UPS Kya Hai , UPS Full Form In Hindi

क्या आप जानना चाहते है UPS Kya Hai यदि हा तो यह पोस्ट पढ़े आज में इस पोस्ट में इसके बारे में ही बात करने वाला हु और साथ में ups के बारे में और भी बहुत कुछ जानकारी देने वाला इसलिए आप यह पोस्ट पूरा पढ़ेदोस्तों अगर आपके पास कंप्यूटर है तो आपके पास शायद UPS Device भी जरुर होगा UPS Battery के जैसा काम करता है जैसे laptop में battery होती है और वो बिना बिजली के भी चल सकता है

वैसे ही UPS Device कंप्यूटर के लिए एक battery ही है जो विधुत उर्जा का संचय करती है और जब बिजली चली जाती है तब UPS Device की मदद से आपका कंप्यूटर कुछ मिनट तक चलता है जिससे आपका काम बिजली जाने पर तुरन बंद न हो जाये UPS Device आपको जहा कंप्यूटर काज्यादा इस्तेमाल किया जाता है वहा जरुर देखने को मिलेगा जैसे की बैंक में, किसी ऑफिस में, गवर्नमेंट संस्था में आदि जगह पर आपको कंप्यूटर के साथ UPS Device जरुर कनेक्ट हुआ दिखेगा चलिए अब जानते है UPS Full Form In Hindi

 

UPS Kya Hai , UPS Full Form In Hindi
TEJWIKI.IN

UPS Kya Hai

 

UPS एक इलेक्ट्रॉनिक device होता है, जो कि बैटरी के द्वारा संचालित होता है। जब हमारे घर की या ऑफिस की  बिजली की मुख्य सप्लाई बंद हो जाती है, तो डिवाइस बहुत काम आता है। UPS एक ऐसा उपकरण होता है जो कंप्यूटर की मुख्य सप्लाई कट जाने पर भी computer को कुछ देर तक पावर सप्लाई करता रहता है। यूपीएस  बिजली के High Voltage से भी हमारे डिवाइस को बचाता है। UPS Kya Hai UPS तब काम करना शुरू करता है जब आपका कंप्यूटर बिजली से Connection खों देता है यह आपको इतना समय देता है की आप अपने Document को Save करके रखता है। UPS को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इसे आपको अपने कंप्यूटर से Connect करना होगा और इसके स्विच को On रखना होगा जिससे यह चार्ज होता रहे।

UPS एक हार्डवेयर डिवाइस है जो कंप्यूटर को Telecommunication यंत्र और अन्य बिजली यंत्र को Unexpected Power कट से बचाता है दुनिया का सबसे बड़ा UPS Fairbanks Alaska में है यह 46 मेगावाट का है। यूपीएस फुल फॉर्म हिंदी में यह भी हमने आपको बता दिया है।

UPS Full Form In Hindi

 

आइये जानते हैं यूपीएस का फुल फॉर्म, Uninterruptible Power Supply होता है।

UPS full form hindi- अबाधित बिजली आपूर्ति होता है।

 

अगर आप का UPS ज्यादा पावरफुल है तो 2 से 3 घंटे तक Backup देता है ज्यादातर इसका इस्तेमाल लोग कंप्यूटर के Backup के लिए करते है जब लाइट चली जाती है तो यही कंप्यूटर को बैकअप देकर ऑन रखे रहता है तक कोई भी काम कर सके उसका कंप्यूटर बीच में ही बंद न हो जाय। UPS Kya Hai यही यूपीएस का काम होता है। Battery size is also an important factor in the selection of UPS systems.

UPS आजकल कई रेट के आते है Normal UPS की कीमत लगभग 2000 से 3000 के बीच में होती है मगर आजकल कुछ कंपनी ऐसी भी है जो 1000-1500 तक भी दे देती है। अगर कोई पुराना यूपीएस लेना चाहे तो वो olx साइट पर जाकर ले सकता है वहां से तो केवल 500से 1000 में ही यूपीएस मिल जायेगा।

 

इन्हें भी पढ़ें:-

 

Types Of UPS In Hindi

 

  • Standby UPS

  • Standby UPS को Off Line UPS भी कहा जाता है जिसका उपयोग आमतौर पर PC के लिए किया जाता है.
  • इस यूपीएस में एक बैटरी, एक एसी या डीसी और डीसी या एसी इन्वर्टर, एक स्टैटिक स्विच और एक एलपीएफ शामिल है, जिसका उपयोग O/P Voltage और एक Surge Suppressor से स्विचिंग फ्रिक्वेंसी को कम करने के लिए किया जाता है.
  • स्टैंडबाय यूपीएस सिस्टम स्विच व्यवस्था के साथ काम करता है
  • प्राथमिक शक्ति स्रोत के रूप में एसी I/P का चयन करने के लिए, और प्राथमिक शक्ति के मामले में बैकअप स्रोतों के रूप में बैटरी और इन्वर्टर के लिए इंटरचेंजिंग बाधित हो जाता है.
  • इन्वर्टर सामान्य रूप से स्टैंडबाय पर निर्भर करता है केवल तभी ट्रिगर होता है जब बिजली विफल हो जाती है और ट्रांसफर स्विच नियमित रूप से बैकअप इकाइयों में लोड स्विच करता है.
  • इस तरह की यूपीएस प्रणाली एक छोटे आकार, दक्षता की उच्च डिग्री, और बहुत कम लागत प्रदान करती है इस यूपीएस को बनाना आसान होता है.

Line Interactive UPS

  • Line Interactive UPS छोटे व्यवसाय के लिए उपयोग किया जाने वाला सबसे आम यूपीएस है.
  • लाइन इंटरएक्टिव यूपीएस की डिजाइनिंग एक स्टैंडबाय यूपीएस के समान होती है
  • इसके अलावा डिज़ाइन लाइन इंटरएक्टिव में आम तौर पर एक स्वचालित वोल्टेज नियामक (AVR) या एक टैप-चेंजिंग ट्रांसफार्मर शामिल होता है.
  • यह I/P वोल्टेज भिन्न होने पर ट्रांसफार्मर के नल को विनियमित करके वोल्टेज के नियमन को बढ़ाता है.
  • कम वोल्टेज की स्थिति होने पर वोल्टेज विनियमन एक महत्वपूर्ण विशेषता है, अन्यथा यूपीएस बैटरी और फिर अंत में लोड को स्थानांतरित कर देगा.
  • अधिक सामान्य बैटरी के उपयोग से प्रारंभिक बैटरी विफल हो सकती है.
  • इस यूपीएस की विशेषताएं छोटे आकार, कम लागत, उच्च दक्षता यूपीएस को 0.5-5kVA शक्ति की सीमा में बना सकती हैं.

Online UPS

    • ऑनलाइन यूपीएस को डबल रूपांतरण ऑनलाइन निर्बाध बिजली आपूर्ति भी कहा जाता है.
    • यह सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला यूपीएस है.
    • इस यूपीएस की डिजाइनिंग स्टैंडबी यूपीएस के समान होती है, यह छोड़कर कि प्राथमिक बिजली स्रोत एसी मुख्य के बजाय पलटनेवाला है. इस यूपीएस डिज़ाइन में I/P AC के नुकसान से ट्रांसफर स्विच का ट्रिगर नहीं होता है, क्योंकि I/P AC बैकअप बैटरी स्रोत को चार्ज कर रहा है जो कि O/P इन्वर्टर को पावर बचाता है. इसलिए,I/P AC पावर की विफलता के दौरान, यह UPS ऑपरेशन बिना किसी स्थानांतरण के समय होता है.

 

Main Power Supply की क्या समस्याएं होती हैं :

 

Mains power supply में बहुत प्रकार के interruptions अलग अलग form में होते रहते हैं. ये fluctuations हमारे sensitive electronic equipment और data को नुकशान पहुंचा सकते हैं. इसलिए सबसे अच्छा solution है की UPS का इस्तमाल किया जाये. चलिए कुछ ऐसे ही corruptions के विषय में जानते हैं :

1. Voltage Fluctuations: Mains power supply में, अक्सर voltage बढती है या फिर कमती है, rated voltage की तुलना में. उदहारण के लिए हमारे घरों में voltage fluctuates होती है 210 Volts से 240 volts तक.

ये fluctuations को देखने के लिए हम digital voltmeter का इस्तमाल कर सकते हैं. जितनी ज्यादा ये fluctuations होगी ये उतनी ही ज्यादा damage हमारे devices को कर सकती हैं.

2. Transient Impulses: Alternating supply की original sine wave बड़ी आसानी से disturb हो सकती है किसी भी कारण के लिए जिसके चलते amplitude में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है. इन्ही disturbances को Transient Impulses भी कहा जाता है.

Amplitude की instant increase को spike कहते हैं और instant decrease को notch कहा जाता है.

3. Voltage Surges: जब हम एक heavy load को power supply के साथ connect करते हैं, तब पुरे system का voltage कुछ समय के लिए increase या decrease हो सकता है. इसी variations को Voltage Surges कहा जाता है.

4. Noise: Alternating Sine Wave में distortion जो की कम समय के लिए आता है उसे Noise कहा जाता है. इनके उत्पत्ति का मुख्य कारण है Radiऔर TV transmission, या poor grounding भी. Noise data और equipment को damage पहुंचा सकती है.

5. Frequency Variation: अगर load में instantaneously change दिखाई पड़ा तब इससे supply’s frequency में variation पैदा हो सकती है जिससे ये data को नुकसान पहुंचा सकती है.

6. Black Outs: किसी भी कारण के लिए अगर mains power supply में अगर Instant failure दिखाई पड़ा तब इसे black outs कहा जाता है. ये equipments के लिए सही नहीं है.

7. Brown Outs: Power के overloading होने के कारण अगर Planned power cuts होते हैं तब उसे brown outs कहा जाता है.

 

इन्हें भी पढ़ें:-

 

UPS (यूपीएस) की जरूरत

 

बहुत सारे ऐसे इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स होते हैं जो अगर अचानक से बंद हो जाए तो बहुत सारा नुकसान हो सकता है। UPS Kya Hai इसीलिए जरूरत होती है एक ऐसे पावर सप्लाई की जो पावर लॉस की स्थिति में कुछ मिनट का पावर बैकअप दे सकें।

आप एक सिचुएशन इमेजिन करो, जहां आपने अपने पर्सनल कंप्यूटर पर 5 घंटे की कड़ी मेहनत से एक प्रोजेक्ट तैयार किया है, और अचानक से पावर कट हो जाने के कारण आपका कंप्यूटर बंद हो जाता है।
और आपकी 5 घंटे की मेहनत बेकार चली जाती है, वहीं अगर आपके पास UPS (यूपीएस) होता, तो पावर कट की स्थिति में आपके पास इतना टाइम होता, कि आप अपने वर्क को आराम से सेव कर सके या वैकल्पिक पावर सप्लाई को चालू कर अपना काम जारी रख सकें।

कई बार सप्लाई लाइन में कहीं कोई गड़बड़ी होने के कारण अचानक कुछ मिली सेकंड के लिए वोल्टेज बहुत ज्यादा डाउन हो जाता है।
जिसके कारण आपका कंप्यूटर या टीवी या अन्य सेंसिटिव क्विपमेंट बंद हो जा सकता है।तो यूपीएस इस कंडीशन में भी मददगार साबित होता है, और आपके इक्विपमेंट को बंद नहीं होने देता है।

बहुत सारे लोग ऐसा मानते हैं कि यूपीएस का प्रयोग केवल पर्सनल कंप्यूटर के साथ होता है, जो हमारे कंप्यूटर को 10 से 15 मिनट तक पावर कट हो जाने की स्थिति में भी चलाए रखता है।जबकि ऐसा नहीं है यूपीएस का प्रयोग पर्सनल कंप्यूटर से लेकर सुपर कंप्यूटर, और बड़े-बड़े फैक्ट्रीज में भी होता है।

 

यूपीएस (UPS) के कार्य (Functions of UPS)

 

  • यह छोटे-छोटे power gaps को अवशोषित करने का काम पूरा करता है | 
  • यह शोरगुल करने वाले पावर सोर्सेज को शांत कर देता है | 
  • यह electricity line intruption के दौरान उपकरणों को लगातार पावर सप्लाई प्रदान करने का काम करता है | 
  • यूपीएस लम्बी अवधि के पावर आउटएजेस के दौरान उपकरण को ऑटोमेटिकली शट डाउन  करता है | 
  • यह पावर सप्लाई में किसी भी प्रकार की गड़बड़ के लिए हमेशा मॉनिटरिंग की प्रक्रिया जारी रखता है | 
  • यह उपकरण में कितने वोल्ट का currunt जा रहा है, इसे दर्शाता रहता है | 
  • यह power line में कितना करंट आ रहा है, ये जानकारी भी प्रदान करता है | 
  • यदि आपके कंम्प्यूटर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी आ जाती हैं, तो  तुरंत ही इसका अलार्म सक्रिय हो जाता है।
  • यह आपके उपकरणों को शार्ट-सर्किट से पूर्णतः सुरक्षित बनाये रखने का काम करता है |

 

यूपीएस कैसे कार्य करता है (Working Of UPS)

 

यूपीएस के मुख्य भाग-

  • रेक्टिफायर(Rectifier)
  • बैटरी(Battery)
  • इन्वर्टर(Inverter)

रेक्टिफायर(Rectifier)

यह यूपीएस के अंदर इनस्टॉल रहता है, यह एक प्रकार का सर्किट होता है, जिसका मुख्य कार्य घरों से प्राप्त Alternative Current (AC) को Direct Current (DC) में कन्वर्ट करना है, क्योंकि बैटरी (DC) करंट के द्वारा ही चार्ज की जाती है |

 

 बैटरी(Battery)

बैटरी भी यूपीएस के अंदर इनस्टॉल रहती है, यह यूपीएस का सबसे बड़ा और महत्वूपर्ण पार्ट होता है, रेक्टिफायर करंट को AC से DC में कन्वर्ट करने के बाद बैटरी के पास भेजता है, बैटरी उस करंट को अपने पास सेव करके रखती है, लाइट जाने के बाद बैटरी के करंट का ही प्रयोग किया जाता है | यूपीएस में बैटरी जितनी अच्छी होगी बैकअप उतना अधिक प्राप्त होगा |

 

 इन्वर्टर (Inverter)

 

यह यूपीएस का तीसरा महत्वपूर्ण भाग है, इन्वर्टर(Inverter) बैटरी की संचयित विद्युत ऊर्जा को DC से AC में परिवर्तित करता है, तत्पश्चात इस बिजली का उपयोग कंप्यूटर चलाने के लिए किया जाता है |

 

यूपीएस (UPS) का उपयोग (Use of UPS)

 

UPS का उपयोग hardware & devices की सुरक्षा के लिए किया जाता है। कंप्यूटर, डाटा सेंटर, टेलीकम्यूनिकेशन उपकरण या अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरणों को पावर disruption द्वारा आंशिक या पूर्ण हानि और डाटा लॉस का खतरा बना हुआ रहता है | इसलिए UPS इन सभी उपकरणों को लगातार power सप्लाई  प्रदान करने का काम करता है और कंम्प्यूटर में किसी भी प्रकार का नुकसान होने में मदद करता है | UPS Kya Hai इसलिए UPS के द्वारा computer system में powe प्रदान करने से आपके कंप्यूटर पावर disruption से सुरक्षा प्राप्त होती है और साथ ही में पावर फेलियर की स्तिथि में 10 -20 मिनट का अतिरिक्त समय भी प्राप्त हो जाता है, 

इसी समय को बचाते हुए आप कोई भी कार्य को पूरा कर सकते है और ऐसा करने से सामान्य रूप से कंप्यूटर shut down भी किया जा सकता है | UPS Kya Hai वहीं यदि आप बिना UPS वाले कंप्यूटर सिस्टम पर कोई ज़रूरी काम कर रहे हैं, और अचानक आपके कंम्प्यूटर की  power supply off हो जाती है तो ऐसे में आपका कंप्यूटर सिस्टम तुरंत बंद हो जाएगा, जिसकी वजह से आपने जितना भी काम किया है, वो सेव नहीं हो पायेगा और आपकी पूरी मेहनत पर पानी फेर जाएगा |

 

UPS से क्या लाभ है? (What are the benefits of UPS)

 

इसकी खास बात ये है की इसमे Power के कट होने पर भी यह निरंतर काम करता रहता है यह Data का Backup भी देता है।

  • यह आपके कंप्यूटर में बिजली के कारण होने वाली अस्थिरता को नियंत्रित करके कंप्यूटर में आने वाली हर तरह की हानि को Control करता है।
  • यह कंप्यूटर में एक स्टेबल Current सप्लाई करता है। जिससे की बिजली के चले जाने पर भी आपको इतना समय देता है, की आप अपने डाटा को आसानी से सेव कर सकते है।
  • आचानक कंप्यूटर की मुख्य सप्लाई बंद हो जाने के कारण से आपके Data के Loss होने का पूरा खतरा होता है। अगर आपके कंप्यूटर में UPS का connection है तो डर की कोई बात नही है। थोड़ी देर तक आप अपना काम कर सकते है।  
  • UPS एक बेहतरीन Emergency Power Source है जिससे आपके घर का Power Off होने पर आप UPS/Inverter की Help से घर के बिजली यंत्र को चला सकते हो।
  • आपके device को short-circuit से protection प्रदान करता है।

 

UPS से क्या हानि हैं? (What are the disadvantages of UPS)

 

–  Start Up Cost – अगर आप Standby UPS का इस्तेमाल करना चाहते हो तो ये आपको काफी महंगा पड़ता है. इसका मतलब है की शुरुवात में UPS की installation cost थोड़ी ज्यादा होती है.

–  Infrastructure – Infrastructure के हिसाब से UPS का इस्तेमाल होता है. इसलिए जितनी बड़ी infrastructure है उतनी ही बड़ी और ज्यादा battery का इस्तमाल होता है.

–  Maintenance Cost – UPS की बैटरी बहुत समय के लिए काम नही करती और कुछ समय के बाद ख़राब हो जाती है जिसके बाद आपको इसकी पुरानी बैटरी को पूरी तरह से बदल कर एक नयी बैटरी का इस्तेमाल करना होता है. इसके साथ समय समय पर इस battery को maintenance की भी जरुरत होती है.

 

UPS और Inverter में क्या अंतर है (What is the difference between UPS and Inverter)

 

वैसे देखा जाये तो UPS और Inverter में बहुत अंतर है इसलिए मैंने दोनों के अंतर को निचे आपके समझने के लिए अच्छे से विस्तार में समझाया है.

Technically, इन दों में क्या difference है

Uninterruptible power supply (UPS) जहाँ पर continuous power supply प्रदान करता है जब power cut होता है. वहीँ Inverter circuit केवल battery के DC current को AC में convert करता है और supply करता है.

Practically, इन दों में क्या difference है

तो चलिए जानते हैं की कैसे ये दोनों practically अलग अलग है :-

1.  UPS: Uninterruptible power supply (UPS) हमें power प्रदान करती हैं जब power cut होता है. इसे मुख्य रूप से desktop computers में backup के हिसाब से इस्तमाल किया जाता है.

2.  Inverter: ये एक power backup solution है. इसकी total unit में तीन component होते हैं the charges (जो की आपके घर को electricity प्रदान करती है), battery और Inverter circuit जो की DC battery current को electricity में बदलती है. इसे Mainly इस्तमाल किया जाता है backup power पुरे घर को supply करने के लिए.

3.  UPS का इस्तमाल मुख्य रूप से system के backup के हिसाब से किया जाता है.  UPS Kya Hai अगर आप अपने desktop computer को इससे connect करें तब अगर कुछ भी power loss होता है तब बस 1 microsecond में ही backup power start हो जाता है.

4.  Inverter computer backup के लिए suitable नहीं है क्यूंकि इसमें switching में delay होता है. जिससे computer crash हो सकता है जिससे data loss होने क खतरा होता है. इसके अलवा इससे motherboard और hard disk के लिए भी खतरा है.

5.  UPS केवल 10 से 20 minutes के लिए backup प्रदान कर सकता है. क्यूंकि इसका The main intention ही है की छोटे समय के backup प्रदान करना जिससे की ये programs और data को save कर सकता है. वहीँ Inverters का purpose है की वो पुरे घर को power backup प्रदान सके.

6.  Inverter में flat plate और tubular battery का इस्तमाल होता है electricity store करने के लिए. इसमें continuous maintenance की जरुरत होती है जैसे की distilled water को भरना regular intervals में.

भारत के प्रमुख कंप्यूटर यूपीएस निर्माता

 

  1. APC
  2. Microtek
  3. Intex
  4. Circle Power backup
  5. Artis UPS
  6. Zebronics
  7. Luminous UPS
  8. V-GUARD
  9. iBall Nirantar UPS.

 

Ups में कौन सी बैटरी का प्रयोग किया जाता है:-

 

Ups के लिए सामान्यतः तीन प्रकार की बैटरी का प्रयोग किया जाता है ।

  1. Valve regulated lead acid battery (VRLA)
  2. Floded cell या VLA बैटरी
  3. Lithium ion battery

इन सब बैटरी का प्रयोग स्थान, पॉवर, और ups के प्रकार के आधार पर किया जाता है।

 

FAQ:- UPS के ऊपर पूछे जाने वाले सवाल जवाब :- 

 

  1. UPS की फुल फॉर्म क्या है?

    Ans: UPS की फुल फॉर्म Uninterruptible Power Supply है

  2. यूपीएस को हिंदी में क्या कहते हैं?

    Ans: यूपीएस को हिंदी में अबाधित बिजली की आपूर्ति कहते है

  3. यूपीएस कौन सी डिवाइस है?

    Ans: UPS का फुल फॉर्म Uninterruptible Power Supply है जो एक बैटरी के साथ एक इन्वर्टर है जिसका काम बिजली चली जाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल को चार्ज करने के लिए पॉवर देने का है

  4. यूपीएस का काम क्या है?

    Ans: UPS का काम जब बिजली अचानक चली जाती है तो UPS Device आपके कंप्यूटर को पॉवर देकर कुछ समय के लिए चालू रखता है जिससे आप कंप्यूटर में जोभी काम कर रहे है उसको Save कर सके और जब बिजली आये तब आप अपना अधुरा काम Save की हुई फाइल को खोल कर कंटिन्यू कर सके

  5. यूपीएस कितने प्रकार के होते हैं?

    Ans: UPS तीन प्रकार के होते है
    1. Stand By UPS
    2. Line Interactive UPS
    3. Online UPS

     

इन्हें भी पढ़ें:-

 

Conclusion

 

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख UPS Kya Hai , UPS Full Form In Hindi जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.


UPS Kya Hai , UPS Full Form In Hindi

 

Leave a Comment