KGF फुल फॉर्म क्या होता है? KGF के बारे में पूर्ण जानकारी

दोस्तों KGF फुल फॉर्म क्या होता है? अगर आप साउथ फिल्में देखना पसंद करते हैं तो ऐसे में आपने साउथ की प्रसिद्ध फिल्म केजीएफ (KGF) जरूर देखा होगा, और हाल हीं मे कुछ महीने पहले इसी साल 2022 मे इस फ़िल्म का चेप्टर दो यानि की KGF 2 फ़िल्म भी रिलीज़ कर दिया गया है। लेकिन आज के इस लेख मे हम इस फ़िल्म के बारे मे नहीं बल्कि KGF ke Full Form kya hota hai इसके बारे मे बताने वाले हैं क्योंकि बहुत से लोगों को KGF का फुल फॉर्म क्या होता है इसके बारे में जानकारी नहीं है।

तो ऐसे में अगर आपने भी के लिए फिल्म देखा है और आपको KGF Full Form के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है तो आप इस लेख को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ सकते हैं और केजीएफ की फुल फॉर्म से लेकर, kgf क्या है इन सभी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए विस्तारपूर्वक KGF के बारे में जानते हैं।

 

KGF फुल फॉर्म क्या होता है? KGF के बारे में पूर्ण जानकारी
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KGF फुल फॉर्म क्या होता है? (KGF full form kya hota hai)

 

जो लोगों इसे केवल फ़िल्म सोचते हैं वह इसके बारे में ज्यादा नही जानतें इसलिए अधिकतर लोगों को तो KGF Full Form के बारे में भी नही पता होता तो फ़िर इसके पिछे की सच्ची कहानी के बारे में कैसे पता होगा

KGF Full Form यानी इसका का पूरा नाम “Kolar Gold Fields” है औऱ KGF एक ऐसी जगह है जहा पर सन 1900 से लेकर 2001 तक Gold की माइनिंग की जाती थी यह जगह कर्नाटका के kolar जिले में स्थित है।

 

 

KGF का इतिहास क्या है ? (What is the history of KGF)

 

केजीएफ कर्नाटक की एक विश्व प्रसिद्द सोने की खदान का नाम हैं जो की ना सिर्फ भारत में बल्कि विश्व में प्रसिद्द हैं और यह विश्व की दूसरी सबसे गहरी सोने की खदान हैं जिसकी चर्चा पुरे विश्व में की जाती है.

इस खदान के आसपास का क्षेत्र भी बेहद ही अच्छा हैं और यहाँ मौसम अधिकतर अच्छा रहने के कारण पहले अग्रेज शाशन के अधिकारी भी यहाँ पर रहना अधिक पसंद करते थे इस क्षेत्र में पहले ब्रिटिश लोगो की आबादी बहुत अधिक होती थी जिसके कारण इस क्षेत्र को “लिटिल इंग्लैंड” के नाम से भी जाना जाता है.

आज भी इस क्षेत्र में आपको ब्रिटिश काल के घर व बंगले, सड़के व अन्य कई सामग्री आसानी से देखने को मिल जाती हैं इस क्षेत्र में वातावरण हमेशा ही बेहद साफ़ और शुद्ध होता हैं किसके कारण अग्रेजो का यह सबसे पसंदीदा क्षेत्र था जिसके कारण 1885 को ब्रिटिश शाशन में यहाँ पर एक गोल्फ कोर्स स्थापित किया गया था जिसको भारत की आजादी के बादमे बदलकर भारतीय गोल्फ संघ के तहत पंजीकृत किया गया था.

 

KGF के बारे में पूर्ण जानकारी (Complete information about KGF)

 

कर्नाटका के कॉलर जिले में स्थित KGF से सन 1900 से लेकर 2001 तक 800 टन सोना निकाला जा चूका है और 2001 के बाद यह माइनिंग बंद कर दी गयी थी आज के समय में उस kolar जिले में 1,70,000 लोगो की आबादी है।

अंग्रजो ने भारत पर 200 साल तक राज किया है और उन्हें यहाँ से जो कुछ भी मिलता वह एक-एक कर के अपने देश में उठा ले जाते थे और यही चीज़ KGF यानि Kolar Gold Fields के साथ भी हुई थी।

लेक़िन अब यह सवाल आता है कि KGF में सोना था अंग्रेजों को कैसे पता चला दरसल,1864 में Mishal Aflvela को पता चला की Kolar में बहुत सारा सोना है और इसके बाद उन्होंने यह जानकारी अपने बड़े अधिकारियो को दी औऱ उन्होंने सोने की माइनिंग के लिए एक कंपनी का लगा दी।

उस कंपनी ने अपना माइनिंग का काम शरू भी कर दिया और इसके बाद Donnell Robinson से ये माइनिंग का काम अपने हाथ में ले लिया और गोल्ड माइनिंग का प्रोडक्शन और तेज़ी से बढ़ने के लिए बड़ी-बड़ी मशीने लगा दीं जिससे की गगोल्ड की माइनिंग और तेज़ी से होने लगी।

लेक़िन जो सोना था वह किसी आकार या किसी ठोस अवस्था में नहीं था यहाँ पर तो जो गोल्ड था वह चूरे के रूप में था जोकि मिट्टी से मिला हुआ था इसलिए इसे निकालने में काफी मेहनत लगती थी जिसके लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का सहारा लिया।

अब यहाँ गोल्ड माइनिंग के लिए बड़ी मशीनों के कारण एक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था वह थीं बिजली क्योंकि इतनी बड़ी-बड़ी मशीनों को चलाने के लिए बिजली की जरुरत पड़ती है और भारत में तो उस वक्त बिजली थी नहीं!

इसलिए ही अंग्रेजो ने बिजली की कमी को दूर करने के लिए हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट लगाया था जिसे शिवाना समुद्र के ऊपर से इलेक्ट्रिकसिटी जनरेट करने का काम किया गया जिसकी वजह से भारत एशिया के अंदर पहली ऐसी कंट्री बन गयी थीं जिसने हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट इस्तेमाल किया था और इससे इलेक्ट्रिकसिटी जनरेट किया था।

साथ-साथ जब बिजली बनने लगी तो इसकी वजह से इंडिया दूसरी ऐसी कंट्री बन गयी जिसने जापान के बाद इलेक्ट्रिकसिटी जनरेट की थी और आज के समय में इस हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट को हम कावेरी इलेक्ट्रिक पावर प्लांट के नाम से जानते हैं।

 

केजीएफ- गोल्ड माइनिंग के लिए बनाया डैम (KGF – Dam built for gold mining)

 

जैसा की हमने आप को बताया है की इस खादान से जो भी सोना निकलता था वह चूरे के रूप में निकलता था वह भी मिट्टी से मिला हुआ रहता था इसलिए सोने को मिट्टी से अलग करने के लिए बहुत ज्यादा पानी की जरुरत पड़ने लगी चूँकि मशीनें भी बहुत बड़ी थी इसलिए पानी की जरूरत और भी बढ़ गयीं।

इससे छुटकारा पाने के लिए उन्होंने पलार रिवर में एक डैम बना दिया और वहीँ से पानी की कमी को पूरा किया जाने लगा इन मशीनों की एक खास बात यह थी की ये अपने आप ही सोने को मिट्टी से अलग कर देती थी जिससे की बहुत जल्दी काम हो जाता था और मजदूरो को पैसा भी नहीं देना पड़ता था।

ऐसा नहीं है की इससे पहले भारत में गोल्ड की माइनिंग नहीं हुआ करती थी इससे पहले भी भारत में गोल्ड की माइनिंग की जाती थी लेकिन इतने बड़े स्तर पर नहीं की जाती थी जितना की उस समय हो रही थी इसे पहले भी माइनिंग का काम किया जा चुका था जिनके नाम इस प्रकार हैं-

1. Gangas
2. Cholas
3. The Hoysalas
4. Nizam Of Hyderabad
5. Hyder Ali
6. British india

 

KGF को गिरवीं रखा गया (KGF mortgaged)

 

ब्रिटिश शासन से आजादी के बाद जब भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु बनें तो उन्होंने वर्ल्ड बैंक से लोन लेने के लिए KGF को गिरवी रख दिया यह दुनिया की सबसे गहरी खदानों में से एक है औऱ KGF की खादान Kolar Gold Fields दुनिया की सबसे गहरी माइनिंग है

KGF की गहराई 2.5km–3km तक है और आप को बता दे की इस जगह की इतनी ज्यादा खोदाई की गयी है की मानो यहाँ पर कोई पहाड़ है अगर आप इसके अंदर या ऊपर से देखते हैं तो आप को ऐसा प्रतीत होगा कि यह एक पहाड़ है जिसका डिज़ाइन यानी आकार अपने आप ही बना है बल्कि ऐसा नहीं है इसे खोद खोद कर ऐसा बना दिया गया है।

इस जगह को खोद-खोद कर इतना गहरा कर दिया गया था की अगर कोई मजदुर इसके अंदर जाता था तो उसे वहा पर ओक्सिजन नहीं मिलती थी जिसकी वजह से उसकी मौत हो जाती थी और समय के साथ-साथ इस खदान में मौतों का सिलसिला बढ़ने लगा जिसकी वजह से 2001 में इंडिया ने इस खादान को पूरी तरह से बंद कर दिया था।

हालांकि Kolar Gold Fields एक सोने की खादान थी और यहाँ के निवासी को बहुत अमीर होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्युकी ब्रिटिश सरकार ने यहाँ से सारा खजाना लुट लिया और जब देखा की यहाँ पर कुछ भी नहीं है लूटने को तो यहा से भाग गये।

अब यह सुनने में आ रहा है की भारत सरकार ने इस KGF की खदान पर माइनिंग का काम सुरु करवाने का फैसला किया है अगर ऐसा हुआ तो kolar के लोगो को अच्छा रोजगार मिल जाएगा।

 

 

KGF Movie की पूर्ण जानकारी (Full details of KGF Movie)

 

KGF के ऊपर एक मूवी भी बन चुकी है जोकि कन्नड़ भाषा मे बनी है जिसे हिंदी में डब किया गया है हालांकि KGF के रियल और रील लाइफ में ज्यादा कुछ अंतर नहीं है और मूवी में ज्यादातर सच ही दिखाया गया है।

लेकिन मूवी में जैसे एक हीरो ने सभी चीजों को सँभाल है वैसा रियल जिंदगी में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था और मूवी तो मूवी होती है उसमे थोड़ा सा बढ़ाचढ़ाकर ही दिखाई जाता हैं औऱ तरह-तरह के वीडियो इफ़ेक्ट का इस्तेमाल किया जाता है।

KGF Movie के हीरो का नाम यश है और इसके डायरेक्टर प्रशांत नील है वही इस मूवी के प्रोडूसर विजय किर्गंदुर है इस मूवी का पहला चैप्टर 2018 में रिलीज़ किया गया था और इसके साथ ही KGF का दूसरा चैप्टर 23 अक्टूबर 2020 में रिलीज़ होने था इस दुसरे चैप्टर में और भी नये कलाकार देखने को मिल जायेगे।

केजीएफ मूवी के दुसरे चैप्टर के कलाकारों की बात करें तो इसमें आपको यश, संजय दत, श्रीनिधि शेट्टी, रवीना टंडन जैसे बड़े कलाकार देखने को मिल जायेगे औऱ उम्मीद यही जताई जा रही है कि पहले चैप्टर की तरह दूसरा भी कमाल का होने वाला हैं।

तो दोस्तों KGF केवल एक फ़िल्म नही है बल्कि इसके पीछे भी एक कहानी हैं जिसके ऊपर इस फ़िल्म को बनाया गया हैं और लोगों द्वारा से काफ़ी पसंद भी किया गया हैं इसलिए दूसरे चैप्टर का लोगों को इंतजार हैं।

 

KGF से जुडी रोचक जानकारीं (Interesting information related to KGF)

 

अब हम आपको केजीएफ से जुडी कुछ बेहद ही उपयोगी और रोचक जानकारी बता रहे हैं जिसके बारे में आपको पता होना बहुत जरुरी है.

  • केजीएफ से मात्र 5 किलोमीटर की दुरी पर महादेव का विश्व प्रसिद्द कोटिलिंगेश्वर  मंदिर स्थित है.
  • केजीएफ क्षेत्र में बिजली प्रदान करने के लिए यहाँ पर भारत का सबसे पहला पनबिजली संयंत्र शिवानासमुद्र में स्थापित किया गया था.
  • भारत के राष्ट्रीय खनन संस्थान का मुख्य मुख्यालय केजीएफ में स्थित है.
  • सिलिकोसिस  एक ऐसी धूल हैं जो की खनन के दौरान मनुष्य के फेफड़ो में कई प्रकार की बिमारी उत्पन्न कर सकती हैं यह धूल सर्वप्रथम केजीएफ में पायी गयी थी.
  • विश्व की सबसे लम्बी यात्री रेल “स्वर्ण एक्सप्रेस” को केजीएफ से बंगलौर तक  चलाया गया था.

केजीएफ भारत का एक  बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और KGF सोने की खदान के लिए महत्वपूर्ण होता हैं इसके ऊपर हाल में एक मूवी भी बनी हैं पर उसमे आपको इससे जुडी जानकारी नहीं मिल पाएगी इससे जुडी जानकारी आप ऐतिहासिक किताबो से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और हकीकत में इस क्षेत्र का इतिहास बहुत ही अच्छा था आज भी यह क्षेत्र अन्य की तुलना में बहुत ही अच्छा है

 

Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख दोस्तों KGF फुल फॉर्म क्या होता है? KGF के बारे में पूर्ण जानकारी जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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