सुवा लहकत हे डार म -अल्का चन्द्राकर | best sua geet lyrics
दोस्तों नमस्कार आज हम आपको इस लेख में अल्का चंद्राकर जी का गीत का लिरिक्स दिए है।। गीत का नाम सुआ लहकत हे डार म है। अल्का चंद्राकर की गीत को भारत देश में लोग बड़े प्यार और स्नेह देते है। अल्का चंद्राकर जी के गीत में कुछ अलग ही छाप होता है। तो अल्का चंद्राकर द्वारा स्वर दिया हुआ गीत सुआ लहकत हे डार म लिरिक्स का आनंद उठाते है।।
सुवा लहकत हे डार म
Suwa Lahkat He Dar Ma Lyrics
सुवा गीत
- गीत : सुवा लहकत हे
- गायक : अल्का चन्द्राकर
- संगीतकार : प्रफुल्ल बेहरा
- लेबल : सुन्दरानी
सुवा लहकत हे डार म लिरिक्स – अल्का चन्द्राकर
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
स्थायी
सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
अंतरा 1
का चारा चरथे मोर पड़की परेवना
का चारा चरथे मोर पड़की परेवना
का चारा चरथे मोर सुन्दर मजुर ना
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
अंतरा 2
कनकी चांउर चरथे मोर पड़की परेवना
कनकी चांउर चरथे मोर पड़की परेवना
सांप डेड़हूल चरथे मोर सुन्दर मजुर ना
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
अंतरा 3
कोन मेर रईथे मोर पड़की परेवना
कोन मेर रईथे मोर पड़की परेवना
कोन मेर रईथे मोर सुन्दर मजुर ना
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
अंतरा 4
खोंधरा मा रईथे मोर पड़की परेवना
खोंधरा मा रईथे मोर पड़की परेवना
पहरी म रईथे मोर सुन्दर मजुर ना
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
सुवा लहकत हे डार म
पक्का रे बिही म सुवा लहकत हे
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
तरिहारी नाना नाना मोर सुवना
तरिहारी नाना नाना नाना नाना
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सुवा लहकत हे डार म लिरिक्स – अल्का चन्द्राकर
- नाम – अलका चंद्राकर
- पेशा – गायिका
- जन्म तिथि – 9 जून
- निवास – रायपुर
- भाषा – छत्तीसगढ़ी, हिंदी
अलका परगनिहा चंद्राकर छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर गायिका हैं।मेरे पिता श्री माधव चंद्राकर एक गायक हैं, मुझे कला उनसे विरासत में मिली है। उन्होंने मुझे बचपन से ही पढ़ाना शुरू कर दिया था.मेरे पिता मेरे पहले शिक्षक हैं और मेरी प्रेरणा भी।परिवार से विरासत में मिला.
कई बार छालीवुड की सर्वश्रेष्ठ गायिका का पुरस्कार जीत चुकीं अलका संगीत की हर शैली को जीना और कुछ नया करना चाहती हैं। उनके अपने एल्बम “चमके रे बिंदिया” ने न केवल राज्य और भाषा को एक नई दिशा दी बल्कि उनके जीवन में भी नई चमक लायी।मैंने 500 से ज्यादा एल्बम और फिल्मों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा है। मैंने मराठी, उड़िया में भी गाने गाए हैं। मैं भोजपुरी के लिए भी तैयार हूं. मैं उन छत्तीसगढ़ी लोकगीतों को स्थापित और पहचान दिलाना चाहता हूं जो आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान नहीं बना पाए हैं।