कंप्यूटर की बेसिक जानकारी Basic Knowledge of Computer in Hindi

दोस्तों नमस्कार, जब भी किसी व्यक्ति से यह सवाल किया जाता है कंप्यूटर की बेसिक जानकारी कि क्या आपको कंप्यूटर आता है? तो लोग इस सवाल का जवाब अक्सर यही देते कि हां मुझे कंप्यूटर आता है। लेकिन जब उनसे Basic Knowledge of Computer in Hindi के बारे में पूछा जाता है, तो वे अक्सर चुप हो जाते हैं।

हां यह बात बिल्कुल सही है कि आज कंप्यूटर बहुत सारे लोगों को आता है लेकिन Computer Fundamental in Hindi को बहुत ही कम लोग अपने ध्यान में रखते हैं। यह जानकारी ऐसी है कि इसे जाने बिना कोई भी व्यक्ति कंप्यूटर में एक्सपोर्ट नहीं बन सकता है।

इसीलिए अगर आप कंप्यूटर के विषय में गहन अध्ययन करना चाहते हैं या कंप्यूटर पर अपनी अच्छी पकड़ बनाना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर की basic knowledge होनी ही चाहिए तभी आप एक एक्सपोर्ट बन सकते हैं। कंप्यूटर के बारे में जनरल नॉलेज को हमने इस आर्टिकल में बहुत ही आसान शब्दों में बताया है, तो इसे पूरा जरूर पढ़ें।

“कंप्यूटर क्या है और किस काम आती हैं” इस सवाल का जवाब बहुत अच्छी तरह से जानते होंगे। इसीलिए आगे बढ़ते हैं और ऐसी चीजों के बारे में जानते हैं जो शायद आपको ना पता हो।

कंप्यूटर की बेसिक जानकारी Basic Knowledge of Computer in Hindi
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कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – Basic computer Information in Hindi 

तो अगर आपको कंप्यूटर की जानकारी चाहिए कि कंप्यूटर की परिभाषा क्‍या होती है कंप्यूटर के प्रकार जानने हैं और यह पोस्‍ट आपके लिये ही है यहां आपको कंप्यूटर की पूरी जानकारी हिंदी में मिलेगी तो अगर आप कंप्यूटर के बारे में हिंदी में जानना चाहते हैं तो यह पोस्‍ट जरूर पढें

कंप्यूटर की बेसिक जानकारी शुरू करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि कंप्यूटर क्या है और यह किस पद्धति पर काम करता है तो आइए जानें कोशिश करते हैं कंप्यूटर क्या है – 

कंप्यूटर क्या है 

कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के “Compute” शब्द से बना है, जिसका अर्थ है “गणना”, करना होता है इसीलिए इसे गणक या संगणक या अभिकलक यंत्र भी कहा जाता है और इसका अविष्‍कार Calculation करने के लिये हुआ था सीधी भाषा मेंं कंप्‍यूटर Calculation करने वाली मशीन थी, जैसे आपका कैलकुलेटर

Definition of computer – कम्प्यूटर की परिभाषा 

कम्प्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रानिक डिवाइस है जिसका मुख्य कार्य गणना करना है। कम्प्यूटर लैटिन भाषा के “कम्प्यूट” से बना है। जिसे हिन्दी में संगणक कहते हैं। कम्प्यूटर डाटा को प्राप्त करने ( recieve ) स्टोर करने और process करने का कार्य करता है। कम्प्यूटर के जन्मदाता “चार्ल्स वैवेज” हैं।
कम्प्यूटर डाटा को कलेक्ट करके इनफाॅर्मेशन में परिवर्तित करता है जिसे यूजर बहुत ही आसानी से समझ सकता। अब आप सोच रहे होंगे की कम्प्यूटर डाटा को कैसे कलेक्ट करता है, कम्प्यूटर में डाटा को इनपुट डिवाइस के माध्यम से ( keybord, mause, mike ) भेजा जाता है। जिसे कम्प्यूटर का main part CPU उस डाटा को कलेक्ट कर यानि प्रााप्त कर लेता है और उस डाटा को प्रोसेस करके आउटपुट को दे देता है। 

इन्हें भी पढ़ें:-

कंप्यूटर की फुल फॉर्म क्या होती है 

C= Common
O= Oriented
M= Machine
P= Particularly
U= United and used under
T= Technical and
E= Educational
R= Research

कंप्‍यूटर को ठीक प्रकार से कार्य करने के लिये सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों की आवश्‍यकता होती है। अगर सीधी भाषा में कहा जाये तो यह दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। बिना हार्डवेयर सॉफ्टवेयर बेकार है और बिना सॉफ्टवेयर हार्डवेयर बेकार है। मतलब कंप्‍यूटर सॉफ्टवेयर से हार्डवेयर कमांड दी जाती है किसी हार्डवेयर को कैसे कार्य करना है उसकी जानकारी सॉफ्टवेयर के अन्दर पहले से ही डाली गयी होती है। कंप्यूटर के सीपीयू से कई प्रकार के हार्डवेयर जुडे रहते हैं, इन सब के बीच तालमेल बनाकर कंप्यूटर को ठीक प्रकार से चलाने का काम करता है सिस्टम सॉफ्टवेयर यानि ऑपरेटिंग सिस्टम।

कंप्यूटर की कार्य प्रणाली (Computer Functions) 

कंप्‍यूटर के कार्यप्रणाली की प्रक्रिया एक चरणबद्ध तरीके से पूरी होती है –

इनपुट (Input) → प्रोसेसिंग (Processing) → आउटपुट (Output)

  • इनपुट के लिये आप की-बोर्ड, माउस इत्‍यादि इनपुट डिवाइस का प्रयोग करते हैं साथ ही कंप्‍यूटर को सॉफ्टवेयर के माध्‍यम से कंमाड या निर्देश देते हैं या डाटा एंटर करते हैं।
  • यह इस प्रक्रिया का दूसरा भाग है इसमें अापके द्वारा दी गयी कंमाड या डाटा को प्रोसेसर द्वारा सॉफ्टवेयर में उपलब्‍ध जानकारी और निर्देशों के अनुसार प्रोसेस कराया जाता है।
  • तीसरा और अंतिम भाग आउटपुट इसमें आपके द्वारा दी गयी कंमाड के आधार पर प्रोसेस की गयी जानकारी का आउटपुट कंप्‍यूटर द्वारा आपको दिया जाता है जो आपको आउटपुट डिवाइस द्वारा प्राप्‍त हो जाता है।

आउटपुट डिवाइस (Output Device) की सूची 

आउटपुट डिवाइस:- आपके द्वारा दी गयी कंमाड के अाधार पर प्रोसेस की गयी जानकारी का आउटपुट कंप्‍यूटर द्वारा आपको दिया जाता है जो आपको आउटपुट डिवाइस या आउटपुट यूनिट द्वारा प्राप्‍त हो जाता है आउट डिवाइस हार्डवेयर होता है आउटपुट डिवाइस सबसे बेहतर उदाहरण आपका कंप्‍यूटर मॉनिटर है यह i/o devices कहलाती है

मोनीटर
स्पीकर
प्रिन्टर
प्रोजेक्टर
हेडफोन
प्रिंटर 

इनपुट डिवाइस (Input Device) की सूची 

इनपुट डिवाइस इनपुट डिवाइस ऐसी होती हैं जिनसे कंप्यूटर में डेटा और कमांड स्‍टोर या एंटर कराया जा सकता है इनपुट डिवाइस मेन मेमोरी में स्टोर किए गए डेटा और निर्देशों को बायनरी में कन्वर्ट कर देती है

माऊस
की-बोर्ड
स्केनर
डी.वी.डी.ड्राइव
पेनड्राईव
कार्डरीडर
माइक्रोफोन 

कम्प्यूटर के महत्वपूर्ण भाग 

कंप्यूटर एक मशीन है और कंप्यूटर के यही मशीनरी पार्ट्स कंप्यूटर का हार्डवेयर कहलाते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि अकेला हार्डवेयर की सभी काम कर सकता है कंप्यूटर का दूसरा हिस्सा सॉफ्टवेयर भी है सॉफ्टवेयर की सहायता से ही कंप्यूटर के हार्डवेयर को निर्देश दिए जाते हैं और निर्देशों को फॉलो करते हुए हार्डवेयर सभी काम करता है 

सॉफ्टवेयर कंप्यूटर की आत्मा है और हार्डवेयर उसका शरीर है दोनों का होना परम आवश्यक है कंप्यूटर की बेसिक जानकारी किसी भी काम को करने के लिए कंप्यूटर के साथ हार्डवेयर के रूप में जुड़े हुए सभी से महत्वपूर्ण होते हैं और अपना अलग-अलग काम करते हैं जैसे कीबोर्ड इनपुट लेता है और प्रिंटर आपको आउटपुट देता है 

कम्प्यूटर के निम्‍न महत्वपूर्ण भाग होते है:- 

मॉनिटर ( Monitor )
माउस ( Mouse )
कीबोर्ड ( Keyboard )
सेंट्रल प्रोसेसिंग ( Central Processing Unit )
यू.पी.एस
मोनीटर या एल सी डी:– इसका प्रोयोग कम्प्यूटर के सभी प्रेाग्राम्स का डिस्‍प्ले दिखाता है। यह एक आउटपुट डिवाइस है।
की-बोर्ड :- इसका प्रयोग कम्प्यूटर मे टाइपिंग लिए किया जाता है, यह एक इनपुट डिवाइस है हम केवल की-बोर्ड के माध्यम से भी कम्‍प्‍यूटर को आपरेट कर सकते है।
माऊस :- माऊस कम्प्यूटर के प्रयोग को सरल बनाता है यह एक तरीके से रिमोट डिवाइस होती है और साथ ही इनपुट डिवाइस होती है।
सी. पी. यू.(सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट):- यह कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण भाग होता है हमारा सारा डाटा सेव रहता है कम्प्यूटर के सभी भाग सी. पी. यू. से जुडे रहते है। सीपीयू के अन्‍दरूनी भागों के बारे में जानें क्लिक करें।
यू.पी.एस.(अनिट्रप पावर सप्लाई ):- यह हार्डवेअर या मशीन कम्प्यूटर बिजली जाने पर सीधे बन्द होने से रोकती है जिससे हमारा सारा डाटा सुरक्षित रहता है।

कंप्यूटर कार्य कैसे करता है (Basic Computer Knowledge In Hindi)?

कंप्यूटर का उपयोग करने के लिए हमे 2 प्रकार के चीज़ों की जरूरत पड़ती है हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 

तो कीबोर्ड मोनिटर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बाद कंप्यूटर को चलाने के लिए जिस महत्वपूर्ण चीज़ की आवश्यकता पड़ती है वो है सॉफ्टवेयर या ऍप्लिकेशन जिनकी मदद से हम कंप्यूटर में अपने लक्षित कार्यो को पूर्ण कर सकते है।

यहां मै विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के मुख्य सॉफ्टवेयर की बात करने वाला हूं परन्तु सारे ऑपरेटिंग सिस्टम में ये सारे लगभग एक जैसे उपलब्ध होते है:-

एम.एस.आफिस:- ये एक ऑफिस कार्य के लिए तैयार किया गया एक सॉफ्टवेयर का बंडल है जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया गया है। ये माइक्रोसॉफ्ट का सबसे पॉपुलर व सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला सॉफ्टवेयर है। इसके 4 प्रमुख एप्पलीकेशन है इन ऍप्लिकेशन को आप बेसिक कंप्यूटर नॉलेज के साथ भी आसानी से उपयोग में ले सकते है। जैसे:-

I. एम.एस वर्ड:- इसका उपयोग डॉक्यूमेंट लिखने या तैयार करने के लिए किया जाता है।

II. एम.एस एक्सेल:- इसका चार्ट ग्राफ आदि तैयार करने के लिए किया जाता है। इसमें काफी आसानी से एक क्लिक में बड़े डेटा बेस रेडी हो जाते है।

III. पॉवरपॉइंट:- इसका उपयोग ऑफिस प्रेजेंटेशन बनाने के लिए किया जाता है। इसमें हम काफी आसानी से एनिमेटेड प्रेजेंटेशन तैयार कर सकते है जो देखने में काफी आकर्षक और और समझने में काफ़ी सिंपल होता है।

IV. एम.एस. एक्सेस:- ये एक डाटाबेस संबंधित सॉफ्टवेयर है इसका उपयोग डेटा तैयार करने के लिए किया जाता है।

एम.एस.पेंट:- ये विंडोज का काफी पॉपुलर सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग पेंट या ड्राइंग बनाने के लिए किया जाता है इसमें हम किसी भी तरह का ड्राइंग या स्ट्रक्चर बना सकते है।

माय कंप्यूटर:- ये विंडोज का एक इनबिल्ट सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से हम अपने कंप्यूटर में स्टोर्ड सारे फाइल्स को एक जगह पर आसानी से देख सकते है।

ऊपर लिखे हुए एप्पलीकेशन को इस्तेमाल करने के लिए आपको कंप्यूटर यूज करना पूरी तरह से आना ज़रूरी नही है कंप्यूटर की बेसिक जानकारी बस बेसिक कंप्यूटर नॉलेज की मदद से भी आप इन एप्पलीकेशन को उपयोग कर अपना कार्य कर सकते है। 

Generations of computer ( कंप्यूटर की पीढ़ियां ) 

Computer First Generation ( प्रथम पीढ़ी 1942-1956 )
पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में मुख्य इलेक्ट्रॉनिक घटक के रूप में वैक्यूम ट्यूब रोका एवं डेटा भंडारण के लिए चुंबकीय ड्रम का इस्तेमाल किया गया

Computer Second Generation ( दूसरी पीढ़ी 1956-1965 )
दूसरी पीढ़ी में इलेक्ट्रॉनिक घटक के रूप में ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल किया गया था

Computer Third Generation ( तीसरी पीढ़ी 1965-1975 )

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर के स्थान पर इंटीग्रेटेड सर्किट का इस्तेमाल किया गया था

Computer Fourth generation ( चतुर्थ पीढ़ी 1975-1988 )
इस पीढ़ी में माइक्रोप्रोसेसर की शुरुआत हुई जिनमें हजारों IC एक कल चिप एक सिलिकॉन चिप पर निर्मित की जा सकती थी इसमें बड़े पैमाने पर एकीकृत सर्किट वी एल एस आई तकनीक का इस्तेमाल किया गया ।

Computer Fifth generation ( पंचम पीढ़ी 1988 -present )
इस पीढ़ी में एक नई तकनीक उभरकर आई जिसे अल्ट्रा लार्ज स्केल इंटीग्रेशन कहा जाता है इसके अंतर्गत माइक्रो प्रोसेसर चिप में 1000000 तक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को शामिल किया गया था इस पीढ़ी में कृत्रिम बुद्धि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अवधारणा वॉइस रिकग्निशन मोबाइल संचार सैटेलाइट सिग्नल डाटा प्रोसेसिंग को आरंभ किया गया। 

Software कितने तरह का होता हैं? 

कंप्यूटर में जिस सॉफ्टवेयर के समान हम सब करते हैं वह दो तरह का होता है।

1. System software
2. Applications software

System Software – System Software वे सॉफ्टवेयर होते हैं। जिसकी मदद से कंप्यूटर के ओवरऑल परफॉरमेंस और ऑपरेशन‌ को कंट्रोल किया जाता है। System software भी 4 तरह के होते हैं। इनके नाम है,

i. Operating System
ii. Device Drivers
iii. Language Processor
iv. Utility Software

Application Software – Application Software वो सॉफ्टवेयर होते हैं। जिसकी मदद से खास कामों को परफॉर्म किया जाता है। Application Software में MS word, MS Excel, MS power point आदि शामिल हैं।

Operating System क्या है?

Operating System ऐसा system हैं जो hardware और software के बीच समन्वय स्थापित करता है। Operating System के कारण ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सही तरह से काम करते हैं। कंप्यूटर की बेसिक जानकारी Operating System दो तरह का होता है –

GUI – GUI का पूरा नाम Graphical User Interface है। ये कंप्यूटर के graphic system को दर्शाता हैं।

CUI – CUI का पूरा नाम character user interface हैं। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी भी काम को परफॉर्म करने के लिए कमांड देने होते हैं। 

Computer के कितने Parts होते हैं? 

Computer के अलग-अलग Parts के कारण ही कंप्यूटर किसी भी काम को सही तरह से पूरा करता हैं। कंप्यूटर से चार important Parts होते हैं –

Input device – Input device ऐसे डिवाइस होते हैं जिसकी मदद से डाटा और इंफॉर्मेशन को कंप्यूटर में डाला जाता है। Input device में Monitor, keyboard, mouse, camera आदि शामिल है।

Processing device – Processing device यह डिवाइस होते हैं जिसके मदद से किसी भी इंफॉर्मेशन या डाटा को एक्सिस या प्रोसेस किया जाता है। Processing device में CPU, memory और motherboard शामिल है।

Output device – ऐसे डिवाइस जो कंप्यूटर से प्रोसेस किए गए डाटा को रिसीव करके उसे दूसरे फॉर्म में बदल देता है, उसे Output device कहते हैं। Printer इस तरह के डिवाइस का सबसे बड़ा उदाहरण है।

Storage device – यह ऐसे डिवाइस होते हैं, जिसमें कंप्यूटर में प्रोसेस किए गए डाटा और इंफॉर्मेशन को स्टोर किया जाता हैं। इस तरह के device को Storage device कहा जाता हैं। इस डिवाइस में USB, Pen Drive, Memory Card, External Drives आदि शामिल होते हैं।

इन्हें भी पढ़ें:-

Computer Memory  मेमोरी दो प्रकार की होती है  

  • Primary memory
  • Secondary memory

Storage device

  • Magnetic tap
  • Magnetic disk
  • Optical disk – CD=compact disk, DVD= digital versatile disk, Blue ray disk. Flash drive, Pen drive and memory card

Hard Disk

Secondary storage device
FAT=file allocation table
NTFS=new technology file system
EXT= Extended file system

Other full form

1) ROM= Read only memory
2)PROM= program Read only memory
3)EPROM= Erasable programmable read only memory
4)EEPROM.=electrically Erasable programmable read only memory
5) BIOS.=basic input output system
6) PATA= parallel advance technology attachment

RAM दो प्रकार की होती हैं

1) S.D.R RAM= Sincron dynamic random access memory
2) DDR RAM= Double data rate sincron dynamic random access memory

Computer language ( कंप्यूटर की भाषा ) 

कंप्यूटर की भाषा को तीन वर्गों में बांटा जा सकता है

1. मशीनी भाषा ( Machine language ) – इस भाषा में प्रत्येक आदेश के दो भाग होते हैं जिन्हें बाइनरी कोड कहा जाता है जो कि जीरो तथा एक है

2. असेंबली भाषा ( Assembly language ) – इस भाषा में याद रखे जाने लायक कोड का प्रयोग किया जाता है जिसे नेम यूनिक कोड कहा गया है ADDITION को ADD, SUBSTRACTION को SUB, JUMP को JMP … इन भाषाओं को निम्न स्तर की भाषा कहा जाता है

3. उच्च स्तरीय भाषाएं ( High level languages ) – उच्च स्तरीय भाषाओं के विकास का श्रेय IBM कंपनी को जाता है

Features Of Computer – Basic Computer Knowledge की जानकारी. 

Computer Features की बात करे तो यह बया कर पाना आसान नही है. यह System अनंत काम करता है जिन्हें गिन पाना बहुत मुश्किल है. कंप्यूटर की बेसिक जानकारी फिर भी कंप्यूटर की कुछ मुख्य विशेषताए जरुर आपको बता सकते है जो निचे दिए गए है.

Speed– कंप्यूटर एक सेकंड में लाखों गणनायें करता है. वर्तमान समय में,कंप्यूटर नैनो सेकंड मैं भी गणना कर सकता है.
Accuracy-कंप्यूटर कठिन से कठिन प्रश्न का बिना किसी Error के परिणाम निकाल देता है. बल्कि अगर Calculation के दौरान अगर कोई गड़बड़ी पायी जाती है तो वह Program या Data में होने वाले Human Mistakes के कारण होती है.
Storage Capacity– Computer Memory किसी भी तरह की Unlimited Information जमा कर सकता है. इसमें Unlimited Numbers और Programs को स्टोर करने की कैपेसिटी होती है. Computer के External तथा Internal Capacity के माध्यम (Hard Disk, Floppy Disk, Magnetic Tape, CD /DVD Rom) में अनलिमिटेड देता और इन्फ़्रोमतिओन का Collection किया जाता है.
Versatile– कंप्यूटर की सहायता से अनेक प्रकार के कार्य संपन्न किये जा सकते है. Modern computers में अलग प्रकार के कार्य एक साथ करने की क्षमता है.
Secrecy– पासवर्ड के प्रयोग द्वारा कंप्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है.
Diligence– एक मशीन होने के कारन Computer पर बाहरी वातावरण कोई फर्क नहीं पड़ता. वह किसी भी कार्य को बिना रुके लाखो करोडो बार कर सकता है.
Automatic– कंप्यूटर एक आटोमेटिक मशीन है, जिसमे कैलकुलेशन के दौरान Human intervention की संभावना बहुत ही कम रहती है. हालांकि कंप्यूटर को कार्य करने के लिये निर्देश मनुष्य द्वारा ही दीये जाते है.

Computer Programming का परिचय और इससे सम्बंधित शब्द. Intro to computer programming. 

Basic Computer Knowledge की जानकारी मे ऊपर आपने जाना ‘Computer Features’ के बारे मे अब आपको यह भी जान लेना चाहिए की कंप्यूटर की बेसिक जानकारी इससे सम्बंधित शब्द कौनसे है और वह घटक कौनसे है जिनसे मिलकर कंप्यूटर अपना कार्य करते है.

Hardware.
कंप्यूटर के सभी भाग जिन्हें हम हाथों से छु सकते है एवं देख सकते है उन्हें हार्डवेयर कहते है. Mechanical, Electrical और Electronic Parts कंप्यूटर के हार्डवेयर Mother Board, Monitor, Key-Board, Mouse और Printer आदि होते है.

Software.
किसी भी एक निश्चित कार्य को पूरा करने के लिये Group Program Instructions या Software Program कहलाता है. प्रोग्राम कंप्यूटर को Input Actions का निर्देश देता है, जैसे Notepad, MS Office, Game आदि.

Data.
डेटा तथ्यों और अव्यवस्थ आंकड़ो का मिलन है. डाटा को दो भागों में बदला जा सकता है जो निचे दिए गए है.

Numerical data- इसमें 0 से 9 तक के अंको का प्रयोग किया जा जाता है. Ex- Exam में आया हुवा Seat Number etc.
Symbolic Data- इसमें आंकड़ो, अक्षरों तथा चिन्हों का इस्तेमाल किया जाता है.जैसे किसी का पता, पैन कार्ड नंबर आदि.
Processing.
डाटा की जाने वाली उन क्रियाओं को जिनसे सुचना प्राप्त होती है उसे प्रोसेसिंग कहा जाता है. Data Processing का मुख्य लक्ष अव्यवस्थित डाटा से व्यवस्थित डाटा प्राप्त करना है जिसका इस्तेमाल Decision लेने के लिए होता है.

Information.
जब डाटा को उपयोगी बनाने के लिये इसे Processed, Organized और Protect किया जाता है तो प्राप्त डाटा इनफार्मेशन कहलाता है.

Computer Basic Knowledge and Objective Questions Answers 

(1) प्राथमिक स्ट्रोक अस्थिर है ?

उत्तर – सही

(2) द्वितीयक भंडारण गैर-अस्थिर है ?

उत्तर – सही

(3) ______ एक गाढ़ा वलय है ?

उत्तर – धावन पथ

(4) प्रत्येक ट्रैक को वेज-आकार के खंडों में विभाजित किया जाता है ?

उत्तर – सेक्टरों

(5) 31/2 फ्लॉपी डिस्क क्षमता है ?

उत्तर – 1.44 एमबी

(6) हटाने योग्य भंडारण उपकरणों का उपयोग बड़े पैमाने पर घुसपैठ को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

उत्तर – हार्ड डिस्क पैक

(7) प्रत्याशा डेटा आवश्यकताओं द्वारा हार्ड डिस्क प्रदर्शन में सुधार

उत्तर – डिस्क कैशिंग

(8) कंप्यूटर में एक सामान्य कीबोर्ड का प्राथमिक कार्य पियानो की तरह संगीत चलाना है ?

उत्तर – गलत

(9) कीबोर्ड कुंजी जिन्हें एफ 1, एफ 2 और इसी तरह से लेबल किया जाता है, कहा जाता है ?

उत्तर – फ़ंक्शन कुंजी

(10) निम्नलिखित में से कौन सी कुंजी टॉगल कुंजी नहीं है ?

उत्तर – नियंत्रण

(11) कीबोर्ड पर 0-9 लेबल की गई कुंजियों को कहा जाता है ?

उत्तर – संख्यात्मक कुंजियाँ

(12) फ़ंक्शन कुंजियों के बजाय शॉर्टकट बनाने के लिए किन कुंजियों का उपयोग किया जाता है ?

उत्तर – संयोजन कुंजी

(13) कीबोर्ड कीज़ जिनके पास तीर होते हैं उन्हें कहा जाता है ?

उत्तर – नेविगेशन कुंजी

(14) कीबोर्ड कीज जैसे कैप्स लॉक जो किसी सुविधा को चालू या बंद करते हैं, कहा जाता है ?

उत्तर – कुंजियों को टॉगल करें

(15) डेस्कटॉप पर देखा जाने वाला माउस पॉइंटर भी कहलाता है ?

उत्तर – तीर सूचक

(16) निम्नलिखित में से कौन सा उपकरण डिवाइस के प्रकार को इंगित नहीं करता है ?

उत्तर – कीबोर्ड

(17) निम्नलिखित में से कौन सा डिवाइस तेज कंप्यूटर गेम खेलने के लिए उपयोग किया जाता है ?

उत्तर – जॉयस्टिक

(18) विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में स्क्रीन के किसी भी हिस्से को एक्सेस करने का सबसे आसान तरीका है ?

उत्तर – माउस

(19) डॉटमैट्रिक्स प्रिंटर इरिटेटिंग नॉइज़ बनाते हैं ?

उत्तर – सच

(20) फ्लैटबेड स्कैनर के काम करने का तरीका ज्यादातर फोटोकॉपी मशीन के समान है ?

उत्तर – सच

(21) _____ डिवाइस की तरह हल्का-संवेदनशील पेन है

उत्तर – लाइट पेन

(22) ______ डिवाइस अनुवाद करता है जिसे लोग एक ऐसे रूप में समझते हैं जिसे कंप्यूटर कर सकता है ?

उत्तर – इनपुट

(23) डाटा स्टोर करने और परिकलन के लिए कंप्यूटर _____ नंबर सिस्टम का उयपोग करते है ?

उत्तर – बाइनरी

(24) _____ व्यक्ति द्वारा की गई ऐसी कोशिश होती है की वह अपनी पहचान बताकर आपसे गोपनीय सुचना प्राप्त करसकता है ?

उत्तर – फिशिंग ट्रिप्स

(25) कॉपीराइट युक्त फाइलों को अपने मित्रो के साथ शेयर करना अनैतिक क्यों है ?

उत्तर – कॉपी राइट फाइल को बिना अनुमति के शेयर करने से कॉपी राइट का कानून भाग होता है

(26) मल्टीपल प्रोसेसर द्वारा को या अधिक प्रोग्राम का साथ -साथ प्रोसेसिंग है

उत्तर – मल्टीप्रोसेसिंग

(27) ____ एक विशेष विजुअल और ऑडियो इफेक्ट है जो पॉवरपॉइंट में टेक्स्ट यया कंटेंट को अप्लाई किया जाता है ?

उत्तर – ऐनिमिशन

(28) एप्लेट्स जैसे विशेष प्रोग्राम क्रिएट करने में प्रोग्रामिंग भाषा है ?

उत्तर – जावा

(29) ____ बनाने के लिए पर्सनल कंप्यूटर कनेक्टर्स किये जा सकते है ?

उत्तर – नेटवर्क

(30) उन एप्लीकेशन को क्या नाम दिया जाता है jinme टेक्स्ट ,ध्वनि ,ग्राफ़िक्स ,मोशन वीडियो और या अनिमिशन का मिश्रण होता है ?

उत्तर – मल्टीमीडिया

(31) दो भिन्न -भिन्न फाइलो का एक ही नाम हो सकता है ,यदि

उत्तर – वे अलग -अलग फ़ोल्डरों में हो तथा वे अलग -अलग ड्राइव में हो

(32) पद ‘यूजर इंटरफ़ेस ‘ का अर्थ है ?

उत्तर – यूजर जो स्क्रीन पद देखना है और उनके साथ कैसे इंटरैक्ट करता है

(33) पहले _____ का प्रयोग करके कंप्यूटर को प्रोग्राम किया जाता था ?

उत्तर – मशीन लैंग्वेज

(34) एक्सेल के किसी सेल में टेक्स्ट एंटर किया जाए तो यह______में भी दीखता है ?

उत्तर – फार्मूला बार

(35) वर्कबुक_______ का एक कलेक्शन है ?

उत्तर – वर्कशीट

(36) _______ एक्सेल विंडो के बॉटम में दीखते है ?

उत्तर – शिट टैब

(37) ASCII वह सिस्टम है जो________ उपलब्ध करता है ?

उत्तर – 128 विभिन्न करेक्टर

(38) फाइलो को _______में स्टोर करके वेवस्थित किया जाता है ?

उत्तर – फ़ोल्डरों

(39) एक्सेल में प्री-डीफाइंड और बिल्ट – इन फॉर्मूले को_______ कहते है ?

उत्तर – फंक्शन

(40) फ्लॉपी से डाटा के दुर्घटनावश इरेज हो जाने से फ्लॉपी को सुरक्षित रखने में कोण सहायक होता है ?

उत्तर – राइट -प्रोटेक्ट नॉच

Computer Basic Keyboard Shortcuts in Hindi

 अगर आप कंप्यूटर चलाते हैं! और आपको कंप्यूटर के keyboard के shortcut keys के बारे में जानकारी नहीं हैं। तो आप को कंप्यूटर आने का कोई मतलब नही हैं। कंप्यूटर की बेसिक जानकारी इसीलिए नीचे हम आप को कुछ बहुत ही काम के keyboard short cut keys के बारे में बताने वाले हैं।

  • Alt + Tab इस shortcut key के मदद से किसी भी प्रोग्राम फाइल को minimize किया जा सकता है।
  • Alt + F4 इस shortcut key का उपयोग कंप्यूटर बंद करने के लिए किया जाता है‌।
  • Window + D इस shortcut key के मदद से सारे Tab को minimize किया जा सकता है।
  • F12 इस shortcut key मदद से File को save किया जा सकता हैं।
  • Ctrl + S इस shortcut key के मदद से file आसानी से save किया जा सकता है।
  • Ctrl + N इस shortcut key के मदद से नया डॉक्यूमेंट ओपन किया जाता हैं।
  • Ctrl + D Bookmark लगाने के लिए इस shortcut key का उपयोग किया जाता हैं।
  • Ctrl + X इस shortcut key के मदद से किसी भी text को cut किया जा सकता हैं।
  • Ctrl + A इस shortcut key के मदद से पूरे के पूरे text को सेलेक्ट किया जाता हैं।

कंप्यूटर के फायदे 

मल्टीटास्किंग (Multitasking)

मल्टीटास्किंग कंप्यूटर का एक बड़ा फायदा है. कंप्यूटर कुछ सेकंड के भीतर ही Numbers की समस्याओं की गणना कर सकता है. कंप्यूटर प्रति सेकंड निर्देशों का कई खरब गणना कर सकता है.

गति (Speed)

अब कंप्यूटर केवल गणना करने वाला उपकरण नहीं है, अब कंप्यूटर की मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. कंप्यूटर के मुख्य लाभों में से एक इसकी अविश्वसनीय गति है, कंप्यूटर की मदद से सभी कार्यों को बहुत तेजी से किया जा सकता है.

शुद्धता (Accuracy)

कंप्यूटर के मूल लाभ में से एक यह है कि न केवल गणना कर सकते हैं, बल्कि सटीकता के साथ गणना कर सकता है.

डाटा सुरक्षा (Data Security)

डिजिटल डेटा की सुरक्षा को Data Security के रूप में जाना जाता है. कंप्यूटर विनाशकारी ताकतों से और अनजान Users से साइबर हमले जैसी Unwanted Action से सुरक्षा प्रदान करता है.

कंप्यूटर के नुकसान 

वायरस और हैकिंग के हमले

वायरस को ईमेल अटैचमेंट से ट्रांसफर किया जा सकता है, रिमूवेबल डिवाइस जैसे USB, किसी संक्रमित वेबसाइट के विज्ञापन आदि के माध्यम से एक बार वायरस को होस्ट कंप्यूटर में ट्रांसफर करने के बाद यह फाइल को संक्रमित कर सकता है, फाइल को ओवरराइट कर सकता है.

ऑनलाइन साइबर अपराध

ऑनलाइन साइबर-अपराध का मतलब है कि अपराध करने के लिए कंप्यूटर और नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है. साइबरस्टॉकिंग और Identity चोरी ऐसे बिंदु हैं जो ऑनलाइन साइबर अपराधों के अंतर्गत आते हैं.

उदाहरण के लिए: किसी को आपके शॉपिंग खाते तक पहुंच की सुविधा मिल सकती है जैसे कि अमेजन खाता अब वह व्यक्ति आपके व्यक्तिगत Details जैसे डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड नंबर का पता कर सकेगा जिसका दुरुपयोग किया जा सकता है.

रोजगार के अवसर में कमी

मुख्य रूप से पिछली पीढ़ी कंप्यूटर का उपयोग नहीं करती थी, जब वे कंप्यूटर क्षेत्र में आते थे तो उन्हें एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता था. जैसा कि हमने बैंकिंग क्षेत्र में देखा है कि वरिष्ठ बैंकिंग कर्मचारियों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है.

इन्हें भी पढ़ें:-

Conclusion

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख  कंप्यूटर की बेसिक जानकारी Basic Knowledge of Computer in Hindi  जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीचे comments लिख सकते हैं.यदि आपको यह लेख पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

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