Database क्या है? इसके प्रकार उपयोग लाभ व हानि

दोस्तों नमस्कार, इंटरनेट में दिखने वाली हर चीज किसी डेटाबेस में Store रहती है तो क्या आप जानना चाहते हैं Database क्या है – What is Database in Hindi और डेटाबेसमैनेजमेंट सिस्टम क्या है, डेटाबेस के फायदे क्या हैं और डेटाबेस क्यों जरूरी है?

आज की इस पोस्ट में हम इन सभी सवालों के बारे में बात करेंगे और Database की पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे. दोस्तों वैसे आपने कई बार डाटा का नाम तो सुना ही होगा डेटाबेस के बारे में जानने से पहले हमें डाटा के बारे में जानना होगा

दोस्तों अगर मैं छोटे शब्दों में कहूं तो आपके मोबाइल या कंप्यूटर में जो भी जानकारी आप फाइलों, चित्र, वीडियो या फिर अन्य रूप में Store करके रखते हो उसे डाटा कहा जाता है. डाटा से मिलकर ही डेटाबेस शब्द बना है तो आइए जानते हैं डेटाबेस क्या है?

Database क्या है और इसके प्रकार उपयोग लाभ - हानि(In Hindi)
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डेटाबेस क्या है – What is Database in Hindi

Database (DB), यह Information यानि जानकारी का संघ्रारालय है, जहाँ Related Information को Collection करके रखा जाता है. Database में Information को Organised (संगठित) करके रखा जाता है. Organised मतलब सजा के रखना जैसे आप books को Table पे सजा के रखते हो, वैसे ही Information और data को Database में रखा जाता है. Information को Store करने के लिए, कुछ Software का इस्तमाल किया जाता है सबसे अच्छा Example है MS-Excel. यहाँ पे सारे डाटा को Digital Memory Devices में रखा जाता है जैसे Hard disk.

Information को Database में कुछ इस तरह से रखा जाता है, जिसे आप बड़ी आसानी से data को Access कर सको और Manipulate (बदलाव) कर सको. चलो एक उदाहरण से समझते हैं “ एक MS-Excel Sheet जहाँ आप 100 Students की Details है. Details में जैसे Roll NO, नाम, पता, सहर का नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि. यहाँ हम और आप ये बोल सकते हैं यह Excel Sheet एक Database है.

DB मतलब DataBase में से जो भी Information और data है उसको आप जब चाहो तब Access कर सकते हो. अब Access मतलब क्या है चलो समझते हैं. एक University है, जहाँ बहुत सारे Students हैं, करीबन 5000 उनके Exam ख़तम हो गए हैं.अब इनके Results को Computer के जरिये Database में Upload किया जाता है, यह भी हो सकता है की University की Official website है. तो वहां पर भी Upload किया जाता है. अब यह Students Result का database बन गया.

जब Result निकलने की date आती है तो इस result को Publish किया जाता है. तभी Students अपना Roll no डालके Result देखने में लग जाते है. इस Process को कहते हैं Database को Access करना. ऐसे बहुत सारे हैं Database होते हैं जैसे Google का, Company का, Government का database, जहाँ वो अपने Information को Store करते हैं.

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डेटाबेस क्या है? Database in Hindi 

यह सूचनाओं का एक ऐसा Organised Collection होता है, जिससे हम किसी भी सूचना को सरलता से प्राप्त कर सकते हैं। उसे डेटाबेस (Database) कहते है। Database व्यवस्थित इसलिए होता है, क्योंकि इसमें किसी भी Data या Information को एक निश्चित स्थान पर पहले से तय किए हुए रूप में रखा जाता है, ताकि कभी भी आवश्यकता पड़ने पर उसे आसानी से ढूंढ कर देखा जा सके। 

व्यवस्थित Database में हमें निम्नलिखित कार्य की सुविधा होती है:

  • आवश्यक सूचना को निकालना (Retrieving) । 
  • सूचनाओं के अनुसार उचित कार्यवाही करना या निर्णय लेना। 
  • सूचनाओं को नई आवश्यकताओं के अनुसार फिर से व्यवस्थित करना।
  • सूचनाओं के आधार पर रिपोर्ट आदि बनाना तथा नई सूचनाएँ निकालना। 

एक Database, नामों की सूची की एक फाइल के रूप में आसान भी हो सकता है और Data की बहुत-सी Files के समूह के रूप में कठिन भी हो सकता है। 

Database management system क्या है?

Database management system (DBMS) एक तरह का software system है, जिसके जरिए कोई भी user डेटाबेस को create, maintain, modify और control कर सकता है। Database management कई सारे program से मिलकर बना होता है। जिससे कि user अपनी आवश्यकता अनुसार DBMS को maintain and control करने में सक्षम हो सके। यहां पर हमारा maintain से मतलब है डेटाबेस में बदलाव कर सके जैसे की:- edit, delete, modification, access, और update करना।

चलिए हम इसे एक उदाहरण से समझते हैं, मान लीजिए किसी school में 1000 विद्यार्थी है। जिन की विभिन्न जानकारी आपको इकट्ठे करनी है। जिसमें विद्यार्थी का नाम, विद्यार्थी का पता, विद्यार्थी के माता पिता का नाम, विद्यार्थी का जन्म तिथि इत्यादि। इसके लिए साधारण तौर पर कोई भी व्यक्ति register बनाएगा। जिसमें विभिन्न row and column बनाएगा। आगे किसी भी विद्यार्थी के बारे में जानकारी आसानी से मिल जाए इसके लिए रजिस्टर में row, column, table और serial number अनुसार उसमें यह सारी जानकारियां भरेगा। लेकिन इस जानकारी को फिर से निकालने, और परिवर्तित करने, या फिर अपडेट करने में काफी परेशानी होगी। इस चलते Database का मुख्य कार्य data management को आसान बनाना है।

वहीं अगर हम इन सारे विद्यार्थियों के बारे में जानकारी तकनीकी तौर पर किसी कंप्यूटर की मदद से टेबल, कॉलम, सारणी बना करके किसी file में computer पर Store करते हैं, तो वह database कहलाता है, इस तरह से किसी भी डाटा को लिखना tabular data कहते हैं। Computer पर database बनाने के लिए हम लोग DBMS software का इस्तेमाल करते हैं। इसके उपयोग से user को डाटाबेस में संरक्षित जानकारी को edit, update, access और modification कर पाने में सक्षम हो पाता है।

History of Database in Hindi – डेटाबेस का इतिहास

डेटाबेस का इस्तेमाल लगभग 60 साल पहले से हो रहा है. हम नीचे दिए गये points के आधार पर इसके इतिहास के बारें में जानेंगे.

  • साल 1960 में Charles Bachman ने सबसे पहले database system को डिजाईन किया था.
  • 1970 में Codd ने IBM के information management system (IMS) को प्रस्तावित किया.
  • 1976 में Peter Chen ने E-R model को विकसित किया.
  • 1980 में relational model सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला database component बना.
  • 1985 में object oriented डेटाबेस मॉडल develop किया गया.
  • वर्ष 1991 में माइक्रोसॉफ्ट ने MS Access को launch किया. यह Microsoft का personal डेटाबेस था.
  • 1995 में internet से कार्य कर सकने वाले सबसे पहले database का निर्माण किया गया.
  • 1997 में डाटाबेस की processing में XML को apply किया गया.

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम

यह एक Software System है, जिसके जरिए एक user, database को Create, Define, Maintain और Control करता है. DBMS, Programs का Collection है आम तोर पे Database(DB) को Maintain करने के लिए इस्तमाल किया जाता है. अब Maintain का मतलब समझते हैं “इसमें आप ये सब कर सकते हो जैसे Data को DB में Insert करना, Edit, Delete, Access और Update करना.

ये तो आप जान ही गए Database Management System DBMS क्या है. फिर से समझते हैं, DBMS यह एक Software package है. इस Software के जरिए आप Database को Create कर सकते हो. Database क्या है जैसे आप ने एक Database बनाया Student नाम का अब आपको इसमें Students के Details को add करना होगा.

अगर जाने अनजाने में गलत Data दे देते हैं, तब आपको Student details Edit करना होगा. कुछ दिन बाद आपको पता चला की किसी का डाटा गलत है तो आपको Delete भी करना पड़ेगा. किसी Students के Roll no से आपको उसका नाम और Address search करना है तो इसको बोलते हैं Access.अब आप समझ गये होंगे की DBMS क्या क्या करता है. यही उदहारण लें आप एक Company में भी लगा सकते हो वहां भी यही होता है.

डेटाबेस के उदाहरण

वैसे तो बोहत सारे DBMS Software है, उनमे से कुछ हैं

1. Dbase

जितने भी DBMS हैं उनमे में से Dbase सबसे पहले बनाया गया था. इसका इस्तमाल Microcomputers में किया जाता था. अपने समय में यह software सबसे Successful DBMS था. DBASE में ये सारे Component रहते है जैसे Database Engine, Query system, a forms engine और तीनों को Run करने के लिए एक Programming Language का Use किया जाता है. इस File का Extension रहता है .dbf.

Ashton-Tate नाम की Company ने 1980 में Dbase को प्रकाशिर(Publish) किया था, Microcomputer के os में चलाने के लिए इस DBMS का इस्तमाल किया जाता था. बाद में इसका इस्तमाल Apple-|| और IBM PC में भी होने लगा, दोनों ही dos os पे चलते थे. कई सालों तक Dbase को Best Selling Software of the Year से भी नवाजा गया था. जब Dbase-||| Release हुआ तो ये UNIX और VMS में भी Run होने लगा.

2. FoxPro

यहाँ एक text-based procedurally oriented programming language के साथ साथ यह Database Management System भी है. यह एक Object Oriented Programming Language है. प्रथम बार Fox Software ने इसको Publish किया था.

लेकिन Microsoft ने FoxPro को आगे चल के MS-DOS, Windows और Unix version में चलने के लिए Develop किया. अभी इसका नाम है Visual FoxPro है लेकिन कुछ साल बाद 2007 में इसका Production बंद कर दिया गया.

3. IMS

IMS Database में data Store करने के लिए hierarchical model को Follow किया जाता है. जो DB2 और Relational Model से काफी भिन्न है. आमतोर पर Information Management के लिए इस DBMS का इस्तमाल होता है.

4. Oracle

Oracle को Oracle RDBMS भी बोला जाता है. यह object-relational database management system है. आज के समय में इसका बहुत ज्यादा इस्तमाल किया जाता है इस software Company का नाम है Oracle Corporation. Larry Ellison और उनके दो दोस्त इस corporation के CO-Founder थे.

5. MySql

यह एक object-relational database management system है. इसका नाम इसके CO-Founder Michael Widenius की बेटी के नाम पे रखा गया था और SQL मतलब Structured Query Language. इस DBMS Software Company का नाम है mySQL AB जिसका गठन 1995 में हुआ था. अब इसके मालिक है Oracle Corporation.

6. DB2

यह एक Database का Product है. यह RDBMS है मतलब Relational Database Management System है. DB2 का इस्तमाल Data को database में Store, Analyze और Retrieve करने के लिए किया जाता है. db2 Object Oriented के Concept को भी फोलो कर रहा है.

Database Operations की जानकारी

Database के उपर निचे दिए गए सारे operation होते हैं. एक एक करके Detail में इन्हें समझते हैं.

1. Insert

अगर कुछ data Store करते हैं तो उसे Insert Operation बोलते हैं. जैसे एक Student Database है वहां आप Data Insert करते हैं Name, Roll, Mark, City.

2. Delete

DATA या एक Record को Database से Delete करते हैं, तो इस Operation को Delete Operation कहते हैं. Delete करने के लिए कुछ Programming Language का भी इस्तमाल कर सकते हैं.

3. Update

जो Information या Data पहले से मोजूद है और उसमे आप बदलाव कर रहे हैं तो उसे Update कहते हैं. मै अभी भी वही उदहारण लूँगा, कोई Student की family दूसरी जगह Shift हो गई है तो आपको Database से Address बदलना होगा इसे ही Update कहते हैं.

4. Search/Access

एक ही Information को ढूंडना या Group of Information को ढूंडना इसी को Search या Access Operation कहते हैं. जैसे कोई Result देखना, Balance Inquiry करना, ट्रेन टिकट Available है या नहीं देखना यह सब एक एक Search Operation है.

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डेटाबेस मॉडल के प्रकार (Types of database models)

Database में Data Logically कैसे Store, Organised और Manipulate किया गया है और Database का Logical Structure कैसा होना चाहिए यह Data Model आपको बताता है.

आप को एक उदाहण से समझता हूँ, आपको बोला गया की आपके Familly Detalis की जानकारी लिख के लाओ. कुछ इस तरह से आप लिख सकते हो एक Table बनाके भी लिख सकते हो. दूसरा बिना table बनाए भी लिख सकते हो और तीसरा mummy पापा का नाम उसके निचे बचों के नाम और उनके निचे उनके बचों के नाम.

यह तिन जो तरीके थे ये एक एक Data Model है. वैसे ही Database Design में इन्ही तिन Models का इस्तमाल किया जाता है.

  1. Hierarchical Model
  2. Network Model
  3. Relational Model

1. Hierarchical Model

Hierarchical Database Model in Hindi

इस Model का Structure Tree Structure जैसे दीखता है. इस Model में Records को अपसा में जोड़ने के लिए Tree Structure को Follow किया जाता है. Tree में Nodes और Branches होते हैं.

इसका मतलब जैसे पेड़ के सखा होते हैं वैसे ही इसमें भी होते हैं. यह Tree ही Database के Logical Structure को Represent करता है. निचे इस Model का एक Structure है.

2. Network Model

Network Database Model in Hindi

Network Model तो वैसे काफी Powerful है लेकिन Complicated भी है. क्यूंकि इसमें सारे Nodes/Table आपस में Linked रहते हैं. इस Model को Graph Structure में Represent कर सकते हैं. Department, Student, Course और Professor या चरों आपस में कैसे Linked है आप निचे देख सकते हो.

3. Relational Model

Relational Database Model in Hindi

यह model बहुत powerful और simple है. बहुत ज्यादा Flexible और Natural है. इस Data Model का Structure Table जैसे ही होता. Table को Database की भाषा में Relation कहते हैं. इसीलिए इसका नाम भी Relational Model हैं. यह Table जैसे होता है, Database क्या है इसलिए इसमें Rows और Column होते हैं.

Relational Model में Rows को Record कहते हैं और Column को Field कहते हैं. इस Model का प्रस्ताव E. F Codd दिए थे जब वो IBM में थे. इस Model में Unique Field को Key कहते हैं. और इन Keys के जरिए Tables को आपस में Connect किया जाता है. एक Student Table में Roll no, Primary key होती है.

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के मुख्य कार्य 

  • Database का प्रबंधन करना → डेटाबेस को मैनेज करना है ताकि इसे आसानी से एक्सेस, मैनेज और अपडेट किया जा सके.
  • Data को अपडेट करना → डेटाबेस को आवश्यकतानुसार अपडेट करना.
  • Data मॉडलिंग → डेटा संग्रहण की Structured डेफिनेशन को डाटा मॉडलिंग के रूप में जाना जाता है.
  • Processing query→ यह डेटा के Manipulating करने का एक तंत्र है.
  • Data की सुरक्षा →  डेटाबेस की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है.
  • Concurrency control → कई उपयोगकर्ताओं द्वारा डेटाबेस को एक साथ एक्सेस करने का system concurrency control कहलाता है.
  • क्रैश रिकवरी → सिस्टम क्रैश होने के बाद डेटा रिकवरी की जा सकती है.

DBMS की सीमाएँ (Limitation of DBMS)

DBMS के कई लाभ है, लेकिन साथ ही इसकी कुछ सीमाएँ भी हैं जो निम्नलिखित हैं:

  • Cost of Hardware and Software 

Software को चलाने के लिए Data को तीव्र गति से Process करने वाले Processor और अधिक क्षमता वाली Memory की आवश्यकता होती है, जिनकी लागत अधिक होती हैं। 

  • Complexity 

एक डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली (DBMS) के अच्छे कार्य करने की क्षमता की पूर्व-कल्पना करना उस DBMS Software को कठिन बना देती है। Database management System को समझने की विफलता एक Organisation के लिए गंभीर परिणामों का कारण बन सकती है। 

  • Cost of Staff Training 

अधिकतर DBMS Software अत्यन्त जटिल होते हैं, इसलिए उपयोगकर्ताओं को डेटाबेस का प्रयोग करने के लिए एक प्रशिक्षण देने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, DBMS Software चलाने के लिए संगठन को कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए एक बड़ी राशि का भुगतान करना पड़ता है। 

  • Appointing Technical Staff 

एक संगठन में डेटाबेस के लिए Trained Technical Staff जैसे कि Database Administrator, Application Programmers आदि की आवश्यकता होती है, जिसके लिए संगठन को इन व्यक्तियों को एक अच्छे वेतन का भुगतान करना पड़ता है जिससे प्रणाली की लागत बढ़ जाती है। 

  • Database Failure 

अधिकांश संगठन में सभी Data एक ही Database में एकीकृत होता है। यदि Power off हो जाने के कारण Database विफल हो जाता है या डेटाबेस Storage Device पर ही Fail हो जाता है। तो हमारा सभी Valuable Data Loss हो सकता है या हमारी पूरी प्रणाली बंद हो सकती है।

Applications of Database in Hindi – डेटाबेस के अनुप्रयोग

डेटाबेस का इस्तेमाल बहुत सारें स्थानों पर किया जाता है जो कि निम्नलिखित हैं:-

  1. Railways Reservation में – डेटाबेस का प्रयोग railways reservation में ticket booking, train की departure और arrival की जानकारी को स्टोर करने के लिए किया जाता है.
  2. Library में – लाइब्रेरी में बहुत सारीं books होती हैं और उनका record किसी register में रखना मुश्किल होता है. इसलिए books की information को स्टोर करने के लिए डेटाबेस का use किया जाता है.
  3. Banking में – बैंकिंग में इसका use कस्टमर की जानकारी और money transactions के record को स्टोर करने के लिए किया जाता है. एक bank में प्रतिदिन हजारों transactions होते हैं जिनको database में आसानी से स्टोर किया जा सकता है.
  4. College में – कॉलेज और विद्यालयों में student और teachers की information को स्टोर करने के लिए किया जाता है. इसमें fees के record को स्टोर करने के लिए भी किया जाता है.
  5. Social Media Sites में – आज के समय में social media sites जैसे कि – facebook, twitter, instagram आदि का प्रयोग बहुत किया जाता है. इनमें प्रत्येक दिन लाखों नए account बनते है और लोग image को upload करते हैं. इन सभी data को स्टोर करने के लिए डेटाबेस का use किया जाता है.
  6. Millatry में – लाखों सैनिकों की information, और हथियारों के record को स्टोर करने के लिए इसका use किया जाता है.
  7. Human Resource में – इसका प्रयोग employees, salary, payroll और paycheck आदि की जानकारी को स्टोर करने के लिए किया जाता है.

डेटाबेस कहां उपयोग किया जाता है? (Where is the database used)

दोस्तों वैसे डेटाबेस इंटरनेट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. अब इसके कई प्रकार के उदाहरण हो सकते हैं.जैसे कि डेटाबेस का उपयोग हम ऑनलाइन वीडियो Streaming, ऑनलाइन Gaming, शेयर मार्केट, आधार कार्ड, रेलवे रिजर्वेशन सिस्टम, फ्लाइट रिजर्वेशन सिस्टम, बैंकिंग, सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम, हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम, टेलीकम्युनिकेशन और उस हर जगह पर कर सकते हैं जो कि हमें इंटरनेट पर उपलब्ध मिलती है. इंटरनेट में जो भी जानकारी हमें मिलती है वह एक डेटाबेस के माध्यम से ही हमें दिखाई जाती है.

Database की Importance क्या है

डेटाबेस महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके द्वारा ही data सही और व्यवस्थित तरीकें से manage हो पाता है. इसके साथ यह user को कई कार्य करने की आज्ञा भी प्रदान करता है. Database managment system (DBMS) एक एकल software application के भीतर बड़ी मात्रा में information को manage और organize कर सकता है. जिसके कारण व्यवसाय संचालन की efficiency बढ़ जाती है और समय लागत कम हो जाती है.

इसके साथ ही डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली ने business और बड़ी organization को काफी फायदा पहुचाया है. क्योंकि वे कई प्रकार के data को store करने के लिए इसका प्रयोग करते है. आज हम इस प्रणाली का प्रयोग employee record, accounting, library books, student information, project management और inventory इत्यादि प्रकार के data को manage करने लिए करते है.

जब हम इस तरह के कार्य को खुद से manually करते है, तो यह डेटाबेस के मुकाबले कहि अधिक समय लेता है. बल्कि एक बार record बना लिया फिर आप उसमे बदलाव भी आसानी से नही कर सकते और इसे हर किसी के द्वारा access भी नही किया जा सकता. इसके विपरित डेटाबेस में स्टोर डेटा कहि भी दूसरे उयोगकर्ता तक पहुँच सकता है. तो कुल मिलाकर आज के दौर में
डेटाबेस बहुत important है, इसके बिना data management बहुत मुश्किल और समय लेने वाला कार्य है.

Databse के Components

मुख्य तिन Component होते हैं एक

1. Database User

यह वो User है जो DB को कहीं से भी Access करता है और सर्च करता है. जैसे आप भी एसे ही User हैं, Google में कुछ सर्च कर लेते हैं, पढने के बाद पढ़ लेते हैं. किंतु अंदर क्या है और कैसे Store किया गया है उसकी जानकारी आपके पास नहीं होती.

2. DBA

DBA का Full Form है Database Administrator, इसको Manager कहते हैं. जो पुरे System चलता है. ये User की Needs को समझता है और उसके हिसाब से Manage और Update करता है.

3. Application Program

यह DBMS Software Program है. इसको पुरे DB को Manage करने के लिए इस्तमाल किया जाता है. DBMS क्या है इसकी जानकारी मिल ही जाएगी उपर देखेंगे तो. ये थी कुछ जानकारी Components के बारे में.

डेटाबेस जरूरी क्यों है? (Why is a database necessary)

दोस्तो इंटरनेट की दुनिया में डेटाबेस बहुत जरूरी है. क्योंकि इसके जरिए आप किसी भी प्रकार के डाटा को व्यवस्थित और सही ढंग से मैनेज कर सकते हैं. Database क्या है इसके साथ डेटाबेस यूजर को कई प्रकार की सुविधाओं को उपलब्ध कराता है डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम एक प्रकार का एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है. जिसके भीतर अधिक मात्रा में इंफॉर्मेशन को Manage और Organize किया जा सकता है. इसके साथ ही डेटाबेस ने समय की भी बचत की है

दोस्तों अगर बात की जाए कि डेटाबेस प्रणाली से सबसे अधिक फायदा किसे हुआ है तो वैसे देखा जाए तो इसका सबसे बड़ा फायदा इंटरनेट के हर उस यूजर को हुआ है जो की जानकारियों को खोजने के लिए हर समय मेहनत करता रहता है. डेटाबेस का सबसे बड़ा फायदा बिजनेस और बड़ी Organization कंपनियों को पहुंचा है हर तरह का Organization हर तरह की जानकारी को डेटाबेस में स्टोर रखता है. जैसे कि अगर आप किसी Music Site पर जाएंगे तो वहां पर आपको सारे गानों का डेटाबेस मिलेगा

वैसे अगर डेटाबेस ना होता और हम यह सब काम खुद ही अपने हाथों से करते तो डेटाबेस में Store करने के मुकाबले हमें कई अधिक समय लगता और कई सारी जानकारियां इकट्ठा होने से छूट जाती. आजकल इंटरनेट के दौर में डेटाबेस एक बहुत बड़ा Management system बन चुका है. जिसे कि हर कोई यूज़ करता है

Advantage of Database in Hindi – डेटाबेस के फायदे

डेटाबेस के लाभ निम्नलिखित हैं:-

  1. यह data redundancy को कम करता है अर्थात् यह duplicate डाटा को स्टोर नहीं करता है.
  2. यह data integrity और security प्रदान करता है. इसमें कोई unauthorized users डेटाबेस को access नहीं कर सकता.
  3. इसमें दो या दो से अधिक users एक समय में database को access कर सकते हैं.
  4. इसमें डाटा को दूसरे users को share किया जा सकता है.
  5. Database में डाटा को आसानी से एक्सेस किया जा सकता है.
  6. इसमें data को search करना और उसे retrieve करना बहुत ही सरल होता है. पुराने डेटाबेसों में हमें प्रत्येक search के लिए program को लिखने की जरूरत पड़ती थी. परन्तु आजकल के database में सिर्फ command का प्रयोग करके किसी भी डाटा को search कर सकते हैं.
  7. कोई भी user बिना अनुमति के डेटाबेस को एक्सेस नहीं कर सकता.
  8. डेटाबेस में data का backup लेना बहुत ही आसान है और कभी किसी वजह से database corrupt हो जाए तो हम data को फिर से restore कर सकते है.
  9. इसमें data consistent होता है क्योंकि इसमें data redundancy नहीं होती.

Disadvantage of Database in Hindi – डेटाबेस के नुकसान

डाटाबेस की हानियाँ नीचे दी गयी हैं:-

  1. डेटाबेस सिस्टम को design करना बहुत ही कठिन होता है और इसमें बहुत ज्यादा time लगता है.
  2. इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का cost (मूल्य) बहुत अधिक होता है.
  3. अगर डेटाबेस damage हो जाए तो इससे सभी application programs पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
  4. इसको use करने से पहले इसको सीखने की आवश्यकता होती है. बिना सीखे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते.
  5. डेटाबेस का size बहुत ही अधिक होता है.

Conclusion

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख  Database क्या है और इसके प्रकार उपयोग लाभ – हानि(In Hindi) जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे.

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