Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? यह कार्य कैसे करता है?

दोस्तों Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? यह कार्य कैसे करता है? :-आज की पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे है Google Navlekha Kya Hai यदि आप भी Google के Navlekha Program से जुड़ना चाहते है तो आप बिल्कुल सही पोस्ट पढ़ रहे है। इसके साथ ही आप यह भी जानेंगे की Google Navlekha Poject Kaise Join Kare
Google Navlekha Kaise Use Kare भी आप आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे। हम आपको यह बिल्कुल सरल भाषा में समझाएँगे। आशा करते है की आपको हमारी सभी पोस्ट पसंद आ रही होगी। इसी तरह आप आगे भी हमारे ब्लॉग पर आने वाली प्रत्येक पोस्ट को पसंद करते रहे।

इंटरनेट पर आजकल बहुत से तरह के Content लिखे जाते है। लेकिन भारतीय भाषाओं में बहुत ही कम Content इंटरनेट पर मौजूद है। Google की यह कोशिश थी की किस तरह से भारतीय भाषाओं को बढ़ावा दिया जा सकता है। Navlekha पर कुछ समय पहले से काम हो रहा था लेकिन इसे हिंदी भाषा के प्रकाशकों के लिए ऑफिशियली लाँच नहीं किया गया था।

अब Google के इस Navlekha Project को इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत में हिंदी और स्थानीय भाषाओं में जानकारी ऑफलाइन ही उपलब्ध है। बहुत से लोग अपने Content को अख़बारों में लिखते है लेकिन वह इसे ऑनलाइन प्रकाशित नहीं कर पाते है। Google का ऐसे Publishers की मदद करने के लिए बहुत अच्छा प्रयास रहा है।

तो आइये जानते है Navlekha Project Kya Hai अगर आप भी Google Navlekha Poject का प्रयोग करना चाह रहे है तो इसके लिए यह पोस्ट How To Join Google Navlekha Project In Hindi शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े तभी आपको इसकी पूरी जानकारी प्राप्त होगी।

 

Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? यह कार्य कैसे करता है?
TEJWIKI.IN

 

Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? (What is Navlekha Project)

 

आपके मन में भी ये सवाल जरुर आया होगा की आखिर ये Navlekha क्या है? तब इसका जवाब है ‘एक नया तरीका लिखने का ’ जिसे की Sanskrit में कहा जाता है. Google Navlekha प्रोजेक्ट Google की इस Navlekha के माध्यम से ये local publishers को उनके Offline content को Online में publish करने में मददगार शाबित होता है।

ये उन local publishers को बहुत ही सहायता प्रदान करने वाला है जिनकी online में कोई अस्तित्व ही नहीं है. इस tool के इस्तमाल से वो अब अपने offline articles को मिनटों में online publish कर सकते हैं।

ये simply documents या PDFs को scan करटी है और उन्हें instantly ही web pages में तब्दील कर देती है प्लेटफार्म में. Google के अनुसार इस कार्य को करने के लिए कोई भी digital knowledge की जरुरत नहीं है।

Company का कहना है की वो इस platform को पहले Hindi publications के लिए शुरू करेंगे, वहीँ कुछ को उन्होंने testing के लिए शामिल भी कर लिया है. साथ में बाद के समय में बाकि Indic languages को भी शामिल करने का कार्यक्रम है।

Google पहले free hosting, एक branded domain भी प्रदान करने वाला है पहले तीन वर्षों के लिए, और AdSense (जो की Google का ad platform है), ये उन publishers का support करने के लिए जो की अपने content को तुरंत ही monetize कर सकें और कमा भी सकें।

ये बात तो आप सभी जानते ही होंगे की भारत में अभी majority internet users हिंदी भाषी ही हैं, जो की आने वाले समय में करीब 500 million से ज्यादा होने वाला है. ऐसे में SmartPhones तभी ज्यादा उपयोगी हो सकता है अगर उसमें primary language में लोगों की ज्यादा इस्तमाल किये जाने वाली भाषा का उपयोग किया जा सके।

वहीँ अभी इन indian languages के content internet में बहुत ही कम उपलब्ध हैं. इसलिए इस कमी को जल्द से जल्द पूर्ण करने की कोशिश Google कर रहा है।

Project Navlekha एक प्रकार का tool जो की Artificial Intelligence (AI) का इस्तमाल करता है, कोई भी PDF को render करने के लिए जिसमें की Indian language content हो और उसे editable text में तब्दील कर सकें, इससे print publishers को आसानी होगी mobile-friendly web content create करने में।

वैसे इस tool के मदद से Google का लक्ष्य यह है की वो ज्यादा से ज्यादा relevant content online create कर सकें. इससे localized languages में ज्यादा content उपलब्ध हो सकता है Online में, जो की आने वाले समय में सभी लोगों के जरूरतों को उनके ही भाषा में जवाब दे सकने में कामयाब हो।

 

 

Google की Navlekha Project को कब Officially शुरू किया गया?

 

Google की fourth ‘Google for India’ event में, Google ने Project Navlekha का उन्मोचन किया — यह एक नयी initiative है जिससे भारतवर्ष में करीब 135,000 Indic language publications को online में एक hassle-free manner से लाया जा सकें।

वहीँ हिंदी भाषा के लिए Google Navlekha को 14 December 2018 में Question Hub कार्यक्रम में officially शुरू किआ गया।

 

Project Navlekha की शुरुवात क्यों की गयी? (Why was Project Navlekha started)

 

जैसे की मैंने पहले ही आपको बताया है की English Content की तुलना में Hindi और दुसरे regional भाषा के contents बहुत ही कम हैं, जो की करीब 1% से भी कम हैं. Regional Language Publishers की जो सबसे बड़ी समस्या है वो ये की उन्हें अपने content को online publish करने में बड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ता है।

इसलिए वो Online Platform का इस्तमाल सही रूप से कर नहीं पाते हैं. वहीँ इन भाषा को पढने और समझने वालों की संख्या बहुत ही ज्यादा है. ऐसे में इस gap को पूर्ण करने के लिए Google ने Navlekha की शुरुवात की।

Google की Project Navlekha के माध्यम से, अब publishers बड़ी ही आसानी से इस application के मदद से offline content को webpages में तब्दील सकते हैं. उन्हें इसके लिए ज्यादा technical ज्ञान का भी होना जरुरी नहीं है।

अभी के लिए इस Project को केवल Hindi publication के लिए किया गया है, लेकिन आने वाले समय में आप इसका उपयोग दुसरे regional languages के लिए भी कर सकते हैं।

 

Google Navlekha की परिभाषा (Definition of Google Navlekha)

 

यदि हम Navlekha के Features की बात करें तब इसके Dashboard से ही हमें सभी चीज़ों का अंदाज़ लग जायेगा. चलिए इसके Dashboard से ही इसे समझते हैं।

 

Navlekha की Dashboard

 

इसके Dashboard में दो option होती हैं पहला Upload और दूसरा होता है Create का।

Create : इसमें आप editor से एक नए article को बना सकते हैं।

Upload : वहीँ इसमें आप कोई भी Pdf file select कर upload कर सकते हैं.
एक बार pdf upload हो जाने के बाद आप उस pdf को screen में देख सकते हैं. साथ में आप ये भी चुन सकते हैं की आपको किस page को process कराना है online document में।

Processing : जैसे ही आप Process वाली button पर click करते हैं, तब ये application OCR (Optical Character Recognizition) technology का इस्तमाल कर उस pdf document के hindi भाषा के characters को editable format में convert कर देता है, जिसे आप अपने article में इस्तमाल कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए ये एक pdf page को encode करने के लिए करीब 10 से 15 seconds तक का ही समय लेता है. Google Navlekha प्रोजेक्ट इसमें आप pdf के जिस भाग को चुनते हैं वही भाग को ये encode कर screen में दिखा देता है वो भी बहुत ही जल्द।

जैसे की आप topic का heading चुनें या फिर कोई paragraph चुनें, ये सभी को editable format में तब्दील कर देता है. इससे आप सभी offline documents को online editable format में बदल सकते हैं।

फिलहाल ये केवल कुछ ही भाषाओं के लिए जैसे की हिंदी के लिए ही उपलब्ध है वहीँ बहुत ही जल्द ये बाकि सभी भाषाओं के लिए भी उपलब्ध कर दिया जायेगा।

 

Google Navlekha कार्य कैसे करता है? (How does Google Navlekha work)

 

यदि आपको Google Navlekha के विषय में जानना है की ये कैसे काम करता है तब आपको यहाँ पर वो information प्राप्त हो जाएगी. वैसे मैंने तो technical details के विषय में पहले ही बता दिया है. फिर भी चलिए और बढ़िया ढंग से जानते हैं. इसके लिए आपको अपना interest online express करना होगा।

इसका मतलब है की आपको इस application के इस्तमाल के लिए पहले sign up करना होगा. फिर Google की team आपके application को review करेंगी और आपके साथ contact करेंगी. Registered Indian publications को इसमें encourage किया जा रहा है जिससे की वो sign up करें और उन्हें ज्यादा languages के आने से notify किया जा सकें।

आप अपनी free publication website को set up कर सकते हैं expert help के द्वारा.
Google की team सभी publishers को जिनकी online presence नहीं है उन्हें publication website setup करने में guide करेंगी और साथ में online publication को maintain करने में भी मदद करेंगी।

Publishers भी अपने पुराने और future content को publish कर सकते हैं tools के माध्यम से.
इसमें आपके पास technical knowledge होने की कोई भी जरुरत नहीं है बल्कि आप existing PDF files से content ले सकते हैं online publish करने के लिए publication tools के मदद से।

अपने Content को Manage भी कर सकते हैं .
Navlekha के इस्तमाल से publishers के पास वो option होता है की वो content को edit और curate कर सकते हैं अपने preferences के हिसाब से।

 

Navlekha Application के लिए Sign up कैसे करें? (How to sign up for Navlekha Application)

 

इस Navlekha Application को इस्तमाल करने से पहले आपको इसमें register होना अनिवार्य हैं. इसके लिए आपको पहले इसमें Sign up करना होगा. जिसकी link हैं : – https://navlekha.withgoogle.com/intl/en/#!/sign-up

Sign Up process भी बहुत ही simple हैं, इसमें मैं आपको इसके सभी पहलुओं के विषय में बताऊंगा जिससे आपको कोई भी परेशानी का अनुभव न हो।

Name : इसमें आपको आपका नाम भरना होगा।

Publication/ Company name : इसमें आपको Company या Publication का नाम देना होगा।

Email Id : इसमें आपको आपकी primary email id प्रदान करनी होगी।

Mobile Number : इसमें mobile number

Office Address : आपके Publication की Official Address को यहाँ पर लिखना होगा।

Share Your Website URL, if any :- यदि आपकी पहले से कोई Website हैं तब यहाँ उसे लिखना होगा. वैसे ये अनिवार्य नहीं है।

Language of Publication : इसमें आपको आपके publication की भाषा के बारे में लिखना होगा।

Share your Publication’s RIN registration number: यहाँ पर आपकी publication की RIN registration number

Accept: आखिर में Accept के box में tick करना होगा।

Submit: Finally, document को submit करना होगा, review के लिए।

 

Google Navlekha का उपयोग कैसे किया जाता है? (How is Google Navlekha used)

 

Google Navlekha का इस्तमाल करने के लिए आपको पहले इनके program को join करना होगा. यदि आप एक Offline Publisher हैं तब आप एक free publication website के लिए register कर सकते हैं।

इसके लिए पहले आपको sign up करना होगा Google के Navlekha program में इसे join करने के लिए.Google Navlekha प्रोजेक्ट इसके पश्चात Google की team आपकी application को review करने के बाद आपसे contact करेंगी।

यदि आप एक Registered Indian publication चलाते हैं तब भी आप उनके webpage को जाकर sign up कर सकते हैं. Signing up करने के बाद ही आपको ये information भी मिल जाएगी की कब दुसरे regional languages को इसमें शामिल किया जायेगा।

 

 

Navlekha से लाभ 

 

वैसे तो Google के इस उत्पाद के बहुत सारे फायदे हैं तो आइए इसके बारे में और जानें।

आप अपनी पत्रिका पढ़ने वाले पाठकों की संख्या में वृद्धि करते हैं।

आपकी वास्तविक उपस्थिति मजबूत हो सकती है, लेकिन यह आपकी इंटरनेट उपस्थिति की तुलना में फीकी पड़ जाती है, क्योंकि बाद वाले के पास व्यापक दर्शक हैं। हिंदी और अन्य भाषाओं में अपेक्षाकृत कम इंटरनेट सामग्री है क्योंकि सामग्री के लिए एक बड़ा दर्शक वर्ग है। इसलिए, अपने पाठकों और पत्रिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के इस शानदार अवसर को हाथ से न जाने दें।

भुगतान करने के लिए कोई सेटअप शुल्क नहीं है।

आधिकारिक तौर पर, Google ने कहा है कि वे प्रकाशकों को पूर्ण सेटअप और सेटअप के लिए चार्ज नहीं करेंगे। अपने काम को ऑनलाइन प्रकाशित करने के लिए आपको केवल उनके टूल्स का उपयोग करने की आवश्यकता है।

AdSense के साथ अपनी कंपनी का विस्तार करें।

आप अपनी पत्रिका में एडसेंस के विज्ञापन शामिल करके उससे कमाई कर सकते हैं। इससे आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से पैसे कमा सकते हैं।

नवलेखा के माध्यम से, ऑफ़लाइन प्रकाशनों को तत्काल ऑनलाइन प्रकाशित किया जा सकता है।

इस नए टूल को उपयोग करने के लिए बहुत अधिक तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
यह टूल ऑफलाइन सामग्री को जल्दी से ऑनलाइन वेब पेजों में बदलना संभव बनाता है।

प्रकाशकों के लिए अपनी सामग्री का मुद्रीकरण करना और आय उत्पन्न करना आसान बनाने के लिए, Google ने इन नई ऑनलाइन पेशकशों में AdSense समर्थन को शामिल करने पर भी विचार किया है। साथ में, Google ने इन प्रकाशनों को शिक्षित करने और उनकी सहायता करने के लिए चुना है।

इसके अतिरिक्त, Google ऐसे प्रकाशकों से बिना कोई पैसा वसूल किए उनकी वेबसाइट स्थापित करने में सहायता करेगा, जिसमें डोमेन नाम, होस्टिंग और अन्य सेवाएं शामिल हैं। Google नवलेखा अब केवल हिंदी का समर्थन करता है, लेकिन वे अंततः अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के लिए भी समर्थन शामिल करना चाहते हैं।

 

   

Conclusion

  

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? यह कार्य कैसे करता है? जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.


hi.wikipedia.org/wiki

Google Navlekha प्रोजेक्ट क्या है? यह कार्य कैसे करता है?

 

Leave a Comment