SAARC क्या होता है? SAARC फुल फॉर्म , कार्य और उद्देश्य

दोस्तों SAARC क्या होता है? SAARC फुल फॉर्म , कार्य और उद्देश्य :-आप सभी यह तो जानते ही होंगे की इस विश्व में बहुत से देश है और उन सभी देशों ने आपस में मिलकर बहुत से समूह बनाये हुए है जिससे की वह एक दूसरे देश की सहायता कर सकें। इसी प्रकार बहुत से देशों ने मिलकर बहुत से समूह बनाये है जैसे की – नाटो, ब्रिक्स, आदि जैसे। इसी प्रकार एक और समूह है जो की दक्षिण एशिया के कुछ देशों ने मिलकर बनाया है जिसका नाम है SAARC जिसको सार्क के नाम से भी जाना जाता है। इस समूह में केवल दक्षिण एशिया के कुछ देश ही शामिल है जिसके बारे में हम आपको लेख में बताएँगे। तो दोस्तों क्या आप में से कोई SAARC Full Form in Hindi जानता है या फिर यह जानता है की यह क्या है। अगर नहीं तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के माध्यम से SAARC की पूरी जानकारी प्रदान करने वाले है।

 

SAARC क्या होता है? SAARC फुल फॉर्म , कार्य और उद्देश्य
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SAARC क्या होता है? (What is SAARC)

 

(SAARC) की अंग्रेजी में फुल फॉर्म है, “South Asian Association for Regional Cooperation” इसको हिंदी में “दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन” कहते है सार्क की शुरुवात 8 दिसम्बर 1985 को ढाका में सार्क चार्ट पर हस्ताक्षर स्वीकार करने के बाद हुई थी इस संगठन में पहले सात देश भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश,श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीप और भूटान देश शामिल थे 13 नवंबर 2005 में भारत के प्रयास से अफगानिस्तान को बाद में 3 अप्रैल 2007 में इस सम्मेलन का 8वा सदस्य बन गया था। सार्क सदस्य का मुख्य सचिवालय 17 जनवरी 1987 को काठमांडू में स्थापित किया गया।

 

SAARC Full Form क्या होता है? (What is SAARC Full Form)

जैसे की – SAARC की फुल फॉर्म क्या होती है, इसमें कौन कौन से देश शामिल है और इससे सम्बंधित अधिक जानकारी के बारे में हम आपको इस लेख में बताने वाले है। तो दोस्तों अगर आप भी इससे सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में दी गयी जानकारी को पढ़ने के बाद ही आप इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकोगे तो कृपया करके इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़े और जानकारी प्राप्त करे।

 

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन की मुख्य बातें (Highlights of the South Asian Association for Regional Cooperation)

 

आर्टिकल का नाम सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन)
सार्क का सचिवालय काठमांडू, नेपाल
सार्क सदस्य देश बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान
सार्क के 3 सम्मेलन भारत में 1986, 1995, 2007
सार्क का कार्य उर्जा, परिवहन, विज्ञान, प्रौधोगिकी,शिक्षा, सुरक्षा, संस्कृति, कृषि एवं ग्रामीण विकास, मानव संसाधन विकास एवं पर्यटन को बढ़ावा देना
सार्क के प्रथम महासचिव अब्दुल अहसान (1985)

 

SAARC के उद्देश्य क्या हैं? (What are the objectives of SAARC)

 

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन बनाने के अनेक उद्देस्य है जो कि प्रकार से है-

  • दक्षिण एशिया में आपसी सहयोग से सभी देशों के बीच सहयोग, शांति और हौसला बनाये रखना।
  • देशों के बीच आपसी विश्वास और हर समस्या में एक – दूसरे का साथ देना और मजबूती प्रदान करना।
  • आर्थिक, सामाजिक नीतियों, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक क्षेत्रों में पूरा सहयोग और तकनीकी को विकसित करना।
  • दक्षिण एशिया के आपसी रिश्तों में सामूहिक निर्भरता का बढ़ाना और उनके जीवन की गुणवर्ता में सुधार लाना और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन देना।
  • सभी व्यक्ति को अपने अनुसान जीने का अधिकार देना यानि उन्हें पूरी स्वतंत्रता प्रदान करना और उनके अंदर की क्षमता का अहसास दिलाना।
  • विकासशील देशो के साथ मिलकर आपसी सहयोग को और मजबूत करना था
  • समान उद्देस्य और लक्ष्यों के लिए क्षेत्रीय संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय देशों के साथ सहयोग करना।
  • एक दूसरे देश की समस्या को देखना और साथ मिलकर सही समाधान निकालना।
  • सभी लोगों के आत्मनिर्भर में वृद्धि करना।

 

SAARC में सदस्य देशों की संख्या कितनी है? (What is the number of member countries in SAARC)

 

वर्तमान में सार्क में 8 सदस्य देश सम्मिलित है जो की नीचे बताये गए है:-

क्रम संख्या देशों के नाम राजधानी
1 बांग्लादेश ढाका
2 अफगानिस्तान काबुल
3 भारत नई दिल्ली
4 नेपाल काडमांडू
5 भूटान थिम्पू
6 पाकिस्तान इस्लामाबाद
7 श्रीलंका कोलंबो
8 मालदीप माले

 

SAARC के सिद्धांत (principles of SAARC)

 

  • सार्क में शामिल देश अपने आपसी मतभेदो को सार्क की बैठक में नहीं लाएंगे जो मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय होगा उसी पर बात होगी।
  • सार्क संगठन में शामिल देश एक दूसरे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा।
  • सार्क में सम्मिलित देशों को बराबरी का दर्जा मिलेगा।
  • सार्क बैठक से सभी देशों की अनुमति से किसी एक मुद्दे का हल निकाला जाता है सभी देशों की अनुमति जरुरी है तभी कोई फैसला लिया जाता है।
  • कोई भी काम की शुरुवात करने से पहले ये सोचना जरुरी है इस काम से सार्क में शामिल देशों को फायदा मिल रहा है या नहीं।
  • सॉवरेन इक्वेलिटी , टेरिटोरियल इंटीग्रिटी और पॉलिटिकल इंडिपेंडेंस का सम्मान करना।

 

SAARC पर्यवेक्षक देश (SAARC Observer Countries)

 

वर्तमान में सार्क में 9 पर्यवेक्षक देश शामिल है जो निम्नलिखित है-

  1. अमेरिका
  2. चीन
  3. ईरान
  4. म्यांमार
  5. जापान
  6. मॉरीशस
  7. दक्षिण कोरिया
  8. यूरोपीय संघ
  9. ऑस्ट्रेलिया

 

SAARC का कार्य (SAARC work)

 

  • सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मामलों में सहयोग करना और सभी को जीवन जीने के सक्षम बनाना।
  • दक्षिण एशियाई लोगों के विकास को बढ़ाना और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना।
  • अन्य विकासशील देशों के साथ समान सहयोग और समन्वय से सदस्य राष्ट्रों को सहयोग करना।
  • दक्षिण एशियाई देश के लोगों में आत्मनिर्भर को बढ़ावा देना और उनके विचारों को सुदृढ़ करना और आगे बढ़ाना।
  • मानव संसाधन विकास और पर्यटन को आगे बढ़ाना। ताकि सभी देशों का विकास हो सकें।
  • कृषि और गांव को स्थिति में संसोधन करना।
  • ऊर्जा, परिवहन, विज्ञान और प्रौधोगिकी को अधिक बढ़ावा देना।
  • शिक्षा, सुरक्षा, और संस्कृति के क्षेत्र को उच्च स्तर तक पहुँचाना।
  •  सार्क में शामिल देशों को पर्यावरण, प्राकृतिक आपदा एवं बायो तकनीक के क्षेत्र में आगे लेकर जाना।
  • सामाजिक मुद्दों पर सोच-विचार कर सही मुद्दे तक पहुचना और लोगो पर लागू करना।
  • प्रत्येक क्षेत्र में महिला की भागीदारी को बढ़ाना और उनका इस कार्य में पूरा सहयोग देना।
  • आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त अभियान एवं निवारण करना।

 

SAARC की संस्थाएं (SAARC Institutions)

 

सार्क के अंतर्गत अनेक अनुच्छेद का वितरण किया हुआ है जो कि इस प्रकार से है –

  • शिखर सम्मेलन – सार्क का पहला शिखर सम्मेलन दिसंबर 1985 में ढाका में हुआ था अब तक इसमें 19 शिखर सम्मेलन हो चुके है शिखर सम्मेलन का कार्य सार्क में शामिल सभी देशो की आपसी समस्याओं को बैठक में रखना उस पर सोच विचार करके एक निष्कर्ष निकालना। ये सम्मेलन प्रत्येक वर्ष किसी निश्चित स्थान पर आयोजित किया जाता है
  • मन्त्रिपरिषद – इसमें सभी सदस्य देश के विदेश मंत्री शामिल होते है इसकी बैठक 6 महीने में होनी अनिवार्य है इसका कार्य संघ की नीति निर्धारित करना, सामान्य हित के मुद्दों का निर्णय लेना, और विकास के लिए नए क्षेत्र की तलाश करना है
  • सचिवालय – सचिवालय की स्थापना सार्क के संगठन के बाद दूसरे सार्क सम्मेलन में 16 जनवरी 1987 में हुई थी महासचिव इसका अध्यक्ष होता है अध्यक्ष का कार्यकाल 2 साल का होता है सचिवालय को 7 भागों में बांटा गया है सब विभागों का कार्य निर्दशक की देखरेख में होता है
  • स्थायी समिति – यह सदस्य देशों के विदेश सचिवों की समिति है इसकी बैठक साल में 1 बार होती है लेकिन जरुरत पड़ने पर कभी भी इसकी बैठक आयोजित की जाती है SAARC क्या होता है इसका कार्य सहयोग के कार्यक्रमों की मॉनिटरी करना और क्षेत्रीय प्राथमिकताएं निश्चित करना सहयोग के साधन खोजना, तकनीकी समिति के कार्यो का निरीक्षण करना।
  • तकनीकी समितियां – इसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि इसके सदस्य होते है ये समिति अपने – अपने क्षेत्र में कार्य को लागू करना और उनमे समन्वय पैदा करना, सहयोग के नये क्षेत्र की संभावना का पता लगाना आदि काम करता है
  • कार्यकारी समिति – इसकी स्थापना स्थाई समिति द्वारा की जाती है

 

SAARC के शिखर सम्मेलन (SAARC Summit)

 

सार्क सम्मेलन में अभी तक कुल 19 शिखर सम्मेलन हुए है उनकी सूची निम्नलिखित है –

शिखर सम्मेलन देश के नाम दिन
पहला शिखर सम्मेलन ढाका,बांग्लादेश 7-8 दिसंबर 1985
दूसरा शिखर सम्मेलन बंगलौर, भारत 16 -17 नवंबर 1986
तीसरा शिखर सम्मेलन काडमांडू, नेपाल 2 -4 नवंबर 1987
चौथा शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद, पाकिस्तान 29 -31 दिसंबर 1988
पांचवा शिखर सम्मेलन माले, मालद्वीप 21 -23 नवंबर 1990
छठा शिखर सम्मेलन कोलंबो, श्रीलंका 21 दिसंबर 1991
सातवाँ शिखर सम्मेलन ढाका, बांग्लादेश 10 -11 अप्रैल 1992
आठवां शिखर सम्मेलन नई दिल्ली, भारत 2 -4 मई 1995
नौवां शिखर सम्मेलन माले, मालद्वीप 12 -14 मई 1997
दसवां शिखर सम्मेलन कोलंबो, श्रीलंका 29 -31 जुलाई
ग्यारहवां शिखर सम्मेलन काडमांडू, नेपाल 4 -6 जनवरी 2002
बारहवां शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद, पाकिस्तान 2 -6 जनवरी 2004
तेरहवां शिखर सम्मेलन ढाका, बांग्लादेश 12-13 नवंबर 2005
चौदहवां शिखर सम्मेलन नई दिल्ली, भारत 3 -4 अप्रैल 2007
पंद्रहवां शिखर सम्मेलन कोलंबो, श्रीलंका 1 -3 अगस्त 2008
सोलहवाँ शिखर सम्मेलन थिम्पू, भूटान 28 -29 अप्रैल 2010
सत्रहवाँ शिखर सम्मेलन अड़ू शहर, मालद्वीप 10 -11 नवंबर 2011
अठारहवां शिखर सम्मेलन काडमांडू, नेपाल 26 -27 नवंबर 2014
उन्नीसवां शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद, पाकिस्तान 15 -16 नवंबर 2016

 

SAARC के समय क्षेत्रीय सहयोग की 9 रूपरेखा:- (9 Frameworks for Regional Cooperation in the Age of SAARC)

 

सार्क के समय क्षेत्रीय सहयोग की रूपरेखा से बात करें तो हमे पता चलेगा की अगस्त 1983 के समय 9 क्षेत्र रखे गए थे।

1) कृषि
2) स्वास्थ्य सेवाए
3) मैसम विज्ञान
4) डाक तार सेवाए
5) विज्ञान तथा तकनीक
6) दूर संचार व यातायात
7) खेलकुद
8) सांस्कृतिक
9)ग्रामीण विकास

सार्क में 1985 में 3 और क्षेत्रों को जोड़ा गया
1) आतंकवाद के खिलाफ अभियान एवं निवारण
2) मादक पदार्थ (नशीले पदार्थ) की तस्करी
3) क्षेत्रीय विकास में महिलयों की भूमिका

 

SAARC के वर्तमान महासचिव (Current Secretary General of SAARC)

 

वर्तमान समय के सार्क संगठन के महासचिव एसाला वेराकून स्थान श्रीलंका है जिनकी कार्य अवधि 1 मार्च 2020 से शुरू हुई।

भारत के लिए सार्क का विशेष महत्व (Special importance of SAARC for India)

 

  • भारत सार्क में 70 फीसदी हिस्सेदारी रखता है बल्कि संगठन की अर्थव्यवस्था में भी उसकी भागीदारी 70 फीसदी है
  • सार्क में शामिल होने की वजह से भारत के आस-पास के देशों के साथ आपसी विश्वास और शांति स्थापना में सभी का सहयोग मिलेगा।
  • दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को दक्षिण पूर्व एशिया को एक साथ लेकर कुछ सेवा क्षेत्र में भारत के लिए आर्थिक एकीकरण एवं समृद्धि को आगे लाया जा सकता है।
  • भारत को अपनी ताकत दिखाने के लिए एक अंतराष्ट्रीय मंच मिल जाएगा।

 

FAQ:- SAARC संगठन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :-

 

सार्क क्या है ?

सार्क कुछ देशों को मिलकर बना एक संगठन है जिसमे विश्व के 8 देश शामिल है इसका काम इस संगठन में शामिल सभी देशों के बीच अच्छे रिश्ते बनाये रखना है।

 

सार्क की स्थापना कब और कहा हुई थी?

सार्क की स्थापना 8 दिसंबर 1985 को ढाका में हुई थी

 

सार्क का गठन क्यों हुआ?

दक्षिण एशियाई लोगों के जीवन में कल्याण करना, वैश्विक और क्षेत्रीय संगठनों के साथ काम करना, देशों के बीच आत्मविश्वास बनाये रखना और जरूरत पड़ने पर एक दूसरे की मदद करना।

 

सार्क का पूरा नाम क्या है?

सार्क का पूरा नाम “दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन” है और अंग्रेजी में “South Asian Association for Regional Cooperation” है

 

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Conclusion

 

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख SAARC क्या होता है? SAARC फुल फॉर्म , कार्य और उद्देश्य जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

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SAARC क्या होता है? SAARC फुल फॉर्म , कार्य और उद्देश्य

 

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