरी लाइफ के साथ-साथ बिजली के बिलों पर भी प्रभाव डालता है। 
  • चुकी SSD में हल्के Components होते हैं इसलिए इन्हें कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है।
  • SSD को सेट करना आसान है और इसके लिए किसी भी खास Experience की आवश्यकता नहीं है।
  • Solid State Drive में कोई हिलने-डुलने वाले Parts नहीं होते हैं जिसके कारण यह कम गर्मी उत्पन्न करता है।

SSD के हानि 

  • SSD का उपयोग करने का पहला नुकसान यह है कि इसका अधिक दाम है। HDD की तुलना में SSD की कीमत दोगुने से अधिक है।
  • Solid State Drive में स्टोरेज क्षमत सीमित होती है। इसकी बेस स्टोरेज क्षमता 128GB है। जैसे-जैसे SSD इस की स्टोरेज क्षमता बढ़ती जाती है, इस डिवाइस का मूल्य भी बढ़ता जाता है।
  • SSD बाजार में कम मात्रा में मिलते हैं। HDD की तुलना में SSD को खोजने में मुश्किल होती है। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है?
  • Solid State Drive में उपयोग की जाने वाली Flash Memory कुछ निश्चित संख्या में लिखने तक सीमित होती है। SSD डाटा को लिखने के लिए एक प्रक्रिया का उपयोग करता है जिसे राइट साइकिल कहा जाता है।
  • SSD पर डाटा हटाने के बाद इसे पुनः प्राप्त करना लगभग असंभव है। भले ही यह डाटा सुरक्षा के मामले में फायदेमंद हो सकता है लेकिन अगर उचित बैकअप नहीं बनाया गया तो इससे गंभीर समस्या हो सकती है। 

SSD बनाने वाली कंपनी के नाम- Manufacturers of SSD

आइये जानते है कुछ खास कंपनियों के नाम जो यह Solid state drive बनाने का काम करती हैं:

  • Sandisk
  • seagate technology
  • Silicon power
  • Sk hynix
  • Samsung
  • Western Digital
  • Kingston Technology
  • Intel
  • Toshiba
  • Micron

हालाँकि कंपनियां तो बहुत है जो SSD बनाती है लेकिन मैंने यहाँ आपको कुछ ही नाम बताये हैं। यह साडी companies SSD बनाने के अलावा HDD भी बनाती है SSD lifespan How long do SSDs last ? (SSD का जीवनकाल SSD कितने समय तक चलता है?)

वर्तमान समय में, जो SSD के वेंडर है वो SSD के जीवनकाल का अनुमान लगाने के लिए तीन अलग-अलग चीजों का उपयोग करते हैं: SSD की लाईफ, समय के साथ लिखी गईं टेराबाइट्स की कुल संख्या (TBW), और ड्राइव प्रति दिन जो (DWPD) कूछ भी लिखती है। उसके हिसाब से SSD की लाईफ का अंदाजा लगाते है ।

आज के समय में SSD की लाईफ लगभग 10 वर्ष रखी गई है – हालांकि औसत SSD का जीवनकाल इससे कम है।  Google और टोरंटो विश्वविद्यालय ने साथ मिलकर एक संयुक्त अध्ययन किया । कई वर्षों की अवधि में SSDs का परीक्षण हुआ । नतीजा यह पाया गया कि जब SSD ने काम करना बंद कर दिया तो SSD की प्राथमिक उम्र निर्धारक की गई थी।  इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि SSD Drive HDD Drive की तुलना में लगभग 25% कम बार ख़राब हुईं है ।

Fastest SSD In India

Which SSD is faster ?  कोनसी ssd सबसे फ़ास्ट है अगर हम इसकी बात करे तो आपको बहुत सारी कंपनी की ssd मिल जाएगी | इनमे लोकल कम्पनी भी है और ब्रांडेड कम्पनी भी है |

  1. Samsung970EVO Plus :

जो कम्पनीज अच्छी क्वालिटी की ssd बनाती है Samsung उनमे से एक है | सैमसंग 970 ईवो प्लस मार्किट में सबसे तेज ssd ड्राइव में से एक है | Samsung 970 EVO Plus Speed की बात करे तो इसकी reading स्पीड 3500 Megabytes Per Second है और Writing Speed 3,500/3,300 MB/s है | Samsung 970 Evo Plus Storage Capacity की बात करे तो ये 250GB/500GB/1TB/2TB है | ये M.2 स्लॉट में आती है | Samsung 970 ssd Warranty की बात करे तो कंपनी इसकी 5 साल की वारंटी देती है |

  1. CORSAIR Force Series MP510 NVMe

Corsair Force MP 510 हाई परफॉरमेंस वाली ssd drive है | यह ATSB परीक्षणों में शानदार स्कोर देती है | Corsair MP510 की power efficiency भी बोहोत अच्छी है | MP510 NVMe ssd Phison E12 कंट्रोलर और Toshiba K 64-लेयर 3D TLC NAND संयोजन के साथ आता है जो की NVMe SSD बाजार में काफी फेमस है। Corsair Force MP 510 Writing Speed 3,000 Megabytes Per Second और Reading Speed 3480 Megabytes Per Second है |

  1. Western Digital WDSN750Black NVME SSD

WD SN750 SSD लॉन्ग लाइफ और पीक परफॉर्मेंस के लिए हीटसिंक के साथ आती है। Western Digital कंपनी इस SSD के साथ 64-लेयर 3D NAND के साथ आती है | ये ssd खास तोर पर Gaming PC के लिए बनाई गई है | सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD । इसकी पढ़ने और लिखने की गति के अलावा, इस एसएसडी के साथ आप गेम को आसानी से इंस्टाल और play कर सकते हो और इसका लोड समय भी तेज है। WD SN750 Reading Speed 3430 Megabytes Per Second और Writing Speed 3,400MB/s 545MB/s है |  

  1. ADATA XPG SX8200 SSD

ADATA का XPG SX8200 एक हाई परफॉरमेंस ssd है जो उच्च सहनशक्ति को स्पोर्ट करता है। इस ssd का ट्रान्सफर रेट काफी अच्छा है | ADATA XPG SX8200 ssd की 5 साल की वारंटी आती है। ADATA XPG SX8200 SSD की Reading Speed  3500 Megabytes Per Second और Writing Speed 3500/3000 Megabytes Per Second है | यदि आप एक ठोस और अच्छी ssd की तलाश कर रहे हैं जो पॉकेट-फ्रेंडली भी हो, तो ADATA XPG SX8200 आपके लिए एक अच्छा विकल्प है |

Desktop  में 2.5 SSD को कैसे इनस्टॉल करें

आरंभ करने से पहले, कृपया सिस्टम से पावर को सुरक्षित रूप से डिस्कनेक्ट करें।तेजी से ढीला और डेस्कटॉप से ​​कंप्यूटर केस कवर को हटा दें।अब मदरबोर्ड पर SATA पोर्ट में स्थित है।अगर आप एक 2.5 ड्राइव बे का उपयोग कर रहे हैं, सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD तो आपको बहुत सारे BRACKET से गुजरना होगा।ड्राइव बे में SSD और माउंट SDD पर छेद के साथ ब्रैकेट पर पहाड़ स्क्रू छेद को संरेखित करके एसएसडी संलग्न करें।

यदि आप 3.5 चालक बे का उपयोग कर रहे हैं, तो डॉन माउंटिंग ब्रैकेट को अलग करें।एसएसडी पर छेद के साथ ब्रैकेट पर दरवाजा बढ़ते पेंच छेद को संरेखित करके एसएसडी संलग्न करें।डेस्कटॉप के अंदर उपलब्ध 3.5 ड्राइव का पता लगाएँ और SSD को स्थापित करें।SATA केबल के एक छोर को SSD से जोड़ा गया और दूसरे छोर को मदरबोर्ड पर SATA कनेक्टर से जोड़ दीजिया।

अगला SATA पावर केबल का उपयोग करें जो बिजली की आपूर्ति से जोड़ा है और इसे SSD से जोड़ दिया है।कंप्यूटर केस के बैक बटन को दबाएं। अपने सिस्टम के पावर कोड में प्लग करें।

 

क्या हम SSD और HDD दोनों को एक साथ उपयोग कर सकते हैं?

 

एक कंप्यूटर पर अधिकतम परफॉर्मेंस प्राप्त करने के लिए, बहुत से यूजर्स एक ही समय में SSD और HDD का उपयोग करना चाहते हैं। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है?

क्या आपके पास एक ही कंप्यूटर में SSD और HDD हो सकते हैं? जवाब बिल्कुल हां है। एक ही समय में SSD और HDD का उपयोग करना एक उत्कृष्ट विचार है। सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD एक SSD कई विशिष्ट गुणों का दावा करता है जैसे कि तेज लोडिंग गति, कम बिजली की खपत, और आदि। इसलिए, बहुत से लोग मौजूदा HDD के साथ SSD इंस्‍टॉल करना चाहते हैं।

एक ही समय में SSD और HDD का उपयोग करने से SSD की तेज गति और HDD की बड़ी क्षमता का लाभ उठाया जा सकता है। हालाँकि, बड़ी क्षमता वाले SSD समान स्थान वाले सामान्य HDD की तुलना में अधिक महंगे होते हैं, इसलिए बहुत से लोग केवल अपेक्षाकृत कम क्षमता वाला SSD खरीद सकते हैं।

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Conclusion

तो दोस्तों आपको मेरी यह लेख सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है? प्रकार, उपयोग तथा  HDD और SSD  में अंतर पूरी जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.


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सॉलिड-स्टेट ड्राइव SSD क्या है? HDD और SSD  में अंतर पूरी जानकारी 

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