Dedicated IP Address क्या है? IP Address का उपयोग क्यों?

दोस्तों Dedicated IP Address क्या है? IP Address का उपयोग क्यों? :- अक्सर आप सभी Blogger या Hosting Provider से Dedicated IP Address के बारे सुनते होंगे. आज मैं आपको Dedicated IP Address Kya hai & Shared IP Vs Dedicated IP के बारे में विस्तार से बताऊंगा. अगर आप blogging करते है WordPress पर तो आपको इसके बारे में जानकारी होना चाहिए और अपने बहुत बार इसके बारे में सुना होगा की Dedicated Server मिलेगा या Dedicated IP Address मिलेगा आपके ब्लॉग या website के लिए लेकिन फिर भी बहुत सारे लोग इसके बारे में नहीं जानते है.

ऐसे में अगर एक Blogger और आपको इनके बारे में जानकारी नहीं है. तो आप इस आर्टिकल को अच्छे से पूरा पढ़े, क्योकि यह पोस्ट आपको Pro-Blogger बनाने में और आपके Blog का Optimize करने में बहुत Help कर सकता है.Dedicated IP के बारे में जानने से पहले आपको समझना होगा, की IP Address क्या होता है.

 

Dedicated IP Address क्या है? IP Address का उपयोग क्यों?
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आईपी एड्रेस का फुल फॉर्म क्या होता है?(what is the full form of ip address)

 

IP Address का फुल फॉर्म Internet Protocol Address होता है इसे हिंदी में इन्टरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस पढ़ा जाता है.

 

 

IP Address क्या होता है? (What is IP Address)?

 

IP Address नेटवर्क या इन्टरनेट से जुड़े किसी भी डिवाइस का नंबर के रूप में एक एड्रेस होता है जिसके माध्यम से नेटवर्क से जुड़े डिवाइस की पहचान होती है तथा उनके बीच सफलतापूर्वक डेटा ट्रान्सफर होता है. IP एड्रेस एक डिजिटल एड्रेस का काम करता है. नेटवर्क से जुड़े डिवाइस IP एड्रेस के द्वारा ही आपस में कम्युनिकेशन कर पाते हैं.

हर एक डिवाइस का IP एड्रेस यूनिक होता है इसका मतलब है कि दो डिवाइस का IP एड्रेस एकसमान नहीं होता है. जब आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर को इन्टरनेट से कनेक्ट करते हैं तो आपके इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा आपके डिवाइस को एक IP एड्रेस प्रदान किया जाता है, इसी IP एड्रेस से आपके डिवाइस की इन्टरनेट में पहचान होती है.

 

नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक डिवाइस को एक विशिष्ट पहचान की आवश्यकता होती है ताकि अन्य डिवाइस यह जान सके कि उस तक कैसे पहुंचा जा सकता है, इन्टरनेट की दुनिया में इस पहचानकर्ता को ही IP एड्रेस कहते हैं.

 

Dedicated IP Address क्या होता है? (What is Dedicated IP Address)

 

किसी Hosting Provider के द्वारा, किसी Blog या website को दिए जाने वाले Unique IP Address को Dedicated IP कहते है. यह आपके Domain Name से Attach होता है.

For Example– अगर आप अपने Blog के लिए Dedicated IP Purchase करते है. तो आपको Hosting Provider की तरह से एक Unique IP मिलेगा. जैसा की मैं आपको उपर google.co.in के लिए बताया है|

आप उस Dedicated IP Address के द्वारा भी अपने Blog तक पहुच सकते हो, जैसे की आप Blog का नाम Internet पर दर्ज करके पहुचते हो.

 

Shared IP Vs Dedicated IP:

Dedicated IP Address क्या होता है?? इसके बारे में अच्छे से समझने के लिए आप इसे जरुर पढ़े,

जब भी आप Bluehost, Hostgator या किसी और Hosting Service से Shared Hosting Purchase करते है. तो आपको इसके साथ एक Shared IP भी मिलता है|

Shared Hosting का मतलब होता है, एक Server System पर एक साथ बहुत से Domain Host करना यानि आपके Domain के साथ और भी बहुत से लोगो का Domain एक ही Server system पर host होता है|

जैसे की मैं उपर आपको बताया, की Network से Connected सभी System का एक IP Address होता है. चूकी Hosting Server भी के Computer System ही होता है, इसलिए इसका भी एक IP Address होता है|

Hosting Server के उस IP Address को, वो सभी Domain Shared में use करते है. जो उसपर host होते है|

For Example: Suppose A, B, C Domain Name है, जो Bluehost का Shared hosting Service का Use करते है. ऐसे में इन तीनो Domain का जो IP Address होगा, वह एक ही होगा और तीनो domain के लिए shared होगा|

shared IP

But Dedicated IP आपके Domain के लिए के अकेला Unique IP मिलता है और साथ आपको एक Server System भी, जिसमे केवल एक Single Domain Host होता है

 

IP Address कार्य कैसे करता है? (How IP Address Works)

 

जब भी आप ऑनलाइन होकर कोई email भेजते हैं या किसी website से कोई file डाउनलोड करते हैं उस समय आप एक नेटवर्क का उपयोग कर रहे होते हैं जो खुद को इंटरनेट से जोड़े हुए होता है या इंटरनेट तक आपको पहुँच प्रदान करता है. इस दौरान आपका device घर के इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) से connect करता है या आप office में हैं तो कंपनी नेटवर्क का उपयोग करता है. यह सब करने के लिए आपका computer या smartphone इंटरनेट प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करता है जिसमे आपके IP address का इस्तेमाल connection स्थापित करने के लिए return address के तौर पर किया जाता है.

IP Address का Structure

आईपी एड्रेस को एक चार digit के सेट के रूप में दर्शाया जाता है. उदाहरण के लिए 197.143.1.29. सेट का प्रत्येक नंबर 0 से 255 तक हो सकता है. इसलिए कुल IP Address की रेंज 0.0.0.0 से 255.255.255.255 तक हो सकती है.आमतौर पर IP address को दो भागों में बांटा जाता है: Network address और Host address. मान लीजिए आपका आईपी एड्रेस है: X1.X2.X3.X4

  1. [X1.X2.X3] ये Network ID है.
  2. [X4] ये Host ID है.
  1. Network ID – ये IP address के शुरुआती 3 नंबर हैं जो device की location के हिसाब से विशेष नेटवर्क की पहचान करते हैं. घर के सामान्य नेटवर्क के भीतर जहाँ device का IP address 197.143.1.29 है, इसमें एड्रेस का 197.143.1 वाला हिस्सा network ID होगा. इसे शून्य के साथ 197.143.1.0 लिख सकते हैं.
  2. Hosting ID – ये IP address का वो हिस्सा है जो network ID के बाद बच गया है. यह नेटवर्क में किसी विशेष device (जिसे TCP या IP दुनिया में ‘host’ कहा जाता है) की पहचान करता है. जैसे कि IP address 197.143.1.29 में host ID ‘29’ होगा, जो 197.143.1.0 नेटवर्क पर यूनिक host ID है.

 

IP Address का उपयोग क्यों किया जाता है?(Why are IP addresses used)

 

IP एड्रेस की मदद से इन्टरनेट से जुड़े किसी भी डिवाइस को एक पहचान प्रदान की जाती है जिससे कि डेटा सही डिवाइस तक पहुँच सके.

एक वास्तविक जीवन के उदाहरण से समझते हैं, जैसे आपका कोई दोस्त दिल्ली में रहता है और आपको उसे कुछ पैकेज भेजना है. पैकेज भेजने के लिए आपको अपने दोस्त के नाम के साथ उसका सही physical location यानि उसके एड्रेस की जरूरत पड़ती है तभी वह पैकेज आपके दोस्त को मिल पायेगा.

ठीक इसी प्रकार से जब कोई भी डिवाइस इन्टरनेट से कनेक्ट होते हैं तो उसे एक IP एड्रेस प्रदान किया जाता है जिससे कि डेटा का आदान प्रदान सही तरह से हो सके. जैसे आप किसी वेबसाइट से कोई विडियो डाउनलोड करते हैं या इन्टरनेट पर कोई वेबसाइट एक्सेस करते हैं तो वह विडियो या इनफार्मेशन आपके डिवाइस तक IP एड्रेस के द्वारा ही पहुँच पाती है.

 

इसलिए इन्टरनेट एक्सेस करने में IP एड्रेस बहुत महत्वपूर्ण होता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें जिस प्रकार हर एक व्यक्ति के घर का एड्रेस यूनिक होता है उसी प्रकार इन्टरनेट से जुड़े डिवाइस का IP एड्रेस भी यूनिक होता है.

 

IP Address का इस्तिमाल (Use of IP Address)

 

IP एड्रेस के कुछ प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं –

  • नेटवर्क से जुड़े डिवाइस का आपस में कम्युनिकेशन के लिए IP एड्रेस महत्वपूर्ण होता है
  • नेटवर्क या इन्टरनेट से जुड़े डिवाइस की पहचान के लिए.
  • इन्टरनेट एक्सेस करने में IP एड्रेस का इस्तेमाल होता है.
  • नेटवर्क से जुड़े डिवाइस के बीच डेटा ट्रान्सफर करने में.
  • इन्टरनेट से किसी भी प्रकार की फाइल को डाउनलोड करने के लिए.

 

IP Address के संस्करण (IP Address Version)

 

IP Address के दो वर्शन होते हैं –

  • IPv4
  • IPv6

चलिए अब इन दोनों को एक – एक कर समझते हैं.

 

#1 – IPv4 (Internet Protocol Version 4)

 

यह IP एड्रेस का सबसे पहला वर्शन है जिसे कि 1983 में बनाया गया था. IPv4 32 Bits के Binary Number होते हैं जिसमें से 24 Bits नेटवर्क की पहचान करने के लिए तथा 8 Bits Nodes के लिए Reserved रहते हैं. IPv4 को दशमलव से 4 भागों में विभाजित किया जाता है और इसका प्रत्येक भाग 8 Bits का होता है.

IPv4 में प्रत्येक भाग का नंबर 0 से लेकर 255 तक की रेंज में होते हैं. यह सबसे पुराने और सबसे सामान्य प्रकार के IP एड्रेस हैं. IPv4 IP एड्रेस कुछ इस प्रकार से दिखाई देता है – 192.0.254.46

 

#2 – IPv6 (Internet Protocol Version 6)

 

IPv6 128 Bits के होते हैं जिन्हें कि Colon के द्वारा विभाजित किया जाता है. IPv6 में Number और Character दोनों का इस्तेमाल किया जाता है.

चूँकि IPv4 में केवल नंबर ही शामिल होते हैं, और बढ़ते इन्टरनेट उपयोग के कारण इस बात की संभावना अधिक थी कि दो डिवाइस के IP एड्रेस एक जैसे ही हो जाये, इसी समस्या से बचने के लिए IPv6 का निर्माण किया गया. IPv6 में hexadecimal नंबर का इस्तेमाल किया गया जिससे कि ट्रिलियन इन्टरनेट डिवाइस को एक यूनिक IP एड्रेस प्रदान किया जा सके.

 

IPv6 कुछ इस प्रकार से दिखाई देता है – 2001:f89e:cdfa:2451:5fd:0000:db84:4444.

 

 

IP Address कितने प्रकार के होते है? (How many types of IP Address are there)

 

IP Address मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं –

  • प्राइवेट आईपी एड्रेस (Private IP Address)
  • पब्लिक आईपी एड्रेस (Public IP Address)
  • स्टेटिक आईपी एड्रेस (Static IP Address)
  • डायनामिक आईपी एड्रेस (Dynamic IP Address)

 

#1 – प्राइवेट आईपी एड्रेस (Private IP Address)

 

प्राइवेट IP एड्रेस ऐसा IP एड्रेस होता है जिसका इस्तेमाल एक नेटवर्क के अन्दर कम्युनिकेशन करने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल लोकल एरिया नेटवर्क में किया जाता है. प्राइवेट IP को Local Network provider जो कि आपका राऊटर होता है, के द्वारा assign किया जाता है .

प्राइवेट IP एड्रेस के द्वारा कनेक्टेड डिवाइस किसी बाहर के नेटवर्क से कम्युनिकेशन नहीं कर पाते हैं, बाहर के नेटवर्क से कम्युनिकेशन करने के लिए उनका एक पब्लिक IP एड्रेस होता है.

 

कुल मिलाकर कहें तो ऐसा IP एड्रेस जिसका इस्तेमाल केवल लोकल नेटवर्क या प्राइवेट नेटवर्क में किया जाता है उसे प्राइवेट IP एड्रेस कहते हैं.

 

#2 – पब्लिक आईपी एड्रेस (Public IP Address)

 

Public IP Address आपका मुख्य IP एड्रेस होता है जिसकी मदद से आप बाहर के नेटवर्क से कनेक्ट हो पाते हैं. इस IP एड्रेस को इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा हमारे राऊटर को assign किया जाता है. अगर आप अपने कंप्यूटर को इन्टरनेट से जोड़ना चाहते हैं तो इसके लिए आपको Public IP एड्रेस की जरुरत होती है.

 

#3 – स्टेटिक आईपी एड्रेस (Static IP Address)

 

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है Static IP Address ऐसे IP एड्रेस होते हैं जिन्हें manually create किया जाता है. जब आप अपने कंप्यूटर की नेटवर्क सेटिंग से अपने IP एड्रेस को खुद Configure करते हैं तो यह IP एड्रेस Static IP Address कहलाता है. इस प्रकार का IP एड्रेस बदलता नहीं है. Static IP Address का इस्तेमाल बहुत कम ही किया जाता है.

 

#4 – डायनामिक आईपी एड्रेस (Dynamic IP Address)

 

Dynamic IP Address ऐसे IP एड्रेस होते हैं जो लगातार स्वतः ही बदलते रहते हैं. डायनामिक IP एड्रेस Lease System का उपयोग करता है जिसे कि एक निश्चित समय के लिए ही किसी नेटवर्क Assign किया जाता है. जब यह सवय अवधि समाप्त हो जाती है तो कंप्यूटर नयी Lease के लिए Request कर देता है.

Dynamic IP Address को DHCP (Dynamic Host Configuration Protocol) नाम की सर्विस आपके डिवाइस तथा नेटवर्क को Assign करती है.

 

IP Address कौन प्रदान करता है? (Who provides IP Address)

 

IP एड्रेस को वैश्विक स्तर पर IANA (Internet Assigned Number Authority) के द्वारा प्रदान किया जाता है. IANA अमेरिका की एक non-profit corporation है.

IANA IP एड्रेस के blocks को RIR (Regional Internet Registries) को सौंपता है और फिर RIR अपने क्षेत्र के इन्टरनेट सेवा प्रदाता (IPS) को IP एड्रेस आंवटित करती है. इसके बाद आपके IPS आपको IP एड्रेस प्रदान करते हैं. पूरी दुनिया में 5 RIR है जिन्हें IANA के द्वारा IP एड्रेस आवंटित किया जाता है.

  • ARIN (American Registry for Internet Numbers)
  • APNIC (Asia – Pacific Network Information Centre)
  • AFRINIC (African Network Information Centre)
  • LACNIC (Latin American and Caribbean Internet Address Registry)
  • RIPE NCC (Reseaux IP Européens Networks Coordination Centre)

 

अपना आईपी एड्रेस कैसे जाने ? (How to know your ip address)

 

आर्टिकल को यहाँ तक पढने के बाद आप समझ गए होंगें कि IP Address Kya Hota Hai, चलिए अब जानते हैं आप कैसे अपने डिवाइस का IP एड्रेस चेक कर सकते हैं. यहाँ हम आपको IP एड्रेस चेक करने का एक आसान तरीका बता रहे हैं जिसकी मदद से आप कभी भी अपने किसी भी डिवाइस का IP एड्रेस चेक कर सकते हैं.

  • सबसे पहले आपको अपने उस डिवाइस में ब्राउज़र को ओपन कर लेना है जिसका IP एड्रेस आप चेक करना चाहते हैं.
  • इसके बाद ब्राउज़र में What is my IP लिखकर सर्च करें.
  • बस इतना करते ही आपको अपने डिवाइस का IP एड्रेस दिख जायेगा.

इस प्रोसेस के द्वारा आप अपने किसी भी डिवाइस (कंप्यूटर, टेबलेट, स्मार्टफोन, टेबलेट, स्मार्टवाच आदि) का IP एड्रेस पता कर सकते हैं. इसके अलावा इन्टरनेट पर आपको ढेर सारी वेबसाइट मिल जायेगीं जहाँ से आप अपने किसी भी डिवाइस का IP एड्रेस चेक कर सकते हैं जैसे whatismyipaddress.

 

Dedicated IP Address से क्या लाभ है ? (What is the benefit of Dedicated IP Address)

 

अगर आप अपनी वेबसाइट के लिए Dedicated IP Address का उपयोग करते हैं तो आपका डोमेन ज्यादा सुरक्षित रहता है. इसके अलावा आपकी वेबसाइट का लोड टाइम भी काफी कम हो जाता है. आपके सर्च रिजल्ट बहुत जल्दी आते हैं. लेकिन यदि आप किसी का Share किया हुआ IP Address इस्तेमाल करते हैं तो लोड होने में थोड़ा ज्यादा टाइम लगता है और Search Results जल्दी से नहीं आते. ये आपकी वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ाने में भी मदद करता है.

अब तो आप समझ गए होंगे की Dedicated IP Address क्या होता है और क्यों इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप लंबे समय के लिए किसी वेबसाइट को चलाना चाहते हैं तो फिर shared IP Address से बचें.आप एक Dedicated IP Address ही किसी Best Hosting Provider से खरीदें. ये आपकी वेबसाइट को आगे बढ़ाने में काफी मदद करेगा.

 

FAQ:- IP Address क्या है? के बारे में अक्सर पूछे  जाने वाले सवाल जवाब :-

 

Q – IP एड्रेस का मतलब क्या होता है?

IP एड्रेस इन्टरनेट से जुड़े किसी भी डिवाइस का एक एड्रेस होता है जिसके द्वारा इन्टरनेट पर उस डिवाइस की पहचान हो पाती है.

 

Q – IP एड्रेस के कितने वर्शन होते हैं?

वर्तमान समय में IP एड्रेस के दो वर्शन मौजूद हैं – IPv4 और IPv6.

 

Q – अपना IP एड्रेस कैसे पता करें?

आप अपने डिवाइस के ब्राउज़र पर सर्च करके उसका IP एड्रेस पता कर सकते हैं.

 

Q – अपने IP एड्रेस को कैसे छुपा सकते हैं?

आप VPN का इस्तेमाल करके अपने डिवाइस के IP एड्रेस को छुपा सकते हैं.

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Dedicated IP Address क्या है? IP Address का उपयोग क्यों? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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