तोर मया के बोली खातिर
Tor Maya Ke Boli Khatir Lyrics
CG Song Lyrics
- गीत – तोर मया के बोली खातिर
- स्वर – मिथलेश साहू, ममता चन्द्राकर
- गीतकार – भूपेन्द्र साहू, प्रेम चन्द्राकर
- संगीतकार – दुश्यंत हरमुख
- एल्बम – अमरईया चिरईया
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
तोर मया के बोली खातिर
सुध बुध मैं हा भूलागेंव
बिन पानी के मछरी बरोबर
तड़प के मैं अधियागेंव
मुड़ ला कोरेंव
लियेंव लाली मैं हा चिन्ता म पड़गेंव
आ जाबे काली तोला देखे बर संगी
जिवरा तरसे मोर नैना बरस गे
नई आए कईसे मैं हा मने मन गुनौ
पलंग म सुतौ नींदे ना आवै रे दोस्त
अंतरा 1
कांचा सुपारी वो……
सरोता चाही ना…….
सरोता चाही ना…….
तोर बोली अउ बचन के
तोर बोली अउ बचन के
भरोषा चाही ना
भरोषा चाही ना संगवारी
संगी जहूंरिया
देवत हे ताना का होगे टूरी ला
तैं जरूर आना तोर सुरता म मर गेंव
तैं भूलाए कईसे मोर नैना बरस गे
नई आए कईसे मैं हा मने मन गुनौ
पलंग म सुतौ नींदे ना आवै रे दोस्त
अंतरा 2
नंदिया कछारे वो
फरे हे लाली जाम
फरे हे लाली जाम
तोर खातिर मैं हा बही
तोर खातिर मैं हा बही
होगे हौं बदनाम
होगे हौं बदनाम संगवारी
होगे रे बैरी ठोली बोली मारत हे
कारी रे कोयली बैरी आंखी म काबर
तैं हमाए कईसे मोर नैना बरस गे
नई आए कईसे मैं हा मने मन गुनौ
पलंग म सुतौ नींदे ना आवै रे दोस्त