Coding क्या है, Coding कैसे सीखे? पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों, Coding यह शब्द आज के ज़माने में अख़बार, टीवी विज्ञापन, वेबसाइट और बहोत से जगह का चर्चित विषय बन चूका है। Coding क्या है हमे से बहोत से लोगो को Coding क्या है? | What is Coding in hindi? और Coding का इस्तेमाल किस जगह किया जाता है? इन सब बातो का ज्यादा ज्ञान नहीं रहता। और यह आम बात है क्यूकी संगणक से जुडी  कोई भी चीजो के बारे में समझने में पढ़ने में लोग ज्यादा रूचि नहीं दिखाते।आज दुनिया के आधे से ज्यादा लोग किसी तरह का काम करने के लिए Android Smart  phone या Iphone इस्तेमाल करते है,

यही नहीं साथ ही किसी तरह की जानकारी हासिल करने के लिए हम तरह तरह की वेबसाइट का सहारा लेते है। Computer, Mobile Phones, Tablet , तरह तरह के Electronic Gadgets इन सरे चीज़ो को किसी भी तरह के सवाल समझने के लिए , एक विशेष प्रकार का काम करने के लिए एक विशेष प्रकार की भाषा की ज़रूरत होती है, और यह ज़रूरत हम Coding के जरीये पूरी करते है।
यदि आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेब विकास, या डेटा विज्ञान जैसे उच्च-भुगतान वाले क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, तो आपको Coding को समझना और उपयोग करना आवश्यक है। इसलिए आज हम आपको बहोत ही सरल भाषा में बताएँगे की Coding क्या है | What is Coding in Hindi और किस तरह हम अलग तरह के Coding के भाषाऐ  सिख कर अलग अलग क्षेत्र में बड़ी कामियाबी हासिल कर सकते है।
Coding क्या है, Coding कैसे सीखे? पूरी जानकारी
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Coding क्या है ?

Coding को प्रोग्रामिंग के रूप में भी जाना जाता है। कंप्यूटर पर हम जो कुछ भी करते हैं वो सारा काम इसी के जरिए किआ जाता है। Coding के जरिए ही कंप्यूटर को बताया जाता है कि उसे क्या करना है। यानी कंप्यूटर को जिस भाषा को समझता है उसे कोडिंग कहा जाता है। अगर आपको कोडिंग लैंग्वेज आती है तो आप बड़ी आसानी से वेबसाइट्स या ऐप बना सकते हैं।

इसके अलावा भी कई सारी चीजें कोडिंग लैंग्वेज से की जा सकती हैं, जैसे Artificial intelligence और रोबोटिक्स. कंप्यूटर में हमे कोडिंग या प्रोगरामिंग नहीं दिखती है, हमे बस सामने की चीज़े दिखाई देती हैं, कोडिंग और प्रोगरामिंग में फ्रंट एन्ड और बैक एन्ड होता है, जिससे हम कंप्यूटर और स्मार्टफोन का उपयोग कर पाते हैं.

प्रोगरामिंग की बहोत सारी लैंग्वेज होती है, कोई वेब डेवलपमेंट के लिए तो कोई एंड्राइड ऐप्प डेवलपमेंट के लिए यूज़ किआ जाता है, जिसको की हर कोई व्यक्ति बिना नॉलेज के नहीं कर सकता है. प्रोगरामिंग या कोडिंग करने के लिए आपको इसका अच्छे से नॉलेज होना चाइये.

Coding meaning in Hindi ?

चूँकि कंप्यूटर एक मशीन है और वह इंसानी भाषा तो नही समझ सकता  तो इसके लिए हमने एक तरीका खोज निकाला जिससे अपनी भाषा को मशीनी भाषा में बदल कर कंप्यूटर से कम्युनिकेशन कर सकते है| अगर आपको “Hello dear” लिखना है तो आप उसे पेन से लिखकर नही बता सकते है की”Hello dear” लिख दो | इसके लिए आपको कमांड Print “Hello dear” देना होगा |

कंप्यूटर केवल बाइनरी भाषा (नंबर की भाषा) समझता है। वह सिर्फ 0 और 1 की भाषा समझता है। वह नंबरों के अलग-अलग कॉम्बिनेशन से ही अलग-अलग तरीके से कमांड लेता है। लेकिन 0 और 1 के ये लाखों करोड़ो कॉम्बिनेशन टाइप करना भी एक बड़ी समस्या थी इसीलिए, इस समस्या से निपटने के लिए कई सारी कोडिंग भाषाओँ ने जन्म लिया |

जैसे- HTML, CSS, JAVASCRIPT, React, C+, C++, Go, Kotlin, php etc.

हर तरह के ऐप, गेम या वेबसाइट जो एक प्रोग्राम है, कोडिंग से बना है| प्रोग्रामिंग को कोडिंग भी कहते है । कंप्यूटर का सारा काम इसके द्वारा किया जाता है। आपके कंप्यूटर को फ्लैट फीट बताने के तरीके को ही कोडिंग कहते है । यानी जिस भाषा को कंप्यूटर एन्क्रिप्शन करके समझते हैं उसे ही कोडिंग कहा जाता है।

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, गेम, ऐप और वेबसाइट आदि बनाना हमारे लिए कोडिंग को संभव बनाता है। प्रोग्रामिंग, आप कंप्यूटर पर जो कुछ भी देखते हैं या करते हैं उसका आधार है और कंप्यूटर समझ सकता है और व्यवहार कर सकता है या उसके अनुसार प्रतिक्रिया कर सकता है, वही कोडिंग है | एक सामान्य प्रश्न कि क्या “कंप्यूटर प्रोग्रामिंग” और “कंप्यूटर प्रोग्रामिंग” एक ही चीज़ हैं? कोडिंग, प्रोग्रामिंग का एक हिस्सा है जो मशीन के लिए भाषा को बाइनरी कमांड में बदलने से संबंधित है। प्रोग्रामिंग, एक प्रोग्राम बनाने की प्रक्रिया है जो कुछ मानकों को पूरा करता है और एक निश्चित कार्य करता है।

कोडिंग क्या होती है?

कंप्यूटर की अपनी भाषा है जिसे मशीन कोड कहते हैं, वो कंप्यूटर को बताता है कि क्या करना है और कैसे करना है। Coding क्या है यानि कंप्यूटर जो भाषा समझता है उसे कोडिंग कहते हैं. मशीन कोड एक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो binary (0,1) में लिखा जाता है। अन्य Programming Languages को मशीन कोड में ट्रांसलेट किया जाता है ताकि कंप्यूटर उन्हें पढ़ सके। मशीन कोड की जगह programming भाषा (html, css, Java etc) का इस्तेमाल करते हैं, जिसे समझना भी आसान है। Coding Kaise Sikhe में आपको यह जानना बेहद ज़रूरी है की विश्व की हर वेबसाइट कोडिंग की सहायता से ही काम करती है।

कोडिंग ऐप क्यों?

आमतौर पर कोडिंग सीखने के लिए अलग से कोर्स करने पड़ते हैं और इसमें काफी पैसा और वक्त भी लगता है। ग्रासहॉपर ऐप के अबाउट सेक्शन में लिखा है: ‘आज के दौर में कोडिंग एक जरूरी स्किल बन गई है और हम चाहते हैं कि आप अपनी बिजी लाइफ में भी थोड़ा वक्त निकालकर इसे सीख सकें। हमने इसे इसलिए तैयार किया है ताकि आप आसान तरीके से कोडिंग की बारीकियों को जान सकें। इसीलिए हमने इसे स्मार्टफोन्स के लिए डिजाइन किया है। हम उम्मीद करते हैं कि ये आपको पसंद आएगा और आपको कोडिंग सीखने में मदद करेगा।’

कोडिंग का इतिहास

  • सन 1842 से 1843
    Ada Lovelace ने बर्नोली नंबरों की गणना करने की एक विधि का अविष्कार किया। इसे पहला कंप्यूटर प्रोग्राम माना जाता है। 
  • सन 1930 से 1950
    दूसरे विश्व युद्ध के दौरान प्रोग्राम मशीनों में एहम प्रगति हुई। क्रिप्टोग्राफिक मशीनें जो के सैन्य कोडों को समझने के लिए उपयोग की जाती थी, इन्हे एनिग्मा का नाम दिया गया जिसका आविष्कार जर्मन इंजीनियर आर्थर शेरबियस और एलन ट्यूरिंग द्वारा किया गया था | 
  • सन 1951 से 58
    जिसे हम असल में कंप्यूटर प्रोग्राम बोल सकते है, वह कंप्यूटर कोड असेंबली लैंग्वेज (ASM) या रीजनल असेंबली लैंग्वेज था। इसके बाद  FORTRAN और ALGOL 58 जैसी कोडिंग भाषाओं का विकास शुरू हो गया ।
  • सन 1959
    एडमिरल ग्रेस जिन्होंने UNIVAC I कंप्यूटर को विकसित किया और इसके लिए एक compiler भी बनाया जो के फिर तब्दील होकर  COBOL बन गया, इसे आज भी इस्तेमाल किया जाता है।
  • सन 1960 से 1970
    इस दशक में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग मुख्य रूप से विश्वविद्यालयों, सेना और बड़ी कम्पनीओ में उपयोग की जाने लगी । इसी दशक में BASIC प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की शुरुआत हुई।
  • सन 1970 से 1985
    1970 के दशक से, C, SQL, C++, MATLAB का विकास हुआ। और इसके साथ ही 80 का दशक Personal Computer का स्वर्ण युग था|  
  • सन 1990 से वर्तमान
    यह इंटरनेट का युग और कई नई प्रोग्रामिंग भाषाओं लेकर आया और लोगों को बेहतर तरीके से कोडिंग सीखने के लिए बहुत सारे प्रोग्राम भी बने। इस युग में कोडिंग आम लोगो तक भी पहुंच गयी | 

प्रमुख कोडिंग लैंग्वेज

Coding Kaise Sikhe में आपको हम दे रहे हैं कुछ प्रमुख कोडिंग भाषाएं जो आपकी कोडिंग सीखने में बड़ी मदद करेंगी. तो आइए, जानते हैं।

C-Language

C language को शुरू में डेवेलप किया गया था। डेनिस रिच्ची ने 1969 से 1973 के बीच इसे डेवेलप किया था। Java, PHP, Javascript और language के Syntax सभी C language पर आधारित है।

C++

C++ बहुत ही पावरफुल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है इसका इस्तेमाल गेम्स, ब्रोवेर और ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित करने के लिए किया जाता है। C++ पावरफुल होने के साथ बहुत फ्लेक्सिबल है। यह अलग तरह ऑफ प्रोग्रामिंग को सपोर्ट करता है।

JAVA

Java एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका इस्तेमाल एप बनाने के लिए किया जाता है। Java को Sun Microsystems ने 90 के दशक में डेवेलप किया था। एप डेवेलपमेंट के लिए जावा सबसे सिंपल है। Java को नेटवर्क एप्लीकेशन बनाने के लिए ही डिज़ाइन किया है। अगर आपको Java की बेसिक नॉलेज है तो आप एक एप डिजाईन कर सकते हैं।

HTML

HTML एक कोडिंग लैंग्वेज है जिसका इस्तेमाल वेबसाइट डेवलपमेंट में सबसे ज्यादा किया जाता है। HTML का अर्थ HYPERTEXT MARKUP LANGUAGE होता है। HTML को टिम बर्नर्स ली ने 1980 में खोजा था। HTML से सबसे जरुरी है Tag अगर हम सही से tag उसे नहीं करेंगे तो HTML भी काम नहीं करेगा। HTML में कई छोटे कोड होते हैं जो मिलकर पूरी सीरीज बनाते हैं। HTML को हम नार्मल notepad पर ही लिखते हैं। HTML की बेसिक सीखने पर वेबसाइट आसानी से बनाई जा सकती है।

CSS

इसका इस्तेमाल होता है वेबपेज (Webpage) के layout, color fonts को डिज़ाइन और customize करने के लिए। इसे किसी भी XML based markup language के साथ इस्तेमाल में लिया जा सकता है। यह एक इंडिपेंडेंट HTML है।

RUBY

इसका इस्तेमाल वेब एप्लीकेशन डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है और यह Python की General Coding Purpose लैंग्वेज है। इसमें डेटा विश्लेषण, प्रोटोटाइपिंग और प्रूफ ऑफ़ कांसेप्ट जैसे कई एप्लीकेशन हैं. RUBY का सबसे ज्यादा उपयोग रेल वेब में किया जाता है, और रेल वेब की रूबी पर ही बनाया गया है। इसमें आप चाहे तब बदलाव कर सकते हैं बिना किसी रुकावट के।

Python

HTML, CSS और JAVASCRIPT में Python सबसे अलग है। इसका इस्तेमाल डेटा साइंस में किया जाता है।

अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज

  • PHP
  • MYSQL
  • Javascript
  • .NET

Coding कैसे सीखे?

यदि आप coding को अपना कैरियर के रूप में चुनना चाहते हैं, तो आप Computer science में Engineering, BCA या MCA डिग्री आदि कर सकते हैं. हालांकि, कॉलेज शिक्षा के 3 से 4 साल देना coding को सीखने का एकमात्र तरीका नहीं है. कोडिंग में महारत हासिल करने के लिए नजदीकी Institute या online tutorials आपकी मदद कर सकते हैं.

कोडिंग की दुनिया में सबसे पहले आपको HTML और CSS को सीखना होगा, जिसके जरिए केवल बुनियादी वेबसाइटों को विकसित कर सकते हैं. भुगतान प्रणाली या डेटाबेस, सुरक्षा से जुड़ी अधिक इंटरैक्टिव वेबसाइटों के लिए, आपको सभी घटकों को गाने के लिए Javascript, PHP, SQL, Python अदि को जानना होगा. मोबाइल iOS और Android के लिए Java या Kotlin, Flutter आदि लैंग्वेज को सीखना होगा.

Beginners के लिए W3schools कोडिंग सीखने का एक बेहतरीन वेबसाइट है. इसके अलावा Codecademy, Tutorialspoint, Javatpoint से भी आप coding सीख सकते हैं. आप चाहे तो UdemyCoursera के कोर्स खरीद सकते हैं. इन सबके अलावा YouTube पर बहुत सारे से चैनल है, जहां पर आप हिंदी में भी कोडिंग सीख सकते हैं.

Coding कैसे काम करती है? | How does Coding work in Hindi 

 कंप्यूटर जब भी हमें किसी चीज़ को दिखता है,जैसे की Image, Video, Website, या किसी तरह का Software वह हमें हमारे ह्यूमन लैंग्वेज फॉर्म  देता है, जिससे हम आसानी से कंप्यूटर के कार्य को समझ पाते है। मगर कंप्यूटर अंदर से एक कोड के स्वरुप में काम करता है जिसे हम बाइनरी (Binary Code) कोड कहते है, जोकि सिर्फ शुन्य (Zero) और एक (One) इस गणिति आकड़ो पर चलता है। 
अब सवाल ये आता है की Computer एक और शुन्य इन दो ही Code पर काम क्यू करता है? इसका आसान सा जवाब ये की कंप्यूटर यह एक Electronics मशीन है जोकि वायर , सर्किट, और लाखो करोडो Transistor बना होता है, कंप्यूटर में सबसे महत्व के उसमे लगे हुए transistor होते है, जोकि एक Switch की तरह काम करते जोकि सिर्फ चालू या बंद ( ON Or OFF) , हा या ना (YES Or No) या फिर शुन्य या एक (Zero Or One)  इस तरह के दो ही आकड़ो पर कार्य कर सकते है।  तो इन्ही transistor से ही पूरी binary Code नंबर सिस्टम चलती है। 
Transistor में चलने वाले One और zero के कार्य को हम बिट्स (Bit) कहते है, यानि की एक बिट में  एक और शुन्य की संभावना होती है तो दो बिट्स में शुन्य-एक , एक-शुन्य ऐसी चार संभावना होती है। 
कंप्यूटर में लगे इन्ही लाखो- करोडो Transistor चालू-बंद (ON Or OFF) करने की वजह से binary Codes का सारा हिसाब चलता है, और हमें अलग तरह के Format में अलग प्रोगरामिंग भाषा (Programming Language) का इस्तेमाल करके कंप्यूटर में  चीजे देखने मिलती है।

प्रोग्रामिंग  या कोडिंग

प्रोगरामिंग या कोडिंग सीखने के लिए आपको बहोत ज्यादा मेहनत करने की जरुरत नहीं है, बस सब कुछ आपको आपके दिमाग के हिसाब से करना है, Coding क्या है और आप इसमें माहिर होजाएंगे. वैसे आपको तो ये पता हे होगा की कोई भी चीज़ को अगर हमे अच्छे से सीखना है तो उसके लिए हमे वो चीज़ बहोत ध्यान लगा कर करनी चाइये, और कोडिंग में भी कुछ एसा हे करना होता है. दोस्तों कोडिग के लिए आपको इंग्लिश भी आनी चाइये, मतलब आपको थोड़ी बहोत इंग्लिश समझ में आणि चाइये तभी आप इसे सीख सकते हैं,

कूकि इसमें सबसे ज्यादा इंग्लिश वर्ड्स का यूज़ किआ जाता है, और सभी चीज़े इंग्लिश में कोड करनी पड़ती हैं. क्या है, अगर आपका इन्ट्रेस्ट कंप्यूटर में है और अगर आप कोडिंग या प्रोगरामिंग सीखना चाहते हैं, तो हम आपको बातयेंगे की आप कैसे सीख सकते हैं. कोडिंग सीखने के लिए आपको सबसे पहले तो बेसिक चीज़ों से स्टार्टिंग करनी होगी, दोस्तों ये जरुरी नहीं है, कोडिंग या प्रोगरामिंग करने के लिए आपके पास सॉफ्टवेयर इंजीनियर की डिग्री होनी चाइये, अगर आपके पास डिग्री नहीं है, तो कोई बात नहीं आप फिर भी मेहनत करके प्रोगरामिंग सीख सकते हैं.

प्रोगरामिंग या कोडिंग सीखने के लिए आपको बहोत ज्यादा मेहनत करने की जरुरत नहीं है, बस सब कुछ आपको आपके दिमाग के हिसाब से करना है, और आप इसमें माहिर होजाएंगे. वैसे आपको तो ये पता हे होगा की कोई भी चीज़ को अगर हमे अच्छे से सीखना है तो उसके लिए हमे वो चीज़ बहोत ध्यान लगा कर करनी चाइये, और कोडिंग में भी कुछ एसा हे करना होता है.

दोस्तों कोडिग के लिए आपको इंग्लिश भी आणि चाइये, मतलब आपको थोड़ी बहोत इंग्लिश समझ में आणि चाइये तभी आप इसे सीख सकते हैं, कूकि इसमें सबसे ज्यादा इंग्लिश वर्ड्स का यूज़ किआ जाता है, और सभी चीज़े इंग्लिश में कोड करनी पड़ती हैं.

कोडिंग सीखने के लिए आपको बेसिक चीज़ों जैसे C++ कंप्यूटर प्रोगरामिंग के लिए और HTML वेब डेवलपमेंट के लिए. ऐप्प ऑफलाइन और online कोडिंग सीख सकते हैं

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Offline कोडिंग कैसे सीखे?

ऑफलाइन कोडिंग सीखने के लिए आपको, कोई कोचिंग क्लास जहाँ पर प्रोगरामिंग सिखाई जाती है वहां जाकर, और प्रोगरामिंग की किताब से कोडिंग सीख सकते हैं, अगर आपको कोचिंग के बारे में ना पता हो तो आप आपने कोई फ्रेंड से हेल्प ले सकते हैं या google पर भी सर्च कर सकते हैं.

Online कोडिंग कैसे सीखे?

ऑनलाइन कोडिंग सीखने के लिए बहोत सारी वेबसाइट हैं, जिनसे आप कोडिंग सीख सकते हैं, आपको ऑनलाइन बहोत सारी वेबसाइट मिल जाएँगी, जिनसे आप कोडिंग सीख सकते हैं, बहोत सारी वेबसाइट हैं जो फ्री में कोडिंग और प्रोगरामिंग सिखाती हैं, और बहोत सी एसी भी हैं, जिनमे आपको पैसे देने पड़ते हैं. जैसे w3schools.com and www.tutorialspoint.com

कोनसे Technology में कोनसा Coding इस्तेमाल होती है

अगर आप coding Kya hai इसके बारेमें जान लिया है और आपका मन है की आप technology के दुनिया में आके coding से अपना career बनाना चाहते है तो आपको जान लेना चाहिए की आपको किन किन चीजों की जरुरत होती है कोनसे field में ताकि आपको आसानी होगी जो आप करना चाहते है वो करने केलिए ।

Coding के बारेमें हमें ज्यादा पता नहीं है जिसके कारन से अक्सर हम इसी filed में आगे तक नहीं जा पते है, अगर हमारे पास इसके समन्धित अगर जानकारी होती तो हम कहीं ना कहीं बोहोत कुछ कर सकते है, चलिए तो जानते है कोनसे technology में काम करने केलिय कोनसे coding language की जरुरत होगी

Technology Programming Language
Web Designing HTML, CSS, JavaScript, JQuery
Web Development PHP, Python, ASP.Net, Java EE, Django
Desktop C+, Java SE, Python, Delphi, Swift, PHP
Mobile Apps Swift, Java, Kotlin, C#
Data Analytics Python, JavaScript, Java, R, C/C++, SQL, MATLAB
Embedded System C, C++, ASSEMBLY
Games C#, C++, Java, JavaScript, Python, SQL, Rust, Lua

Coding का यूज क्या है?

Coding का इस्तेमाल आज कई चीजों में होता है आइए तो फिर जानते और समझते कि आज कोडिंग कहा कहा उपयोग की जाती है।

1. कंप्यूटर प्रोग्रामिंग या कोडिंग का इस्तेमाल हम वेबसाइटों, ग्राफिक डिजाइन, ऐप्स और कई अन्य चीजों को कंप्यूटर के माध्यम से करते है। 

2. विजुअल इफेक्ट्स (VFX), और मोबाइल या पीसी गेम को बनाने के लिए कॉडिंग का इस्तेमाल किया जाता है।

3.  फिल्मों और वीडियो में स्पेशल इफेक्ट को जोड़ने के लिए कोडिंग का इस्तेमाल करते हैं।

4. कंप्यूटर प्रोग्राम को कॉमनिकेशन मीडिया ( जैसे कि -Voice Communication, SMS, Chat, Video Calling ) को डिजाइन करने के लिए करते हैं।

5. आज सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के माध्यम से बनाया गया हैं। यानी कि कोडिंग का इस्तेमाल करके MS Office, calculator, browsers ( जैसे कि – क्रोम, इंटरनेट एक्सप्लोरर आदि) बनाए गए हैं।

Coding सीखना क्यों जरुरी है?

यहां पर मैं एक बताना चाहता हूं कि अगर आप आगे जाकर कोई एप्लीकेशन या वेबसाइट बनाना चाहते हो या सॉफ्टवेयर बनाना है। ऐसी चीजों में आपको इंटरेस्ट है। कंप्यूटर की फील्ड में जाना है। IT फील्ड में जाना है। Coding क्या है और आगे जाकर आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है तो डेफिनेटली आपको जो स्कूल में पढ़ाया जाएगा 6th क्लास से तो डेफिनेटली coding पर फोकस करना चाहिए। और जो भी चीजें आपको सिखाई जाएगी 6th, 7th, 8th, 9th, 10th उन सभी क्लासों में आपको coding में अच्छे से फोकस करना है। और समझना है और छोटी छोटी चीजों को समझना कोडिंग देखो समझ में आया तो बहुत आसान है। और समझ में नहीं आया तो बहुत ही मुश्किल है।

कोडिंग सिखने से लाभ  

  • Technology और AI के बढ़ते प्रयोग के साथ Coding से संबंधित नौकरियों की मांग बढ़ रही है. यह आपके लिए एक अच्छा कैरियर ऑप्शन हो सकता है.
  • कोडिंग और प्रोग्रामिंग में आप ज्यादा पैसे कमा सकते हैं. भारत में एक अच्छे Coder की औसत सैलरी करीब 70 हजार से 1 लाख के बीच में होता है.
  • समस्या-समाधान के लिए कोडिंग नया दृष्टिकोण देने के साथ-साथ आपके logic को बेहतर करता है.
  • कोडिंग के मदद से आप चाहे तो अपने खुद का website, application या Game बना सकते हैं.
  • कोडिंग सीखने के बाद आप चाहे तो टीचर बन सकते हैं या फिर खुद का institute खोल सकते हैं.

राइटिंग एकेडेमिक अच्छी होती है

जिन बच्चों को कोडिंग आती है, वह प्लैनिंग और ऑर्गनाइजेशन अच्छी कर पाते हैं। जब भी उन्हें राइटिंग के लिए कहा जाता है, तो वह अपने पॉइंट्स को क्लीयर और ऑर्गनाइज कर पाते हैं। राइटिंग स्किल्स और कोडिंग आने से बच्चे अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं और इन स्किल्स से स्मार्ट वर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, कोडिंग से कॉन्फिडेंस और स्ट्रेंथ बढ़ती है जो काफी जरूरी है। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए कोडिंग लर्निंग एक बेस्ट स्किल में से एक हो सकती है।

Coding सिखने के लिए कितना समय लगता है ?

बोहतो सरे लोग का जानना ये होता है की coding को सिखने केलिए कितना समय लगता है, अगर इसका उत्तर में बताऊ तो इसका उत्तर होगी की ये कोई नहीं बता सकता है ये पूरा निर्भर करता है आपके ऊपर । Coding ऐसे ऐसी skill है जो की आप इस्पे काम करने और अभ्यास करने पे ही हो सकता है ।

फिर बी अगर आप रोज दिन का 3/4 घंटा देके चलते है तो आप आसानी से 3/4 महीने के अंदर आप एक बोहोत ही अच्छा coder बन सकते है पर आप इसमें हर चीज नहीं कर सकते है इसके लिए आपको काम से काम 2/3 साल लगेंगे अगर आपको बोहतो ही advanced लेवल के चीजों को अगर करना है तो ।

अगर आप कोई जॉब केलिय तैयारी कर रहे है तो आप आसानी से 3/4 महीना दिन का 3/4 घंटा समय देके चलते है तो आपके पास उतना काबिलियत हो जायेगा की आप आसानी से कोई बी job के interview crack कर सकते है । 

बेहतर कोडिंग के लिए टिप्स क्या है ? (Tips for better coding ?)

  • कोड को कभी भी कॉपी-पेस्ट न करें, प्रोग्राम के पीछे के तर्क को समझें।
  • समाधान(Solution) देखने से पहले कम से कम 20 बार कोशिश करें।
  • उच्च स्तर पर सीखने(Advanced Learned) से पहले सभी बेसिक (महत्वपूर्ण) सीखें।
  • प्रोग्रामिंग की मूल बातें सीखने के बाद, आप किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा को बहुत आसानी से सीख सकते हैं।
  • किसी भी प्रोग्राम को फंक्शन्स में डिवाइड करके लिखें और रिटर्न टाइप का फंक्शन बनाने की कोशिश करें।
  • गलती तो आम है, प्रोग्रामिंग करते समय त्रुटि का डर नहीं होना चाहिए।
  • अपने कोड को समझने योग्य बनाएं ताकि हर प्रोग्रामर इसे समझ सके।
  • कोडिंग सोच(Coding is thinking) है, लिखना नहीं(not writing)। इसलिए लोग कहते हैं कि 10 बार सोचें, फिर कोड लिखें।
  • अपने कौशल को बेहतर बनाने के लिए उसी कोड को तब तक लिखें जब तक आप पूरी तरह से संतुष्ट न हो जाएं कि आप कोड को कभी नहीं भूलेंगे।
  • अपनी सोच की गति को बेहतर बनाने के लिए डेटा संरचना और एल्गोरिदम सीखें।

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Conclusion

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Coding क्या है, Coding कैसे सीखे? पूरी जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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